Posted On:
23 OCT 2020 6:10PM by PIB Delhi
(पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से संबंधित जारी प्रेस विज्ञप्तियां, पीआईबी फील्ड कार्यालयों से मिली जानकारियां और पीआईबी की ओर से फैक्ट चेक शामिल)
- दो महीने के बाद पहली बार सक्रिय मामलों की संख्या सात लाख से नीचे
- 24 राज्यों / केन्द्र शासित प्रदेशों में 20,000 से कम सक्रिय मामले
- पिछले 24 घंटों में 73,979 रोगी ठीक हुए हैं और डिस्चार्ज किए गए हैं जबकि नए पुष्टि किए गए मामले 54,366 हैं।
- भारत ने कोविड के कुल 10 करोड़ टेस्ट कराने का लक्ष्य पार किया,पिछले 1 करोड़ टेस्ट 9 दिनों में कराए गए,पिछले 24 घंटों में करीब 14.5 लाख कोविड टेस्ट कराए गए
- राष्ट्रीय रिकवरी दर बढ़कर 89.53 प्रतिशत हो गई
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#IndiaFightsCorona
भारत ने एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर को पार किया,दो महीने के बाद पहली बार सक्रिय मामलों की संख्या सात लाख से नीचे, 24 राज्यों / केन्द्र शासित प्रदेशों में 20,000 से कम सक्रिय मामले
भारत ने कोविड के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर को पार कर लिया है। दो महीने (63 दिनों) के बाद पहली बार देश में सक्रिय मामले की संख्या सात लाख से नीचे दर्ज की गई है। आज देश में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 6,95,509 है। वे कुल मामलों का केवल 8.96 प्रतिशत है। भारत में अधिक संख्या में रिकवरी भी हो रही है। कुल रिकवर मामले लगभग 70 लाख (69,48,497) हैं। सक्रिय मामलों और रिकवर मामलों के बीच अंतर भी लगातार बढ़ रहा है और आज यह अंतर 62,52,988 है। रिकवरी के मामले सक्रिय मामलों की तुलना में लगभग 10 गुना अधिक है। पिछले 24 घंटों में 73,979 रोगी ठीक हुए हैं और डिस्चार्ज किए गए हैं जबकि नए पुष्टि किए गए मामले 54,366 हैं। राष्ट्रीय रिकवरी दर बढ़कर 89.53 प्रतिशत हो गई है।मृत्यु दर में कमी आने के साथ—साथ रिकवरी की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है। आज यह 1.51 प्रतिशत है। 24 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में 20,000 से कम सक्रिय मामले हैं।81 प्रतिशत नई रिवकरी 10 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में सामने आई है। महाराष्ट्र में एक दिन में 16,000 से अधिक रिकवरी हुई हैं जिसके बाद कर्नाटक में 13,000 से अधिक रिकवरी हुई हैं। इनमें से 78 प्रतिशत मामले 10 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में हैं। 7,000 से अधिक नए के साथ महाराष्ट्र और केरल में सबसे अधिक मामले सामने आए हैं जिसके बाद कर्नाटक में 5,000 से अधिक मामले सामने आए हैं।पिछले 24 घंटे में 690 लोगों के मौत होने की खबर है। इनमें से करीब 81 प्रतिशत मौत 10 राज्यों / केन्द्र शासित प्रदेशों में हुई है। महाराष्ट्र में एक दिन में सबसे अधिक मौत (198 मौतें) हुई हैं।
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भारत ने कोविड के कुल 10 करोड़ टेस्ट कराने का लक्ष्य पार किया,पिछले 1 करोड़ टेस्ट 9 दिनों में कराए गए,पिछले 24 घंटों में करीब 14.5 लाख कोविड टेस्ट कराए गए
