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पीआईबी का कोविड-19 पर दैनिक बुलेटिन

Posted On: 19 NOV 2020 5:45PM by PIB Delhi

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(पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से संबंधित जारी प्रेस विज्ञप्तियां, पीआईबी फील्ड कार्यालयों से मिली जानकारियां और पीआईबी का फैक्ट चेक शामिल)

 

  • भारत में पिछले 24 घंटों में 45,576 व्यक्ति कोरोना से प्रभावित पाए गए
  • इसी अवधि में 48,493 मरीज ठीक हुए, जिससे देश में सक्रिय मामलों में कुल 2917 मामलों की गिरावट आई।
  • नए ठीक होने वालों का मामला पिछले 47 दिनों से नए मामलों से आगे निकलना जारी
  • देश में सक्रिय मामले कुल मामलों से 5 प्रतिशत नीचे आए
  • रिकवरी दर आज 93.58 प्रतिशत तक सुधरी
  • स्वास्थ्य मंत्रालय ने अकादमिक वर्ष 2020-21 के लिए सेंट्रल पूल एमबीबीएस/बीडीएस सीटों के तहत वार्ड ऑफ कोविड वॉरियर्ससे उम्मीदवारों के चयन और नामांकन के लिए नई श्रेणी को मंजूरी दी
  • केंद्र ने हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और मणिपुर में उच्‍च स्‍तरीय केंद्रीय टीमों को तैनात किया

 

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कोराना से दैनिक आधार पर ठीक होने वालों की संख्या नए मामलों से अधिक होने से सक्रिय मामलों में निरंतर गिरावट सुनिश्चित, सक्रिय मामले कुल मामलों से 5 प्रतिशत नीचे आए

भारत में पिछले 24 घंटों में 45,576 व्यक्ति कोरोना से प्रभावित पाए गए। इसी अवधि में नए 48,493 व्यक्ति ठीक हुए। इससे ये सुनिश्चित होता है कि सक्रिय मामलों में कुल 2917 मामलों की गिरावट आई। नए ठीक होने का मामला पिछले 47 दिनों से नए मामलों से आगे निकल गया है। आज भारत का सक्रिय मामला 5 प्रतिशत से नीचे आ गया। प्रतिदिन ठीक होने का मामला दैनिक मामलों से अधिक होने से यह निष्कर्ष निकलता है कि भारत के कोविड के सक्रिय मामलों में निरंतर गिरावट आ रही है। इससे यह सुनिश्चित हुआ है कि भारत का वर्तमान 4,43,303 सक्रिय मामला भारत के कुल पॉजिटिव मामलों का महज 4.95 प्रतिशत है। प्रत्येक 24 घंटे के चक्र में ठीक होने वाले नए मामलों की संख्या दैनिक नए मामलों से अधिक होने से ठीक होने की दर सुधर कर आज 93.58 प्रतिशत हो गई। कुल ठीक हुए मामलों की संख्या 83,83,602 है। ठीक हुए मामलों और निरंतर बढ़ते सक्रिय मामलों के बीच का अंतर अभी 79,40,299 है। ठीक हुए नए 77.27 प्रतिशत मामलों में 10 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों का योगदान है। कोविड से ठीक होने वाले 7,066 व्यक्तियों में सबसे अधिक केरल से लोग ठीक हुए। दिल्ली में दैनिक आधार पर ठीक होने वालों की संख्या 6,901 रही जबकि महाराष्ट्र में ठीक होने वालों की संख्या 6,608 रही। 77.28 प्रतिशत नए मामलों में 10 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों का योगदान रहा। दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 7,486 नए मामले सामने आए केरल में 6,419 नए मामले पाए गए जबकि कल महाराष्ट्र में 5,011 नए मामले पाए गए। पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से मरने वाले 585 मामलों में से 79.49 प्रतिशत 10 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों से रहे। दिल्ली में 131 व्यक्तियों की मृत्यु हुई और यह 22.39 प्रतिशत है। महाराष्ट्र में मरने वालों की संख्या 100 रही जबकि पश्चिम बंगाल में मृत्यु के 54 मामले सामने आए।

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      स्वास्थ्य मंत्रालय ने अकादमिक वर्ष 2020-21 के लिए सेंट्रल पूल एमबीबीएस/बीडीएस सीटों के तहत वार्ड ऑफ कोविड वॉरियर्ससे उम्मीदवारों के चयन और नामांकन के लिए नई श्रेणी को मंजूरी दी

