नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय
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श्री भगवंत खुबा ने इंटरसोलर यूरोप 2022 में “इंडिया सोलर एनर्जी मार्केट” पर प्रमुख वक्तव्य दिया


भारत उच्च दक्षता वाले सौर पीवी मॉड्यूल का स्वदेशी निर्माण बढ़ाने के लिये प्रतिबद्धः श्री खुबा

भारत में आरई सेक्टर में निवेश के अपार अवसर; भारत में 196.98 अरब अमेरिकी डॉलर की परियोजनायें प्रक्रिया में

Posted On: 13 MAY 2022 1:20PM by PIB Delhi

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नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री श्री भगवंत खुबा जर्मनी के म्यूनिख में आयोजित इंटरसोलर यूरोप 2022 में सम्मिलित हुये। उन्होंने इंडियाज़ सोलर एनर्जी मार्केट (भारत का सौर ऊर्जा बाजार) विषय पर होने वाले निवेश प्रोत्साहन कार्यक्रम में प्रमुख वक्तव्य दिया।

अपने मुख्य वक्तव्य में श्री भगवंत खुबा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी की महत्‍वाकांक्षी पंचामृत का लक्ष्य कॉप-26 इंडिया के दौरान तय किया गया था, जिसके तहत भारत 2070 तक नेट-ज़ीरो का लक्ष्य प्राप्त करेगा तथा 2030 तक गैर-जीवाश्म 500 गेगावॉट ऊर्जा की क्षमता स्थापित करेगा। श्री खुबा ने कहा कि भारत में नवीकरणीय ऊर्जा संसाधान की अपार क्षमता है तथा इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिये मजबूत बुनियाद को मजबूत नीति का समर्थन प्राप्त है।

 

उन्होंने कहा कि भारत में पिछले सात वर्षों में नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में असाधारण वृद्धि हुई है तथा भारत ने 2021 में गैर-जीवाश्म ईंधन की समग्र ऊर्जा क्षमता का 40 प्रतिशत लक्ष्य पूरा कर लिया है। इस तरह भारत 2030 तक निर्धारित अवधि से पूरे नौ वर्ष आगे है। श्री खुबा ने कहा कि भारत सरकार महत्‍वाकांक्षी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये सौर पीवी सेक्टर में स्वदेशी निर्माण को प्रोत्साहन देने के लिये प्रतिबद्ध है। स्वदेशी पीवी निर्माण सेक्टर को समर्थन देने के लिये कई नीतिगत उपाय किये गये हैं।

श्री खुबा ने इस बात पर जोर दिया कि भारत उच्च दक्षता वाले सौर पीवी मॉड्यूल का स्वदेशी निर्माण बढ़ाने के लिये संकल्पित है और इसके लिये 24,000 करोड़ रुपये का बजट परिव्यय का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा भारत की हरित हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिये 25, 425 करोड़ रुपये का अनुमानित परिव्यय का प्रावधान किया गया है। हरित हाइड्रोजन मिशन से आशा की जाती है कि वह हर वर्ष 4.1 मिलियन टन हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा।

इसके साथ ही भारत निवेश के अपार अवसर उपलब्ध कराता है। इस समय भारत में लगभग 196.98 अरब अमेरिकी डॉलर की परियोजनायें प्रक्रिया में हैं। श्री खुबा ने कहा, मैं एक बार फिर सभी विकसित देशों और प्रमुख नवीकरणीय ऊर्जा दिग्गजों को आमंत्रित करता हूं कि वे भारत द्वारा विश्व को उपलब्ध कराये जाने वाले अवसरों का इस्तेमाल करें।

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