PIB Headquarters

पीआईबी का कोविड-19 पर दैनिक बुलेटिन

Posted On: 07 DEC 2020 5:46PM by PIB Delhi

Coat of arms of India PNG images free download

(पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से संबंधित जारी प्रेस विज्ञप्तियां, पीआईबी फील्ड कार्यालयों से मिली जानकारियां और पीआईबी का फैक्ट चेक शामिल)

  • भारत के कुल सक्रिय कोविड मामलों का आंकड़ा उल्लेखनीय रुप से गिरकर 4.03 लाख (4,03,248) से नीचे चला गया
  • भारत में 36,011 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए, इसी अवधि के दौरान 41,970 नए मरीज ठीक हुए
  • भारत में पिछले सात दिनों में प्रति मिलियन जनसंख्या पर नए मामलों की संख्या 186 हैं। यह दुनिया में सबसे कम में से एक है।
  • रिकवरी रेट सुधरकर आज 94.37 प्रतिशत हो गया
  • पिछले 24 घंटे के दौरान 482 रोगियों की मौत हुई

#Unite2FightCorona

#IndiaFightsCorona

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0053W86.jpg

Image

Image

Image

Image

भारत में कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या 138 दिनों के बाद 4.03 लाख पर पहुंची,ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 91 लाख के पार पहुंची,पिछले हफ्ते भारत में प्रति मिलियन जनसंख्या पर आने वाले नए मामलों की संख्या दुनिया में सबसे कम में से एक है

भारत के कुल सक्रिय कोविड मामलों का आंकड़ा आज 4.03 लाख (4,03,248) से नीचे चला गया है। यह 138 दिनों के बाद सबसे कम दर्ज किया गया है। 21 जुलाई 2020 को कुल सक्रिय मरीज़ों की संख्या 4,02,529 थी। पिछले नौ दिनों के रुझान के साथ, भारत ने पिछले 24 घंटों के दौरान दैनिक नए मामलों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक रही। भारत का सक्रिय केस लोड कुल सकारात्मक मामलों का केवल 4.18% है।बीते चौबीस घंटे के दौरान भारत में 36,011 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए, इसी अवधि के दौरान 41,970 नई मरीज ठीक हुए हैं । नए रिकवर होने वाले मामलों में 6,441 की गिरावट आई है।भारत में पिछले सात दिनों में प्रति मिलियन जनसंख्या पर नए मामलों की संख्या 186 हैं। यह दुनिया में सबसे कम में से एक है। नए ठीक होने वाले मामलों और नए मामलों के बीच भी अंतर सुधर रहा है और रिकवरी रेट सुधरकर 94.37% हो गया है।कुल ठीक होने वाले मामले 91 लाख (91,00,792) की संख्या को पार कर चुके हैं। रिकवर होने वाले मामलों और सक्रिय मामलों के बीच की खाई लगातार बढ़ रही है जो अब 87 लाख (86,97,544) के करीब है। ठीक होने वाले नए मामलों में से 76.6% मामले 10 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। महाराष्ट्र में एक दिन में सबसे अधिक 5,834 नए मरीज रिकवर हुए हैं। इसके बाद केरल में एक दिन में सर्वाधिक 5,820 मरीज रिकवर हुए हैं जबकि दिल्ली में यह संख्या 4,916 रही है।पिछले 24 घंटे के दौरान 482 रोगियों की मौत हुई है। दस राज्यों / केन्द्र शासित प्रदेशों का नई मौतों में 79.05 फीसदी का योगदान है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मौतें (95) हुई हैं और उसके बाद दिल्ली और पश्चिम बंगाल में क्रमशः 77 और 49 मौतें हुई हैं।सप्ताह के दौरान प्रति मिलियन आबादी में प्रत्येक दिन होने वाली मौतों की तुलना वैश्विक स्तर पर की जाए तो भारत में यह सबसे कम यानि प्रति मिलियन आबादी पर केवल 3 मौतें हैं।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-

प्रधानमंत्री ने आगरा में आगरा मेट्रो परियोजना के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के आगरा में आगरा मेट्रो परियोजना के निर्माण कार्य का वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में आवासन और शहरी कार्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी, उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ और अन्‍य गणमान्‍य व्‍यक्तियों ने हिस्‍सा लिया।

