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पीआईबी का कोविड-19 पर दैनिक बुलेटिन

Posted On: 03 FEB 2021 5:51PM by PIB Delhi

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भारत 18 दिनों में 40 लाख कोविड-19 टीकाकरण करने वाला दुनिया का सबसे तेज देश बन गया

सक्रिय मामलों की संख्‍या घटकर कुल मामलों की 1.5 प्रतिशत से भी कम हो गई

14 राज्यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड के कारण किसी भी मरीज की मौत दर्ज नहीं हुई

  • पिछले 24 घंटों के दौरान पिछले सात महीनों के दौरान सबसे कम 11,039 नए मामलों की पुष्टि हुई
  • इसी अवधि के दौरान 14,225 नए मरीज ठीक हुए हैं। इस कारण कुल सक्रिय मामलों की संख्‍या में 3,296 मामलों की गिरावट दर्ज हुई है।

कोविड-19 टीकाकरण के सभी पहलुओं पर दिशा-निर्देश देने के लिए टीका प्रबंधन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ दल की स्थापना  

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भारत 18 दिनों में 40 लाख कोविड-19 टीकाकरण करने वाला दुनिया का सबसे तेज देश बन गया है, सक्रिय मामलों की संख्‍या घटकर कुल मामलों की 1.5 प्रतिशत से भी कम हो गई है, 14 राज्यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड के कारण किसी भी मरीज की मौत दर्ज नहीं हुई है

एक महत्‍वपूर्ण उपलब्धि हासिल करके भारत 40 लाख कोविड-19 टीकाकरण का आंकड़ा हासिल करने वाला दुनिया का सबसे तेज देश बन गया है। भारत ने यह लक्ष्‍य 18 दिनों में हासिल किया है।1 फरवरी, 2021 के अनुसार लोगों को कोविड-19 वैक्‍सीन देने की संख्‍या के रूप में भारत दुनिया के पांच शीर्ष देशों में शामिल है। भारत में टीकाकरण अभियान लगातार तेज गति से जारी है। कोविड-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई से अन्‍य क्षेत्रों में भी रोजाना सफलता प्राप्‍त हो रही है। पिछले 24 घंटों में 14 राज्‍यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों में कोविड के कारण मौत का कोई भी मामला दर्ज नहीं हुआ है। ये राज्‍य हैं – अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दमन एवं दीव और दादरा एवं नगर हवेली, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मिजोरम, नगालैंड, लक्षद्वीप, लद्दाख, सिक्किम, मणिपुर, पुदुचेरी, गोवा, ओडिशा और असम।पिछले 24 घंटों में देश में सक्रिय मामलों की संख्‍या घटकर 1,60,057 हो गई है। देश में सक्रिय मामलों की संख्‍या भी घटकर कुल मामलों की 1.5 प्रतिशत (मौजूदा 1.49 प्रतिशत) हो गई है।देश में पिछले 24 घंटों के दौरान 11,039 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इसी अवधि के दौरान 14,225 नए मरीज ठीक हुए हैं। इस कारण कुल सक्रिय मामलों की संख्‍या में 3,296 मामलों की गिरावट दर्ज हुई है। कोविड से ठीक हुए मरीजों की कुल संख्‍या 1,04,62,631 हो गई है। राष्‍ट्रीय रिकवरी दर 97.08 प्रतिशत है, जो वैश्विक रूप से सबसे अधिक है। सक्रिय मामलों और ठीक हुए मरीजों के बीच अंतर लगातार बढ़ते हुए 1,03,02,574 हो गया है। 31 राज्यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों में 5,000 से भी कम सक्रिय मामले हैं।आठ राज्‍यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों में साप्‍ताहिक संक्रमण दर राष्‍ट्रीय औसत 1.91 प्रतिशत से अधिक है। केरल में सबसे अधिक 12 प्रतिशत साप्‍ताहिक संक्रमण दर है, जबकि छत्तीसगढ़ में यह दर 7 प्रतिशत है।3 फरवरी, 2021 के अनुसार सुबह 8 बजे तक देशव्‍यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत 41 लाख (41,38,918) से अधिक लाभार्थियों को टीका लग गया है। पिछले 24 घंटों में 3,845 सत्रों में 1,88,762 स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों को टीके लगाए गए हैं। अब तक 76,576 सत्रों का आयोजन हो गया है।85.62 प्रतिशत ठीक हुए नए मामले 8 राज्‍यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों से हैं। केरल में नए ठीक हुए मामलों की संख्‍या 5,747 रही है, जो सबसे अधिक है। महाराष्‍ट्र और तमिलनाडु में क्रमश: 4,011 और 521 नए मरीज ठीक हुए हैं।83.01 प्रतिशत नए मामले 6 राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों से संबंधित हैं। केरल में कल सबसे अधिक 5,716 नए मामले दर्ज हुए हैं। महाराष्‍ट्र और तमिलनाडु में पिछले 24 घंटों में क्रमश: 1,927 और 510 नए मामलों का पता चला है। पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड से 110 मरीजों की मौत होने का पता चला है। ऐसी मौत के 66.36 प्रतिशत मामले पांच राज्‍यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों से संबंधित हैं। महाराष्‍ट्र में सबसे अधिक 30 नए मरीजों की मौत हुई है, जबकि केरल 24 घंटों के दौरान 16 नए मरीजों की मौत हुई है।