भारत ने जनवरी 2020 से अब तक कोविड-19 के अधिक-से-अधिक टेस्ट कराने के मामले में भारी वृद्धि दर्ज की है। उसने आज कुल 10 करोड़ (10,01,13,085)टेस्ट कराने का लक्ष्य पार कर लिया। एक अन्य उपलब्धि में पिछले 24 घंटों में 14,42,722 टेस्ट कराए गए। देश में 2000 के करीब प्रयोगशालाएं खोले जाने के बाद हमारी टेस्ट कराने की क्षमता में भारी सुधार हुआ है। इसके अलावा, केन्द्र और राज्य/केन्द्र शासित प्रदेशों के समन्वित प्रयासों से यह संभव हो सका है। अब प्रतिदिन 15 लाख से ज्यादा नमूनों की जांच का काम किया जा सकता है। कुल टेस्ट की संख्या के 10 करोड़ का आंकड़ा पार कर जाने से समन्वित दर में गिरावट आ रही है। आज पॉजिटिव मामलों की राष्ट्रीय दर 7.75 प्रतिशत हो गई है।15 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने राष्ट्रीय आंकड़े में पॉजिटिव मामलों की उच्च दर दर्शाई है जिससे संकेत मिला है कि इन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर समन्वित टेस्ट कराए जाने की जरूरत है।पिछले 1 करोड़ टेस्ट 9 दिन में कराए गए।
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डॉ हर्षवर्धन ने उत्तर प्रदेश में कोविड-19 की तैयारियों और कोविड के लिए उपयुक्त व्यवहार के उपायों की समीक्षा की
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने आज उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्रियों तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोविड-19 की तैयारियों और कोविड के लिए उपयुक्त व्यवहार के उपायों की समीक्षा के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक की।शुरुआत में डॉ हर्षवर्धन ने कोविड-19 का मुकाबला करने में कोरोना योद्धाओं के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने बताया कि पिछले तीन महीनों में देश ने कोविड मामलों के आंकड़ों में महत्वपूर्ण सुधार देखा है। “रिकॉर्ड एक दिन में 95,000 से अधिक पॉजिटिव मामलों से घट - घट कर यह संख्या एक दिन में 55,000 से भी नीचे तक आकर काफी हद तक कम हो चुकी है। भारत में रोगियों के ठीक होने की दर 90% के करीब है। मृत्यु दर भी घट रही है। उन्होंने बताया कि, फिलहाल मृत्यु दर 1.51 प्रतिशत है और देश कोविड से मृत्यु दर 1 प्रतिशत से कम करने के लक्ष्य की तरफ बढ़ रहा है।डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि, “कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए उचित उपाय किए जा रहे हैं। लेकिन अगले तीन महीने देश में कोविड की स्थिति का निर्धारण करने में बेहद निर्णायक साबित होंगे। यदि हम पर्याप्त सावधानी बरतते हैं और आने वाले त्योहारों तथा सर्दियों के मौसम में कोविड से बचने के उचित व्यवहार का पालन करते हैं, तो हम कोरोना से लड़ने के लिए बेहतर स्थिति में होंगे।” उन्होंने कहा कि, "उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य के लिए यह अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है कि, अधिकतम जोर उन सरल एहतियाती उपायों का पालन करने पर दिया जाए, जो कोरोना वायरस को रोकने के लिए काफी हद तक प्रभावी साबित होते हैं, जैसे कि विशेष रूप से सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना / चेहरा ढकना, हाथों को बार - बार साबुन से धोना और श्वसन शिष्टाचार।
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डॉ. हर्षवर्धन ने एक समावेशी एसटीआईपी 2020 बनाने और उसे जमीन तक पहुंचाने के लिए राज्यों के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रियों के साथ विस्तृत विचार-विमर्श किया
