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कोविड-19 पर पीआईबी का दैनिक बुलेटिन

Posted On: 19 OCT 2020 6:23PM by PIB Delhi

 

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(पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से संबंधित जारी प्रेस विज्ञप्तियां, पीआईबी फील्ड कार्यालयों से मिली जानकारियां और पीआईबी की ओर से फैक्ट चेक शामिल)

 

  • भारत में लगातार कम सक्रिय मामलों का दिख रहा ट्रेंड, तीसरे दिन सक्रिय मामले 8 लाख से नीचे।
  • लगातार चौथे दिन राष्ट्रीय पॉजिटिविटी रेट 8 प्रतिशत से नीचे रहा।
  • पिछले 24 घंटों में 66,399 मरीज ठीक होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हो गए जबकि नए केस 55,722 आए।
  • प्रधानमंत्री ने कोविड-19 महामारी के हालात और वैक्सीन डिलिवरी, वितरण और प्रबंधन पर चर्चा के लिए अहम बैठक की।
  • स्वास्थ्य मंत्री ने प्रधानमंत्री के जन-आंदोलन के आह्वान का सम्‍मान करने और कोविड अनुकूल व्‍यवहार का त्‍योहारों के दौरान पालन करने पर विशेष जोर दिया।
  • वित्त मंत्री ने कहा कि सीपीएसई का बेहतर प्रदर्शन अर्थव्यवस्था को कोविड-19 के प्रभाव से उबारने में बड़ी मदद कर सकता है।

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भारत कम सक्रिय मामलों के रुख पर लगातार कायम, तीसरे दिन भी 8 लाख से कम सक्रिय मामले, लगातार चौथे दिन पॉजिटिव मामलों की राष्‍ट्रीय दर 8 प्रतिशत से कम

 

भारत ने कोविड-19 के खिलाफ जंग के मामले में मील के एक और पत्‍थर को पार कर लिया है। राष्‍ट्रीय स्‍तर पर पॉजिटिव मामलों की कुल दर 8 प्रतिशत से कम रही है और यह रुख पिछले 4 दिन से लगातार जारी है। राष्‍ट्रीय स्‍तर पर पॉजिटिव मामलों की कुल दर 7.94 प्रतिशत है और इसमें लगातार गिरावट आ रही है। आज की तिथि तक देश में कुल 9.5 करोड़ से ज्‍यादा लोगों की जांच की जा चुकी है। अक्‍टूबर के तीसरे सप्‍ताह में पॉजिटिव मामलों की औसत प्रतिदिन दर 6.13 प्रतिशत रही। भारत में सक्रिय मामलों में गिरावट का रुख लगातार दिख रहा है। डेढ़ महीने के बाद सक्रिय मामलों की संख्‍या 8 लाख के आंकड़े से कम रही और इसके बाद लगातार तीसरे दिन भी यह गिरावट जारी है। आज की तिथि पर भारत में सक्रिय मामलों का आंकड़ा 7,72,055 हैं। इस समय सक्रिय मामले देश के कुल सक्रिय मामलों का मात्र 10.23 प्रतिशत हैं। कुल ठीक हो चुके रोगियों की संख्‍या 66 लाख से अधिक (66,63,608) है और यह सक्रिय मामलों की तुलना में अधिक अंतर दर्शाता है। पिछले 24 घंटों में 66,399 रोगी पूरी तरह ठीक हो चुके हैं और उन्‍हें अस्‍पताल से छुट्टी मिल चुकी है, जबकि 55,722 नए पुष्‍ट मामले हैं। राष्‍ट्रीय स्‍तर पर ठीक होने वालों की संख्‍या 88.26 प्रतिशत है। ठीक हो चुके नए मामलों में से 79 प्रतिशत 10 राज्‍यों/केंद्र शासित प्रदेशों – महाराष्‍ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्‍ली, ओडिशा और छत्‍तीसगढ़ में पाए गए हैं। अकेले महाराष्‍ट्र में सबसे ज्‍यादा, एक दिन में 11,000 से ज्‍यादा रोगी ठीक हुए हैं। इसके बाद केरल और कर्नाटक का स्‍थान है, जहां एक दिन में 8,000 से ज्‍यादा रोगी ठीक हुए हैं। पिछले 24 घंटों में 55,722 नए पुष्‍ट मामले दर्ज किए गए हैं। नए मामलों में से 81 प्रतिशत 10 राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। महाराष्‍ट्र ऐसा राज्‍य बना हुआ है, जहां से बहुत अधिक यानी 9,000 से ज्‍यादा नए मामले दर्ज हुए हैं। इसके बाद केरल और कर्नाटक का स्‍थान है, प्रत्‍येक ने 7,000 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। पिछले 24 घंटों में 579 रोगियों की मौत हुई है। 90 दिन के बाद हर दिन होने वाली मौतों की संख्‍या 600 से नीचे दर्ज की गई। इनमें से करीब 83 प्रतिशत इन्‍हीं 10 राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। 25 प्रतिशत से ज्‍यादा नई मौतें महाराष्‍ट्र से (150) दर्ज की गई।