 

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केन्द्र का कोविड-19 प्रबंधन में मदद के लिए उच्च स्तरीय दल महाराष्ट्र और केरल भेजने का फैसला

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविड-19 के प्रबंधन के तहत सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने में सहयोग के लिए केरल और महाराष्ट्र में अपनी दो उच्च-स्तरीय टीम भेजने का फैसला किया है।

ऐसे समय में जब लगभग सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोविड के मामले लगातार कम होते जा रहे हैं और इससे होने वाली मौत की घटनाओं में भी गिरावट का रुख है केरल और महाराष्ट्र में इस महामारी का प्रकोप अभी भी बना हुआ है और रोज बड़ी संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं। वर्तमान में देश में कोविड के लगभग 70 फीसदी मामले अकेले इन दोनों राज्यों से हैं। महाराष्ट्र की केंद्रीय टीम में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) और नई दिल्ली के डॉ. राममनोहर लोहिया अस्पताल के विशेषज्ञ शामिल हैं। जबकि केरल की टीम में  स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज तथा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तिरुवनंतपुरम क्षेत्रीय कार्यालय के विशेषज्ञों को शामिल किया गया है।

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डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड -19 से जुड़े मंत्रियों के समूह (जीओएम) की 23वीं बैठक की अध्यक्षता की

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज यहां एक वीडियो-कॉन्फ्रेंस के जरिए कोविड -19 से जुड़े उच्चस्तरीयमंत्रियों के समूह(जीओएम) की 23वीं बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में उनके साथ विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर,नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप एस. पुरी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्रीश्री अश्विनी कुमार चौबे, गृह राज्यमंत्री श्री नित्यानंद राय और पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालयतथा रासायनिक एवं उर्वरक राज्यमंत्रीश्री मनसुख मंडावियाभी शामिल हुए। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य)डॉ. विनोद के. पॉल आभासी माध्यम से इस बैठक में उपस्थित थे। अपने संबोधन में डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की परिकल्पना के अनुरूप 'संपूर्ण सरकार' और 'संपूर्ण-समाज' के दृष्टिकोण के साथ, भारत ने सफलतापूर्वक इस महामारी को नियंत्रित किया है। पिछले 24 घंटों में 12,000 से भी कम मामले दर्ज किए गए हैं और सक्रिय मामलों का भार घटकर मात्र 1.73 लाख रह गया है।” उपलब्धियों का विस्तार से ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा, “146 जिलों में पिछले 7 दिनों से, 18 जिलों में 14 दिनों से, 6 जिलों में 21 दिनों से और 21 जिलों में पिछले 28 दिनों से कोई नया मामला सामने नहीं आया है । यहउपलब्धि बेहद सक्रियता के साथजांच के जरिएहासिल की गयी है।अब तक 19.5 करोड़ से अधिक जांच की गयी है। जांच की वर्तमान क्षमता12 लाख प्रतिदिन है।” डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि यूके वेरिएंट के अब तक 165 मामले सामने आए हैं। उन्हें सुपरवाइज्ड क्वारंटीन और निगरानी में रखा गया है।

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डॉ. हर्षवर्धन ने केंद्रीय बजट 2021-22 में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए आवंटन में 137 प्रतिशत वृद्धि करने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद व्यक्त किया

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने  प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमऩ का स्वास्थ्य और कल्याण को भारत में सुशासन की केंद्रीय भूमिका में रखने के लिए गहरा आभार और धन्यवाद व्यक्ति किया है।देश कोविड से लड़ाई लड़ रहा हैऔर इसके साथ ही टीबी जैसी बीमारियों को खत्म करने तथा बच्चो को बारह संचारी रोगों से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान चला रहा है। डॉ.हर्षवर्धन ने कहा कि बजट 2021 में स्वास्थ्य आधारभूत ढ़ांचे में निवेश 2.37 गुना या 137 प्रतिशत बढ़ाया गया है। स्वास्थ्य क्षेत्र को कुल 2,23,846 करोड़ रुपए के आवंटन के साथ तीन क्षेत्रों निवारण स्वास्थ्य,निरोगी स्वास्थ्य और सेहत को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इससे अहम पड़ाव पर खड़े देश को बहुत बड़ी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कोविड-19 के समय ना सिर्फ राहत देने की प्रतिबद्धता को पूरा किया है बल्कि संकट को आगामी वृद्धि और विकास के अवसर के रूप में बदला है। कोविड और अन्य संचारी रोग तथा इन्हें टीकाकरण से रोकने के संबंध में बोलते हुए डॉ.हर्षवर्धन ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 16 जनवरी को कोविड-19 टीकाकरण अभियान का उद्घाटन किया था। वर्तमान में स्वास्थ्य कर्मियो और फ्रंटलाइन योद्धाओं को कोरोना का टीका दिया जा रहा है और भविष्य में अन्य प्राथमिकता वाले लोगों को टीका दिया जाएगा।   

