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पीआईबी का कोविड-19 पर दैनिक बुलेटिन

Posted On: 06 JAN 2021 5:59PM by PIB Delhi

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  • कोरोना से होने वाली मौतों की संख्‍या में लगातार गिरावट; पिछले 12 दिनों से प्रतिदिन होने वाली मौतों की संख्‍या 300 से नीचे रही
  • सक्रिय मामलों की संख्‍या 2,27,546 लाख रह गई
  • पिछले 24 घंटों में ठीक हुए नए मरीजों की संख्‍या 21,314 हो गई,जबकि पिछले 24 घंटों में 18,088 नए मामले दर्ज किए गए
  • रिकवरी दर बढ़कर 96.36 प्रतिशत हुई
  • पीएम केयर्स फंड ट्रस्ट ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में 162 समर्पित पीएसए मेडिकल ऑक्सीजन उत्‍पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए 201.58 करोड़ रुपये दिए
  • मैसर्स सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और मैसर्स भारत बायोटेक के कोविड-19 वायरस के टीके के सीमित आपातकालीन उपयोग की स्वीकृति और मैसर्स कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड के तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल से अनुमति दी गई

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कोरोना से होने वाली मौतों की संख्‍या में लगातार गिरावट; पिछले 12 दिनों से प्रतिदिन होने वाली मौतों की संख्‍या 300 से नीचे रही, कुल सक्रिय मामलों की संख्‍या 2.19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2.27 लाख पर आई, ब्रिटेन से आए नए म्‍यूटेंट स्‍ट्रेन के कुल 71 मामले सामने आए

कोरोना महामारी से देश में होने वाली मौतों की संख्‍या में लगातार कमी आ रही है। पिछले 12 दिनों में प्रतिदिन होने वाली मौतों की संख्‍या 300 से नीचे दर्ज की गई है।

पिछले सात दिनों में देश में प्रति 10 लाख की आबादी पर सिर्फ एक मौत दर्ज की गई है।एक अन्‍य उपलब्धि के तौर पर, देश में कुल सक्रिय मामलों की संख्‍या में लगातार कमी आ रही है। इस समय देश में कुल सक्रिय मामलों की संख्‍या 2,27,546 है। कुल पॉजिटिव मामलों में सक्रिय मामलों की हिस्‍सेदारी में भी कमी आई है और यह 2.2 प्रतिशत से नीचे (2.19 प्रतिशत) आ गई है। प्रतिदिन ठीक हो रहे मरीजों की संख्‍या प्रतिदिन सामने आ रहे नए मामलों की संख्‍या से अधिक हो रही है और इस तरह सक्रिय मामलों में गिरावट का रुख जारी है। पिछले 24 घंटों में ठीक हुए नए मरीजों की संख्‍या 21,314 हो गई है। इस तरह पिछले 24 घंटों में दर्ज कुल सक्रिय मामलों की संख्‍या में 3,490 की गिरावट आई है।हाल के दिनों में देश में प्रतिदिन सामने आ रहे मामलों की संख्‍या 20,000 से नीचे रही है। पिछले 24 घंटों में 18,088 नए मामले दर्ज किए गए हैं।देश में पिछले सात दिनों में प्रति 10 लाख की आबादी पर 96 नए मामले दर्ज किए गए हैं। ब्राजील, रूस, फ्रांस, इटली, अमेरिका और ब्रिटेन में ऐसे मामलों की संख्‍या बहुत अधिक है।देश में आज की तिथि पर ठीक हुए मामलों की कुल संख्‍या बढ़कर 1 करोड़ के करीब पहुंच गई और वह 99,97,272 है। ठीक हो रहे मरीजों की संख्‍या प्रतिदिन सामने आने वाले नए मामलों की संख्‍या से बढ़ रही है और रिकवरी दर 96.36 प्रतिशत हो गई है। नए ठीक हुए रोगियों की संख्‍या का 76.48 प्रतिशत 10 राज्‍यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों में हैं। पिछले 24 घंटों में केरल में एक दिन में कोविड के सबसे अधिक रोगी 4,922 ठीक हुए हैं, महाराष्‍ट्र में प्रतिदिन 2,828 और छत्तीसगढ़ में 1,651 रोगी ठीक हुए हैं। नए सामने आए कुल मामलों में से 79.05 प्रतिशत मामले 10 राज्‍यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों से हैं। केरल में पिछले 24 घंटों में 5,615 नए मामले दर्ज किए गए हैं। महाराष्‍ट्र में कल 3,160 और छत्तीसगढ़ में 1,021 मामले दर्ज किए गए। पिछले 24 घंटों में कुल 264 मौतें हुई हैं जिनमें से 73.48 प्रतिशत मौतें 10 राज्‍यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों में हुई हैं।

