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कोविड-19 पर पीआईबी का दैनिक बुलेटिन
Posted On:
16 NOV 2020 6:05PM by PIB Delhi
(पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से संबंधित जारी प्रेस विज्ञप्तियां, पीआईबी फील्ड कार्यालयों से मिली जानकारियां और पीआईबी का फैक्ट चेक शामिल)
- भारत में रोजाना स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या, रोजाना नए मामलों की संख्या से लगातार 44वें दिन ज्यादा दर्ज हुई
- पिछले 24 घंटों में 43,851 स्वस्थ हुए जबकि 30,548 नए मामले सामने आए
- देश में सक्रिय संक्रमण के मामले घटकर 4.65 लाख पहुंचे
- आज रिकवरी दर में सुधार के बाद 93.27 पहुंची
- केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने दिल्ली में एक पुनरीक्षण बैठक में कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर काबू पाने के लिए कई जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया।
#Unite2FightCorona
#IndiaFightsCorona
देश में लगातार 44वें दिन कोविड के नए मामलों की तुलना में ठीक होने वालों की संख्या ज्यादा रही; सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 4.65 लाख रह गई
पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड के 30,548 नए मामलों की तुलना में कोविड के 43,851 के मरीज स्वस्थ हुए। इसके साथ ही कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या 13,303 घटकर 4,65,478 रह गई। रोजना सामने आ रहे कोरोना संक्रमण के नए मामले घटकर रिकार्ड निचले स्तर 30,548 पर पहुंच गए हैं। ऐसे समय में जबकि यूरोप के कई देशों और अमरीका में कोविड के रोजना मामले लगातार बढ रहे हैं भारत में इनका कम हो जाना एक ऐतिहासिक उपलब्धि की तरह है। संक्रमण की व्यापक स्तर पर जांच कराए जाने के सरकारी प्रयासों की वजह से कोविड के मामलों में लगातार कमी आ रही है। स्वस्थ होने की दर आज सुधरकर 93.27 प्रतिशत हो गई। अब तक कुल 82,49,579 लोग संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। इसमें से पिछले 24 घंटों में ठीक होने वाले 78.59 प्रतिशत लोग दस राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों से हैं। इस दौरान दिल्ली में सबसे ज्यादा 7,606 लोग कोविड से ठीक हुए हैं। केरल में 6,684 और पश्चिम बंगाल में यह संख्या 4,480 रही है। 76.63 प्रतिशत नए मामले दस राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से आए हैं। केरल में कोविड के 4,581 नए मामले सामने आए हैं। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से कोविड संक्रमण के मामलों में तेजी आ रही थी लेकिन इसकेबावजूद नए मामलों की संख्याकल 3,235 रही। पश्चिम बंगाल में इस दौरान 3,053 नए मामले दर्ज किए गए। 435 नई मौतों में से 78.85 प्रतिशत दस राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में से हैं। करीब 21.84 प्रतिशत अर्थात 95 लोगों की मौतें दिल्ली में हुई है। इसके बाद महाराष्ट्र का नबंर है जहां 60 लोगों की मौत हुई है जो कि कोविड से हुई ताजा मौतों कुल 13.79प्रतिशत है। 14 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में प्रति दस लाख आबादी पर मृत्यु दर प्रति दस लाख पर 94 के राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है।
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डॉ. हर्षवर्धन ने डब्ल्यूएचओ कार्यकारी बोर्ड के 147वें सत्र की अध्यक्षता की