 

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प्रधानमंत्री ने कोविड-19 महामारी की स्थिति, टीके की सुपुर्दगी, वितरण और उसे लगाने के संबंध में चल रही तैयारियों के बारे में बैठक की

 

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति, टीके की सुपुर्दगी, वितरण और उसे लगाने के संबंध में चल रही तैयारियों की शनिवार को समीक्षा की। बैठक में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री हर्षवर्धन, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य), प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार, वरिष्ठ वैज्ञानिक, प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारी और भारत सरकार के अन्य विभागों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री ने कोविड के मामलों और वृद्धि दर में लगातार आ रही गिरावट की चर्चा की। तीन टीके भारत में विकास के उन्नत चरणों में हैं, जिनमें से 2 चरण II में हैं और एक चरण- III में है। भारतीय वैज्ञानिक और अनुसंधान दल पड़ोसी देशों अर्थात अफगानिस्तान, भूटान, बांग्लादेश, मालदीव, मॉरीशस, नेपाल और श्रीलंका में अनुसंधान क्षमताओं में सहयोग करने के साथ उसे मजबूत कर रहे हैं। वैश्विक समुदाय की मदद करने के प्रयास में, प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि हमें अपने निकट पड़ोस में अपने प्रयासों को सीमित नहीं करना चाहिए, बल्कि टीका, दवाएं और टीके सुपुर्द करने की व्‍यवस्‍था के लिए आईटी मंच प्रदान कर पूरी दुनिया में पहुंचना चाहिए। प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि देश के भौगोलिक विस्‍तार और विविधता को ध्यान में रखते हुए, वैक्सीन की पहुंच तेजी से सुनिश्चित की जानी चाहिए। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि लॉजिस्टिक्‍स, वितरण और प्रबंधन में हर कदम सावधानीपूर्वक रखना चाहिए। उन्होंने आगे निर्देश दिया कि हमें देश में चुनाव और आपदा प्रबंधन के सफल आयोजन के अनुभव का उपयोग करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि उसी तरह से टीका वितरण और उसे लगाने की व्‍यवस्‍था लागू की जानी चाहिए। इसमें राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों/जिला स्तरीय पदाधिकारियों, नागरिक समाज संगठनों, स्वयंसेवकों, नागरिकों और सभी आवश्यक कार्य क्षेत्र के विशेषज्ञों की भागीदारी होनी चाहिए।

 

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डॉ. हर्षवर्धन ने संडे संवाद-6 के दौरान सभी को शरद नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं

 

केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने संडे संवाद के छठे एपिसोड में सोशल मीडिया के अनेक जिज्ञासु लोगों के सवालों के जवाब दिए और सभी को नवरात्रि की शुभकामनाएं दीं। उन्‍होंने सोशल मीडिया पर अपने फॉलोअर्स को प्रधानमंत्री के जन-आंदोलन के आह्वान का सम्‍मान करने और कोविड अनुकूल व्‍यवहार का त्‍योहारों के दौरान पालन करने पर विशेष जोर दिया। डॉ. हर्षवर्धन ने केरल में हाल में ही में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि 30 जनवरी से 3 मई तक केरल में मात्र 499 कोरोना मामले सामने आए और दो लोगों की मौत हुई थी, लेकिन हाल ही में ओणम त्‍योहार के दौरान लोगों ने जिस प्रकार की लापरवाही बरती उसका खामियाजा केरल को भुगतना पड़ा। व्‍यापार और पर्यटन के लिए राज्‍य में लोगों की संख्‍या में बढ़ोतरी होने से अनेक जिलों में कोरोना का प्रसार हुआ। उन्‍होंने कहा कि राज्‍य में ओणम त्‍योहार के दौरान कोरोना के प्रसार का ग्राफ पूरी तरह बदल गया और रोजाना नए मामले दोगुना होने लगे और सभी सरकारों को इससे एक सबक लेना चाहिए जिन्‍होंने त्‍योहारी सीजन की योजना बनाने में लापरवाही बरती। डॉ. हर्षवर्धन ने आश्‍वस्‍त किया कि भारत में कोरोना वायरस में किसी प्रकार की म्‍यूटेशन का पता नहीं चला है। डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय पहले ही 33 राज्‍यों और केंद्रशासित प्रदेशों को कोविड पैकेज फेज-2 जारी कर चुका है और इसमें कुल धनराशि 1352 करोड़ रुपये है। द्वितीय चरण की अनुदान राशि अगस्‍त, सितम्‍बर और अक्‍टूबर 2020 में जारी की जा चुकी है।

 

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डॉ. हर्षवर्धन ने डीएसटी और सीएसआईआर के स्वायत्त संस्थानों के प्रमुखों/निदेशकों के साथ कोविड उपयुक्त व्यवहार से जुड़ी एक बैठक की अध्यक्षता की

 

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड उपयुक्त व्यवहार से संबंधित "जन आन्दोलन" के तहत की गई गतिविधियों की समीक्षा के लिए शुक्रवार को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) और सीएसआईआर के स्वायत्त संस्थानों के प्रमुखों / निदेशकों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की। महामारी के खिलाफ देश की सामूहिक लड़ाई में आने वाले महीनों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “हम अब कोविड -19 के खिलाफ अपनी लड़ाई के दसवें महीने में प्रवेश कर रहे हैं। हमने 8 जनवरी को विशेषज्ञ समूह की पहली बैठक की थी। तब से, यह यात्रा लगातार चल रही है। लेकिन आज, हम गर्व से कह सकते हैं कि कोविड के खिलाफ अपनी लड़ाई के लिए हमने महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा बना लिया है।” केन्द्रीय मंत्री ने सभी वैज्ञानिकों द्वारा अपने अधिकृत क्षेत्र से परे जाकर किए गए महान कार्य की सराहना की और कहा कि आज दुनिया में 9 वैक्सीन कैंडिडेट्स हैं, जो उन्नत चरणों में हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत में जल्द ही कोरोना के टीके का स्वदेशीकरण होगा। इस तथ्य को रेखांकित करते हुए कि कोविड के खिलाफ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है, डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड -19 का मुकाबला करने के प्रति आलस, लापरवाह और असावधानी भरे रवैये के प्रति लोगों को आगाह किया। उन्होंने कहा कि “सर्दी और त्यौहारों के मौसम कारण कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई में अगले ढाई महीने हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं। यह प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि हमारी सतर्कता को कम न होने दें और संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कोविड के प्रति उपयुक्त व्यवहार का पालन करें।"

 

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वित्‍त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने सीपीएसई के पूंजीगत व्‍यय की चौथी समीक्षा बैठक की