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के आधारभूत ढांचे में सुधार के लिए आ रही बड़ी समस्‍याओं में से एक यह भी रही है कि परियोजनाओं की घोषणा तो कर दी जाती थी लेकिन इस बात पर कभी ध्‍यान नहीं दिया गया कि इसके लिए धनराशि कहां से आएगी। उन्‍होंने कहा कि उनकी सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि नई परियोजनाओं के शुरू होने से पहले ही आवश्‍यक धनराशि का प्रावधान हो। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्‍ट्रीय आधारभूत ढांचा पाइपलाइन परियोजना के तहत 100 लाख करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च की जाएगी। इसके अलावा, मल्‍टीमॉडल कनेक्टिविटी आधारभूत ढांचा मास्‍टर प्‍लान पर भी कार्य किया जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि देश के आधारभूत ढांचे में सुधार के लिए विश्‍व भर से निवेश को आकर्षित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-

आगरा मेट्रो परियोजना के निर्माण कार्य के उद्घाटन पर प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-

प्रधानमंत्री कल इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2020 को संबोधित करेंगे

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 08 दिसंबर 2020 को सुबह 10:45 बजे वर्चुअल इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) में उद्घाटन भाषण देंगे। आईएमसी 2020 का आयोजन दूरसंचार विभाग, भारत सरकार और सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (सीओएआई) द्वारा किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 8 से 10 दिसंबर 2020 तक आयोजित किया जाएगा।आईएमसी 2020 का विषय - "समावेशी नवाचार - स्मार्ट, सुरक्षित, स्थायी" है। इसका उद्देश्य प्रधानमंत्री के 'आत्मनिर्भर भारत', 'डिजिटल समावेशिता', एवं 'सतत विकास, उद्यमिता और नवाचार' के विजन को बढ़ावा देने में मदद करना है। इसका उद्देश्‍य विदेशी और स्थानीय निवेश संचालित करना, दूरसंचार और उभरते हुए प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में अनुसंधान तथा विकास को प्रोत्साहित करना भी है।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-

प्रधानमंत्री ने आईआईटी-2020 ग्लोबल समिट में मुख्य भाषण दिया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से, पैन आईआईटी यूएसएस द्वारा आयोजित आईआईटी-2020 ग्लोबल समिट में मुख्य भाषण दिया।प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार “रिफॉर्म (सुधार), परफॉर्म (प्रदर्शन), ट्रांसफॉर्म (परिवर्तन)” के सिद्धांत के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यहां कोई भी क्षेत्र सुधारों के दायरे से बाहर नहीं रह गया है। उन्होंने सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए गए व्यापक सुधारों; जैसे- 44 केंद्रीय श्रम कानूनों को सिर्फ 4 कानूनों में बदलना, दुनिया में सबसे कम कॉरपोरेट टैक्स दर, उत्पादन के साथ-साथ निर्माण को बढ़ाने के लिए दस प्रमुख क्षेत्रों में उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना की जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 के इस चुनौती भरे वक्त में, भारत को रिकॉर्ड निवेश मिला है और इस निवेश का बड़ा हिस्सा तकनीकी के क्षेत्र में आया है।उन्होंने कहा कि आज का हमारा काम कल की दुनिया को आकार देगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि री-लर्निंग (नए सिरे से सीखना), री-थिंकिंग (नए सिरे से सोचना), री-इनोवेटिंग (नए सिरे से प्रयोग करना) और रिइंवेंटिंग (नए सिरे से आविष्कार करना), कोविड-19 के बाद की व्यवस्था होगी। लगभग सभी क्षेत्रों में आर्थिक सुधारों की एक सीरीज के साथ यह हमारी दुनिया को नए सिरे से नई ऊर्जा से भर देगी। उन्होंने कहा कि यह ‘जीवन की सरलता’ सुनिश्चित करेगी और इसके साथ-साथ गरीबों और हाशिए पर खड़े लोगों की जिंदगी पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगी। उन्होंने कहा कि उद्योग और अकादमिक क्षेत्र के साझेदारी की वजह से महामारी के दौरान बहुत सारे इनोवेशन सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि आज दुनिया को नए हालात में ढलने के लिए व्यावहारिक समाधानों की जरूरत है।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-