नई मौतों में से 24.24 प्रतिशत यानी 64 मौतें महाराष्‍ट्र में दर्ज की गई हैं। छत्तीसगढ़ में 25और केरल में 24 मौतें दर्ज की गई हैं।देश में 71 ऐसे रोगियों की पहचान की गई है जो पहले पहल ब्रिटेन में पाए गए नोवल कोरोना वायरस के नए म्‍यूटेंट स्‍ट्रेन से सं‍क्रमित हुए हैं।

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री श्री बोरिस जॉनसन के बीच टेलीफोन पर बातचीत

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री श्री बोरिस जॉनसन से टेलीफोन पर बातचीत की। प्रधानमंत्री श्री जॉनसन ने आगामी गणतंत्र दिवस परेड समारोह में उन्हें मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित करने के लिए भारत का धन्यवाद किया, परंतु ब्रिटेन में कोविड-19 परिदृश्य में बदलाव के चलते उन्होंने इस समारोह में उपस्थित ना हो पाने की अपनी असमर्थता जताई। उन्होंने दोहराया कि नजदीक भविष्य में वह भारत का दौरा करने के इच्छुक हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह ब्रिटेन में मौजूदा परिस्थितियों से अवगत हैं। उन्होंने इस महामारी के शीघ्र नियंत्रण के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि वह कोविड-19 महामारी की परिस्थितियों में सुधार के बाद प्रधानमंत्री श्री जॉनसन के भारत में स्वागत करने को लेकर उत्सुक हैं। दोनों नेताओं ने कोविड-19 के नियंत्रण के लिए टीके के विकास और उत्पादन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के विषय में जारी द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की। उन्होंने ब्रेक्जिट के बाद और कोविड-19 के बाद दोनों देशों के बीच साझेदारी की क्षमताओं में विश्वास व्यक्त किया और इन क्षमताओं को वास्तविकता में परिवर्तित करने के लिए एक समग्र ढांचा तैयार करने पर सहमति जताई।

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डॉ. हर्षवर्धन ने वर्चुएल माध्यम से डीबीटी-टीएचएसटीआई फरीदाबाद में सीईपीआई केंद्रीकृत नेटवर्क लैब का उद्घाटन किया

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी,स्वास्थ्य और परिवार कल्याणएवं पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कल नई दिल्ली में वर्चुएल माध्यम से फरीदाबाद स्थित ट्रांसनेशनल स्वास्थ्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान(टीएचएसटीआई) में सीईपीआई केंद्रीकृत नेटवर्क लैब का उद्घाटन किया। यह दुनिया में इस प्रकार की सात प्रयोगशाला में से एक है। टीएचएसटीआई बॉयोप्रौद्योगिकी विभाग(डीबीटी) का एक संस्थान है। यह भारत में इस प्रकार की एकमात्र प्रयोगशाला है और इसे एनएबीएल द्वारा प्रमाणित है। इस अवसर पर अपने संबोधन में डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड महामारी से निपटने के लिए प्रभावी मध्यवर्तन विकसित करने में गत 10 माह से लगातार काम करने के लिए डीबीटी और बीआईआरएसी की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज भारत कोविड-19 से निपटने में टीका विकसित करने में अग्रणी भूमिका में है। 30 वैक्सीन में से दो वैक्सीन को औषधि नियंत्रक द्वारा अनुमति दी जा चुकी है और शेष अग्रिम स्तर पर हैं। डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड महामारी के प्रभाव को कम करने वाली पहलों को प्रदर्शन करने वाली एस और टी समाधान पर ई-बुक का विमोचन भी किया। इस ई-बुक में डीबीटी समर्थित पहलों द्वारा विकसित स्वदेशी कोविड-19 मध्यवर्तन प्रदर्शित किए गए हैं।

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पीएम केयर्स फंड ट्रस्ट ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में 162 समर्पित पीएसए मेडिकल ऑक्सीजन उत्‍पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए 201.58 करोड़ रुपये दिए

