नागरिक उड्डयन मंत्रालय
केंद्रीय मंत्री श्री राम मोहन नायडू ने सुरक्षा, यात्री सुविधा और एयरलाइन प्रदर्शन पर नागर विमानन मंत्रालय की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की
एयर इंडिया के सीएमडी ने मंत्री से मुलाकात की; परिचालन निरंतरता बनाए रखने, पारदर्शी संचार का समर्थन करने और यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर चर्चा केंद्रित रही
स्पाइस जेट, इंडिगो और अकासा के साथ भी बैठकें की गईं; केंद्रीय मंत्री ने प्रदर्शन, सुरक्षा निरीक्षण और यात्री सुविधा की समीक्षा की
एयर इंडिया विमान दुर्घटना पर एएआईबी जांच स्थानीय अधिकारियों और एजेंसियों से आवश्यक सहयोग के साथ तेजी से आगे बढ़ रही है
Posted On:
19 JUN 2025 5:25PM by PIB Delhi
अहमदाबाद हवाई अड्डे के निकट एयर इंडिया के विमान की दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए, नागर विमानन मंत्रालय ने सुरक्षा, यात्री सुविधा और एयरलाइन के प्रदर्शन की व्यापक समीक्षा की है।
केंद्रीय मंत्री की हवाई अड्डा निदेशकों के साथ बातचीत

नागर विमानन मंत्री श्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने देश भर के सभी हवाईअड्डा निदेशकों के साथ विस्तृत वीडियो कॉन्फ्रेंस में दुर्घटना के बाद की जांच, मौसम में बदलाव, भू-राजनीतिक तनाव के कारण कुछ हवाई क्षेत्रों को बंद करने आदि जैसे कई कारणों से उड़ानों के पुनर्निर्धारण के मद्देनजर जमीनी स्तर की तैयारियों और यात्री सहायता तंत्र की समीक्षा की।
प्रमुख निर्देश जारी इस प्रकार हैं:
- यात्रियों की समस्याओं का त्वरित एवं तत्काल समाधान सुनिश्चित करने के लिए एयरलाइनों के साथ घनिष्ठ संपर्क पर बल दिया गया।
- टर्मिनलों पर भोजन, पीने के पानी और पर्याप्त बैठने की सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए, खासकर उड़ान में देरी या भीड़भाड़ के दौरान।
- यात्रियों की शिकायतों का सक्रिय रूप से समाधान करने के लिए प्रमुख टचपॉइंट्स पर पर्याप्त कर्मियों को तैनात किया जाना चाहिए।
- एयरपोर्ट निदेशकों से अनुरोध किया गया कि वे परिचालन सम्बंधी व्यवधानों का सामना करने वाली एयरलाइनों को गेट रीअसाइनमेंट और लॉजिस्टिक सहायता सहित हर संभव सहायता प्रदान करें।
- सुरक्षित और संरक्षित हवाई अड्डे के वातावरण को बनाए रखने के लिए, हवाई अड्डे के निदेशकों को पक्षियों और आवारा जानवरों के निवारण सहित वन्यजीव जोखिम प्रबंधन को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया।
केन्द्रीय मंत्री ने सुरक्षा और एयरलाइन परिचालन की समीक्षा की
नागर विमानन मंत्री ने एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में तीन महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की गई:
- परिचालन निरंतरता बनाए रखना
- जनता के साथ पारदर्शी और जवाबदेह संचार सुनिश्चित करना
- यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा