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केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने दिल्ली में कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए समीक्षा बैठक में महत्वपूर्ण दिशानिर्देश जारी किए
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के बढ़ते मामलों और दिल्ली के अस्पतालों की मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर बढ़ते दबाव के संदर्भ में कोविड-19 की स्थिति की आज समीक्षा की। बैठक में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री, दिल्ली के उपराज्यपाल, दिल्ली के मुख्यमंत्री, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री, केन्द्रीय गृह सचिव, केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी. के पॉल; एम्स के निदेशक, आईसीएमआर के महानिदेशक, डीआरडीओ सचिव, सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा के महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक के आरंभ में, डॉ. वी. के. पॉल ने एक प्रस्तुति दी जिसमें दिल्ली में कोविड-19 की बिगड़ती स्थिति को रेखांकित किया गया। यह इंगित किया गया कि दिल्ली में प्रतिदिन एक्टिव मामलों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। हालांकि रोगियों की मृत्यु दर (सीएफआर) अभी भी नियंत्रण में है, फिर भी स्वास्थ्य एवं मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर, जैसे डेडिकेटेड कोविड-19 बेड, वेंटिलेटर्स की सुविधा वाले बेड और आईसीयू पर पहले से ही दबाव दिखाई दे रहा है। तदनुसार, निगरानी बढ़ाने, कंटेनमेंट उपायों को लागू करने, टेस्टिंग बढ़ाने तथा आवश्यक मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को तेजी से तैयार करने की आवश्यकता है। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए। सर्वप्रथम, यह निर्देश दिया गया कि कि दिल्ली में आर टी- पीसीआर टेस्ट के लिए टेस्टिंग क्षमता दोगुनी की जाएगी - दिल्ली में लैब की क्षमता का अधिक से अधिक उपयोग करके; जिन क्षेत्रों में समाज के गरीब और ऐसे लोग रहते हैं जिन्हे संक्रामण की अधिक संभावना, वहां स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा आईसीएमआर द्वारा मोबाइल टेस्टिंग वैनों को तैनात करके; देश के जिन भागों में टेस्टिंग लैब का उपयोग नहीं हो रहा है, वहां की कुछ टेस्टिंग लैब को अस्थायी रूप से दिल्ली में ला करके; तथा दिल्ली के पड़ोसी क्षेत्रों की क्षमता का उपयोग करके। दिल्ली में हाल के सप्ताहों में अत्यधिक बढ़ गई पॉजिटिविटी रेट को कम करने के लिए ऐसा करना आवश्यक समझा गया। गृह मंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि अस्पताल की क्षमता तथा अन्य मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता में काफी वृद्धि की जानी चाहिए। यह निर्णय लिया गया कि धौला कुआं स्थित डीआरडीओ की मौजूदा मेडिकल सुविधा में आईसीयू की सुविधा वाले 250-300 बेड और शामिल किए जाएंगे। यहां कुल उपलब्ध 1000 कोविड-19 बेड्स में से लगभग 250 बेड्स पर आईसीयू की सुविधा पहले से उपलब्ध है। ऑक्सीजन की सुविधा वाले बेड्स की उपलब्धता बढ़ाने के उद्देश्य से छतरपुर में स्थापित 10,000 बेड वाले कोविड केयर सेंटर को भी मजबूत किया जाएगा। श्री अमित शाह ने स्वास्थ मंत्रालय और दिल्ली सरकार को BIPAP मशीनों तथा उच्च प्रवाह nasal canulas की अपेक्षित संख्या में उपलव्ध कराने के लिए अगले 48 घंटों के भीतर व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
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8वीं ब्रिक्स विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार -एसटीआई मंत्रिस्तरीय बैठक शुक्रवार को आयोजित हुई