प्रधानमंत्री के आपात स्थिति नागरिक सहायता और राहत (पीएम केयर्स) फंड ट्रस्ट ने देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अतिरिक्त 162 समर्पित प्रेशर स्विंग एडसोर्पश्‍न (पीएसए) चिकित्सा ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की स्थापना के लिए 201.58 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।परियोजना की कुल लागत में संयंत्रों की आपूर्ति और कमीशनिंगऔर केन्‍द्रीय चिकित्सा आपूर्ति स्टोर (सीएमएसएस) के प्रबंधन शुल्क के लिए 137.33 करोड़ रुपये और व्यापक वार्षिक रखरखाव अनुबंध के लिए 64.25 करोड़ रुपये शामिल हैं।स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की एक स्वायत्तशासी संस्था- केन्‍द्रीय चिकित्सा आपूर्ति स्टोर (सीएमएसएस) द्वारा खरीद की जाएगी। कुल 154.19 मीट्रिक टन क्षमता वाले 162 संयंत्र 32 राज्यों / संघ शासित प्रदेशों [अनुलग्नक-I] में लगाए जाने हैं।जिन सरकारी अस्पतालों में ये संयंत्र स्थापित किए जाने हैं, उनकी पहचान संबंधित राज्यों / संघ शासित प्रदेशों के परामर्श से कर ली गई है।संयंत्रों की पहले 3 साल की वारंटी होती है। अगले 7 वर्षों के लिए, परियोजना में सीएएमसी (व्यापक वार्षिक रखरखाव अनुबंध) शामिल है।नियमित ओ और एम अस्पतालों / राज्यों द्वारा किया जाना है। सीएएमसी की अवधि के बाद, पूरा ओ और एम अस्पतालों / राज्यों द्वारा वहन किया जाएगा।इस व्‍यवस्‍था से सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली और मजबूत होगी और किफायती तरीके से चिकित्सा ऑक्सीजन की उपलब्धता की दीर्घकालिक व्यवस्थित वृद्धि हो सकेगी। ऑक्सीजन की पर्याप्त और निर्बाध आपूर्ति कोविड-19 के औसत और गंभीर मामलों के प्रबंधन के लिए एक आवश्यक पूर्व-आवश्यकता है, इसके अलावा कई अन्य चिकित्सा स्थितियों में भी इसकी आवश्यकता होती है।

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प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिक समुदाय से विज्ञान, प्रौद्योगिकी और उद्योग में मूल्य सृजन निर्माण चक्र को मजबूत बनाने का आह्वान किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने द्रव्‍य सृजन के लिए विज्ञान के मूल्‍य सृजन चक्र को बढ़ावा देने के लिए सोमवार को वैज्ञानिक समुदाय को प्रोत्‍साहित किया। प्रधानमंत्री नेशनल मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव 2021 के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से नेशनल एटॉमिक टाइमस्‍केल और भारतीय निर्देशक द्रव्य प्राणाली राष्ट्र को समर्पित की और राष्ट्रीय पर्यावरण मानक प्रयोगशाला की आधारशिला भी रखी। प्रधानमंत्री ने कहाकिऐतिहासिक रूप से किसी भी देश ने विज्ञान को बढ़ावा देने के अपने प्रयास में प्रत्यक्ष सह-संबंधों में ही प्रगति की है। उन्होंने इसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी और उद्योग के 'मूल्य सृजन चक्र' की संज्ञा दी। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि एक वैज्ञानिक आविष्कार प्रौद्योगिकी का निर्माण करता है और प्रौद्योगिकी से औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलता है। इसके बदले में उद्योग नए अनुसंधान के लिए विज्ञान में और निवेश करता है। यह चक्र हमें नई संभावनाओं की दिशा की ओर ले जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सीएसआईआर-एनपीएल ने इस मूल्य चक्र को आगे बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाई है।प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि द्रव्‍य सृजन के लिए विज्ञान का मूल्य सृजन चक्र आज की दुनिया में अधिक महत्वपूर्ण हो गया है, जब देश आत्‍मनिर्भर भारत के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा है।

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प्रधानमंत्री ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक की वैक्सीन को मंजूरी मिलने पर देश को बधाई दी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक के टीकों को भारत के औषध महानियंत्रक- डीसीजीआई की मंजूरी मिलने पर इसे वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ महत्वपूर्ण लड़ाई में भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए एक निर्णायक मोड़ करार दिया है। लगातार कई ट्वीट संदेशों में प्रधानमंत्री ने कहा, “एक महत्वपूर्ण लड़ाई में भारत की स्थिति को मजबूत करने के लिए निर्णायक क्षण! @SerumInstIndiaऔर @BharatBiotechके टीके को भारत के औषध महानियंत्रक-डीसीजीआई की मंजूरी मिलने के बाद स्वस्थ और कोरोना मुक्त राष्ट्र होने का रास्ता साफ हो गया है। भारत को बधाई। इस मुहिम में जुटे हमारे मेहनती वैज्ञानिकों और अन्वेषकों को बधाई।”इस उपलब्धि पर प्रत्येक भारतीय को गर्व होगा कि, जिन दो वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी गई है, वे भारत में ही बनी हैं! यह सफलता आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने के लिए हमारे वैज्ञानिक समुदाय की उत्सुकता को दर्शाता है, जिसके मूल में ही करुणा और सेवाभाव निहित हैं।

