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कोविड-19 पर पीआईबी का दैनिक बुलेटिन

Posted On: 30 SEP 2020 6:03PM by PIB Delhi

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(पिछले 24 घंटों में जारी कोविड-19 से संबंधित प्रेस विज्ञप्तियां, पीआईबी के क्षेत्रीय कार्यालयों से मिली जानकारियां और पीआईबी द्वारा जांचे गए तथ्य शामिल हैं)

  • कुल पॉजिटिव मामले का केवल 15.11 प्रतिशत ही सक्रिय मामले
  • कुल सक्रिय मामलों के 76 प्रतिशत मामले 10 सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में
  • रिकवरी दर आज 83.33 प्रतिशत हुई,पिछले 24 घंटे में 86,428 मरीज ठीक हुए
  • कोविड-19 संकट ने आयुष ने विभिन्‍न विषयों मेंअनुसंधान संस्कृतिको प्रेरित किया
  • उपराष्ट्रपति ने कोविड-19 के अग्रणी योद्धाओं और रोगियों के साथ कलंक एवं भेदभाव की घटनाओं की निंदा की
  • स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कोविड की स्थिति के बावजूद भी सरकार की आवश्यक सेवाओं की नीति जैसे जैसे-प्रजनन संबंधी मातृ एवं नवजात शिशु देखभाल, बाल और किशोर स्वास्थ्य (आरएमएनसीएएच), क्षय रोग, कीमोथेरेपी, डायलिसिस और बुजुर्गों की स्वास्थ्य देखभाल में किसी भी तरह की कोताही नहीं की गई

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भारत में सक्रिय मामलों के प्रतिशत में गिरावट का ट्रेंड बरकरार, कुल पॉजिटिव मामले का केवल 15.11 प्रतिशत ही सक्रिय मामले,कुल सक्रिय मामलों के 76 प्रतिशत मामले 10 सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में

भारत में कुल पॉजिटिव मामलों के प्रतिशत की तुलना में सक्रिय मामलों की संख्या में गिरावट का ट्रेंड लगातार बना हुआ है। इस समय देश में कुल पॉजिटिव मामलों में से केवल 15.11 प्रतिशत सक्रिय मामले हैं जो 9,40,441 हैं। एक अगस्‍त को जहां यह आंकड़ा 33.32 प्रतिशत था, वहीं ​30 सितंबर को यह 15.11 प्रतिशत पर आ गया है। दो महीने में भी सक्रिय मामलों की संख्या आधी हो गई है।भारत में लगातार बढ़ रहा रिकवरी दर आज 83.33 प्रतिशत हो गया। पिछले 24 घंटे में 86,428 मरीज ठीक हुए हैं और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। कुल ठीक होने वाले मामले की संख्या 51,87,825 है। रिकवर मामले और सक्रिय मामलों के बीच का अंतर 42 लाख (42,47,384) को पार कर गया है। रिकवरी के बढ़ती संख्या के कारण अंतर लगातार बढ़ रहा है।देश में सक्रिय मामलों की संख्या होने के कारण 22 सितंबर के बाद से सक्रिय मरीजों की संख्या 10 लाख से नीचे बनी हुई है।सक्रिय मामलों के 76 प्रतिशत से अधिक मामले 10 राज्यों में केंद्रित हैं। ये राज्य हैंमहाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, असम, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना। 2,60,000 से अधिक सक्रिय मामले के साथ महाराष्ट्र इस सूची में सबसे उपर है।14 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में 5,000 से कम सक्रिय मामले हैं।रिकवरी के कुल मामलों में से 78 प्रतिशत 10 राज्य / केन्द्र शासित प्रदेशों से है। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 10,00,000 रिकवरी हुई है जिसके बाद आंध्र प्रदेश में 6,00,000 से अधिक रिकवरी हुई है। पिछले 24 घंटों में 80,472 नए मामले सामने आए हैं। नए मामलों में से 76 प्रतिशत मामले 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से हैं। महाराष्ट्र ने सबसे अधिक लगभग 15,000 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद कर्नाटक में 10,000 से अधिक मामले सामने आए हैं। पिछले 24 घंटों में 1,179 लोगों की मौत हुई है। इनमें से लगभग 85 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश जैसे दस राज्य / केंद्र शासित प्रदेशों से सामने आए हैं। नई मौतों में से 36 प्रतिशत से अधिक मौतें महाराष्ट्र (430 मौत) में हुई हैं।