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए सेंट्रल पूल एमबीबीएस सीटों के तहत उम्मीदवारों के चयन और नामांकन के दिशा-निर्देशों में 'वार्ड ऑफ कोविड वॉरियर्स' (कोविड योद्धाओं के बच्चे) नाम की एक नई श्रेणी शुरू करने के सरकार के फैसले की घोषणा की। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह कदम कोविड रोगियों के उपचार और प्रबंधन में कोविड वॉरियर्स द्वारा किए गए महान योगदान को गौरव प्रदान करना और सम्मानित करना है। उन्होंने कहा, "इससे कर्तव्य और मानवता के लिए निस्वार्थ समर्पण के साथ सेवा करने वाले सभी कोविड वॉरियर्स के महान बलिदान का सम्मान होगा।" सेंट्रल पूल एमबीबीएस सीटें उन "कोविड वॉरियर्स" के बच्चों में से उम्मीदवारों के चयन और नामांकन के लिए आवंटित की जा सकती हैं, जिन्होंने कोविड-19 के कारण अपनी जान गंवायीं; या जिनका कोविड-19 से जुड़ी ड्यूटी के कारण आकस्मिक रूप से निधन हो गया। मंत्री ने सभी को यह याद दिलाते हुए कि भारत सरकार ने कोविड वॉरियर के लिए 50 लाख रुपए के बीमा पैकेज की घोषणा करते हुए कोविड वॉरियर की परिभाषा तय की है, कहा, “कोविड वॉरियर्स सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मियों सहित सभी के सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा प्रदाता हैं, जो कोविड-19 रोगियों के सीधे संपर्क आए हों और उनकी देखभाल की हो और जिन्होंने इससे प्रभावित होने का जोखिम झेला हो। इसमें निजी अस्पताल के कर्मचारी और राज्यों/केंद्रीय अस्पतालों/केंद्रीय/राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के स्वायत्त अस्पतालों, एम्स और राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों (आईएनआई)/ कोविड-19 से जुड़ी जिम्मेदारियों के लिए केंद्रीय मंत्रालयों द्वारा ड्राफ्ट किए गए अस्पतालों के सेवानिवृत्त/स्वयंसेवक/स्थानीय शहरी निकाय/अनुबंधित/दैनिक वेतन/ तदर्थ/आउटसोर्स कर्मचारी सभी शामिल हैं।” उन्होंने साथ ही कहा कि राज्य/केद्रशासित प्रदेशों की सरकार इस श्रेणी के लिए पात्रता को प्रमाणित करेगी।

 

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केंद्र ने हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और मणिपुर में उच्च स्तरीय केंद्रीय टीमों को किया तैनात

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और मणिपुर में उच्च स्तरीय केंद्रीय टीमों की नियुक्ति की है। केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में दैनिक नए मामलों और दैनिक मृत्यु दर में वृद्धि के साथ, एनसीआर क्षेत्रों में हरियाणा और राजस्थान के राज्यों में इसका प्रभाव देखा जा रहा है जहां कोविड के पॉजिटिव रोगियों की संख्या बढ़ रही है। नई दिल्ली स्थित एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया, हरियाणा के लिए गठित तीन सदस्यीय टीम का नेतृत्व कर रहे हैं और डॉ वी के पॉल, सदस्य (स्वास्थ्य), नीती अयोग राजस्थान टीम का नेतृत्व कर रहे हैं, जबकि डॉ. एसके सिंह, निदेशक (एनसीडीसी) गुजरात टीम का नेतृत्व करेंगे। । मणिपुर टीम के प्रमुख डॉ. एल स्वस्तिकरण, एडिशनल डीडीजी, डीएचजीएस हैं। टीमें कोविड मामलों में तेजी की रिपोर्ट वाले जिलों का दौरा करेंगी और पॉजिटिव मामलों की रोकथाम, निगरानी, परीक्षण, संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण उपायों और कुशल नैदानिक प्रबंधन को मजबूत बनाने की दिशा में राज्य के प्रयासों को समर्थन करेंगी।

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संकट को अवसर में बदलें: डॉ. हर्ष वर्धन ने बताया कि कोविड-19 से निपटने की भारत की तैयारी ने 2025 तक टीवी उन्मूलन के लिए भारत को तैयार किया है