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कोविड-19 टीकाकरण और राष्ट्रीय पोलियो टीकाकरण अभियान पर ताजा जानकारी

राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान कल 18वें दिन सफलतापूर्वक संचालित किया गया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 16 जनवरी 2021 को राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरूआत की थी। देश भर में कुल 41 लाख से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 का टीका लगाया जा चुका है। अंतरिम रिपोर्ट के अनुसार कल शाम 7 बजे तक कुल 41,20,741 लाभार्थियों को 76,516 सत्र द्वारा कोरोना का टीका लगाया गया था। गुजरात और पश्चिम बंगाल में आज फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को कोरोना का टीका लगाने की शुरुआत की गई है। अंतरिम रिपोर्ट के अनुसार कल शाम 7 बजे तक 19,902 फ्रंटलाइन कर्मियों को टीका लगाया गया। कुल 1,70,585 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया।

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कोविड-19 के लिए वेंटिलेटर की खरीद

वित्‍तीय वर्ष 2019-2020 के दौरान, कोविड-19 के महामारी प्रबंधन और नियंत्रण हेतु राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मिशन के तहत राज्‍य/संघ राज्‍य क्षेत्र प्रशासन को 1113.21 करोड़ रूपए जारी किया गया था। वित्‍तीय वर्ष 2020-21 के दौरान एक केन्‍द्रीय क्षेत्र की स्‍कीम कोविड-19 आपातकालीन प्रतिक्रिया और स्‍वास्‍थ्‍य प्रणाली तत्‍परता पैकेज के तहत राज्‍यों/संघ राज्‍य क्षेत्रों को 6309.90 करोड़ रूपए जारी किया गया था।

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कोविड-19 टीके के वितरण और प्रबंधन के लिए उच्चस्तरीय समिति

कोविड-19 पर टीका प्रबंधन के लिए एक राष्ट्रीय विशेषज्ञ दल(एनईजीवीएसी) की स्थापना की गई है। यह दल जनसंख्या समूह के प्राथमिकीकरण,खरीद और वस्तु सूची प्रबंधन,टीके का चयन,टीके का वितरण और नजर रखने की प्रक्रिया आदि सहित कोविड-19 टीकाकरण के सभी पहलुओं पर सलाह देगा। एनईजीवीएसी की अध्यक्षता नीति आयोग के सदस्य(स्वास्थ्य) करेंगे और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सचिव इसके सह-अध्यक्ष होंगे। एनईजीवीएसी में विदेश मंत्रालय,व्यय विभाग,बॉयोटैक्नोलाजी विभाग,स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग,औषध विभाग,इलेक्ट्रोनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव,पांच राज्य सरकारो के प्रतिनिधि और तकनीकी विशेषज्ञ सम्मिलित होंगे।

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एनबीसीडीएफसी के लक्षित समूह के संबंधित स्वास्थ्य कर्मियो के लिए कोविड टीकाकरण प्रशासनिक प्रशिक्षण कार्यक्रम

राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त और विकास निगम(एनबीसीडीएफसी) ने अपने लक्षित समूह के नर्स,मेडिकल,नर्सिग छात्र और फार्मसिस्ट को कोविड टीकाकरण प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम दिलाने के लिए मैसर्स अपोलो मेडस्किल प्राईवेट लिमिटेड के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देश के अंतर्गत होगा और सह-निधियन आधार पर होगा। कार्यक्रम को अनुमति स्वास्थ्य कर्मियो की क्षमता में वृद्धि के साथ-साथ वर्तमान में जारी राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में सहयोग देने के उद्देश्य से की गई है। निगम ने बिहार,दिल्ली,तेलंगाना,तमिल नाडु और उत्तर प्रदेश में 1 हजार प्रशिक्षुओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम को मंजूरी दी है। कार्यक्रम के निर्धारित समय में प्रारंभ होने की आशा है।

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मन की बात 2.0’ की 20वीं कड़ी में प्रधानमंत्री के सम्बोधन का मूल पाठ (31.01.2021)

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आम बजट 2021-22 पर प्रधानमंत्री का वक्तव्य

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कल फोन पर बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी ने 29 जनवरी 2021 को नई दिल्ली में इजरायली दूतावास के पास आतंकवादी हमले की अपनी कड़ी निंदा की। उन्होंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू को आश्वासन दिया कि भारत के लिए इजरायल के राजनयिकों और परिसरों की सुरक्षा सबसे अधिक महत्व रखती है और अपराधियों को खोजने और दंडित करने के लिए सभी संसाधनों को तैनात किया जाएगा। दोनों नेताओं ने इस संदर्भ में भारतीय और इजराइल सुरक्षा एजेंसियों के बीच घनिष्ठ समन्वय के बारे में संतोष व्यक्त किया। दोनों नेताओं ने अपने-अपने देशों में कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई की प्रगति के बारे में एक-दूसरे को जानकारी दी और इस क्षेत्र में आगे सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की।