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प्रधानमंत्री ने राजकोट में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान-एम्स की आधारशिला रखी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एम्स राजकोट की आधारशिला रखी। इस दौरान गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी उपस्थित थे। इस अवसर पर संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने लाखों डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों, सफाई कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के अन्य कोरोना योद्धाओं के प्रयासों को याद किया, जिन्होंने लगातार मानवता की रक्षा के लिए अपना जीवन दांव पर लगा दिया। उन्होंने वैज्ञानिकों तथा उन सभी लोगों के प्रयासों की भी सराहना की, जिन्होंने इस कठिन परिस्थिति में गरीबों को पूर्ण समर्पण के साथ भोजन उपलब्ध कराया।प्रधानमंत्री ने कहा कि, इस वर्ष ने हमें यह एहसास दिलाया है कि, जब भारत एकजुट हो जाता है तो यह प्रभावी रूप से कठिन से कठिन संकट का सामना कर सकता है। उन्होंने कहा कि प्रभावी कदमों के परिणामस्वरूप भारत बहुत ही बेहतर स्थिति में है और कोरोना के पीड़ितों को बचाने का भारत का रिकॉर्ड अन्य देशों की तुलना में काफी अच्छा है। श्री मोदी ने कहा कि, टीकाकरण के बारे में सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि, भारत में बनने वाले टीके को तेजी से देश के हर कोने तक पहुंचाने के लिए जारी प्रयास अंतिम चरण में है। प्रधानमंत्री ने कहा कि, दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान को चलाने के लिए भारत की तैयारी जोरों पर है।

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एम्स राजकोट, गुजरात के शिलान्यास समारोह में प्रधानमंत्री के सम्बोधन का मूल पाठ

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उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत की कोविड वैक्सीन विज्ञान की लम्‍बी छलांग है

उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति श्री एम. वेंकैया नायडू ने दो कोविड वैक्‍सीनों के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिलने की सराहना की। उन्‍होंने इसे विज्ञान की लम्‍बी छलांग बताते हुए कहा कि इससे मानवता बड़े पैमाने पर लाभान्वित होगी। सोमवार को सोशल मीडिया पर लिखते हुएउपराष्‍ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि यह उपलब्धि इस बात का संकेत है कि आत्‍मनिर्भर भारत न केवल भारतीयों को बल्कि बड़े पैमाने पर मानवता को भी लाभ पहुंचा सकता है। पिछले वर्ष कोविड-19 की रोकथाम में देश द्वारा दर्शाए गए राष्ट्रीय संकल्प की सराहना करते हुए श्री नायडू ने इस वर्ष के दौरान भी लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए इसी भावना से काम करने का आह्वान किया।श्री नायडू ने कहा कि भारत इस बहुत जरूरत वाली वैक्सीन का बड़ी मात्रा में उत्पादन करने की अपनी योग्‍यता और क्षमता का प्रदर्शन करते हुए इस घातक बीमारी से मानवता की रक्षा करने में सबसे आगे रहा है। भारत की स्वदेशी वैक्सीन (कोवैक्‍सीन) में पूरे वायरस की पहुंच पर आधारित कुछ अनूठी विशेषताएं हैं। यह एक सराहनीय उपलब्धि है और दूरदर्शी मजबूत तथा उत्साही प्रयासों के लिए सभी संबंधित व्‍यक्ति बधाई के पात्र हैं।

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केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड-19 टीकाकरण की शुरुआत की तैयारियां को तेज करने के निर्देश दिए, स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की, 2 जनवरी 2021 से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 के टीका अभियान का ड्राई रन

    केंद्र सरकार ने देश भर में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कहा कि वे अपने यहां कोविड-19 के टीका अभियान को प्रभावी तरीके से चलाने के लिए कमर कस लें। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण ने गुरुवार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोवि़ड-19 टीकाकरण के लिए बनाए गए सत्र स्थलों की तैयारियों की समीक्षा एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए की। इस दौरान श्री भूषण के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रमुख सचिव, एनएचएम एमडी और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के अन्य स्वास्थ्य प्रशासनिक अधिकारी ऑनलाइन जुड़े थे।

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भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) का कोविड-19 वायरस के टीके के सीमित आपातकालीन उपयोग की स्वीकृति पर प्रेस वक्तव्य