केंद्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने राज्यों से साक्ष्य-निर्देशित, समावेशी राष्ट्रीय विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार नीति एसटीआईपी 2020 के निर्माण की प्रक्रिया में शामिल होने की अपील की है, जिसे जमीनी स्तर तक ले जाना होगा। डॉ. हर्षवर्धन एसटीपी-2020, जिसे अभी बनाया जा रहा है, पर चर्चा के लिए वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्यों के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रियों के साथ आयोजित बैठक में बोल रहे थे। प्रस्तावित एसटीआई नीति पर सभी राज्यों के एसएंडटी मंत्रियों के साथ इस पहली बैठक में शामिल प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “हम इसे निश्चित तौर पर सभी पहलुओं में एक समावेशी नीति बनाना चाहेंगे- प्रत्येक राज्य को न केवल इसके निर्माण में एक समान भागीदार बनना चाहिए, इसके स्वामित्व और उत्तरदायित्व को साझा करना चाहिए, बल्कि इसे पूरी ताकत से लागू करने में भी शामिल होना चाहिए।” उन्होंने कहा, "इस नीति का उद्देश्य हमारे वैज्ञानिक पारिस्थितिकी तंत्र को दोबारा ऊर्जावान बनाना और प्राथमिकताओं व क्षेत्रवार केंद्र बिंदुओं को नए सिरे से पारिभाषित करना है, ताकि विज्ञान और प्रौद्योगिकी में हमारे प्रयास सीधे हमारे समाज और अर्थव्यवस्था के लिए लाभ में परिवर्तित हो जाए।"उन्होंने कहा कि मौजूदा महामारी स्वदेशी एसटीआई निर्माण और विकास की तत्काल आवश्यकता की गवाह है, जिसे सहकारी संघवाद के आदर्शों पर आधारित केंद्र-राज्य सामंजस्यपूर्ण संबंधों के जरिए प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा, "इसलिए केंद्र-राज्य सहयोग सही अर्थों में आत्मनिर्भर भारत निर्माण के हृदय में है।" इस संदर्भ में डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि एसएंडटी मंत्रियों के साथ एसटीआईपी 2020 पर परामर्श केंद्र और राज्यों व राज्यों के बीच बेहतर सामंजस्य बनाने की दिशा में एक मील के पत्थर जैसा कार्यक्रम है।
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प्रधानमंत्री 24 अक्टूबर को गुजरात में तीन प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 24 अक्टूबर को गुजरात में तीन प्रमुख परियोजनाओं का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन करेंगे। वह गुजरात के किसानों के लिए ‘किसान सूर्योदय योजना’ का भी शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में यू.एन. मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर के साथ पीडियाट्रिक हार्ट हॉस्पिटल और टेली-कार्डियोलॉजी के लिए एक मोबाइल एप्लीकेशन का उद्घाटन करेंगे। वह इस अवसर पर गिरनार में एक रोपवे परियोजना का भी उद्घाटन करेंगे।
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राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड के क्षेत्रीय औषधि भंडार का एआईआईए, नई दिल्ली में उद्घाटन
केन्द्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री श्रीपद येसो नाइक ने कल वर्चुअल समारोह के माध्यम से अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली में क्षेत्रीय कच्ची औषधि भंडार (आरआरडीआर) का उद्घाटन किया। यह आरआरडीआर आयुष मंत्रालय के राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड (एनएमपीबी) द्वारा प्रस्तावित भण्डार-श्रृंखला में दूसरा है और गंगा-पार के मैदानी क्षेत्र को समर्पित है। इस कार्यक्रम में आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा भी उपस्थित थे। दुनिया भर में प्राकृतिक उपचार और हर्बल उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है। कोविड ने मांग में और तेजी ला दी है, तथा अश्वगंधा, गिलोय, तुलसी, कालमेघ, मुलेठी जैसी कई प्रमुख जड़ी बूटियां की मांग में भारी वृद्धि हुई है। एनएमपीबी आयुष उद्योग और उपभोक्ताओं को गुणवत्ता वाले कच्चे माल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक तंत्र को विकसित करने के लिए प्रयासरत है। हर्बल दवाओं की बढ़ती मांग को देखते हुए एनएमपीबी ने क्षेत्रीय कच्ची औषधि भंडार (रॉ ड्रग रिपॉजिटरी) की स्थापना की प्रक्रिया को तेज किया है।