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बजट 2021-22 का सार

केन्‍द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आज संसद में केन्‍द्रीय बजट 2021-22 पेश किया, जो इस नये दशक का पहला बजट है और अप्रत्‍याशित कोविड संकट के मद्देनजर एक डिजिटल बजट भी है। आत्‍मनिर्भर भारत का विजन प्रस्‍तुत करते हुए उन्‍होंने कहा कि यह दरअसल 130 करोड़ भारतीयों की एक स्‍पष्‍ट अभिव्‍यक्ति है, जिन्‍हें अपनी क्षमता और कौशल पर पूर्ण भरोसा है। उन्‍होंने कहा कि बजट प्रस्‍तावों से राष्‍ट्र पहले, किसानों की आय दोगुनी करने, मजबूत अवसंरचना, स्‍वस्‍थ भारत, सुशासन, युवाओं के लिए अवसर, सभी के लिए शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, समावेशी विकास, इत्‍यादि का संकल्‍प और मजबूत होगा। इसके अलावा त्‍वरित कार्यान्‍वयन के पथ पर बजट 2015-16 के वे 13 वादे भी हैं, जिन्‍हें देश की आजादी के 75वें वर्ष यानी 2022 के अमृत महोत्‍सव के दौरान पूरे किये जाने हैं। उन्‍होंने कहा कि ये सभी वादे भी आत्‍मनिर्भरता के इस विजन के अनुरूप हैं। बजट प्रस्‍ताव 6 स्‍तंभों स्‍वास्‍थ्‍य एवं खुशहाली, भौतिक एवं वित्‍तीय पूंजी, और अवसंरचना, आकांक्षी भारत के लिए समावेशी विकास, मानव पूंजी को फिर से ऊर्जावान बनाना, नवाचार और अनुसंधान व विकास न्‍यूनतम सरकार और अधिकतम शासन  पर आधारित हैं

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वैश्विक महामारी को देखते हुए 2021-22 के बजट में भारत में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र पर विशेष ध्यान

केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा आज संसद में पेश केन्द्रीय बजट 2021-22 में देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में कोविड-19 वैश्विक महामारी का गहरा प्रभाव साफ तौर पर दिखाई दिया। कोविड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई और केन्द्र सरकार द्वारा समय पर उचित कदम उठाने के नारे के साथ अपना बजट भाषण शुरू करते हुए वित्त मंत्री ने जोर देकर कहा कि आत्मनिर्भर भारत के 6 प्रमुख स्तंभों में स्वास्थ्य और देखभाल प्रमुख स्तंभ है। अन्य क्षेत्रों के साथ स्वस्थ भारत राष्ट्र प्रथम के संकल्प को और मजबूत करेगा। कोविड महामारी के दौरान स्वास्थ्य और देखभाल का क्षेत्र केन्द्र सरकार की विशेष प्राथमिकता में रहा है। यह क्षेत्र केन्द्रीय बजट का आधार तय करने वाले स्तंभों में से एक है। देश के विकास के लिए स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र का महत्वपूर्ण स्थान है। इस क्षेत्र के लिए पिछले वर्ष के 94,452 करोड़ रुपये की अपेक्षा 2021-22 के बजट अनुमान में 2,23,846 करोड़ रुपये की वृद्धि की गई है। इस क्षेत्र में 137 प्रतिशत की यह वृद्धि है। इसके साथ ही बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण 3 क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया गया हैः रोकथाम, उपचार और देखभाल।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1693936

 

भारतीय कृषि क्षेत्र ने कोविड-19 महामारी के बावजूद 3.4 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था को ऊपर पहुंचाया है

भारतीय कृषि क्षेत्र ने कोविड-19 की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के समय में भी अपनी उपयोगिता और लचीलेपन को साबित किया है। आर्थिक समीक्षा के अनुसार कृषि क्षेत्र और संबंधित गतिविधियों ने वर्ष 2020-21 (पहला अग्रिम अनुमान) के दौरान स्थिर मूल्यों पर 3.4 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की।केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 29 जनवरी,2021 को संसद में आर्थिक समीक्षा, 2020-21 प्रस्तुत की। 29 मई, 2020 को पेश किए गए राष्ट्रीय आय से संबंधित आंकड़ों के आधार पर आर्थिक समीक्षा के अनुसार 2019-20 में देश के सकल मूल्य संवर्धन (जीवीए) में कृषि और संबंधित गतिविधियों का योगदान 17.8 प्रतिशत रहा है।

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https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1693257

 

कोविड -19 पर भारत की प्रतिक्रिया महामारी विज्ञान और आर्थिक शोध पर आधारित है, जो विशेषकर स्पेनिश फ़्लू से संबधित है: आर्थिक समीक्षा

केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 29 जनवरी,2021 को संसद में आर्थिक समीक्षा, 2020-21 पेश करते हुए कहा कि संकटग्रस्त जीवन की रक्षा करना ही धर्म का केन्द्र है। कोविड-19 महामारी से उत्पन्न समस्याओँ से निपटने के लिए भारत की नीतियों का उल्लेख करते हुए वित्त मंत्री ने महाभारत के इस सूत्र वाक्य का जिक्र किया। वित्त मंत्री ने कहा कि 2020 में आई कोविड-19 महामारी सदी में एक बार होने वाला गंभीर संकट है। जहां विश्व के 90 प्रतिशत देश सकल घरेलू उत्पाद में प्रतिव्यक्ति आय में सुधार की उम्मीद कर रहे हैं। वहीं भारत लोगों का जीवन बचाने और जीवन यापन में सुधार लाने के लिए प्रयासरत है। भारत की इच्छा कुछ समय के लिए परेशानियों का सामना करते हुए अच्छे भविष्य की तैयारी करना है।लक्षण वाले) हैं जिसके चलते उपजी स्थितियों में बड़ी भिन्नता दिख रही है। समीक्षा में बताया गया है कि अनिश्चितता के बीच इस उद्देश्य से नीतियों का चयन किया जाना चाहिए जिससे बहुत बुरी स्थिति में भी बड़े से बड़े नुकसान को कम किया जा सके।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1693268

 

 कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान इस्पात उत्पादन में वृद्धि

इस्पात मंत्रालय ने लॉकडाउन अवधि के दौरान विभिन्न उद्योग जगत संघो और घरेलू इस्पात उद्योग के प्रतिनिधियों सहित विभिन्न अंशधारको के साथ उनके मुद्दो का समाधान करने के लिए कई दौर का विचार-विमर्श किया था। इस संबंध में विभिन्न मुद्दों को केंद्र और राज्य सरकारो के संबंधित मंत्रालयो और विभागो के समक्ष रखा गया। इस्पात मंत्रालय ने लॉकडाउन के दौरान इस्पात उद्योग से जुडे विभिन्न प्रतिनिधित्व से मिलकर मुद्दो का त्वरित समाधान करने के लिए नोडल अधिकारी को तैनात किया।गृह मंत्रालय द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देश से इस्पात उत्पादन को फिर से प्रारंभ करने में सुविधा मिली। इस्पात मंत्रालय ने देश में इस्पात की संपूर्ण मांग को बढ़ाने के लिए सबंधित अंशधारको के साथ वेबिनार का आयोजन भी किया। 

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कोविड-19 महामारी के दौरान बड़े स्तर पर ऑनलाइन शिक्षा प्रदान की गई: आर्थिक समीक्षा 2020-21

केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 29 जनवरी, 2021 कोसंसद में आर्थिक समीक्षा 2020-21 पेश करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान व्यापक स्तर पर ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा मिला है। अक्टूबर, 2020 में प्रकाशित वार्षिक शिक्षा स्थिति रिपोर्ट (एएसईआर)-2020 चरण-1 (ग्रामीण) का उल्‍लेख करते हुए समीक्षा में कहा गया है कि ग्रामीण भारत में सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में नामांकित विद्यार्थियों के पास स्मार्ट फोन की संख्या में भारी वृद्धि दर्ज की गई है। 2018 में 36.5 प्रतिशत विद्यार्थियों के पास ही स्मार्ट फोन थे, वहीं 2020 में 61.8 प्रतिशत विद्यार्थियों के पास स्मार्ट फोन मौजूद थे। समीक्षा में सलाह दी गई है कि उचित उपयोग किया गया तो शहरी और ग्रामीण, लैंगिक, उम्र और आय समूहों के बीच डिजिटल भेदभाव और शैक्षिक परिणाम में अंतर समाप्त होगा। कोविड-19 महामारी के दौरान, बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिये सरकार ने कई सकारात्मक पहल की हैं।

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विज्ञान से जुड़े राजनयिकोंऔर भारत में विदेशी मिशनों के प्रतिनिधियों ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार नीति (एसटीआईपी) पर चर्चा की

लगभग 20 देशों के विज्ञान से जुड़े राजनयिकों और भारत में विदेशी मिशनों के प्रतिनिधियों ने हालिया विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार नीति के मसौदे पर परामर्श के लिए आयोजित गोलमेज चर्चा में हिस्सा लिया।इसमें उन्होंने भारत की आगामी विज्ञान नीति को आकार देने के लिए सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों पर चर्चा की।इस परामर्श का नेतृत्व करने वाले विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) स्थित सलाहकार और एसटीआईपी सचिवालय के प्रमुख डॉ. अखिलेश गुप्ता ने कहा,“कोविड-19 महामारी ने अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) संस्थानों, अकादमिक और उद्योग को एक साझा उद्देश्य को लेकर एकजुट होने का एक अनोखा अवसर प्रदान किया है।इसने तालमेल, सहभागिता और सहयोग सुनिश्चित किया है, जिसके चलते छह महीने की अवधि में नीति तैयार हुई है।”उन्होंने बताया कि आगामी नीति के तहत मौजूदा अंतरराष्ट्रीय भागीदारी को मजबूत करने और एक दूरंदेशी अतंरराष्ट्रीय एसटीआईकार्य की रूपरेखा के साथ नई भागीदारी बनाने के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया जाएगा। इसके अलावा‘कूटनीति के लिएएसएंडटी (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी)’के साथ ‘एसएंडटी के लिए कूटनीति’को भी बढ़ावा दिया जाएगा।