पैन आईआईटी ग्लोबल समिट में प्रधानमंत्री के संबोधन का मूलपाठ

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-

डॉ. हर्षवर्धन ने केंद्रीय मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान की उपस्थिति में आईआईएसएफ- 2020 के लिए सीएसआईआर-आईआईएमटी, भुवनेश्वर के पूर्वावलोकन कार्यक्रम का ई-उद्घाटन किया

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शनिवार को छठें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव- 2020 (आईआईएसएफ-2020) के लिए सीएसआईआर-आईएमएमटी के पूर्वावलोकन कार्यक्रम का ई-उद्घाटन किया। इस समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान थे। इसके अलावा वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के महानिदेशक (डीजी) एवं वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) के सचिव डॉ. शेखर सी मांडे के साथ सीएसआईआर-आईएमएमटी के निदेशक प्रोफेसर सुधात्सवा बसु भी इस अवसर पर उपस्थित थे। इस आईआईएसएफ-2020 का विषय ‘आत्मनिर्भर भारत और वैश्विक कल्याण के लिए विज्ञान’ है। डॉ. हर्षवर्धन ने अपने उद्घाटन संबोधन में कहा, ‘आईआईएसएफ-2020 के लिए प्रस्तावित विषय- आत्मनिर्भर भारत और वैश्विक कल्याण के लिए विज्ञान वर्तमान संदर्भ में बहुत प्रासंगिक है। विकास को गति देने और हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के विजन को लागू करने के लिए देश विज्ञान और प्रौद्योगिकी की ओर देख रहा है। आत्मनिर्भर भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। विभिन्न क्षेत्रों में कई महान वैज्ञानिक खोजों और तकनीकी प्रगति ने विश्व में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हमारे प्रयासों की उत्कृष्टता को प्रदर्शन किया है।’

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-

डॉ. हर्षवर्धन ने राजीव गांधी सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी के इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2020 को संबोधित किया

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को राजीव गांधी सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी, तिरुवनंतपुरम द्वारा आयोजित इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (आईआईएसएफ) 2020 उद्घाटन कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित किया। देश भर में आईआईएसएफ 2020 जैसे तमाम लोकप्रिय कार्यक्रम चल रहे हैं। उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “विज्ञान महोत्सव का मकसद जनता को विज्ञान के साथ जोड़ना होता है। विज्ञान को खुशी की तरह जीना होता है। विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) हमें अपने जीवन को बेहतर बनाने का उपाय मुहैया कराते हैं।” उन्होंने आगे जोड़ा कि इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल का अनूठा मंच तैयार किया गया है, जो उत्सुकता को बढ़ाता है। यह प्रक्रिया सीखने के लिए फायदेमंद साबित होती है। इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2020 को वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर आयोजित किया गया है, जो देश के दूर-दराज के इलाकों में बैठे विज्ञान प्रेमी लोगों को महज एक क्लिक पर उपलब्ध होगा। मंत्री ने बताया कि इस प्रक्रिया से डिजिटिल का इस्तेमाल बढ़ेगा। राजीव गांधी सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी (आरजीसीबी), तिरुवनंतपुरम के कार्यों की सराहना करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कि आरजीसीबी संक्रामक और गैर-संक्रामक रोगों के लिए टेस्टिंग के अलावा, भारत में प्रकोप शुरू होने के बाद से कोविड टेस्टिंग में सबसे आगे है। उन्होंने बताया कि आरजीसीबी ने अब तक एक लाख से ज्यादा कोविड टेस्ट किए हैं।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-

डॉ. हर्ष वर्धन ने दूसरे कैंसर जिनोम एटलस (टीसीजीए) 2020 सम्मेलन का वर्चुअली उद्घाटन किया