ब्रिक्स समूह (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) के विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार मंत्रियों ने 13 नवंबर की शाम को एक वर्चुअल माध्यम से सदस्य देशों के बीच विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के सहयोग पर विस्तृत चर्चा की। रूस के विज्ञान और उच्च शिक्षा मंत्रालय ने इस बैठक का आयोजन किया और रूसी संघ ने 12वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की। बैठक में अपने संबोधन के दौरान केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने समापन सत्र में भाग लेने वाले गणमान्य व्यक्तियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि, “ब्रिक्स एसटीआई घोषणा-पत्र 2020 और ब्रिक्स एसटीआई गतिविधियों का कैलेंडर 2020-21 हमारे सहयोग को और अधिक आगे बढ़ाने के लिए एक रोडमैप के रूप में कार्य करेगा”। बैठक के दौरान ब्रिक्स एसटीआई घोषणा-पत्र 2020 को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। बैठक के दौरान डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि, "कोविड-19 महामारी का दौर हम सबके लिए चुनौतियों भरा रहा है, जो यह दर्शाता है कि, ऐसी वैश्विक चुनौतियों से पार पाने के लिए बहुपक्षीय सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है"। उन्होंने कहा, "चूंकि हम स्वयं इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित आबादी में से एक हैं, इसलिए यह समय इस महामारी से निपटने के लिए ब्रिक्स देशों के बीच अधिक से अधिक सहयोग करने का अवसर प्रदान करता है।" केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि, “भारत ने इस अभूतपूर्व कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए एक एकीकृत प्रक्रिया शुरू की है। भारत में सार्वजनिक तथा निजी दोनों तरह की भारतीय अनुसंधान और विकास इकाइयों द्वारा इस महामारी का मुकाबला करने के लिए स्वदेशी टीकों के विकास से लेकर, पारंपरिक ज्ञान पर आधारित निदान तथा देखभाल के नए तरीकों की खोज और चिकित्सीय सूत्रीकरण, अनुसंधान संसाधन स्थापित करने और सेवाओं की पेशकश करने के लिए अथक प्रयास किये जा रहे हैं। सैकड़ों परियोजनाओं का समर्थन भी किया जा रहा है। कोविड-19 का मुक़ाबला करने के लिए एक सौ से अधिक स्टार्टअप ने नये-नये उत्पाद विकसित किए हैं। इस बात का ज़िक्र करते हुए कि “समावेशी विकास के लिए नवाचार का, घोषणा-पत्र में महत्वपूर्ण रूप से उल्लेख है।”, डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि, “हम ब्रिक्स देशों के साथ बातचीत करने और आपसी ज्ञान साझा करने, क्षमता निर्माण करने तथा क्रॉस-इनक्यूबेशन को बढ़ावा देने के लिए ब्रिक्स देशों को नवाचार के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण समझते हैं।
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प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत के लिए ‘वोकल फ़ॉर लोकल’ को लोकप्रिय बनाने हेतु आध्यात्मिक गुरुओं से मदद का आह्वान किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जिस तरह से देश के स्वाधीनता संग्राम में भक्ति आंदोलन ने भूमिका निभाई थी, उसी तरह आज आत्मनिर्भरता भारत के लिए देश के संतों, महात्माओं, महंतों और आचार्यों की मदद की आवश्यकता है। वह आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जैन आचार्य श्री विजय वल्लभ सुरिश्वर जी महाराज की 151वीं जयंती के उपलक्ष्य में 'स्टैच्यू ऑफ पीस' के अनावरण के अवसर पर बोल रहे थे। इस अवसर पर उनके संबोधन की मुख्य