इस वर्चुअल परामर्श में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, कनाडा, डेनमार्क, यूरोपीय संघ, फ्रांस, इटली, जापान, मैक्सिको, नॉर्वे, पुर्तगाल, रूस, ब्रिटिश उच्चायुक्त, संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों के विज्ञान से जुड़े राजनयिकों एवं प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

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राष्ट्रीय पोलियो टीकाकरण अभियान की देशभर में शुरुआत

राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने 30 जनवरी 2021 को राष्ट्रपति भवन में पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर 2021 के राष्ट्रीय पोलियो प्रतिरक्षण दिवस की शुरुआत की।पहले दिन की अंतरिम रिपोर्ट के अनुसार आज पांच वर्ष से कम आयु के लगभग 89 लाख बच्चों (अस्थायी आंकड़ा) को पोलियो की दवा पिलाई गई। करीब सात लाख बूथों पर पोलियो खुराक दी गई जिनमें लगभग 12 लाख टीकाकरण कार्यकर्ता और 1.8 लाख पर्यवेक्षक तैनात थे।बूथों पर टीकाकरण के बाद अगले दो से पांच दिनों तक घर-घर जाकर पहले दिन बूथों पर पोलियो खुराक लेने नहीं आ सके बच्चों की पहचान और उनका टीकाकरण किया जाएगा। बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों, हवाईअड्डोंऔर जल मार्गों पर भी टीकाकरण दलों को तैनात किया गया है जिससे यात्रा कर रहे बच्चों को पोलियो खुराक देकर यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी बच्चा जीवन रक्षक पोलियो खुराक से वंचित न रहे। कोविड-19 महामारी को देखते हुए सुरक्षित टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए इसके अनुकूल सभी कदम उठाए गए हैं जैसे कि बूथों पर भीड़ जमा न होने देना, दो मीटर की दूरी बनाकर रखना, मास्क पहनना, हाथ धोना और हवादार वातावरण में पोलियो खुराक पिलाना।

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केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने बजट 2021-22 को आर्थिक विकास को प्रोत्साहन देने वाला बताते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार जताया

केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने बजट 2021-22 को आर्थिक विकास को प्रोत्साहन देने वाला बताते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार जताया है। श्री अमित शाह ने कहा कि कोरोना महामारी की पृष्ठभूमि में इस वर्ष का बजट बनाना निश्चित रूप से एक जटिल काम था। परन्तु प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी ने एक सर्वस्पर्शी बजट पेश किया है जो कि प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर भारत, 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था, किसानो की आय दो गुना करने के संकल्प का मार्ग प्रशस्त करेगा। कोरोना महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था रिसेटिंग मोड (Mode) में है और यह बजट भारत को वैश्विक परिदर्श्य में मजबूती से उभरने में निश्चित रूप से सहायक होगा और आगामी वर्षो में भारत दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनेगी।   केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि इस कठिन दौर में भी देश की जनता पर कोई अतरिक्त कर नहीं लगाया गया है और फिस्कल प्रूडेंस को भी बनाए रखा गया है।

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पीआईबी के स्थानीय कार्यालयों से प्राप्त जानकारी

केरल : राज्य में कोविड की स्थिति का आंकलन करने के लिए केंद्र सरकार एक और विशेष दल भेजेगा। यह दल कोविड-19 रोकथाम कार्यवाही को मजबूत करने के लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम करेगा। कोविड के मामलों और मृत्यु के संबंध में जहां देश भर में सभी राज्यों में गिरावट देखी जा रही है वहीं केरल में प्रतिदिन बड़ी संख्या में मामले आ  रहे हैं। राज्य में जांच पॉजिटिविटी दर मंगलवार को बढ़कर 10.8 प्रतिशत हो गई है और 5,716 पॉजिटिव मामले सामने आए। राज्य में कोविड-19 से अब तक आधिकारिक तौर पर 3,776 लोगों की मृत्यु हुई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने वर्तमान में जारी रोक को लागू करने में गंभीर ढ़िलाई की बात कही है। जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को जिलाधिकारियों के साथ समन्वय कर भीड़ नियंत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य में कोविड-19 के मामलो में बड़ी गिरावट आने से पहले शैक्षणिक संस्थानों को खोलने सहित कोई और छूट नहीं दी जाएगी। इस बीच राज्य में 2 लाख से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। 