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अरुणाचल प्रदेश के लिए ईएसआई योजना का विस्तार
ईएसआई योजना के तहत अधिक श्रमिकों को कवर करने के अपने निरंतर प्रयास के तहत भारत सरकार ने अब पहली बार अरुणाचल प्रदेश के लिए कर्मचारी राज्य बीमा (ईएसआई) योजना शुरू की है। केन्द्र सरकार ने ईएसआई योजना के तहत पापुम पारे जिले को अधिसूचित करने के लिए इस आशय की अधिसूचना जारी की है। अरुणाचल प्रदेश के पापुम पारे जिले में स्थित सभी कारखाने जिसमें 10 या अधिक व्यक्ति कार्यरत हैं, वो ईएसआई अधिनियम, 1948 के तहत कवरेज के लिए पात्र होंगे। ईएसआई योजना के तहत ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा वेबसाइट www.esic.in पर और भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय के “श्रम सुविधा पोर्टल” पर उपलब्ध है। ईएसआई अधिनियम के तहत पंजीकरण के लिए कोई फिजिकल दस्तावेज जमा करने की जरूरत नहीं है। इन कारखानों में काम करने वाले 21,000 / - प्रति माह (विकलांगता वाले व्यक्तियों के लिए 25 हजार रुपये प्रति माह) कमाने वाले कर्मचारी ईएसआई योजना के तहत कवरेज के लिए पात्र होंगे।
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नौसेना प्रमुख ने समुद्र में परिचालन तैयारियों का जायजा लिया
नौसेना प्रमुख (सीएनएस) एडमिरल करमबीर सिंह ने 22 अक्टूबर 2020 को भारतीय नौसेना के प्रमुख लड़ाकू पोतों की परिचालन और युद्ध तैयारियों की समीक्षा की।विक्रमादित्य से प्रसारित कैरियर बैरियर ग्रुप के लड़ाकों को संबोधित करते हुए नौसेना प्रमुख ने कोविड-19 संबंधित चुनौतियों के बावजूद पिछले महीनों में चरम युद्ध की तैयारी और संचालन के उच्च गति को बनाए रखने के लिए उनकी सराहना की। भारतीय नौसेना देश की समुद्री सुरक्षा को बनाए रखने की दिशा में मानसून अवधि के दौरान किसी न किसी समुद्र के माध्यम से आईओआर में मिशन-तैनाती और युद्ध के लिए मुस्तैद है। उन्होंने आईओआर देशों से संकट में फंसे नागरिकों को लाने के लिए और ‘मिशन सागर’ के हिस्से के रूप में आईओआर में सहयोगी पड़ोसियों को चिकित्सा और रसद सहायता प्रदान करने की दिशा में ‘ओप समुद्र सेतु’ में नौसेना के ‘मिशन सागर’ के योगदान के लिए सराहना की। कोविड-19 महामारी के संबंध में नौसेना प्रमुख ने नौसेना कर्मियों और उनके परिवारों द्वारा प्रोटोकॉल का पालन जारी रखने की सलाह दी।भारतीय नौसेना कोविड-19 महामारी के बावजूद युद्धपोतों, पनडुब्बियों और विमान स्क्वाड्रनों और ठिकानों पर कड़े प्रोटोकॉलों का पालन करते हुए उच्च गति के संचालन और युद्ध-तत्परता को बनाए हुए है। यह समुद्री क्षेत्र में चुनौतियों से निपटने के लिए समन्वय के पूरी तरह से तैयार है।
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पत्र सूचना कार्यालय के क्षेत्रीय कार्यालयों से मिली जानकारियां