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विषय विशेषज्ञ समिति की बैठक 1 और 2 जनवरी 2021 को हुई और मैसर्स सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और मैसर्स भारत बायोटेक के कोविड-19 वायरस के टीके के सीमित आपातकालीन उपयोग की स्वीकृति के प्रस्ताव और मैसर्स कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड के तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल से संबंधित सिफारिशें की गईं। विषय विशेषज्ञ समिति में पल्मोनोलॉजी, इम्युनोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फॉर्माकोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, इंटरनल मेडिसिन आदि क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल होते हैं।मैसर्स सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे ने एस्ट्राजेनेका/ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से तकनीकी हस्तांतरण के साथ सार्स-कोव-2 स्पाइक (एस) ग्लाइकोप्रोटीन को एनकोड कर एक रीकॉम्बिनेंट चिंपांजी एडेनोवायरस वेक्टर वैक्सीन (कोविशील्ड) तैयार की है। मैसर्स भारत बायोटेक ने आईसीएमआर और एनआईवी (पुणे), जहां से उन्हें वायरस सीड स्ट्रेन्स मिले, के सहयोग से एक पूर्ण विरिअन इनएक्टिवेटेड कोरोना वायरस वैक्सीन (कोवैक्सीन) विकसित की है। यह टीका वेरो सेल प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया है, जिसका सुरक्षा और प्रभावकारिता को लेकर ट्रैक रिकॉर्ड बेहतर रहा है।समीक्षा के बाद, विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों को स्वीकार करने का केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) द्वारा निर्णय लिया गया है और उसके अनुसार, हम आपात स्थिति में सीमित इस्तेमाल के लिए मैसर्स सीरम और मैसर्स भारत बायोटेक के टीकों को मंजूरी देने जा रहे हैं। इसके साथ ही मैसर्स कैडिला हेल्थकेयर को तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के लिए अनुमति दी जा रही है।

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घरेलू चिकित्सा उपकरण उद्योग ने वर्ष 2020 में कोविड-19 चुनौती का सामना करने के लिए कैसे अपने में बदलाव किया, कैसे अपने को बेहतर बनाया और कैसे अपना विस्तार किया

वर्ष 2020 में चिकित्सा आपूर्ति क्षेत्र में देश में उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज की गई। कोविड-19 महामारी के शुरुआती दौर में भारत पूर्ण रूप से आयात किए गए वेंटिलेटर,पीपीई किट और एन-95 मास्क पर निर्भर था। कोरोना महामारी से लड़ाई में आवश्यक इन उत्पादों के लिए पहले कोई मानक विनिर्देश मौजूद नहीं थे। केंद्र सरकार ने महामारी के प्रारंभिक दौर में ही इस चुनौती की पहचान कर देश भर में सफलतापूर्वक आवश्यक स्वास्थ्य उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता और वितरण सुनिश्चित किया।उत्पादन शुरू करने के बाद औसत लागत घटकर अब 2 से 10 लाख के बीच रह गई है। पिछले 9 महीनों में मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के सरकारी अस्पतालों में 36,433 वेंटिलेटर की आपूर्ति सुनिश्चित की है।यह तथ्य इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकिस्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से लेकर कोविड-पूर्व के समय तक देश की सभी जन स्वास्थ्य सुविधाओं में केवल 16 हजार वेंटिलेटर उपलब्ध थे,लेकिन 12 महीने से भी कम समय में सभी जन सुविधाओं में भारत में निर्मित 36,433 वेंटिलेटर की आपूर्ति की गई।वेंटिलेटर के निर्यात पर लगी सभी रोक अब हटा ली गई हैं और भारत में निर्मित वेंटिलेटर का निर्यात किया जा रहा है। पीपीई किट के क्षेत्र में मार्च माह में बेहद कम घरेलू उत्पादन क्षमता की तुलना में भारत अब प्रतिदिन दस लाख पीपीई किट से अधिक का उत्पादन कर विश्व में दूसरा सबसे बड़ा निर्माता बन गया है। इसके साथ ही भारत आज कई देशों को पीपीई किट का निर्यात भी कर रहा है

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डीबीटीबीआईआरएसी के सहयोग से जाइडस कैडिला द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित डीएनए टीके के चरण III के नैदानिक ​​परीक्षणों की मंजूरी दी गई

भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) द्वारा कोविड-19, जेडवाईकोव-डी के खिलाफमैसर्स जाइडस कैडिला द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित देश के पहले डीएनए टीके के चरण III के नैदानिक परीक्षणों की मंजूरी दी गई है। इस टीके को बीआईआरएसी और भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के तत्वावधान में राष्ट्रीय बायोफार्मा मिशन (एनबीएम) द्वारा सहयोग प्रदान किया गया है। जाइडस कैडिला ने भारत में 1,000 से अधिक प्रतिभागियों में इस डीएनए टीके के चरण - I/II के नैदानिक परीक्षणों को पूरा किया है और इन परीक्षणों के अंतरिम आंकड़ों का संकेत यह है कि थोड़े अंतराल पर तीन खुराक लेने पर यह टीका सुरक्षित और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला है। इन अंतरिम आंकड़ों की समीक्षा करने वाली विषय विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के आधार पर, डीसीजीआई ने 26,000 भारतीय प्रतिभागियों में इस टीके के चरण- III के नैदानिक परीक्षण करने की अनुमति दी है।

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पीआईबी के स्थानीय कार्यालयों से प्राप्त जानकारी