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने 33वें स्टॉप टीबी पार्टनरशिप बोर्ड की बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया। यह स्वीकार करते हुए कि कोविड-19 ने कई वर्षों पीछे धकेल दिया हैयदि दशकों तक नहीं तो कम से संक्रामक रोगों के खिलाफ लड़ाई में काफी पीछ धकेल चुका है। इस बात को रेखांकित करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “घातक वायरस ने कई दशकों के हमारे श्रमसाध्य प्रयासों को पटरी से उतार दिया है और टीबी जैसे कई जानलेवा संक्रामक रोगों से वैज्ञानिक ध्यान हटा चुका है। लॉकडाउन ने मरीजों के लिए दुर्गम अवरोध खड़े कर दिए हैं और लोग कोरोनो वायरस के डर से जी रहे हैं। हम सभी जानते हैं कि पिछले दस महीनों में उपचार में रुकावट, दवाओं की उपलब्धता में बाधा, क्लीनिकल ट्रायल की आपूर्ति में कमी, निदान में देरी, आपूर्ति में बाधा, सप्लाई चेन में रुकावट, विनिर्माण क्षमता में गिरावट और जो मरीज इलाज के लिए क्लीनिक तक जा सकते थे, उनके आवागमन में बाधा पैदा की है।संकट को अवसर में बदलने की भारत की रणनीति पर बोलते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, “ कोविड-19 ने हमें स्वास्थ्य प्रणाली सुदृढ़ीकरण और संक्रामक रोग नियंत्रण के माध्यम से टीबी उन्मूलन गतिविधियों को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान किया है।

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प्रधानमंत्री ने बेंगलुरु टेक सम्मेलन का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज बेंगलुरु टेक सम्मेलन का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन किया। इस सम्मेलन का आयोजन कर्नाटक सरकार ने कर्नाटक नवाचार और प्रौद्योगिकी सोसाइटी (केआईटीएस), कर्नाटक सरकार के इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी संबंधी विजन ग्रुप, बायोटेक्नोलॉजी एंड स्टार्टअप, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) और एम.एम. एक्टिव साइंस टेक कम्युनिकेशन्स के सहयोग से किया है। इस साल के सम्मेलन की थीम है ‘नेक्स्ट इज नाऊ'। इस अवसर पर संचार, इलेक्‍ट्रानिक्‍स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और विधि एवं न्‍याय मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद और कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री बीएस येदियुरप्पा भी उपस्थित थे। प्रधानमंत्री ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त की डिजिटल इंडिया को अब सिर्फ भारत सरकार की पहल के तौर पर नहीं देखा जाता बल्कि यह लोगों विशेषकर गरीबों और वंचित तबकों तथा सरकारी तंत्र में मौजूद लोगों के जीवन शैली का हिस्सा बन चुका है।

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बेंगलुरु टेक समिट में दिए गए प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ

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   कोविड-19 चुनौती से निपटने के एमएसएमई मंत्रालय की टेक्नोलॉजी आधारित पहल और कार्यक्रम प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया के आह्वान के प्रति कारगर कदम

केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय ने कोविड-19 चुनौती से निपटने के लिए टेक्नोलॉजी आधारित अनेक पहल और कार्यक्रम शुरू किए हैं। ये पहल और कार्यक्रम प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया के आह्वान के प्रति कारगर कदम साबित हुए हैं। इन पहलों और कार्यक्रमों की सहायता से देश न केवल पर्याप्त हैंड सेनिटाइजर बोतल डिस्पेंसर्स (पंप/फ्लिप) का निर्माण बढ़ती हुई मांग को पूरा करने के लिए करता है बल्कि देश इसके निर्यात के लिए भी तैयार है। इन पहलों से भारत को हैंड सैनिटाइज करने की सामग्रियों (लिक्विड/जेल) में आत्मनिर्भरता हासिल हुई है और इन कार्यक्रमों ने मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, सैनिटाइजर बॉक्स, जांच सुविधाओं आदि को विकसित करने/बनाने में काफी योगदान दिया है।

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श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा - मिशन पुर्वोदय आत्मनिर्भरता की दिशा में पूर्वी भारत को आगे बढ़ाएगा और आत्मानिर्भर भारत बनाने में योगदान देगा।