बात रही सामाजिक-राजनीतिक ताने-बाने में धर्म और अध्यात्म का महत्व। जिस तरह से देश के स्वाधीनता संग्राम में धर्म और आध्यात्म की भूमिका रही, उसी तरह आज आत्मनिर्भर भारत के लिए इनकी महती भूमिका आवश्यक है। प्रधानमंत्री ने अपने ‘वोकल फॉर लोकल’ नारे का उल्लेख करते हुए कहा कि भक्ति आंदोलन ने स्वाधीनता संघर्ष के लिए बुनियाद को पोषित किया था। उन्होंने कहा कि हमें यह याद रखने की आवश्यकता है कि संतों, महंतों, साधुओं और आचार्यों के द्वारा देश के कोने-कोने में लोगों को प्रेरित किया गया, उनकी चेतना को जगाया गया। वही चेतना आगे चलकर स्वाधीनता संघर्ष में संबल बनी।
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प्रधानमंत्री ने जैन आचार्य श्री विजय वल्लभ सुरिश्वर जी महाराज की 151वीं जयतीं के अवसर शांति की प्रतिमा का अनावरण किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए जैनाचार्य श्री विजय वल्लभ सुरिश्वर जी महाराज की 151वीं जयंती के उपलक्ष्य में शांति की प्रतिमा का अनावरण किया। जैनाचार्य के सम्मान में बनाई गई इस प्रतिमा को शांति की प्रतिमा का नाम दिया गया है। अष्टधातु से निर्मित 151 इंच ऊंची यह प्रतिमा आठ धातुओं से निर्मित है जिसमें तांबा मुख्य धातु है। यह प्रतिमा राजस्थान के पाली में जेतपुरा में विजय वल्लभ साधना केन्द्र में स्थापित की गई है। प्रधानमंत्री ने जैनाचार्य के अलावा समारोह में उपस्थित सभी धर्मगुरुओं के प्रति सम्मान प्रदर्शित किया। उन्होंने इस अवसर पर सरदार पटेल और जैनाचार्य विजय वल्लभ सुरिश्वर जी महाराज का जिक्र करते हुए कहा कि वह सरदार पटेल को विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी समर्पित करने के बाद अब जैनाचार्य के नाम पर शांति की प्रतिमा का अनावरण करने का अवसर पाकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। वोकल फॉर लोकल पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तरह से स्वाधीनता आंदोलन के दौरान हुआ था उसी तरह से इस समय भी सभी आध्यात्मिक गुरुओं को आत्मनिर्भर भारत के लाभों का प्रचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दीपावली के अवसर पर जिस तरह से देश ने स्वेदशी वस्तुओं के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया वह काफी उत्साहजनक अनुभव है।
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जैसलमेर के लोंगेवाला में भारतीय सशस्त्र बलों के सैनिकों के साथ दिवाली उत्सव पर प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ
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जैसलमेर में प्रधानमंत्री द्वारा वायु सेना कर्मियों को संबोधन का मूल पाठ
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प्रेस की आज़ादी पर कोई भी आघात देश के लिए नुकसानदेह होगा : उपराष्ट्रपति
भारत के उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू ने आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर कहा कि प्रेस की आज़ादी पर कोई भी आघात राष्ट्रीय हितों के विरुद्ध है तथा हर एक नागरिक द्वारा इसका विरोध किया जाना चाहिए। राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित, कोविड महामारी के दौरान मीडिया की भूमिका तथा मीडिया पर महामारी के असर, इस विषय पर एक वेबनार को अपने पूर्व रिकॉर्ड किए गए संबोधन में उन्होंने कहा कि आज़ाद और निर्भीक प्रेस के बिना लोकतंत्र की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने में देश की प्रेस की अग्रणी भूमिका रही है। लोकतंत्र को मजबूत करने तथा संवैधानिक के