केंद्रीय वित्‍त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आज पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और कोयला मंत्रालय के सचिवों के साथ-साथ इन मंत्रालयों के तहत आने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के 14 उद्यमों (सीपीएसई) के सीएमडी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर इस वित्‍तीय वर्ष के पूंजीगत व्‍यय का जायजा लिया। कोविड-19 महामारी की पृष्‍ठभूमि में आर्थिक प्रगति की रफ्तार को तेज करने के लिए विभिन्‍न भागीदारों के साथ वित्‍त मंत्री की बैठकों की श्रृंखला में यह चौथी बैठक थी। वित्‍त वर्ष 2019-20 में, इन 14 सीपीएसई के पूंजी व्‍यय के 1,11,672 करोड़ रुपये के लक्ष्‍य के मुकाबले 1,16,323 करोड़ रुपये का लक्ष्‍य हासिल हुआ जो कि 104 प्रतिशत है। वित्‍त वर्ष 2019-20, एच-1 उपलब्धि 43,097 करोड़ रुपये (39 प्रतिशत) रही और 2020-21 में एच-1 उपलब्धि 37,423 करोड़ रुपये (32 प्रतिशत) रही। 2020-21 के लिए पूंजीगत व्‍यय (कैपेक्‍स) लक्ष्‍य 1,15,934 करोड़ रुपये था। सार्वजनिक क्षेत्र के इन उद्यमों के कार्य निष्‍पादन की समीक्षा करते हुए श्रीमती सीतारमण ने कहा कि सीपीएसई का कैपेक्‍स आर्थिक प्रगति का एक महत्‍वपूर्ण ड्राइवर है और इसके स्‍तर को वित्‍त वर्ष 2020-21 और 2021-22 के लिए बढ़ाया जाना जरूरी है। श्रीमती सीतारमण ने कहा कि सीपीएसई के बेहतर प्रदर्शन से अर्थव्‍यवस्‍था को कोविड-19 के प्रभाव से निकलने में बहुत मदद मिलेगी।

 

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वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने विश्व बैंक विकास समिति की 102वीं बैठक में भाग लिया

 

केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्यम से विकास समिति की 102वीं बैठक में भाग लिया। सत्र में अपने सम्‍बोधन के दौरान श्रीमती सीतारमण ने कहा कि कोविड-19 महामारी का प्रकोप, जो अप्रैल में हुई हमारी पिछली बैठक से पहले ही शुरू हो चुका था, वह आज तक‍ विकासशील और विकसित देशों को प्रभावित करना जारी रखे हुए है और अनेक वर्षों के अथक प्रयासों के बाद गरीबी के स्‍तर में कमी लाने के जो लाभ हासिल हुए थे, उन्हें गवां देने का बहुत बड़ा खतरा उत्‍पन्‍न हो गया है। भारत सरकार ने महामारी को फैलने से रोकने तथा इसके सामाजिक और आर्थिक प्रभावों से निपटने के कई उपाय किए हैं।

 

वित्‍त मंत्री ने कहा कि सरकार ने गरीबों को प्रत्‍यक्ष नकद हस्तांतरण और खाद्य सुरक्षा उपलब्‍ध कराने के उपायों के लिए 23 अरब डॉलर के पहले प्रोत्‍साहन पैकेज की घोषणा की थी। इसके बाद माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की ओर से किए गए आत्‍मनिर्भर भारत बनाने के आह्वान के आधार पर 271 अरब डॉलर- का विशेष आर्थिक पैकेज घोषित किया गया था, जो भारत की जीडीपी के 10 प्रतिशत के बराबर है। व्यवसाय को राहत देने, 44 केंद्रीय श्रम कानूनों को सरल बनाने, श्रम क्षेत्र में बड़े सुधार लाने, राशन कार्डों की नेशनल पोर्टेबिलिटी के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों को प्रभावी सामाजिक संरक्षण उपलब्ध कराने की घोषणा की गई है। ग्रामीण क्षेत्र को नाबार्ड के माध्‍यम से पुनर्वित्तीयन, कृषि क्षेत्र में 27.13 अरब डॉलर की अतिरिक्‍त नकदी लगाने तथा राष्‍ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के लिए आवंटन बढ़ाने के जरिए सहायता प्रदान की गई है। श्रीमती सीतारमण ने इस बात का भी उल्‍लेख किया कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सरकार ने स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी बुनियादी सुविधाओं के लिए 2.03 अरब डॉलर राशि की प्रतिबद्धता व्‍यक्‍त की है।