इस्पात और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा कि आत्मानिर्भर भारत वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के केंद्र में भारत को एक निष्क्रिय बाजार से एक सक्रिय विनिर्माण केंद्र में बदलने के बारे में है। आज मर्चेंट के चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की 119 वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आत्मानिर्भर भारत एक मजबूत निर्माण क्षेत्र के साथ एक मजबूत भारत है, जो विश्व स्तर पर एकीकृत अर्थव्यवस्था के साथ आत्मनिर्भर है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए एक गुणक होगा। जब भारत आत्मनिर्भर बनने की बात करता है, तो वह स्व-केंद्रित प्रणाली की वकालत नहीं करता है। श्री प्रधान ने कहा कि मिशन पूर्वोदय के तहत, हम पूर्वी भारत में एक एकीकृत स्टील हब का निर्माण कर रहे हैं, जो इस्पात क्षेत्र की प्रतिस्पर्धा को बढ़ाएगा और रोजगार सृजन के साथ क्षेत्रीय विकास को सुविधाजनक बनाएगा। मंत्री ने कहा कि कोविड -19 महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए विनाश और आपूर्ति श्रृंखला के लिए झटके पैदा कर दिए हैं, जिससे सभी जगह मंदी की स्थिति पैदा हो गई है। उन्होंने कहा कि भले ही महामारी सामान्य गतिविधि के संचालन को बाधित करती रहे, लेकिन सुधार के संकेत अब मिल रहे हैं और घरेलू अर्थव्यवस्था के क्षेत्रों में गतिविधियों में क्रमिक वृद्धि भी हो रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रगतिशील सुधारों की उम्मीद है क्योंकि लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील व्यापक रूप से बढ़ेगी जो देश को विकास के पथ पर वापस ले जाएगी। श्री प्रधान ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत पैकेज और प्रधान मंत्री जीवन कल्याण योजना ने समाज के सभी वर्गों को राहत प्रदान की है और कोविड -19 महामारी के दौरान सभी क्षेत्रों को आवश्यक सहायता प्रदान की है। ये भारत की अर्थव्यवस्थ को तेज़ी से वापसी के लिए सक्षम होंगे और भारत के विकास की कहानी के अगले अध्याय की शुरुवात करेगा

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आयुष मंत्रालय में वित्तीय प्रबंधन और शासन सुधार संबंधी पहल

आयुष मंत्रालय ने वित्तीय प्रबंधन बेहतर करने और शासन सुधार में तेजी लाने के लिए कई पहल की हैं। इन पहलों में दो क्षेत्रों पर जोर दिया गया है, सरकारी योजनाएं (केंद्रीय क्षेत्र और केंद्र प्रायोजित दोनों) और मंत्रालय के स्वायत्त निकाय। सितंबर, 2020 में मंत्रालय में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में वैद्य राजेश कोटेचा, सचिव (आयुष) और श्री धर्मेन्द्र सिंह गंगवार, अतिरिक्त सचिव एवं वित्तीय सलाहकार, ने इस पहल के लिए रोडमैप तैयार किया था। विभिन्न इकाइयों ने प्राथमिकता के साथ इनके कार्यान्वयन का जिम्मा लिया। वित्तीय और प्रशासन सुधारों की सूची तैयार करना, और यह सुनिश्चित करने के लिए कार्यक्रम/योजनाएं तैयार करना कि कोष का प्रवाह निर्बाध और प्रत्यक्ष तरीके से परियोजना कार्यान्वयन एजेंसी तक हो, चिन्हित की गयी जमीनी कार्य गतिविधियों में शामिल हैं। इनके साथ राज्य सरकारों को मैचिंग शेयर और प्री-डिफाइंड ट्रिगर के साथ समय पर धन जारी किया जाएगा ताकि किसी भी स्तर पर धन का प्रवाह न रुके। इस प्रकार, ये कदम सरकारी परियोजनाओं में अक्सर देरी करने वाली बाधाओं को हटाने का काम करते हैं।

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पीआईबी के स्थानीय कार्यालयों से प्राप्त जानकारी