तमिल नाडु : राज्य के जन स्वास्थ्य और रोग निवारक औषधि विभाग ने कहा है कि 16 जनवरी से कोविड-19 का टीका लगाने की कार्य शुरु होने के बाद से अब तक तमिलनाडु में 1,20,467 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। तमिल नाडु राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कहा है कि वर्ष 2020 के दौरान 3 हजार टन कोविड-19 चिकित्सीय अपशिष्ट को नष्ट किया किया गया है।  

कर्नाटक :  राज्य में आज की तिथि तक कोविड के कुल 9,40,170 मामले सामने आए। अब तक 12,223 लोगों की मृत्यु हुई है। कर्नाटक में कुल 5924 सक्रिय मामले हैं और 9,22,004 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है।

आंध्रप्रदेश : राज्य में आज कोविड टीकाकरण के दूसरे चरण की शुरुआत की गई। दूसरे चरण में पंचायत राज के सफाई कर्मियों  और नगर निगमों और राजस्व विभाग का टीकाकरण किया जाएगा। कोविड टीकाकरण प्रक्रिया के दूसरे चरण में 89,100 पुलिस कर्मियों,55 लाख निगम कर्मियो और 3,32,000 राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने कोविन एप में पंजीकरण कराया है। राज्य में फिलहाल कोविड टीके की 16,31,000 खुराक उपलब्ध हैं। कर्नाटक में पहले चरण में 3.88 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था,लेकिन 89 हजार लोगों को ही टीका लगाया जा सका है।  राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अल्ला नानी ने कहा है कि दूसरे चरण में लोगों की संख्या बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इस बीच राज्य में एक दिन पहले 147 रोगियों के स्वस्थ होने के बाद सक्रिय मामले 1,197 रह गए हैं। कर्नाटक में अब तक 8,79,651 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और स्वस्थ होने की दर 99.06 प्रतिशत है।    

तेलंगाना :  कुछ स्वास्थ्य कर्मियों के कोविड टीकाकरण के लिए पंजीकरण कराने के बाद टीका न लगाने के मामले में स्वास्थ्य कर्मियो के बीच डर को कम करने के लिए राज्य सरकार ने सलाह प्रक्रिया स्थापित करने की योजना बनाई है। तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री एटेला राजेंदर ने कहा कि इस डर के लिए अपवाह,अवैज्ञानिक और अविश्वसनीय समाचार जिम्मेदार हैं। सरकारी और निजी स्वास्थ्य कर्मियों सहित अब तक 1,68,589 लोगों को कोविड-19 का टीका लगाया जा चुका है और यह कुल पंजीकृत स्वास्थ्य कर्मियों का 57 प्रतिशत है।  राज्य में टीकाकरण के बाद गंभीर परिणाम( एईएफआई) का एक भी मामला सामने नहीं आया है। 31 जनवरी,1 और 2 फरवरी को पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के कारण स्वास्थ्य कर्मियों के लिए कोविड टीकाकरण अभियान नहीं किया गया। राज्य के जन स्वास्थ्य विभाग के निदेशक के अनुसार इस सप्ताह पुलिस,नगर निगम और राजस्व विभाग के कर्मचारियों जैसे पंजीकृत 1.87 लाख फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के लिए कोविड टीकाकरण अभियान की शुरुआत की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि कर्नाटक में ब्रिटेन के स्टेन मामलों की संख्या आठ हो गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज सुबह जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य में कोविड के कुल मामलों की संख्या 2,94,924 हो गई है। इसमें से 2,91,312 लोग अब तक स्वस्थ हो चुके हैं और 1604 लोगों की मृत्यु हुई है। कर्नाटक में अब 2,008 सक्रिय मामले हैं जिसमें से 730 लोग घर में एकांतवास में हैं।

असम  राज्य में मंगलवार को कोविड-19 के सात नए मामले सामने आए और 37 रोगियों को अस्पताल से छुट्टी दी गई। असम में कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 2,17,161 हो गए हैं और अब तक कुल 214285 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है। राज्य में अब 446 सक्रिय मामले हैं।

नगालैंड :   राज्य में मंगलवार को कोविड-19 के 2 नए मामले सामने आए। नगालैंड में कुल मामले बढ़कर 12101 हो गए हैं और 11810 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है।

सिक्किम  राज्य में मंगलवार को 5 लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए। सिक्किम में कुल मामले बढ़कर 6096 हो गए हैं,5781 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और 85 सक्रिय मामले हैं।

महाराष्ट्र :   राज्य में मंगलवार को कोविड-19 के 1,927 नए मामले सामने आए और 4,011 रोगियों को अस्पताल से छुट्टी दी गई। राज्य में आज की तिथि तक कुल 19,36,305 लोगों को पूर्ण रुप से स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई है। राज्य में स्वस्थ होने की दर 95.37 प्रतिशत है जबकि मामला मृत्यु दर 2.52 प्रतिशत है। राज्य में आज की तिथि तक पाजिटिविटी दर 2.52 प्रतिशत है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि कोविड-19 प्रबंधन में सहयोग करने के लिए तैनात केंद्रीय दल को पूरा सहयोग दिया जाएगा और राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी केंद्र के साथ समन्वय के साथ काम करेंगे। केंद्रीय दल में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र(एनसीडीसी) और डॉ. आरएमएल अस्पताल के विशेषज्ञ शामिल हैं। मुंबई में कोरोना वायरस के 334 मामले बढ़ने के बाद कुल मामले बढ़कर 3,09,631 हो गए हैं। मुंबई में मंगलवार को कोरोना वायरस से सात लोगों की मृत्यु हुई और 455 लोग स्वस्थ हुए।

