आयुष
आयुष मंत्रालय ने पुणे में औषधीय पौधों के लिए क्षेत्रीय सुविधा केन्द्र बनाया
Posted On:
01 OCT 2020 1:32PM by PIB Delhi
आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने महाराष्ट्र के सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय में आयुष मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड (एनएमपीबी), पश्चिमी क्षेत्र में क्षेत्रीय सह सुविधा केंद्र (आरसीएफसी) का 29 सितंबर, 2020 को वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान बिहार में स्थित नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति पदमभूषण डॉ. विजय भटकर, वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रमुख और आरसीएफसी (डब्ल्यूआर) के समन्वयक प्रोफेसर डॉ. ए. बी एडे, एनएमपीबी के सीईओ डॉ. जे. एल. शास्त्री भी उपस्थित थे।
इस अवसर श्री कोटेचा ने औषधीय पौधों की खेती में एनएमपीबी के उद्देश्यों को पूरा करने में आरसीएफसी की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने आत्मानिभर भारत पर आगामी परियोजना में जड़ी-बूटियों की खेती को बढ़ावा देने के लिए आयुष मंत्रालय के प्रयासों के बारे में बताया।
एनएमपीबी ने अब तक, देश के विभिन्न क्षेत्रों में औषधीय पौधों पर काम करने वाले कुछ प्रमुख संगठनों / विश्वविद्यालयों में 2017-18 से छह ऐसे क्षेत्रीय सह सुविधा केंद्र (आरसीएफसी) स्थापित किए हैं। ये आरसीएफसी विभिन्न राज्यों स्तर के विभागों जैसे राज्य औषधीय पौधों के बोर्डों (एसएमपीबी) / राज्य वन / कृषि / बागवानी विभाग आदि के साथ अपनी विभिन्न योजनाओं को लागू करने के लिए एनएमपीबी की विस्तारित शाखा के रूप में कार्य करते हैं।
नया आरसीएफसी पश्चिमी क्षेत्र गोवा, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव जैसे राज्यों / केन्द्र शासित प्रदेशों में एनएमपीबी की गतिविधियों को कार्यान्वित और समन्वित करेगा। यह केंद्र विभिन्न आयुष फार्मेसियों के माध्यम से मार्केट अप-लिंकिंग के साथ संरक्षण और खेती की गतिविधियों को सुविधाजनक बनाएगा।
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एमजी/एएम/सीसीएच/डीए
(Release ID: 1660612)
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