  • अरुणाचल प्रदेश: अरुणाचल में कोविड के कुल सक्रिय मामले 1182 तक पहुंच गए हैं। जबकि कुल राज्य में आज तक कोविड के 14715 मामले ठीक हुए हैं।
  • असम: पिछले 24 घंटों के दौरान असम में 23484 परीक्षणों किये गए जिनमें से 169 नए मामलों का पता चला, जो 0.72% की पॉजिटिव दर है।
  • मेघालय: मेघालय में कोविड के कुल सक्रिय मामले 753 तक पहुंच गए हैं और कुल ठीक होने वाले मामले 10014 हैं।
  • सिक्किम: सिक्किम राज्य में कोविड के सक्रिय मामले 296 तक पहुंच गए हैं। जबकि अब तक डिस्चार्ज होने वाले मामलों की संख्या 4124 है।
  • महाराष्ट्र: बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने भीड़-भाड़ वाले बाजारों में फेरीवालों, दुकान मालिकों, सहायकों और ट्रांसपोर्टरों के सप्ताह भर तक चलने वाले कोविड-19 के परीक्षण शुरू कर दिये है। दीवाली के बाद नागरिक निकाय को, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों और सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों के चलते मामले बढ़ने की आशंका है। अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि शहर के नागरिक निकाय ने शहर के 24 नागरिक वार्डों में से प्रत्येक में से 10 में नि: शुल्क परीक्षण केंद्र स्थापित किए हैं। महाराष्ट्र में बुधवार को संक्रमण के 5,011 नए मामलों के साथ राज्य में कोविड के कुल मामले 17,57,520 हो गये हैं। विशेष रूप से पिछले कुछ दिनों में लगभग 3,000 का उछाल आया है।
  • गुजरात: गुजरात में कोविड के 1,281 नए मामलों की सूचना दी है, इस से राज्य में कोविड के मामले लगभग 1.92 लाख हो गये हैं। अहमदाबाद सहित कई जिलों में दिवाली के बाद मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। राज्य में मामलों कि दैनिक संख्या एक महीने पहले 1,200 थी। इस बीच, एक दिन में परीक्षणों की संख्या 50,000 से भी कम रही। अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) के अधिकारियों ने कोविड मामलों में वृद्धि के बाद शहर के नामित अस्पतालों में बेड की उपलब्धता की समीक्षा की। राज्य सरकार ने कहा कि नए मामलों का पता लगाने और पिछले कुछ दिनों से नए मामलों में आए उछाल के बाद इसके प्रसार को रोकने के लिए दैनिक परीक्षणों को बढ़ाने का फैसला किया है।
  • राजस्थान: राजस्थान में, कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या एक बार फिर 26 दिनों के बाद 19,000 के आंकड़े को पार कर गई है। राज्य में बुधवार को 2,178 नए मामले सामने आए हैं। जयपुर और जोधपुर जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं। बीकानेर, अलवर, अजमेर और कोटा से बड़ी संख्या में नए संक्रमण के मामले आ रहे  हैं। राज्य में अब तक 40 लाख से अधिक नमूनों का परीक्षण किया गया है। राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की बढ़ती संख्या को देखते हुए आशा सहयोगिनियों को पल्स ऑक्सीमीटर प्रदान करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को इस बीमारी को हल्के में नहीं लेना चाहिए। उन्हें मास्क पहनना चाहिए और अन्य स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करना चाहिए।
  • मध्य प्रदेश: इस समय राज्य में कोविड के 9,338 सक्रिय मामले हैं। राज्य सरकार ने राज्य में लॉक डाउन की अफवाहों का खंडन किया है और कहा है कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने स्पष्ट किया है कि मध्य प्रदेश में लॉक डाउन लागू करने जैसी कोई स्थिति नहीं है, इस संबंध में कोई भी प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।
  • छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने महामारी की स्थिति को देखते हुए छठ पूजा को लेकर विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। राज्य सरकार ने नए दिशानिर्देशों को जारी करते हुए नदी और तालाबों के घाटों पर छठ पूजा के लिए सशर्त अनुमति दी है। दिशानिर्देशों के अनुसार, छठ पूजा के दौरान घाटों पर केवल पूजा करने की अनुमति होगी। सामाजिक दूरी को बनाए रखना और मास्क पहनना अनिवार्य होगा। पूजा स्थलों पर लोगों के अनावश्यक जमावड़े को रोकने के लिए आयोजन समितियों की जिम्मेदारी होगी। इसके अलावा, किसी भी जुलूस, रैली या सांस्कृतिक कार्यक्रम को उत्सव के दौरान आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों के अनुसार, छठ पूजा पर सुबह 6 बजे से सुबह 8 बजे तक ही पटाखों का उपयोग किया जा सकता है।