गुजरात :   राज्य में बीते 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 285 नए मामले सामने आए। वडोदरा में सबसे अधिक 86 और अहमदाबाद में 61 मामले दर्ज किए गए। राज्य में लगातार दूसरे दिन 300 से कम मामले दर्ज किए गए। गुजरात में कोविड-19 के नए मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या में महत्वपूर्ण गिरावट आ रही है और वर्तमान में कुल 3203 सक्रिय मामले हैं। राज्य में कोविड-19  के 90 प्रतिशत से अधिक बेड अब खाली हैं। इसबीच राज्य में कोविड-19 टीकाकरण अभियान जारी है। अहमदाबाद नगर निगम बीते तीन दिन से फ्रंटलाइन कोरोना योद्धाओं के लिए टीकाकरण अभियान संचालित कर रहा है। अहमदाबाद नगर निगम ने अब निर्धारित समय में टीका न लगाने वाले या पंजीकरण न कराने वाले बचे हुए स्वास्थ्य कर्मियों के लिए वॉक-इन टीकाकरण सुविधा की शुरुआत की है। इस बीच सूरत नगर निगम ने आज से फ्रंट लाइन कोरोना योद्धाओं के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत की है। कल 40,550 फ्रंटलाइन कोरोना योद्धाओं को टीका लगाया गया। गुजरात के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में अब तक कुल 3 लाख 92 हजार 454 लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है। राज्य में कल  684 टीकाकरण केंद्रों पर अभियान चलाया गया। अभी तक टीकाकरण के एक बाद एक भी मामले में कोई भी गंभीर प्रभाव नहीं देखा गया है। राज्य में अब तक 2 लाख 54 हजार 531 लोग कोरोना से स्वस्थ हो चुके हैं और स्वस्थ होने की दर बढ़कर 97.10 प्रतिशत हो गई है।

मध्यप्रदेश :    राज्य में अब तक 2,49,000 लोग कोविड-19 से स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य के 16 जिलों में कल एक भी पॉजिटिव मामला नहीं मिला। मध्यप्रदेश में कोविड पॉजिटिविटी दर लगातार घट रही है और यह वर्तमान में 1.1 प्रतिशत है। राज्य के टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला ने बताया कि पहले चरण में टीकाकरण से छूटने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के लिए आज और कल विशेष सत्र का आयोजन किया जा रहा है। राज्य में कोरोना से तीन ओर लोगों की मृत्यु हुई है और 296 रोगी स्वस्थ हुए। अब तक कुल 2,49,000 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं और कुल 3815 लोगों की मृत्यु हुई है।

राजस्थान :   राज्य में मंगलवार को कोविड-19 के 87 नए मामले सामने आए। 235 लोग स्वस्थ हुए और 2 लोगों की मृत्यु हुई। इसके साथ कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,17,674 और कुल स्वस्थ हुए लोगों की संख्या 3,13,108 हो गई है। राज्य में फिलहाल 1798 सक्रिय मामले हैं। मंगलवार को जयपुर में सबसे अधिक  27 मामले मिले।

छत्तीसगढ़ :   राज्य में मंगलवार को कोविड-19 के 330 नए मामले सामने आए और 5 लोगों की मृत्यु हुई। राज्य में संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर 3,06,019 हो गई है और अब तक 3,711 लोगों की मृत्यु हुई है। 2,98,135 लोगों के स्वस्थ होने के बाद 4173 सक्रिय मामले बचे हैं। मध्यप्रदेश में 330 नए मामले, स्वस्थ हुए रोगी 41, पांच लोगों की मृत्यु और 4173 सक्रिय मामले हैं। राज्य में कुल 2,98,135 रोगी स्वस्थ हुए हैं। 3711 लोगों की मृत्यु हुई है और कुल पॉजिटिव मामले 3,06,019 हैं।

गोवा  राज्य में मंगलवार को स्वस्थ होने की दर 97.13 प्रतिशत रही। गोवा में कुल 768 सक्रिय मामले हैं। राज्य में मंगलवार को कोविड से किसी की मृत्यु नहीं हुई। राज्य में कोविड-19 के 106 नए मामले सामने आए और 62 रोगी स्वस्थ हुए। राज्य में अब तक कुल 52,039 रोगी स्वस्थ हुए हैं। अब तक कुल 768 लोगों की मृत्यु हुई है और कुल 53,575 पॉजिटिव मामले हैं। गोवा में अब तक 4,54,356 नमूनों की जांच की जा चुकी है।

पीआईबी द्वारा जांचे गए तथ्य

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