  • केरल :राज्य सरकार ने केंद्र से टीका वितरण के दौरान प्राथमिकता देने पर विचार करने का अनुरोध किया है। राज्य सरकार ने प्राथमिकता पर टीका देने के दावे के समर्थन में चार कारणों का हवाला दिया है। बीते आठ माह से केरल सरकार ने “डिले द पीक” रणनीति अपना कर कोरोना वायरस के संक्रमण पर रोक लगाई है। हालांकि गत दो महीने से बड़ी संख्या में मामले सामने आए हैं। राज्य सरकार के अनुसार इसलिए केरल को टीका वितरण में प्राथमिकता दी जानी चाहिए। राज्य सरकार ने सह-रुगण्ता के साथ वाले लोगों की बड़ी जनसंख्या,जनसंख्या का अधिक घनत्व होने के कारण कोविड-19 के तेजी से संक्रमित होने, टीका देने में प्राथमिकता वाले वरिष्ठ नागरिकों की राज्य में औसत जनसंख्या राष्ट्रीय औसत से अधिक होने जैसे अन्य कारणों का हवाला भी दिया है। इस बीच स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से ताजा वायरस फैलने की संभावना को समझने और उचित रोकथाम रणनीति अपनाने के लिए कोविड-19 घनत्व अध्ययन कराएगा। वर्तमान में राज्य में जांच पॉजिटिविटी दर 9.16 प्रतिशत है। 2 वर्षीय एक बच्चे सहित ब्रिटेन से लौटे 6 लोग वायरस के नए स्ट्रेन के लिए पॉजिटिव पाए गए हैं। अधिक जांच के लिए कुल 41 नमूने एनआईवी पुणे भेजे गए हैं और परिणाम की प्रतीक्षा है।
  • तमिलनाडु : राज्य में अब तक कोरोना वायरस के कुल 8,22,370 मामले दर्ज किए गए। 12,177 लोगों की मृत्यु हुई है। तमिलनाडु में 7808 सक्रिय मामले और 8,02,385 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गई।
  • कर्नाटक : स्वास्थ्य मंत्री डॉ. केसुधाकर के अनुसार पहले चरण में 3,57,313 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा और 28,427 टीकाकरण केंद्र खोले जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कर्नाटक कोविड टीके के लिए तैयार है और गत शनिवार कोड्राई रन सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। इस बीच उच्च न्यायालय ने ब्रिटेन से लौटने वाले 700 यात्रियों की जांच न कराने के संबंध में राज्य सरकार से जानकारी मांगी है।
  • आंध्र प्रदेश : राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कोविड जांच से संबंधी रैपिड एंटीजन जांच किट के मूल्य में कमी के आदेश जारी किए हैं। सरकार ने सभी शुल्क सहित प्रति किट के लिए केवल 230 रूपए का शुल्क निर्धारित किया है। इस बीच आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त कटमनेनी भास्कर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कोविड टीकाकरण शुरु होने के बारे में तिथि की जानकारी और पहले चरण में राज्य को मिलने वाली खुराक के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि भंडारण और वितरण के सबसे अहम भाग शीतगृह प्रबंधन के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। मई 2020 में 7,300 यात्रियों के पंजीकरण के बाद से विशाखापट्टनम हवाई अड्डे में यात्रियों के आवागमन में लगातार बढ़ोत्तरी देखी गई है। दिसंबर में 1.61 लाख यात्री हवाई अड्डे पहुंचे और विभिन्न स्थानों की ओर रवाना हुए। सुरक्षा प्रबंध का पालन,टिकट और सामान की संपर्क रहित जांच और बिना परेशानी के रखरखाव जैसे कारणों के चलते कई यात्रियों ने विशाखापट्टनम हवाई अड्डे से यात्रा करना पसंद किया।
  • तेलंगाना : राज्य में कोविड-19 महामारी के फैलने के बाद पॉजिटिविटी दर सबसे कम दर्ज की गई है। कोरोना वायरस महामारी के फैलने के बाद पहली बार 5 जनवरी को पॉजिटिविटी दर कम होकर 0.6 प्रतिशत रह गई। मार्च,2020 में राज्य में नोवल कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के समय औसत पॉजिटिविटी दर 8.92 प्रतिशत थी जो जून में उच्चतम स्तर पर पहुंची थी । राज्य में 31 दिसंबर और 1 जनवरी को 1 हजार केंद्रों पर टीकाकरण कार्यक्रम का ड्राई रन किया गया। हैदराबाद स्थित सीसीएमबी और चंडीगढ़ स्थित आईएमटी के अनुसंधान कर्ताओं ने निर्धारित कोविड-19 वार्ड से एकत्र किए गए वायु नमूने से नोवल कोरोना वायरस(एसएआरएस-सीओवी-2) को अलग किया है। हैदराबाद और दुबई हवाई अड्डे ने टीके के विश्वभर में सुरक्षित और प्रभावी आवागमन के लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। तेलंगाना में 97.73 प्रतिशत की रिकवरी दर के साथ कोरोना वायरस के कुल 2,88,410 मामले सामने आए। इनमें से 4982 सक्रिय मामले, 1556 लोगों की मृत्यु,2,81,872 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गई।