 

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सहकारिता द्वारा स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 10 हजार करोड़ रुपये की एनसीडीसी आयुष्मान सहकार निधि की शुरुआत की

 

केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री, ग्रामीण विकास और पंचायती राज तथा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आज आयुष्मान सहकार योजना की शुरुआत की। कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत शीर्ष स्वायत्त विकास वित्त संस्थान राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) ने सहकारी समितियों की सहायता के लिए अनूठी योजना तैयार की है ,जो देश में स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। श्री तोमर ने घोषणा की कि आने वाले वर्षों में एनसीडीसी 10,000 करोड़ रुपये तक के टर्म लोन मुहैया कराएगा। उन्होंने कहा कि देश में चल रही महामारी ने स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए तत्काल आवश्यकता पर ध्यान आकर्षित किया है। केंद्र द्वारा किए जाने वाले किसान कल्याण क्रियाकलापों को मजबूत करने की दिशा में यह योजना सहायक होगी।

 

मुख्तार अब्बास नकवी ने हज 2021 के संबंध में की समीक्षा बैठक

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कहा कि हज 2021, पैंडेमिक पोजीशन के मद्देनजर राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल गाइडलाइन्स पर निर्भर करेगा। श्री नकवी ने नई दिल्ली में हज 2021 के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हज 2021 जून- जुलाई के महीने में होना है, पर कोरोना आपदा और उसके प्रभाव की संपूर्ण समीक्षा और सऊदी अरब सरकार एवं भारत सरकार के लोगों की सेहत, सुरक्षा के मद्देनजर दिशानिर्देशों को प्राथमिकता देते हुए हज 2021 पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। श्री नकवी ने कहा कि सऊदी अरब सरकार की तरफ से हज 2021 के संबंध में फैसले के बाद हज कमेटी और दूसरी भारतीय एजेंसियां आवेदन करने और अन्य प्रकिया को लेकर औपचारिक घोषणा करेंगी। श्री नकवी ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए हज व्यवस्थाओं में बड़े पैमाने पर परिवर्तन आ सकता है। इनमें भारत एवं सऊदी अरब में आवास, यातायात, स्वास्थ्य एवं अन्य व्यवस्थाएं शामिल हैं। श्री नकवी ने कहा कि कोरोना के चलते हज यात्रियों की सेहत-सलामती सरकार की प्राथमिकता है। भारत सरकार एवं अन्य सम्बंधित एजेंसियां इस दिशा में आवश्यक इंतजाम करेंगी। सरकार एवं हज कमेटी ने इस सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही शुरू कर दी है।

 

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विशेष केसीसी अभियान के तहत 1.5 करोड़ किसानों को 1.35 लाख करोड़ रुपये के रियायती ऋण मंजूर किए गए

 

आत्मनिर्भर भारत पैकेज के हिस्से के रूप में, विशेष अभियान के तहत 2 लाख करोड़ रुपये के क्रेडिट बूस्ट के साथ सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) योजना के तहत 2.5 करोड़ किसानों को कवर करने की घोषणा की है। बैंकों और अन्य संबधित पक्षों के सही दिशा में किए गए निरंतर प्रयास के चलते सस्ते ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराने के लिए मछली और पशुपालकों समेत 1.5 करोड़ किसानों को केसीसी जारी करने की बड़ी उपलब्धि हासिल की गई है। इसके तहत किसान क्रेडिट कार्डों के लिए क्रेडिट लिमिट 1.35 लाख करोड़ रुपये है।

 