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री और वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के उपाध्यक्ष डॉ. हर्ष वर्धन ने शुक्रवार को नई दिल्ली में दूसरे कैंसर जिनोम एटलस (टीसीजीए) 2020 सम्मेलन का वर्चुअली उद्घाटन किया। अपने उद्घाटन संबोधन में डॉ. हर्ष वर्धन ने भारत सरकार की जीनोमिक्स, प्रोटिओमिक्स, मेटाबॉलिकम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग- डेटा विश्लेषण में नवीनतम तकनीकों को लागू करके देश में कैंसर के बोझ को कम करने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, “तमाम आणविक तंत्र-जिसमें जेनेटिक और जीवनशैली का कारक भी शामिल है- कैंसर के इलाज के समक्ष महत्वपूर्ण चुनौतियां पेश करते हैं। इसलिए, एक-एक रोगी के अंतर्निहित कारकों को बेहतर ढंग से समझना आवश्यक है। इस संदर्भ में, भारतीय आबादी के बीच प्रचलित सभी कैंसर के आणविक प्रोफाइल के स्वदेशी, ओपन सोर्स और व्यापक डेटाबेस का निर्माण करें।केंद्रीय मंत्री ने दुनिया भर के वैज्ञानिकों और चिकित्सकों के प्रयासों को स्वीकार किया जो भारतीय कैंसर जिनोमिक्स एटलस (आईसीजीए) के निर्माण के लिए एकत्रित हुए हैं।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय और आयुष मंत्रालय ने आयुष निर्यात संवर्धन परिषद की स्थापना का निर्णय लिया

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय और आयुष मंत्रालय ने आयुष निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्यात संवर्धन परिषद की स्थापना के लिए मिलकर काम करने का फ़ैसला किया है। यह निर्णय हाल ही में आयुष व्यापार और उद्योग की संयुक्त समीक्षा में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल तथा आयुष मंत्री श्री श्रीपद नाइक द्वारा लिया गया था। समीक्षा बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि, आयुष निर्यात को बढ़ावा देने के लिए संपूर्ण आयुष क्षेत्र मूल्य एवं गुणवत्ता प्रतिस्पर्धा को प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करेगा। समीक्षा बैठक 4 दिसंबर 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित की गई थी, जिसमें आयुष क्षेत्र में उद्योग और व्यापार जगत के लगभग 50 प्रमुखों ने भाग लिया था। आयुष सेक्टर के 2000 से अधिक हितधारकों ने वर्चुअल प्लेटफार्मों पर लाइव स्ट्रीमिंग के ज़रिये इस ई-इवेंट में हिस्सा लिया। आयुष सचिव ने आयुष मंत्रालय द्वारा पिछली बैठक की सिफारिशों पर हुई कार्रवाई पर एक प्रस्तुति के साथ चर्चा शुरू की। उन्होंने कोविड-19 महामारी की रोकथाम तथा आयुष उद्योग को बढ़ावा देने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा की गई विभिन्न अन्य पहल के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने आयुष क्षेत्र को बढ़ावा देने के उभरते अवसरों के बारे में बातचीत की और ध्यान देने योग्य कुछ बाधाओं को सूचीबद्ध किया।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-

भारतीय अर्थव्यवस्था अगले कुछ वर्षों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग करके सभी क्षेत्रों में विश्व की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगी, कोविड-19 के प्रभावों से जल्द से ही वापसी करेगी : नीति आयोग उपाध्यक्ष

नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) की स्थापना के 50 साल पूरे होने के अवसर हाल में आयोजित एक कार्यक्रम में जोर देकर कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था अगले कुछ वर्षों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग करके सभी क्षेत्रों में विश्व की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगी। इसके अलावा कोविड-19 के प्रभावों से भी जल्द ही वापसी करेगी। राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार हेतु राष्ट्रीय परिषद (एनसीएसटीसी) और विज्ञान प्रसार द्वारा आयोजित डीएसटी गोल्डेन जुबली डिस्कोर्स-महामारी का दूसरा पक्षपर आयोजित वेबीनार में उन्होंने कहा, ‘सरकार ने विश्व की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्था में से एक बनने के लिए सभी क्षेत्रों में कदम उठाए गए हैं और सुधार किए जा रहे हैं। इन क्षेत्रों में कृषि, आधुनिक चिकित्सा, पारंपरिक, चिकित्सा, नई शिक्षा नीति, लघु एवं मध्यम उद्योग और श्रम क्षेत्र शामिल हैं।उन्होंने कहा कि इस महामारी ने कई चीजों के बदल दिया है और चीजों को करने के लिए नए तरीके दिखाए हैं। इनमें से अधिकांश चीजें कोविड के बाद की विश्व में भी उपस्थित रहने वाली हैं। डॉ. राजीव कुमार ने आगे कहा, ‘कोविड के बाद के युग में गतिशील रहने के लिए हमें एक अभिनव आर्थिक प्रणाली की जरूरत है।उन्होंने कहा कि पोस्ट-कोविड की अर्थव्यवस्था पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के बाद रिकवरी मोड में आ गई है और यह उम्मीद है कि कोविड-19 की बाधाओं के असर से अगले कुछ तिमाहियों में वापसी कर लेगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था अगले 20-30 वर्षों में औसतन 7-8 प्रतिशत की दर से वृद्धि करेगी और 2047 तक तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें

एसडीजी पर चौथा दक्षिण एशिया फोरम

सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के चौथे दक्षिण एशियाई फोरम की पृष्ठभूमि में यूनेस्कैप (यूएनईएससीएपी) दक्षिण एशिया और प्रशांत ने आज दक्षिण एशिया में आपदा और जलवायु लचीलापन पर एक विशेष बातचीत का आयोजन किया। इस उच्च स्तरीय बैठक का मुख्य उद्देश्य आपदा और सार्वजनिक सुरक्षा जोखिम प्रबंधन के लिए प्रणालीगत दृष्टिकोण को लागू करने में आने वाली चुनौतियों को दूर करने के लिए अवसरों और अनिवार्यताओं की पहचान करना था।गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित किया।अपने संबोधन में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि दक्षिण एशियाई देश बाढ़, चक्रवात, ऊष्म लहरें, शीत लहरें, भूस्खलन और सूखे के साथ-साथ कोविड-19 महामारी और इससे ठीक होने की कवायद जैसी चरम मौसमी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे दक्षिण एशिया के सभी देशों के लिए एक अतिरिक्त चुनौती पेश कर रहे हैं। ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए हमें एक दूसरे की सहायता के लिए एक मजबूत सहयोगी ढांचा तैयार करने की आवश्यकता है।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-

कोविड-19 भारत के मछली पालन क्षेत्र के लिए बड़े बदलाव का माध्यम साबित हो सकता है उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि कोविड-19 भारत के मत्स्य पालन क्षेत्र के लिए एक बड़े बदलाव का माध्यम साबित हो सकता है क्योंकि महामारी ने लोगों को पोषक आहार की आदतें अपनाने के प्रति जागरूक किया है। विशाखापत्तनम में केंद्रीय समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान (सीएमएफआरआई)और केंद्रीय मत्स्य प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईएफटी) में आज वैज्ञानिकों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि मछली प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत है और देश में कुपोषण को कम करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने स्वास्थ्य विशेषज्ञों और पोषण विशेषज्ञों से देश में लोगों और विशेषकर बच्चों को पोषक आहार के रूप में मछली के महत्व के बारे में जागरुक बनाने के लिए कहा। उपराष्ट्रपति ने कहामछली ओमेगा -3 फैटी एसिड से समृद्ध है, जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है और हृदय को स्वस्थ्य बनाए रखने के लिए अच्छा है। मछली के बारे में इस जानकारी को लोकप्रिय बनाने और आम आदमी तक पहुंचाने की जरूरत है।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-

पीआईबी के स्थानीय कार्यालयों से प्राप्त जानकारी

*असम : राज्य में 11,514 लोगों की कोरोना जांच की गई जिसमें 0.84 प्रतिशत की पॉजिटिवटी दर से 97 लोग संक्रमित मिले। इसके साथ ही 84 रोगियों को अस्पताल से छुट्टी दी गई। असम के स्वास्थ्य मंत्री ने टवीट कर बताया कि राज्य में कोरोना के अब कुल 213759 मामले हैं, 97.87 प्रतिशत लोग स्वस्थ हो चुके हैं जबकि सक्रिय मामले 1.66 प्रतिशत हैं।

*सिक्किम : राज्य में कोरोना के 27 नए मामले सामने आने के बाद कुल मामले 5,194 हो गए हैं।