  • महाराष्ट्र : मंगलवार तक 18,50,189 कोविड-19 रोगियों के पूरी तरह से ठीक होने के बाद महाराष्ट्र में स्वस्थ होने की दर बढ़कर 94.87 प्रतिशत हो गई है। इसके साथ ही मंगलवार को महाराष्ट्र में कोरोना के 3,160 नए मामले सामने आए और 64 लोगों की मृत्यु हुई। राज्य में मामला मृत्यु दर 2.55 प्रतिशत है। मुंबई मंडल में मंगलवार को 1085 नए मामले सामने आए और 22 लोगों की मृत्यु हुई जबकि पुणे मंडल में इसी दिन 635 नए मामले और 10 लोगों की मृत्यु हुई। इस सप्ताह राज्य में 8 व्यक्ति यूके स्टेन से पॉजिटिव पाए गए। इनमें से 5 मुंबई और एक-एक पुणे,ठाणे और मीरा भयंदर में मिले। मुख्यमंत्री ने सोमवार को कहा कि वह अन्य राज्यों के द्वारा विदेशों से आने वाले यात्रियों को अलग करने का अनुरोध करेंगे। इस बीच 2 जनवरी,2020 को राज्य के चार जिलों पुणे,जालना, नंदूरबार और नागपुर में कोरोना के टीके कासफलतापूर्वक ड्राई रन किया गया। आगामी 8 जनवरी को सभी 36 जिलों में ड्राई रन कराया जाएगा।
  • गुजरात : राज्य में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 655 नए मामले दर्ज किए गए और 4 लोगों की मृत्यु हुई। स्वस्थ होने की दर बढ़कर 94.71 प्रतिशत हो गई है। गुजरात में अब तक कोविड-19 के कुल 2,48,581 मामले सामने आए। इनमें से 2,35,426 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और बीते 24 घंटे के दौरान 868 रोगी स्वस्थ हुए। राज्य में अब तक 99 लाख से अधिक जांच की गई है। अहमदाबाद में सबसे अधिक 141 नए मामले सामने आए जबकि सूरत में 124 नए मामले दर्ज किए गए। वर्तमान में राज्य में कुल 8,830 सक्रिय मामले हैं। इस बीच स्वास्थ्य विभाग राज्य में विशाल कोविड टीकाकरण कार्यक्रम की तैयारी कर रहा है। अहमदाबाद सिविल अस्पताल मुख्य टीकाकरण प्रशासनिक केंद्र रहेगा।टीकाकरण कार्यक्रम के लिए हजारों डॉक्टर,नर्स और फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मियों को तैनात किया जा रहा है। राज्य में कल ड्राई रन का अभ्यास किया गया। नागरिकों को पंजीकरण के लिए को-विन सॉफ्टवेयर का प्रयोग करना होगा। इस बीच 6 नगर निगमों ने पंजीकरण की शुरूआत की है। राज्य में 11-12 जनवरी से 10वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए विद्यालय फिर से खोले जाएंगे।
  • मध्यप्रदेश : राज्य में 2.5 प्रतिशत की कम पॉजिटिविटी दर के साथ सक्रिय मामलो से अधिक लोगों को स्वस्थ होने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को राज्य में कुल कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 2,45,368 पहुंच गई। 14 लोगों की संक्रमण से मृत्यु होने के बाद अब तक 3662 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। मध्यप्रदेश में अब कोरोना के कुल 8,427 सक्रिय मामले हैं जबकि कुल 2,33,229 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य के कुल 52 जिलों में से केवल 14 जिलों में कोरोना के 10 से अधिक पॉजिटिव मामले सामने आए। इनमें चार बड़े शहर इंदौर,भोपाल,ग्वालियर और जबलपुर शामिल हैं। इस बीच कोरोना टीकाकरण के प्रथम चरण के लिए तैयारी जोरों पर है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार राज्य भर में स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं सहित सर्वाधिक प्राथमिकता समूह को मुफ्त टीका लगाया जाएगा। राज्य में कोरोना टीकाकरण के पहले चरण में 4 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा। यह टीका सभी जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्यकेंद्रो में लगाया जाएगा। राज्य में 52 जिला अस्पताल,84 नागरिक अस्पताल और 334 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। प्रथम चरण में 1,100 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को टीकाकरण केंद्र में शामिल नहीं किया गया है।