अनुसार कानून का राज सुनिश्चित करने में एक मुखर, आज़ाद और जागरूक मीडिया उतना ही जरूरी है जितना की स्वतंत्र न्यायपालिका। पत्रकारिता को एक पवित्र मिशन बताते हुए, श्री नायडू ने राष्ट्रहित के संवर्धन और जनता के अधिकारों के संरक्षण में प्रेस की उल्लेखनीय भूमिका की सराहना की। साथ ही श्री नायडू ने मीडिया से आग्रह किया कि अपनी रिपोर्ट में वस्तुनिष्ठ, तथ्यात्मक, और निष्पक्ष रहे। उन्होंने सनसनी फैलाने और खबरों में पूर्वाग्रह मिलाने की प्रवृत्ति से बचने की भी सलाह दी। उन्होंने आग्रह किया कि विकासपरक खबरों को अधिक तरजीह दी जानी चाहिए। महामारी के दौरान प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडियाकर्मियों की अग्रणी भूमिका की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि महामारी के खतरों के बावजूद उन्होंने लगातार सूचना उपलब्ध कराई है। इसके लिए उन्होंने सम्बद्ध हर पत्रकार, कैमरामैन तथा अन्य मीडियाकर्मियों का अभिनन्दन किया। उपराष्ट्रपति ने कहा कि जब अप्रामाणिक अफवाहों का बाजार गर्म हो, ऐसे में महामारी के दौरान सही समय पर प्रामाणिक जानकारी उपलब्ध कराया जाना नितान्त आवश्यक है । अप्रामाणिक अफवाहों से बचाने के लिए जन जागृति और शिक्षण का प्रसार करने में मीडिया की महती भूमिका है। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने उन पत्रकारों के परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की जिनकी इस महामारी के दौरान, इस संक्रमण के कारण मृत्यु हुई। मीडिया पर महामारी के प्रभाव का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कई समाचार पत्रों ने अपने संस्करणों में कटौती की है और डिजिटल संस्करण निकालने लगे हैं। इस संदर्भ में उन्होंने प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में हो रही पत्रकारों की छंटनी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
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उपराष्ट्रपति ने युवाओं से विकास की प्रक्रिया में शामिल होने और एक नये भारत के निर्माण की दिशा में अपनी ऊर्जा लगाने का अनुरोध किया
उपराष्ट्रपति, श्री एम. वेंकैया नायडू ने आज युवाओं से विकास की प्रक्रिया में शामिल होने और एक नए भारत के निर्माण के वास्ते रचनात्मक गतिविधियों के लिए अपनी ऊर्जा को दिशा देने का आग्रह किया। हैदराबाद विश्वविद्यालय में एक नए ‘सुविधा केंद्र’ का उद्घाटन करते हुए उपराष्ट्रपति ने युवाओं को नकारात्मकता से दूर रहने और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ एक ऐसे नये भारत के निर्माण में संलग्न होने की सलाह दी जहां भ्रष्टाचार, भूख, शोषण और भेदभाव नहीं होगा। श्री नायडू ने राष्ट्र के एक महत्वपूर्ण मोड़ से गुजरने और कई चुनौतियों का सामना करने का जिक्र करते हुए कहा कि युवाओं को हर मोर्चे पर भारत को मजबूत बनाने में सबसे आगे रहना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने युवाओं से आग्रह किया कि वे निरक्षरता को खत्म करने, बीमारियों का मुकाबला करने, कृषि क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करने, किसी भी रूप में भेदभाव जैसी सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने, महिलाओं पर अत्याचार और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए पथ प्रदर्शक की भूमिका में आएं। मूल्यों में आ रही गिरावट पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने युवाओं से अनुरोध किया कि वह देश की पुरातन सभ्यता के मूल्यों और लोकाचारों का अनुसरण करें। उन्होंने युवाओं से