 

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डॉ. हर्षवर्धन ने मातृ, नवजात और बाल स्वास्थ्य (पीएमएनसीएच) केजलपान उत्तरदायित्वसहभागिता कार्यक्रम को संबोधित किया

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मातृ, नवजात और बाल स्वास्थ्य (पीएमएनसीएच) के जलपान उत्तरदायित्वसहभागिता कार्यक्रम में भाग लिया। इस आयोजन की सह-अध्यक्षता व्हाइट रिबन एलायंस (डब्ल्यूआरए) और एवरी वुमन एवरी चाइल्ड (ईडब्ल्यूईसी) द्वारा की गई। इस वर्ष का विषय कोविड महामारी से प्रजनन, मातृ और बाल स्वास्थ्य से संबंधित क्षेत्र में कठिन परिश्रम से अर्जित लाभों का रक्षण करने का प्रयास था। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य क्षेत्र पर कोविड-19 के प्रभाव पर अपने विचार रखते हुए, डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि इसका अधिकतम प्रभाव महिलाओं, बच्चों और किशोरों पर हुआ है और इस दिशा में तत्काल कार्यवाही का आह्वान किया गया है। उन्होंने उल्लेख किया कि राष्ट्रीय स्तर पर, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्यों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किये थे कि महिलाओं, बच्चों और किशोरों को सभी स्वास्थ्य सेवाएं मिलती रहें और उन्होंने सभी राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ इसे व्यक्तिगत रूप से साझा भी किया। उन्होंने कहा हालांकि कोविड महामारी के कारण स्वास्थ्य प्रणालियाँ अथक परिश्रम के चलते गंभीर तनाव का सामना कर रही हैं किन्तु इसके बावजूद भी हम यह सुनिश्चित करने के लिए निरंतर वार्तालाप कर रहे हैं कि महिलाओं, बच्चों और किशोरों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध रहें।मंत्री महोदय ने कहा कि कोविड की स्थिति के बावजूद भी सरकार की आवश्यक सेवाओं की नीति जैसे जैसे-प्रजनन संबंधी मातृ एवं नवजात शिशु देखभाल, बाल और किशोर स्वास्थ्य (आरएमएनसीएएच), क्षय रोग, कीमोथेरेपी, डायलिसिस और बुजुर्गों की स्वास्थ्य देखभाल में किसी भी तरह की कोताही नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में कोविड की निःशुल्क जाँच और उपचार के साथ-साथ सरकार द्वारा प्रदत्त आयुष्मान भारत-पीएम जेएवाई बीमा पैकेज के तहत शामिल चिकित्सा शर्तों में कोविड को शामिल किया गया है, यह सामाजिक-आर्थिक रूप से सर्वाधिक कमजोर स्तर के लगभग 500 मिलियन लोगों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करता है।

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कोविड-19 संकट ने आयुष ने विभिन्‍न विषयों मेंअनुसंधान संस्कृतिको प्रेरित किया 