केरल : राज्य की स्वास्थ्य मंत्री सु्श्री के के शैलजा ने लोगो से नवरात्रि उत्सव से जुड़े विद्यारंभ समारोह को मनाते समय अधिकतम संयम बरतने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जहां तक संभव हो पूजा समारोह किसी के घर तक या एक या दो घरों के शामिल होने पर सुरक्षित कलस्टर में मनाया जाना चाहिए। कंटेनमेंट जोन में घरों के बाहर किसी भी उत्सव की अनुमति नहीं होगी। इस बीच संसद सदस्य राजमोहन उन्नीथन ने कोसरगोड जिले में नवनिर्मित टाटा कोविड अस्पताल का संचालन शुरू कराने के लिए आमरण अनशन करने की घोषणा की है। यह आमरण अनशन 1 नवंबर से शुरू होगा। उन्होंने सरकार पर अस्पताल में उपकरण खरीदने के लिए वित्तीय अनुमति न देने का आरोप लगाया है।
तमिलनाडु : राज्य सरकार ने कोविड-19 महामारी के कारण मार्च से स्थगित उपनगरीय ट्रेन सेवा को फिर से शुरू कराने का आग्रह किया है। राज्य सरकार ने कहा है इससे लोगों को लाभ मिलने के साथ-साथ आर्थिक पुनरुद्धार में भी सहायता मिलेगी। ग्रेटर चेन्नई कार्पोरेशन में रोगाणुनाशन और स्कूल तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों को बंद करने सहित अन्य कोविड नियंत्रण उपायों से डेंगू के मामलों में 96 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।
कर्नाटक : राज्य में 17 नवंबर से कालेज फिर से खुल जाएंगे लेकिन छात्रों के लिए कालेज आना ऐच्छिक होगा। राज्य सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार गत चार माह में कोविड-19 मृत्यु दर में गिरावट दर्ज की गई है और अक्टूबर में यह एक प्रतिशत रह गई। कल जारी कोविड संबंधी आंकड़ों के अनुसार राज्य में लगातार आठवें दिन नए मामलों के मुकाबले अधिक लोग स्वस्थ हुए। कर्नाटक उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को मास्क न पहनने और सार्वजनिक स्थानों पर सामाजिक दूरी न रखने वाले लोगों के खिलाफ कड़े कदम उठाने का निर्देश दिया है।
आंध्रप्रदेश : राज्य में कोविड-19 के मामलों में अधिकतम रिकवरी दर 95.13 प्रतिशत प्राप्त की है। आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त काटामानेनी भास्कर के अनुसार सरकार द्वारा शुरूआत से ही पता चलाने,जांच करने और उपचार करने की 3टी रणनीति अपनाने के कारण यह उपलब्धि प्राप्त हुई है। इस बीच मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने गुरुवार को अधिकारियों को प्रत्येक व्यक्ति द्वारा कोविड-19 को दूर रखने के लिए सभी सुरक्षा एहतियात का पालन सुनिश्चित कराने के लिए 10 दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान के प्रभावी क्रियान्यवन पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए हैं। यह अभियान दो चरणों जागरूकता और जांच पर संपन्न किया जाएगा और 31 अक्टूबर को समाप्त होगा।
तेलंगाना : बीते चौबीस घंटे में कोविड-19 के 1,421 नए मामले सामने आए,1221 लोग स्वस्थ हुए और 6 लोगों की मृत्यु हुई। 1,421 मामलों में से 249 मामले जीएचएमसी में सामने आए। तेलंगाना में अब कोविड-19 के 2,29,001 कुल मामले, 23,377 सक्रिय मामले,1298 लोगों की मृत्यु और 2,07,326 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है।तेलंगाना में अब सक्रिय मामले केवल 8.8 प्रतिशत रह गए हैं। स्थिति में सुधार का प्रमुख कारण मास्क का प्रयोग,शीघ्र पता लगाने,अलग करने और उपचार प्रोटोकॉल के मानकीकरण के चलते मामलों में कमी लाने में मदद मिली।
अरुणाचल प्रदेश : राज्य में कोविड-19 से एक और व्यक्ति की मृत्यु होने के बाद अब तक 32 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। अरुणाचल प्रदेश में गुरुवार को लोहित में कोविड-19 के सबसे अधिक मामले सामने आए। कुल 165 ताजा मामलो में से 43 मामले लोहित में दर्ज किए गए। राज्य में अब 2,638 सक्रिय मामले हैं।