कोरोना महामारी और जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने के लिए नयी सोच और उपायों के साथ आगे आने को कहा। कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई का उल्लेख करते हुए, उपराष्ट्रपति ने कहा कि इस मामले में भारत का प्रदर्शन अन्य देशों की तुलना में बेहतर रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी दृष्टि से देश का मार्गदर्शन किया। उन्होंने डॉक्टरों, किसानों, सुरक्षा कर्मियों, सेनेटरी कर्मचारियों जैसे फ्रंटलाइन योद्धाओं द्वारा प्रदान की गई निस्वार्थ सेवा की सराहना की और महामारी से लड़ने के लिए किए गए उपायों के लिए भारत सरकार और सभी राज्यों की सराहना की। उन्होंने लोगों से सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने, सुरक्षित दूर बनाए रखने के मानदंडों का पालन करने और मास्क पहनने की अपील की। उन्होंने कहा कि भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की। उन्होंने लोगों, विशेषकर युवाओं को योग का अभ्यास करने, पोषक आहार लेने और जंक फूड से बचने के साथ नियमित शारीरिक व्यायाम करने की सलाह दी।
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पीआईबी के क्षेत्रीय कार्यालयों से प्राप्त जानकारी
- असम: असम के स्वास्थ्य मंत्री श्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने ट्वीट करके कहा है कि राज्य में 50 लाख कोरोना जांच कर ली गई हैं।
- मेघालय: रविवार को मेघालय में 35 नए कोरोना मामले सामने आए हैं जिससे कुल मामलों की संख्या 971 हो गई है। 76 मरीज और ठीक हुए हैं जिससे ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में इजाफे के बाद आंकड़ा 9594 तक पहुंच गया है। राज्य में 59 वर्षीय मरीज की तूरा में रविवार को मौत के बाद मरने वालों की कुल संख्या 101 हो चुकी है। अब यहां कुल मामलों की संख्या 10,665 हो चुकी है।
- केरल: केरल सरकार ने फैसला लिया है कि राज्य में सीरो सर्वे करवाया जाएगा जिससे संक्रमित इलाकों की पहचान की जा सके। ये सर्वे दिसंबर में होने वाले स्थानीय निकाय के चुनावों के बाद किया जाएगा। साथ ही राज्य के 14 जिलों में विभिन्न श्रेणियों के लोगों में एंटीबॉडी टेस्ट भी करवाए जाएंगे जिससे समुदायों में व्याप्त संक्रमण का पता लगाया जा सके। यह निर्णय मुख्यमंत्री पिनरई विजयन की अध्यक्षता में हुई पुनरीक्षण बैठक में लिया गया। इसी बीच राज्य सरकार ने कोरोना के टीके के आवंटन की तैयरियां भी शुरू कर दी हैं। उस स्वास्थ्य कर्मियों की जानकारियां जुटाई जा रही हैं जो पहले चरण में कोरोना के टीके के वितरण की प्रक्रिया में शामिल होंगे। प्रख्यात सबरीमला की यात्रा का शुभारंभ आज से यहां हो गया है। ये हर साल 41 दिनों तक श्रद्धालुओं के लिए खोली जाती है। प्रशासन ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
- तमिलनाडु: तमिलनाडु में भी स्वास्थ्यकर्मियों की जानकारियां जुटाई जा रही हैं जो कोविड वैक्सीन के वितरण में शामिल होंगे। मौजूदा वक्त में राज्य में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की कोविडशील्ड नाम की वैक्सीन का ट्रायल अपने दूसरे चरण में है। एक सर्वे के मुताबिक कोयंबटूर के 42 समूहों से लिए गए 22.1 प्रतिशत खून के नमूनों में एंटीबॉडी पाई गई हैं। इन 42 समूहों में जहां ये शोध किया गया, वहां करमादई से मेत्तूपालायम के बीच के इलाकों में सबसे ज्यादा लोगों में एंटीबॉडीज पाई गई हैं।