बैठक में गौर किया गया कि मध्य पूर्व की स्थिति, बढ़ी हुई सुरक्षा जांच और यूरोप में रात में उड़ान भरने पर प्रतिबंध के कारण एयर इंडिया को विमानों की उपलब्धता में कमी का सामना करना पड़ रहा है। परिणामस्वरूप, अस्थायी रूप से परिचालन कम होगा, उड़ानों का पुनर्गठन होगा और मीडिया के माध्यम से बदलावों की घोषणा की जाएगी। प्रभावित यात्रियों को फिर से बुक किया जाएगा या पूरा पैसा वापिस किया जाएगा। एयर इंडिया से आग्रह किया गया कि वह हवाई अड्डों पर अपने जमीनी स्तर के समन्वय को मजबूत करे, रद्दीकरण/देरी के बारे में यात्रियों के साथ संचार में सुधार करे और यह सुनिश्चित करे कि ग्राहक सेवा दल संवेदनशील हों और यात्रियों की बढ़ती चिंताओं को सहानुभूति और स्पष्टता के साथ संभालने के लिए तैयार हों।
18 और 19 जून को स्पाइस जेट, इंडिगो और अकासा के वरिष्ठ प्रबंधन के साथ भी बैठकें हुईं। माननीय मंत्री ने बेड़े के प्रदर्शन, सुरक्षा निरीक्षण, यात्रियों के अनुभव और सुविधा तथा एयरलाइन संचार रणनीति की समीक्षा की।



यह भी निर्णय लिया गया कि बेहतर निगरानी और समन्वय के लिए परिचालन सम्बंधी मामलों पर एयरलाइनों के साथ आवधिक समीक्षा की प्रक्रिया को संस्थागत बनाया जाएगा।
एएआईबी जांच पर अद्यतन जानकारी
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना की औपचारिक जांच शुरू कर दी है।
एएआईबी की एक बहु-विषयक टीम ने 12 जून 2025 से जांच शुरू कर दी है। जांच का आदेश एएआईबी के महानिदेशक ने दिया है। एनटीएसबी और ओईएम टीमें आईसीएओ प्रोटोकॉल के अनुसार एएआईबी की सहायता के लिए पहुंच गई हैं।
डिजिटल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (डीएफडीआर) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) 13 जून 2025 को दुर्घटना स्थल से बरामद किए गए हैं और दूसरा सेट 16 जून को मिला है। विमान के इस मॉडल में दो ब्लैकबॉक्स सेट हैं।
एएआईबी जांच स्थानीय अधिकारियों और एजेंसियों से सभी आवश्यक सहायता के साथ लगातार आगे बढ़ रही है। साइट डॉक्यूमेंटेशन और साक्ष्य संग्रह सहित प्रमुख रिकवरी कार्य पूरा हो चुका है, और अब आगे का विश्लेषण चल रहा है।
मंत्रालय चल रही जांच से सम्बंधित पूर्ण पारदर्शिता के लिए प्रतिबद्ध है और यात्री सुरक्षा और सुविधा के उच्चतम मानकों के व्यापक हित में सभी अनिवार्य प्रोटोकॉल और मानदंडों का पालन करेगा।
केन्द्रीय मंत्री ने यात्रियों के विश्वास को बनाए रखने और परिचालन स्थिरता लाने के लिए एक सुसंगत और उत्तरदायी टीम के रूप में मिलकर काम करने के महत्व पर जोर दिया, जो वर्षों से भारतीय विमानन की आधारशिला रही है।
कुछ मीडिया आउटलेट्स में बताया गया है कि दुर्भाग्यपूर्ण एआई171 फ्लाइट से सीवीआर/डीएफडीआर को पुनः प्राप्ति और विश्लेषण के लिए विदेश भेजा जा रहा है। फ्लाइट रिकॉर्डर को डिकोड करने के स्थान के बारे में निर्णय एएआईबी द्वारा सभी तकनीकी, सुरक्षा और सुरक्षा सम्बंधी विचारों के उचित मूल्यांकन के बाद लिया जाएगा। नागर विमानन मंत्रालय सभी हितधारकों से ऐसे संवेदनशील मामलों पर अटकलें लगाने से बचने और जांच प्रक्रिया को गंभीरता और व्यावसायिकता के साथ आगे बढ़ने देने का आग्रह करता है।
सरकार नागर विमानन के सभी पहलुओं में सुरक्षा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यात्रियों की सुरक्षा और आराम नागर विमानन मंत्रालय की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
***
एमजी/आरपीएम/केसी/वीके/ओपी
(Release ID: 2137804)