*केरल : राज्य में त्रिस्तरीय स्थानीय निकाय चुनाव के अंतर्गत कल आयोजित होने वाले पहले चरण के लिए कोविड प्रोटोकॉल के तहत मतदान बूथ को सैनिटाइज किया जा रहा है। कोविड-19 महामारी के बीच आयोजित होने वाले निकाय चुनावों के सुरक्षित संचालन के लिए केरल के स्वास्थ्य विभाग ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य मंत्री सुश्री के के शैलजा ने कहा है कि हालांकि प्रतिदिन सामने आने वाले कोरोना के नए मामलों की संख्या में कमी दर्ज की गई है,लेकिन कई संकेतकों के अनुसार केरल के कुछ भागों में संक्रमण फिर से बढ़ सकता है। जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार भी चुनावों के बाद कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो सकती है। स्थानीय निकाय चुनावों के लिए मतदान के दौरान एक बूथ में तीन से अधिक मतदाताओं को अनुमति नहीं होगी। मतदान की तिथि से 10 दिन पहले तक जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए मतदाता मतदान की तिथि से एक दिन पहले दोपहर 3 बजे तक डाक मतदान कर सकते हैं। केरल के पांच जिलों में कल आयोजित होने वाले पहले चरण के मतदान के लिए 11,225 मतदान केंद्र की व्यवस्था की गई है। पहले चरण में 88.26 लाख मतदाता 23,584 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।

*तमिल नाडु: राज्य में रविवार को 1,320 लोगों के कोविड-19 पॉजिटिव मिलने के बाद कुल मामलों की संख्या 7,90,240 हो गई है। तमिलनाडु में बीते चौबीस घंटे में 60 वर्ष से अधिक आयु के 16 व्यक्तियों की कोरोना से मृत्यु होने के बाद अब तक 11,793 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महामारी के दौरान पहले से ही बुरी तरह से प्रभावित राज्य के सूक्ष्म,लघु और मध्यम उद्यम(एमएसएमई) को ऑर्डर देने वाले के पुरानी दरों में सामान मांगने और कच्चे माल के दाम बढ़ने के कारण संकटों का सामना करना पड़ रहा है

*कर्नाटक: राज्य के अधिकांश जिले कोविड-19 जांच के लक्ष्य प्राप्त करने में असफल रहे हैं। चिकमंगलूर और बैंगलोर शहरी क्षेत्र में लक्ष्य से अधिक कोरोना की जांच की गई है। राज्य में आईसीयू के मामलों में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है और वर्तमान में 280 आईसीयू के मामले हैं। कर्नाटक सरकार नववर्ष समारोह पर रोक लगाने के लिए निर्णय ले सकती है।

*आंध्र प्रदेश : एलूरू स्थित सरकारी अस्पताल एक रहस्यमयी बीमारी का सामना कर रहा है। इस बीमारी से अब तक 340 लोग प्रभावित हुए हैं और एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। शनिवार शाम से कई लोगों को मिचली और मुंह से झाग निकलने जैसे लक्षणों के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार रोगियों की रक्त रिपोर्ट सामान्य हैं और कोविड-19 जांच रिपोर्ट नेगेटिव है। अधिकारियों के अनुसार एम्स,आईआईसीटी और आईसीएमआर से विशेषज्ञ बीमारी के कारणों का पता लगाने के लिए आ रहे हैं। मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने एलूरू स्थित सरकारी अस्पताल का दौरा किया जहां मिचली, चक्कर आने और मिरगी की शिकायत करने के बाद 150 से अधिक रोगियों को भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री ने रहस्यमयी बीमारी से प्रभावित लोगों से बातचीत भी की।

*तेलंगाना : राज्य में बीते चौबीस घंटे में कोरोना के 517 नए मामले सामने आए, 862 लोग स्वस्थ हुए और दो लोगों की मृत्यु हुई। राज्य में अब कोरोना के कुल 2,73,858 मामले हो चुके हैं। तेलंगाना में अब 7,778 सक्रिय मामले हैं और अब तक 1474 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। 2,64,606 लोगों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई है। राज्य में लगातार नए मामलों से अधिक लोग स्वस्थ हो रहे हैं।