कोविड-19 महामारी आयुष विषयों के स्वास्थ्य प्रोत्साहक और रोग निवारक समाधानों को सुर्खियों में लाई है, लेकिन साक्ष्‍य आधारित अध्ययन करने के लिए आयुष विषयों में उभरती हुई राष्ट्रव्यापी प्रवृत्ति इसके बावजूद भी सुर्खियों में नहीं आई है। एक अध्ययन द्वारा 01 मार्च 2020 से 25 जून 2020 तक आयुर्वेद उपायों में शामिल कोविड-19 के पंजीकृत परीक्षणों के लिए भारत के नैदानिक परीक्षण रजिस्‍ट्री (सीटीआरआई) की गहन खोज की गई, जिसमें भाषाओं का कोई बंधन नहीं था। इस अवधि के दौरान आयुर्वेद में पंजीकृत नए परीक्षणों की संख्या 58 थी। अगस्त 2020 की न्‍यूज रिपोर्ट से पता चला है कि सीटीआरआई में पंजीकृत 203 परीक्षणों में 61.5 प्रतिशत आयुष विषयों से थे।इन 58 पंजीकृत परीक्षणों में 52 (89.66%) परम्परागत परीक्षण हैं, जबकि 6 (10.34%) पर्यवेक्षणीय परीक्षण हैं। इन परीक्षणों में अधिक संख्‍या लक्षित आबादी के रूप में दोनों लिंगों के वयस्क प्रतिभागियों की है। कुल 53 (91.38%) परीक्षणों में 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के प्रतिभागियों को भर्ती किया गया है, जबकि केवल 05 (8.62%) परीक्षणों में 18 वर्ष से कम उम्र के प्रतिभागियों को भर्ती करने का इरादा रहा है।केन्‍द्रीय आयुर्वेद विज्ञान अनुसंधान परिषद के शोधकर्ताओं द्वारा लिखा एक तात्कालिक शोध पत्र परीक्षण रजिस्‍ट्री संख्‍या और प्रायोजन, अध्‍ययन के प्रकार, अध्ययन की अवधि और अध्‍ययन के स्‍वरूप के बारे में विस्‍तृत जानकारी पर प्रशासनिक सूचना के संदर्भ के साथ कोविड-19 के नैदानिक परीक्षणों पर आधारित आयुर्वेद के बारे में विस्‍तृत जानकारी उपलब्‍ध कराता है। इसके अलावा, यह पंजीकरण की तारीख, वास्तविक अध्ययन शुरू करने की तिथि और भर्ती से संबंधित जानकारी भी उपलब्‍ध कराता है। इन सब को सीटीआरआई में 01 मार्च, 2020 से 25 जून, 2020 तक पंजीकृत परीक्षणों की जानकारी के आधार पर सम्‍मिलित, प्रस्तुत और विश्लेषित किया गया है।

 

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उपराष्ट्रपति ने स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने के लिएदिनचर्याऔरऋतुचर्याकी अवधारणा का पालन करने की सलाह दी,कोविड-19 के अग्रणी योद्धाओं और रोगियों के साथ कलंक एवं भेदभाव की घटनाओं की निंदा की

उपराष्ट्रपति, श्री एम. वेंकैया नायडू ने कल एक स्वस्थ शरीर एवं स्वस्थ मन के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हमें स्वस्थ जीवन को बनाए रखने के लिए "दिनचर्या"– दैनिक अनुशासन औरऋतुचर्या”- मौसमी अनुशासन की अवधारणाओं का पालन करना होगा। "कोविड के बाद स्वास्थ्य सेवा की दुनिया- नई शुरुआत" विषय पर फिक्की हील के 14वें संस्करण का एक वीडियो कॉन्‍फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करते हुए, उपराष्ट्रपति ने कहा कि इस महामारी ने हमें शारीरिक और मानसिक, दोनों, रूप से स्वस्थ रहने के बढ़ते महत्व को समझाया है। उन्होंने आगे कहा कि बीमारियों को दूर रखने के लिए संतुलित आहार के साथ फिटनेस आवश्यक है। इस कार्यक्रम के विषय कोविड के बाद स्वास्थ्यसेवा की दुनिया में नई शुरुआतका उल्लेख करते हुए, उपराष्ट्रपति ने कहा कि नई शुरुआत पुरानी आदतों की ओर लौटने के बारे में भी होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा, हमारे पूर्वजों ने हमें पोषण युक्त भोजन दिया है। हमें फास्ट-फूड और बिना सोचे-विचारे खाने से बचना चाहिए।निकट भविष्य में टीके के मोर्चे पर अच्छी खबर आने की उम्मीद व्यक्त करते हुए, श्री नायडू ने लोगों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और बार-बार हाथ धोने का आग्रह किया। कोविड–19 के अग्रणी योद्धाओं तथा रोगियों के साथ कलंक एवं भेदभाव की घटनाओं की निंदा करते हुए, उपराष्ट्रपति ने कहा कि इस किस्म का व्यवहार अस्वीकार्य है और इसे शुरुआत में ही कुचल दिया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, यह जरूरी है कि हम किसी ऐसे व्यक्ति के साथ भेदभाव न करें जो कोविड पॉजिटिव है या किसी कोविड के मरीज के संपर्क में आया है। हमें कोविड–19 के बारे में सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण एवं सकारात्मक संदेश को बढ़ावा देना होगा।इस महामारी के कारण होने वाले सार्वभौमिक मनोवैज्ञानिक-सामाजिक प्रभाव के बारे में बोलते हुए, उन्होंने कहा, "वृद्ध लोगों, उनकी देखभाल करने वालों, मनोरोगी रोगियों और हाशिए के समुदायों के मनोवैज्ञानिक-सामाजिक पहलुओं पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।"उन्होंने निजी क्षेत्र से आग्रह किया कि वे हाई-टेक एवं उन्नत उपकरणों सहित विभिन्न चिकित्सा उपकरणों के उत्पादन को गति प्रदान करने के लिए आत्मनिर्भर अभियान का पूरा लाभ उठाएं।