  • छत्तीसगढ़ : मंगलवार को राज्य में कोविड-19 के 1021 नए पॉजिटिव मामले सामने आए। रायपुर जिले में ही सबसे अधिक 231 मामले मिले। मंगलवार को राज्य में 1492 लोग स्वस्थ हुए और सक्रिय मामले 9111 रहे। छत्तीसगढ़ में अब तक 2,71,988 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में पहले चरण में 2.5 लाख कोरोना योद्धाओं को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। टीका लगाने के लिए 1100 बूथ स्थापित किए गए हैं। टीकाकरण के लिए सभी तैयारियाँ लगभग पूरी कर ली गई हैं। राज्य के 21 जिलों में कोरोना टीकाकरण की तैयारियां का जायजा लेने के लिये 7 जनवरी,2021 से दो दिन तक पूर्वाभ्यास किया जाएगा। इससे पहले 7 जिलों में ड्राई रन किया जा चुका है। एनएचएम निदेशक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं। मॉक ड्रिल के दौरान कोविड उचित व्यवहार का पालन किया जाएगा। 7 जनवरी को मॉक ड्रिल बलरामपुर,बीजापुर, दंडेवाड़ा,जशपुर,कांकेर,कोंडागांव, कोरिया, नारायणपुर और सुकमा में 8 जनवरी को बालौद, बलौदा बाजार,बेमेतरा,धमतरी,गरियाबंद,जांजगीर-चांपा,कवर्धा,महासमुंद,मुंगेली और रायगढ़ मे किया जाएगा।
  • राजस्थान : राज्य में 5 जनवरी को कोविड से स्वस्थ होने वाले मामलों की संख्या 3 लाख से अधिक हो गई। इस वर्ष के पहले पांच दिनों में 4,139 लोग स्वस्थ हुए जबकि 2,432 लोग वायरस से संक्रमित हुए। दिसंबर माह में 40,180 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए जबकि 58,889 व्यक्ति स्वस्थ हुए। राज्य सरकार ने 18 जनवरी से स्कूल,कालेज और कोचिंग केंद्र सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों को खोलने का निर्णय लिया है। राज्य में महामारी की स्थिति को नियंत्रण में देखते हुए स्कूलों में नौवीं से बाहरवी,विश्वविद्यालय और कालेज में अंतिम वर्ष की कक्षा, कोचिंग केंद्र और सरकारी प्रशिक्षण संस्थानों को खोलने का निर्देश दिया गया है। पहले दिन 50 प्रतिशत विद्यार्थी उपस्थिति रहेंगे और शेष 50 प्रतिशत दूसरे दिन कक्षा में शामिल होंगे। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ऐतियातन कदम उठाने के लिए शिक्षकों को आवश्यक प्रशिक्षण देगा।
  • गोवा : राज्य में मंगलवार को 80 नए मामले और 1 व्यक्ति की मृत्यु होने के बाद कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 51,415 हो गई है। राज्य में अब तक 744 लोगों की मृत्यु हुई है। वर्तमान में गोवा में 860 सक्रिय मामले हैं और स्वस्थ होने की दर 96.88 प्रतिशत है। एक बड़े निर्णय में राज्य सरकार ने गोवा में सरकारी और निजी अस्पतालों में कोविड-19 की जांच के लिए विभिन्न परीक्षणों की एक समान दर निर्धारित कर दी है। मंगलवार को जारी आदेश के अनुसार पूर्ण रुप से स्वचालित आरटी-पीसीआर जांच की दर 2,430 रूपए, अर्ध-स्वचालित आरटीपीसीआर जांच 1,400 रूपए और पारम्पिक आरटी-पीसीआर जांच 1,188 रूपए में होगी। रैपिड एंटीजन जांच के लिए अब 580 रूपए देने होंगे। राज्य के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने एक निजी स्थान सहित चार स्थानों पर कोविड टीकाकरण के ड्राई रन का सफलतापूर्वक संचालन किया। प्रत्येक स्थान पर 25 स्वास्थ्य कर्मियो ने प्रशिक्षित टीकाकरण अधिकारी द्वारा प्रतिरूपी टीका लगाया। नए साल के दौरान कोविड-19 संक्रमण के संभवत प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए मानक संचालन प्रक्रिया(एसओपी) का पर्यटकों और पार्टी मनाने वाले लोगों द्वारा उल्लंघन किया गया। इसे देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राने ने शनिवार को इस माह गोवा में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने की चेतावनी दी है।
  • असम : राज्य में कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 2,16,381 हो गए हैं। 2,12,246 रोगियों को अब तक अस्पताल से छुट्टी दी गई है। असम में अब 1728 सक्रिय मामले हैं और कुल 1,057 लोगों की मृत्यु हुई है।
  • सिक्किम : राज्य में इस सप्ताह कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 5938 हो गए। सिक्किम में अब तक कुल 5221 रोगियों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है। राज्य में 493 सक्रिय मामले हैं और कुल 129 लोगों की मृत्यु हुई है।

पीआईबी द्वारा जांचे गए तथ्य

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