*महाराष्ट्र : बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने कहा है कि कोविड-19 पॉजिटिविटी दर सिर्फ 5 प्रतिशत रह गई है और यह कोरोना महामारी की शुरुआत होने के बाद से बीते दस महीनो में सबसे कम है। चहल ने कहा है कि मुंबई में आज की दर सहित बीते दस दिनों की कोविड-19 पॉजिटिविटी दर आशाजनक है। उन्होंने कहा कि मार्च में महामारी से सबसे अधिक प्रभावित होने के दौरान महाराष्ट्र में पॉजिटिविटी दर 35-36 प्रतिशत थी।

*गुजरात : राज्य में रविवार को कोरोना वायरस के 1,455 नए मामले सामने आने के बाद कुल मामले 2,18,788 हो गए हैं। 17 और रोगियों की मृत्यु होने के बाद गुजरात में अब तक कोरोना वायरस से 4,081 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। राज्य में कोरोना के नए मामलों से अधिक 1,485 लोग स्वस्थ हुए। राज्य में अब तक 2,00,012 लोगों के स्वस्थ होने के बाद मामला रिकवरी दर 91.42 प्रतिशत हो गई है। गुजरात में अब कोरोना के 14,695 सक्रिय मामले हैं।

*केंद्रशासित दमन,दीव,दादरा और नगर हवेली में कोरोना के दो नए मामले सामने आने के बाद कुल मामले 3,315 हो गए हैं जबकि 3,299 लोग स्वस्थ हुए हैं।

*राजस्थान : कोरोना वायरस संक्रमण से बीस ओर लोगों की मृत्यु होने के बाद राजस्थान में रविवार तक कोविड-19 से अब तक 2,479 लोगों की मृत्यु हो चुकी है,जबकि 2,089 नए मामले सामने आने के बाद कुल मामले 2.80 लाख हो गए हैं। कुल मामलों में से 22,427 लोगों का उपचार चल रहा है,जबकि 2,55,729 लोगों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई है। रविवार को सामने आए नए मामलों में जयपुर से 481,जोधपुर से 221, अजमेर से 105, कोटा से 101,अलवर से 95,उदयपुर से 91 और भीलवाड़ा से 81 मामले शामिल हैं।

*मध्यप्रदेश : मध्यप्रदेश सरकार ने कोविड-19 टीकाकरण के लिए युद्धस्तर पर तैयारी शुरू की है, जिससे टीके के उपलब्ध होने के बाद इसे आसानी से उपलब्ध कराया जा सके। राज्य सरकार ने टीके के चलन,भंडारण और प्रबंधन के लिए सभी प्रोटोकॉल और संबंधी व्यवस्था प्रारंभ की है।

*छत्तीसगढ़ : राज्य में रविवार को कोविड-19 के 1,229 नए मामले दर्ज होने के बाद कुल मामले बढ़कर 2,46,809 हो गए हैं जबकि 12 और रोगियों की मृत्यु होने से अब तक कुल 2,989 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। राज्य में विभिन्न अस्पतालों से 93 लोगों को छुट्टी मिलने के बाद अब तक 2,23,772 लोग स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 623 रोगियों ने घर में एकांतवास पूरा किया। छत्तीसगढ़ में अब कोविड-19 के 20,048 सक्रिय मामले हैं। रायपुर जिले में कोरोना के 143 नए मामले सामने के बाद 671 लोगों की मृत्यु सहित कुल मामले 47,745 हो गए हैं।

*गोवा : राज्य में रविवार को कोविड-19 के 112 नए मामले सामने आने के बाद कुल मामले बढ़कर 48,686 हो गए। एक व्यक्ति की मृत्यु होने के बाद गोवा में अब तक 698 लोगों की कोविड-19 से मृत्यु हो चुकी है। 131 लोगों को उपचार के बाद छुट्टी देने के बाद अब तक 46,624 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और अब 1,364 सक्रिय मामले हैं।

FACT CHECK

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image010O0B8.jpg

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image011IMF2.jpg

Image

Image

*****

एमजी/एएम/एजे/डीए


(Release ID: 1685607) Visitor Counter : 340