असम : राज्य में 34,375 जांच में से कोविड-19 के 508 नए मामले सामने आए और पाजिटिविटी दर 1.48 प्रतिशत है। कामरूप एम में रिकार्ड 101 मामले दर्ज किए गए। 1,584 रोगियों को अस्पताल से छुट्टी दी गई। असम में अब कोविड-19 के कुल मामले 2,03,282,स्वस्थ हुए लोगों का प्रतिशत 87.39 प्रतिशत और सक्रिय मामले 12.16 प्रतिशत हैं।
मणिपुर : राज्य सरकार कोविड-19 पर नए मानक संचालन प्रक्रिया(एसओपी) कानून बनाने के लिए व्यापक अभियान चलाएगी। मणिपुर में कोविड-19 से तीन ओर लोगों की मृत्यु दर्ज की गई है।
मेघालय राज्य में 307 व्यक्ति कोरोना वायरस से स्वस्थ हुए। मेघालय में अब कोरोना वायरस के कुल 1,661 सक्रिय मामले हैं। इसमें बीएसएफ और सशस्त्र बलों से जुडे 46 और अन्य लोगों के 1,615 मामले हैं। राज्य में 6,981 लोग कोरोना वायरस से स्वस्थ हो चुके हैं।
मिजोरम : असम और मिजोरम के बीच वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है। राज्य में स्कूल शिक्षा विभाग ने जन आंदोलन अभियान के तहत कोविड-19 शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया।
नगालैंड : राज्य में कोविड-19 के 157 नए मामले मिलने के साथ कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 8,296 हो गई है। नगालैंड में अब 1,798 सक्रिय मामले हैं और 6,399 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
महाराष्ट्र : राज्य में लगातार पांचवें दिन कोविड-19 के दस हजार से कम मामले सामने आए। गुरुवार को कोविड-19 के 7,539 नए मामले सामने आए और 16,177 रोगी स्वस्थ हुए। महाराष्ट्र में सक्रिय मामले घटकर 1.51 लाख रह गए हैं।
गुजरात : राज्य सरकार ने जिला प्रशासन से उनके अधिकार क्षेत्र में आने वाले स्वास्थ्य देखभाल कर्मी(एचसीडब्ल्यू) की गणना करने और उनके निजी विवरण जुटाने के लिए कहा है। इससे स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों को प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण का लाभ मिल सकेगा। यह आंकड़े मिलाने के बाद केंद्र सरकार को भेजे जाएंगे। इससे केंद्र सरकार को देश भर में फ्रंटलाइन स्वास्थ्य,पराचिकित्सीय और स्वास्थ्य विभाग के अन्य सेवा कर्मियों के लिए भेजे जाने वाले टीके की खुराक की संख्या की गणना करने में मदद मिलेगी। गुजरात में स्वास्थ्य कर्मी 14,143 सक्रिय मामलों की निगरानी कर रहे हैं।
राजस्थान : राज्य में कोविड-19 के मामलों के साथ-साथ सक्रिय मामलों की संख्या में भी लगातार गिरावट आ रही है। राजस्थान में कल कोविड-19 के 1,822 नए मामले सामने आए जबकि 2,654 लोग संक्रमण से मुक्त हुए। राज्य में अब 18,341 सक्रिय मामले हैं।
मध्यप्रदेश : केंद्र सरकार के अनलॉक-5 के दिशानिर्देश के अनुसार राज्य में अब सभी सरकारी कार्यालय 100 प्रतिशत क्षमता के साथ काम करेंगे। अभी तक तक केवल अधिकारियों के लिए शत प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य थी। प्रत्येक कर्मचारी के लिए मास्क का प्रयोग अनिवार्य होगा।
छत्तीसगढ़ : कोविड अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता और समय पर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के सभी मेडिकल कालेज और 17 जिला अस्पताल में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने का निर्णय लिया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि ये ऑक्सीजन संयंत्र अगले चार सप्ताह में स्थापित किए जाएंगे। राज्य में अब 25,238 सक्रिय मामले हैं।
FACT CHECK
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एमजी/एएम/एजे/डीए