स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय

कोविड-19 पर अपडेट

Posted On: 09 APR 2020 7:16PM by PIB Delhi

देश में कोविड-19 की रोकथाम नियंत्रण एवं प्रबंधन के लिए राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों के साथ साथ भारत सरकार द्वारा विभिन्न अग्र-रोधी, सक्रिय एवं श्रेणीबद्ध उपाय किए गए हैं। इनकी नियमित रूप से निगरानी एवं पुनरीक्षण सर्वोच्च स्तर पर किया जा रहा है।

आज यहां निर्माण भवन में डॉ. हर्षवर्धन की अध्यक्षता में मंत्रियों के समूह (जीओएम) की एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने कोविड-19 की रोकथाम नियंत्रण एवं प्रबंधन पर विस्तार से विचार-विमर्श किया। जीओएम ने पीपीई, एन-95 मास्कों एवं वेंटिलेटरों की पर्याप्तता पर भी विचार-विमर्श किया। जीओएम को सूचित किया गया कि पीपीई के लिए 30 स्वदेशी विनिर्माताओं का विकास किया गया है, पीपीई के लिए 1.7 करोड़ ऑर्डर दे दिए गए हैं और आपूर्ति पहले ही आरंभ हो चुकी है तथा वेंटिलेटरों के लिए 49,000 आर्डर दिए जा चुके हैं। मंत्रियों के समूह ने हॉटस्पॉट और क्लस्टर प्रबंधन के लिए कार्यनीति के साथ साथ देश भर में परीक्षण रणनीति और टेस्टिंग किट्स की उपलब्धता की भी समीक्षा की।

मंत्रियों के समूह ने यह भी निर्देश दिया कि हाइड्रोसाइक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू) का उपयोग प्रस्क्रिप्शन के अनुसार होना चाहिए और यह वैसे मरीजों के लिए उपयुक्त नहीं है जिनकी कार्डियक अनियमितता है या जिन्हें इससे संबंधित रोग है क्योंकि उनके लिए यह हानिकारक साबित हो सकता है। मंत्रियों के समूह को यह भी जानकारी दी गई कि हाइड्रोसाइक्लोरोक्वीन का पर्याप्त भंडार रखा जा रहा है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने क्लस्टर नियंत्रण योजना एवं अस्पताल की तैयारी (कोविड-19 मरीजों के लिए आईसीयू एवं वेंटिलेटर प्रबंधन) से संबंधित कार्यकलापों में राज्यों एवं राज्य स्वास्थ्य विभाग को सहायता देने के लिए उच्च स्तरीय बहु-विषयी टीमें तैनात की हैं। इन टीमों को बिहार, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक, मप्र, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना एवं उत्तर प्रदेश में तैनात किया गया है।

इसके अतिरिक्त, वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान केंद्र (सीएसआईआर लैब्स) एवं सेंटर फॉर सेलुलर एंड मोलेकुलर बॉयोलॉजी (सीसीएमबी लैब्स), हैदराबाद और इंस्टीच्यूट ऑफ जिनोमिक्स एवं इंटीग्रेटिव बॉयोलॉजी (आईजीआईबी), नई दिल्ली ने वायरस की उत्पति को समझने के लिए नोवल कोरोना वायरस की समग्र जिनोम सेक्वेंसिंग पर एक साथ मिलकर काम करना आरंभ कर दिया है।

कई जिले कोविड-19 के प्रबंधन के लिए विभिन्न नवोन्मेषी उपायों को अपना रहे हैं। इनमें से कुछ सर्वश्रेष्ठ अभ्यास निम्नलिखित है:

  • करनाल जिला:

- एक परिवार कार्यक्रम अपनाना: परिवार, उद्योग या जो विदेश में रहते हैं, आदि के साथ करनाल के लोगों ने करनाल के जरूरतमंद लोगों को अपनाने के लिए उदारतापूर्वक लगभग 64 लाख रुपये का दान दिया है जो पूरे जिले में 13,000 निर्धनतम परिवारों की देखभाल करेगा।

- निर्बल समूहों को प्रति दिन 90,000 भोजन वितरित करने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।

- होम क्वारंटाइन का पता लगाने के लिए समर्पित करनाल लाइव ट्रैकरजैसी प्रौद्योगिकी तथा एक ऑनलाइन लोकल डिलीवरी ऐप-नीड आन व्हील्स (नाऊ) भी स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा सुगम बनाया गया है जिससे कि सब्जी/फल थोक विक्रेताओं तथा डेयरियों की प्राप्ति की जा सके।

  • लखनऊ जिलाः

-होटलों को क्वारंटाइन केंद्रों के रूप में उपयोग में लाने के प्रयास किए गए हैं।

अभी तक, 5734 पुष्ट मामले और 166 मौतें दर्ज की गई हैं। 473 व्यक्ति ठीक होकर स्वस्थ/डिस्चार्ज हो चुके हैं।

कोविड-19 संबंधित तकनीकी मुद्दों, दिशा-निर्देशों एवं परामर्शदात्रियों पर सभी प्रमाणिक एवं अद्यतन जानकारी के लिए कृप्या नियमित रूप से https://www.mohfw.gov.in/. का अवलोकन करें।

कोविड-19 संबंधित तकनीकी पूछताछ के लिए  technicalquery.covid19[at]gov[dot]in पर तथा अन्य प्रश्नों के लिए ncov2019[at]gov[dot]in . पर ई-मेल करें।

कोविड-19 पर किसी पूछताछ के मामले में, कृप्या स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय हेल्पलाइन संख्या +91-11-23978046  या 1075 (टोल फ्री) पर काल करें। कोविड-19 पर राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों की हेल्पलाइन संख्या की सूची https://www.mohfw.gov.in/pdf/coronvavirushelplinenumber.pdf . पर भी उपलब्ध है।

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एएम/एसकेजे

 

 


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