 

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सीपीएसई इकाइयों का टर्नओवर, दक्षता और लाभप्रदता बढ़ने पर जोर दे रही है सरकार: श्री प्रकाश जावडेकर

वर्तमान में जारी महामारी के इस दौर में केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (सीपीएसई) द्वारा निभाई गई अहम भूमिका की सराहना करते हुए भारी उद्योग और लोक उद्यम मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर ने कहा,“पीएसयू राष्ट्र का गौरव हैं और मोदी सरकार इन इकाइयों की दक्षता, टर्नओवर और लाभप्रदता बढ़ाने पर जोर दे रही है।केन्द्रीय मंत्री ने राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल के साथ आजआत्मनिर्भर, स्व-पुनर्जीवित और लचीले भारतशीर्षक वाले संकलन की पेशकश की है। यह संकलन महामारी के दौरान पीएसई के योगदान के बारे में है। श्री जावडेकर ने कोविड-19 महामारी के दौरान पीएसई द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। श्री जावडेकर ने कहा,“कोविड महामारी के दौरान बिजली की आपूर्ति 99 प्रतिशत रही, लोगों की सेवा के लिए लगभग 24,000 एलपीजी वितरक, 71,000 खुदरा आउटलेट, 6,500 एसकेओ डीलर लगातार काम करते रहे।” 

लगभग 100 प्रतिशत सामान की आवाजाही और सामानों का उत्पादन बरकरार रखने के लिए सीपीएसई की प्रशंसा करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा,अप्रैल से जून तक 3 महीने के दौरान 13,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता के साथ लोगों को लगभग 71 करोड़ एलपीजी सिलिंडर दिए गए, ओएमसी कंपनियों ने उपभोक्ताओं को 21 करोड़ मुफ्त सिलिंडर उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि लगभग 33 मिलियन एमटी सामान की ढुलाई की गई और सीपीएसई ने देश के बड़े शहरों और दूरदराज के स्थानों में स्थित 201 अस्पतालों को लगभग 11,000 बिस्तरों के साथ ही चिकित्सा सहायता भी उपलब्ध कराई।

 

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श्री पीयूष गोयल ने कोविड-19 के चलते उपजी कठिनाइयों को दूर करने के लिए टिकाऊ, सामूहिक ऊर्जा के प्रयास और प्रक्रियाओं की पुनः अभियांत्रिकरण पर ज़ोर दिया

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग तथा रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कृषि सुधारों को देश के किसानों के लिए एक बड़ा परिवर्तनकारी आंदोलन कहा है। तेलंगाना चैंबर्स उद्योग एवं वाणिज्य परिसंघ के कार्यक्रमनया विश्व - आत्मनिर्भर भारतको संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महामारी के चलते उपजी कठिनाइयों को दूर करने के लिए टिकाऊ, सामूहिक ऊर्जा के प्रयास और प्रक्रियाओं की पुनः अभियांत्रिकरण पर ज़ोर देना होगा।भारतीय रेलवे के प्रयासों को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि सितंबर महीने के 29 दिनों में हमने पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 15 प्रतिशत ज्यादा मालवाहन किया गया। गोयल ने कहा कि भारत पीपीपी किट,टेस्टिंग किट और वेंटिलेटर का उत्पादन कोविड-19 महामारी की शुरुआत में नहीं कर रहा था, लेकिन हमारा उद्योग जगत आगे आया और इस महामारी को एक अवसर के रूप में लेते हुए उत्पादन को बढ़ाते हुए भारत को न सिर्फ आत्मनिर्भर बनाया बल्कि अब हम इन उत्पादों का निर्यात भी कर रहे हैं।

 