- कर्नाटक: कर्नाटक और केरल के बीच की बस सेवा करीब 9 महीने के लंबे अंतराल के बाद बहाल हुई। दोनों राज्यों के परिवहन निगमों ने मंगलूरू और कसरगॉड के बीच 20-20 बसें चलाई हैं। डिग्री, इंजीनियरिंग और डिप्लोमा स्तर के सभी कॉलेजों को कल से खोल दिया गया है जहां फाइनल ईयर की कक्षाओं की सीधी कक्षाएं शुरू हो गई हैं। स्नात्कोतर विद्यार्धियों की कक्षाएं भी शुरू हो गई हैं। सभी विद्याथियों और शिक्षकों की कोरोना जांच अनिवार्य होगी।
- आंध्र प्रदेश: नगरपालिका प्रशासन और शहरी विकास मंत्री बोचा सत्यनारायणन ने रविवार को गरिविड़ी से चीपूरूपल्ली के बीच एक रैली का आयोजन किया जिसमें हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए। जिन्होंनें इस रैली में हिस्सा लिया वे कोरोना के लिए निर्धारित निर्देशों का उल्लंघन करते देखे गए। आंध्र प्रदेश में रविवार को 1056 नए मामले और 14 मौतें दर्ज की गईं। ये पिछले चार महीनें में दर्ज हुआ सबसे कम कोरोना का आंकड़ा है। अब राज्य में कोरोना के सक्रिय मामले 20 हजार से कम होकर 18,659 हो गया है. पिछले 24 घंटों में 2,140 मरीज ठीक हुए हैं जिससे यहां ठीक होने वाले मरीजों की कुल संख्या 8,28,484 हो गई है और रिकवरी दर भी 97.01 प्रतिशत हो गई है। प्रति 10 लाख लोगों में 1.71 लाख लोगों की कोरोना जांच की दर पहुंच गई है और प्रति 10 लाख जांचों में 15,993 लोग पॉजिटिव पाए जा रहे हैं।
- तेलंगाना: तेलंगाना में पिछले 24 घंटों में 502 नए मामले, 1539 मरीज स्वस्थ हुए और तीन मौतें दर्ज हुई हैं। 502 मामलों में से 141 मामले जीएचएमसी के हैं। यहां कुल मामले 2,57,876 हैं जिनमें 14,385 मामले सक्रिय संक्रमण के हैं, 1407 मौतें हो चुकी हैं, 2,42,084 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर 93.87 प्रतिशत हो चुकी है। जबकि राष्ट्रीय दर 93.2 प्रतिशत है। गैर-कृषि संपत्तियों के पंजीकरण का प्रदेश के लाखों लोगों को इंतजार था, उस क्षेत्र में राहत देते हुए मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने तय किया है कि इसकी प्रक्रिया धाराणी पोर्टल पर 23 नवंबर से शुरू हो जाएगी।
- महाराष्ट्र: महाराष्ट्र राज्य में सभी धार्मिक और पूजा स्थलों को आज से खोल दिया गया है। इनमें प्रसिद्ध शिरडी का साई बाबा मंदिर, पंढरपुर का विट्ठल मंदिर, तुलजापुर का तुलजा भवानी मंदिर शामिल हैं जिन्हें आज सुबह करीब 7 महीने बाद खोला गया है। राज्य में रविवार को 2,544 मामले दर्ज किए गए जो कि जून से अभी तक एक दिन में कोरोना के सबसे कम मामलों का आंकड़ा है।
- गुजरात: यहां रविवार को कोरोना के 1,070 नए मामले दर्ज हुए जिनसे कुल मामलों की संख्या 1,88,310 हो गई है। अहमदाबाद में हुई तीन मौतों, राजकोट, सूरत और वड़ोदरा में हुई एक-एक मौत के बाद राज्य में कोरोना से हुई मृत्यु की कुल संख्या अब 3,803 हो गई है।
- राजस्थान: रविवार को राज्य में हुई 10 मौतें कोरोना से हुईं और 2,184 नए संक्रमण के मामले सामने आए हैं जिससे कुल संख्या 2,25,817 हो गई है। जयपुर में सबसे ज्यादा 498 मामले और जोधपुर में 443 नए कोरोना मामले सामने आए हैं। राज्य में अब कुल 18,337 सक्रिय मामले हैं।
- मध्य प्रदेश: रविवार को मध्यप्रदेश में आए 870 नए मामलों के बाद राज्य में कोरोना के कुल 1,83,927 मामले हो चुके हैं। इंदौर और सागर में दो-दो मरीजों, भोपाल, होशंगाबाद और शिवपुरी में एक-एक मरीज की मौत से राज्य में कुल 7 लोगों की मौत पिछले 24 घंटों में हुई है। राज्य में अब तक कुल 3,090 मरीजों की मौत हो चुकी है।
पीआईबी द्वारा जांचे गए तथ्य-
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एमजी/एएम/पीके/डीए
(Release ID: 1673374)
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