पीआईबी फील्ड कार्यालयों से मिली जानकारियां

  • महाराष्ट्र- मुंबई मेट्रो ने लगभग सात महीने की बंदी के बाद फिर से अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं। मोनोरेल सेवा भी शुरू हो गई है। हालांकि सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए ट्रेनें सीमित संख्या में यात्रियों को लेकर चल रही हैं और शुरुआती चरण में सेवाओं की संख्या भी सीमित है। मेट्रो ट्रेनें घाटकोपर-वर्सोवा लाइन के पूरे रास्ते पर सुबह 8.30 से शाम 8.30 तक चल रही हैं। पहले के 1350 लोगों की तुलना में इस समय मेट्रो ट्रेन में केवल 360 लोगों को यात्रा करने की अनुमति है और 400 की तुलना में इस समय केवल 200 ट्रेनें ही चल रही हैं। सभी प्रवेश बिंदुओं पर स्वास्थ्य जांच कियोस्क स्थापित किए गए हैं। यात्रा के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य है।
  • गुजरात- गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडास्मा ने सोमवार को कहा कि उनका विभाग राज्य में स्कूलों को फिर से खोलने पर अंतिम फैसला लेने से पहले सभी की राय लेगा। गांधीनगर में पत्रकारों से बात करते हुए चूडास्मा ने संकेत दिया कि स्कूल हमेशा के लिए बंद नहीं रह सकते। कोविड-19 के प्रकोप के बाद से राज्य में स्कूल और कॉलेज बंद चल रहे हैं। कई शैक्षणिक संस्थान शैक्षणिक सत्र को जारी रखने के लिए ऑनलाइन कक्षाओं और परीक्षा का आयोजन कर रहे हैं।
  • छत्तीसगढ़- कोविड-19 के 1894 नए केस और 39 मौतों के साथ ही रविवार को छत्तीसगढ़ में कुल मामले बढ़कर 1,60,396 और मृतकों का आंकड़ा 1478 पहुंच गया। विभिन्न अस्पतालों से 305 और लोगों की छुट्टी तथा 1772 लोगों के होम आइसोलशन पूरा करने के साथ ही ठीक हुए मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 1,32,168 हो गई है। राज्य में अब 26,750 सक्रिय मामले हैं।
  • गोवा- गोवा में 187 नए केस के साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण का आंकड़ा रविवार को 40,587 पहुंच गया। 6 और लोगों की मौत के बाद राज्य में मृतकों का आंकड़ा 544 पहुंच गया। बीते 24 घंटे में 360 रोगियों को छुट्टी दे दी गई और इस तरह ठीक होने वालों की संख्या 36,395 हो गई। वर्तमान में राज्य में 3648 सक्रिय कोविड-19 मामले हैं।
  • अरुणाचल प्रदेश- अरुणाचल प्रदेश में कल कोविड-19 से 55 लोग संक्रमित पाए गए और 237 लोग ठीक हो गए। इस समय 2824 सक्रिय केस हैं।
  • असम- असम में किए गए 13547 टेस्ट में से 318 लोग पॉजिटिव पाए गए। पॉजिटिविटी रेट 2.35 प्रतिशत है। कल 599 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। कुल मामले बढ़कर 200709, सक्रिय 28158 हो गए हैं। कुल डिस्चार्ज लोगों की संख्या 171680 और 868 मौतें हुई हैं।
  • मेघालय- राज्य में आज कोविड-19 से 248 लोग ठीक हुए हैं। कुल सक्रिय केस 2151 और कुल 6282 लोग ठीक हुए हैं।
  • नगालैंड - राज्य में कुल कोविड-19 पॉजिटिव केस 7816, सुरक्षा बल 3477, संपर्क में आए 2353, वापस आए लोग 1061 और 385 फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं।