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पत्र सूचना कार्यालय के क्षेत्रीय कार्यालयों से मिली जानकारियां

महाराष्ट्र : राज्य में 30 सितंबर को वर्तमान लॉकलाउन की समाप्ति को देखते हुए राज्य सरकार ने कोविड-19 महामारी के कारण गत लगभग 6 माह से बंद रेस्टोरेंट और बार को फिर से खोलने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया(एसओपी) तैयार की है। महाराष्ट्र सरकार ने आगामी नवरात्रि समारोह के लिए भी दिशा निर्देश जारी किए हैं। लोगो से समारोह को सादगी से मनाने का अनुरोध किया है। सरकार ने लोगो को बड़ी संख्या में डांडिया और गरबा सांस्कृतिक कार्यक्रम में भागीदारी लेने के स्थान पर स्वास्थ्य और रक्तदान शिविर आयोजित करने का सुझाव दिया है। राज्य में वर्तमान में 2.60 लाख सक्रिय मामले हैं। 

गुजरात :  राज्य में बीते 24 घंटे में कोविड-19 के 1,381 मामले सामने आने के बाद कुल मामले बढ़कर 1,36,004 हो गए हैं। सूरत में चार और लोगो की कोरोना से मृत्यु सहित कुल 11 लोगों की मौत हुई है। गुजरात में अब तक 3,442 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। बीते चौबीस घंटे के दौरान 1,383 लोगों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई है। राज्य में अब तक 1,15,859 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। गुजरात में कोरोना से स्वस्थ होने की दर 85.19 प्रतिशत है और 16,703 सक्रिय मामले हैं।

राजस्थान :  राज्य में 2 अक्टूबर को लोगों को मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु जन जागरूकता अभियान की शुरुआत की जाएगी। यह अभियान कोरोना के अधिक मामले वाले जयपुर और जोधपुर  सहित 11 जिलों में चलाया जाएगा।राजस्थान में 1.33 लाख से अधिक कोविड-19 के मामले हैं और 20,376 सक्रिय मामले हैं। 

मध्यप्रदेश :  राज्य सरकार ने सभी नर्सिंग होम और निजी अस्पताल के स्वागत काउंटर पर कोविड-19 के उपचार की निर्धारित दर लगाने को अनिवार्य कर दिया है। यह आदेश स्वास्थ्य विभाग ने उच्च न्यायालय के आदेश का  अनुपालन करते हुए जारी किया है। मध्यप्रदेश में अब 21,317 सक्रिय मामले हैं। 

असम :  राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने टवीट कर बताया कि कल 1,702 लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई। उन्होंने लोगों से महामारी को नियंत्रण में रखने के लिए कड़े कदम उठाने की सलाह दी। राज्य में अब तक 1,43,999 लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई है और 32,539 सक्रिय रोगी हैं।

मणिपुर :  राज्य में कोविड-19 के 29 नए मामले सामने आए हैं। मणिपुर में 1 और व्यक्ति की कोरोना से मृत्यु होने के बाद अब तक 65 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। 

मेघालय :  राज्य में कोरोना के सक्रिय मामले बढ़कर 1,476 हो गए हैं। इसमें सीमा सुरक्षा बल और सशस्त्र बलों से जुड़े 99 और अन्य लोगों से 1,377 मामले हैं। मेघालय में अब तक 3,940 लोग उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं।

मिजोरम :   राज्य में कल कोविड-19 के 28 नए मामलों की पुष्टि हुई। मिजोरम में अब 1,986 कुल मामले और 410 सक्रिय मामले हैं।

नगालैंड :  राज्य में 83 नए मामले आने के बाद कोरोना के कुल 6,040 मामले हो चुके हैं। नगालैंड में 1,037 सक्रिय मामले हैं और 4942 लोग कोरोना से स्वस्थ हो चुके हैं।

सिक्किम :  राज्य में कोविड-19 के 41 नए मामले सामने आए और 71 लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई। सिक्किम में कोरोना के 667 सक्रिय मामले हैं। 