  • गोवा: राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने बुधवार को कहा कि पर्यटन के मौसम के बीच गोवा सरकार होटलों के लिए एक नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार कर रही है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, श्री राणे ने कहा कि गोवा में पर्यटकों के लिये अपनी सीमाओं को सील नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "हम होटलों के लिए दिशा-निर्देश जारी करने की प्रक्रिया में हैं, जो उनके लिए एक कमरे को आइसोलेशन कक्ष के रूप में आरक्षित करना अनिवार्य करेगा"।
  • केरल: केरल उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को कोविड -19 रोगियों के अंतिम संस्कार के लिए जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है। राज्य के सभी सिनेमाघर जो कोविड-19 के बाद बंद थे, वह बंद रहेंगे और जल्द नहीं खुलेंगे, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन द्वारा आज बुलाई गई फिल्म संगठनों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। कल राज्य में 6,419 नए कोविड-19 मामले आए और 7,066 मामले ठीक होने की रिपोर्ट की गई। वर्तमान परीक्षण में पॉजिटिव दर 9.53% है और कोविड मामलों में मृत्यु का आंकड़ा 1,943 है।
  • तमिलनाडु: तमिलनाडु केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने राज्य सरकार से कोविड महामारी के बिक्री कम होने के कारण उन्हें फ्रंट लाइन श्रमिकों की सूची में शामिल करने और आवश्यक लाभ प्रदान करने का आग्रह किया है। लगभग 50 वर्षों तक तमिल सिखाने वाले रूसी विद्वान अलेक्जेंडर दुबेंस्की का कोविड -19 बीमारी के चलते अस्पताल में निधन हो गया।
  • कर्नाटक: बेंगलूरु में कोविड-19 टीकाकरण के लिये लाभार्थियों के रूप में 94,000 फ्रंटलाइन श्रमिकों की पहचान की गई है। यह बताया जा रहा है कि वैक्सीन 2021 की शुरुआत तक प्रशासन के लिए तैयार हो जाएगा। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंगलोर टेक समिट 2020 में कहा - कोविड-19 लॉकडाउन लगाने के चरम के दौरान टेक्नोलॉजी ने यह सुनिश्चित किया की भारत के गरीबों को त्वरित और उचित सहायता प्राप्त हो। कर्नाटक में बुधवार को 1,791 नए कोविड -19 मामले सामने आए और 21 लोगों की मौतों की सूचना मिली, जिससे कुल संक्रमण की संख्या 8,65,931 और मरने वालों की संख्या 11,578 हो गई है।
  • आंध्र प्रदेश: मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने आंध्र प्रदेश में कोरोनावायरस की दूसरी लहर को ले कर अधिकारियों को चेतावनी दी है। एक समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को दिल्ली और अन्य देशों में कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए कोविड -19 के प्रसार को रोकने के लिये प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया। आंध्र प्रदेश में बुधवार को सक्रिय मामलों की संख्या 16,516 थी। राज्य में 91,54,263 कोविड परीक्षण किए गए है। साथ ही 9.33 प्रतिशत की पॉजिटिव दर के साथ अब तक 8.54 लाख मामले सामने आए हैं। हर दस लाख की आबादी पर औसतन 1,71,428 परीक्षण किए गए, हर दिन 75,000 परीक्षण किए गए।
  • तेलंगाना: राज्य सरकार ने निजी प्रयोगशालाओं में कोविड -19 के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण की दरों को 2,200 रुपये से घटा कर 850 रुपये तक कर दिया है। घर से लिये गए नमूनों के लिए, शुल्क 2,800 रुपये से घटाकर 1,200 रुपये कर दिया गया है। 24 घंटो के दौरान राज्य में कोविड -19 से कुल 1,607 मरीज ठीक हुए जबकि 948 नए मामले सामने आए। राज्य में मामलों की कुल संख्या 2,59,776, ठीक होने वालों की संख्या 2,45,293 और सक्रिय मामलों की कुल संख्या 13,068 है।

 

पीआईबी द्वारा जांचे गए तथ्य

 

 

 

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