  • केरल- कोविड-19 के लगातार बढ़ते मामलों के बीच राज्य की उच्चस्तरीय विशेषज्ञ समिति ने स्वास्थ्य विभाग से दैनिक परीक्षण को 1 लाख तक बढ़ाने की सिफारिश की है। समिति ने सरकार से नए सॉफ्टवेयर को बदलने का भी आग्रह किया है जो टेस्टिंग में हाल में आई गिरावट के लिए जिम्मेदार था और पुरानी प्रणाली को अपनाने की बात कही है। राज्य में कल कोविड-19 के 7631 नए मामले सामने आए। 95,200 मरीजों का इलाज चल रहा है और 2.80 लाख लोग निगरानी में हैं। वर्तमान में मृतकों की संख्या 1161 है।
  • तमिलनाडु- 11 जुलाई के बाद पहली बार तमिलनाडु में 4,000 से कम कोविड-19 के मामले दर्ज किए गए। रविवार को 3914 मामले सामने आए और 56 लोगों की जान गई। इस तरह से कुल मामले बढ़कर 6,87,400 और मृतकों की संख्या 10,642 हो गई है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने तेलंगाना में आई बाढ़ पर चिंता व्यक्त की है और राहत कार्य के लिए 10 करोड़ रुपये के योगदान की घोषणा की है। पलनास्वामी ने यह भी आश्वासन दिया है कि तमिलनाडु सरकार तेलंगाना की सरकार को हरसंभव सहायता देने के लिए तैयार है।
  • कर्नाटक - कर्नाटक के डेप्युटी सीएम गोविंद करजोल के परिवार का आठवां सदस्य कोविड से संक्रमित हुआ है, बेटा वेंटिलेटर पर है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में करजोल ने बागलकोट और कलबुर्गी में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने जाने के लिए लंबी यात्रा करने में असमर्थता जताई। कोविड से प्रभावित किसानों को काफी नुकसान हुआ है क्योंकि गडग में हुई बारिश के कारण भंडारगृहों में जमा अनाज सड़ गया है। कर्नाटक के प्राइवेट अस्पतालों का कहना है कि मेडिकल ऑक्सीजन पर फर्म्स ज्यादा पैसे वसूल रहे हैं। राज्य औषधि नियंत्रण विभाग के ड्रग्स कंट्रोलर को लिखे पत्र में यह भी कहा गया है कि निर्माताओं द्वारा मांगी जा रही कीमतें राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण द्वारा तय की गई कीमतों से ज्यादा हैं।
  • आंध्र प्रदेश- आंध्र प्रदेश में कोरोना के संक्रमण की रफ्तार कम हुई है। यहां रिकवरी दर में काफी सुधार हुआ है। रविवार को नए केस और मौतें भी कम हुई हैं। आंध्र प्रदेश में रविवार को ठीक होने वाले लोगों की कुल संख्या 7.4 लाख पहुंच गई। 23 लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 6429 हो गई। कुर्नूल में सबसे कम 55 नए मामले दर्ज किए गए लेकिन कृष्णा जिले में पिछले महीने दिखे गिरावट के रुझान के बाद 24 घंटे में 503 नए मामले सामने आए। गुंटूर और चित्तूर जिलों में 400 से ज्यादा नए केस आए। राज्य ने अब तक 1.32 लाख प्रति मिलियन की दर से 70 लाख सैंपल्स का टेस्ट पूरा कर लिया है, जिसमें कुल संक्रमण पॉजिटिविटी रेट 11.08 प्रतिशत है।
  • तेलंगाना- राज्य में पिछले 24 घंटों में 948 नए केस, 1896 रिकवरी और 4 मौतें हुई हैं। 948 मामलों में से 212 केस जीएचएमसी से आए हैं। कुल मामले अब 2,23,059 हो गए हैं। सक्रिय मामले- 21098, मौतें- 1275 और 2,00,686 लोग ठीक हो गए हैं। तेलंगाना बाढ़ में मरने वालों की संख्या 70 हो गई है जिनमें से 33 लोगों की मौत जीएचएमसी सीमा, हैदराबाद में हुई है और तेलंगाना के अलग-अलग जिलों में 37 लोगों की जान गई है। 3 लोग कथित रूप से लापता हैं।

 

फैक्ट चेक

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