केरल :  राज्य मंत्रिमंडल की आज आयोजित बैठक में अगले तीन महीने तक निराश्रित गृह,मानसिक स्वास्थ्य केंद्र और मठो में मुफ्त खाद्य सामग्री देने का निर्णय लिया गया। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि जांच ने बढ़ाने और नियमों को कड़ाई से पालन न करने पर कोविड-19 के कारण मृत्यु दर और बढ़ सकती है। एक खास अवधि में कोविड-19 के मामले बढ़ने की दर दर्शाने वाली राज्य की  गतिमान वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से दो गुना अधिक है। राज्य में आज एक 5 माह के नवजात शिशु सहित दो लोगो की कोविड-19 से मृत्यु हुई। केरल में अब तक 721 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। राज्य में 61,791 लोगों का उपचार चल रहा है और 2.36 लाख लोग निगरानी में हैं। 

तमिलनाडु :  राज्य सरकार ने कुछ और छूट के साथ लॉकडाउन को एक और माह अर्थात 31 अक्टूबर तक बढ़ाने का फैसला लिया है। स्कूल 31 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। तिरूची में कोविड-19 पॉजिटिविटी दर सितंबर में घटकर 5 प्रतिशत से कम रह गई। सितंबर की शुरूआत में लॉकडाउन के नियमों में छूट देने के दौरान अधिकारियों को कोविड-19 के मामले बढ़ने की आशंका थी। तमिलनाडु सरकार ने कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान प्राधिकरण को राज्य भर में 2 अक्टूबर को ग्राम सभा की बैठक आयोजित करने की अनुमति दे दी है। बैठक में जन व्यय,कोविड-19 पर एहतियाती उपाय और जागरुकता तथा एक बार प्रयोग होने वाले प्लास्टिक के प्रयोग पर प्रतिबंध के क्रियान्वयन पर विचार होगा। 

कर्नाटक :  राज्य में मंगलवार को कोरोना के रिकार्ड 10,453 मामले सामने आए। कर्नाटक में अब कोरोना के 5,92,911 मामले हैं। उच्च न्यायालय ने कहा है कि कोविड अस्पताल निगरानी दल ने लापरवाही रूप से कार्य किया। उच्च न्यायालय ने कोविड रोगियों के लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता पर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश भी दिया। केंद्रीय चुनाव आयोग ने मंगलवार को सीरा और लंबे समय से विचाराधीन राजराजेश्वरी नगर विधानसभा उपचुनाव तीन नवंबर को कराने की घोषणा की। तमिलनाडु के चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा है कि राज्य में कोरोना के मामले बढ़ने के मद्देनज़र वो मुख्यमंत्री से सार्वजनिक कार्यक्रम और समारोह पर प्रतिबंध लगाने के संबंध में विचार विमर्श करेंगे। 

आंध्रप्रदेश :  राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के नए दिशा निर्देश के अनुसार हर सीट पर एक यात्री को अनुमति देते हुए आरटीसी बस में यात्रा की अनुमति दे दी है। आरटीसी ने कोरोना वायरस के कारण मृत कर्मचारी के परिजनों के 5 लाख रूपए देने का निर्णय लिया है। आरटीसी के 72 कर्मचारियों की मृत्यु हो चुकी है जबकि 4500 वायरस से प्रभावित हुए। विशाखापट्टनम जिले में बीते चौबीस घंटे में 381 मामले सामने आने के बाद कुल 50,395 मामले हो गए हैं। स्वस्थ होने के बाद अब तक 45,894 लोगो को अस्पताल से छुट्टी दी गई है। 

तेलंगाना :  राज्य में बीते 24 घंटे में 2103 नए मामले सामने आए,2243 लोग स्वस्थ हुए और 11 लोगों की मृत्यु हुई। 2103 मामलों में से 298 मामले जीएचएमसी मे मिले। राज्य में अब कोरोना के कुल 1,91,386 मामले, 29,326 सक्रिय मामले,1127 मृत्यु और 1,60,933 को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई। कोविड-19 के कड़े दिशा निर्देश के बीच  डुबाक विधानसभा क्षेत्र के लिए 3 नवंबर को मतदान होगा। उपचुनाव के लिए ईवीएम का प्रयोग करने के बीच चुनाव आयोग ने उम्मीदवारों को नामांकन भरने,जमानत राशि जमा करने और निर्वाचक प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन का विकल्प दिया गया है। चुनाव आयोग ने इस बात पर जोर दिया है कि किसी भी कीमत पर अनिवार्य कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाए।  

 

FACT CHECK

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