स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय

विकसित भारत संकल्प यात्रा


2.34 लाख से अधिक विकसित भारत स्वास्थ्य शिविरों में 7.22 करोड़ से अधिक लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराई

शिविरों में 2.78 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए

टीबी के लिए 3.85 करोड़ से अधिक लोगों की जांच की गई और 11.80 लाख लोगों को उच्च जन स्वास्थ्य सुविधा केन्द्रों में भेजा गया

Posted On: 06 FEB 2024 12:00PM by PIB Delhi

विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत अब तक ग्राम पंचायतों और शहरी स्थानीय निकायों में 2,34,259 स्वास्थ्य शिविरों में लोगों की संख्या 7,22,69,014 तक पहुंच गई है।

स्वास्थ्य शिविरों निम्नलिखित गतिविधियां की जा रही हैं

आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई): विकसित भारत संकल्प यात्रा में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की प्रमुख योजना के तहत, आयुष्मान ऐप का उपयोग करके आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं और लाभार्थियों को भौतिक कार्ड भी दिए जा रहे हैं। अब तक, 51,03,942 भौतिक कार्ड प्रदान किए गए हैं। अब तक, कुल 2,78,86,460 कार्ड बनाए गए हैं।

क्षय रोग (टीबी): टीबी के रोगियों के लक्षणों की जांच, बलगम परीक्षण और जहां भी उपलब्ध हो, एनएएटी मशीनों का उपयोग करके की जाती है। जिन मामलों में टीबी होने का संदेह होता है उन्हें उच्च स्वास्थ केन्द्रों में भेज दिया जाता है। 82वें दिन के अंत तक, 3,85,73,277 से अधिक लोगों की जांच की गई, जिनमें से 11,80,445 को उच्च जन स्वास्थ्य सुविधा केन्द्रों के लिए भेजा गया।

प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत टीबी से पीड़ित मरीजों द्वारा निक्षय मित्रों से सहायता प्राप्त करने की सहमति ली जा रही है। निक्षय मित्र बनने के इच्छुक उपस्थित लोग का भी ऑन-स्पॉट पंजीकरण किया जा रहा है। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत कुल 4,17,894 रोगियों ने सहमति दी है और 1,18,546 नए निक्षय मित्र पंजीकृत किए गए हैं।

निक्षय पोषण योजना (एनपीए) के तहत टीबी रोगियों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस उद्देश्य से बाकी लाभार्थियों के बैंक खाते का विवरण एकत्र किया जा रहा है और खातों को आधार से जोड़ा जा रहा है। ऐसे 87,129 लाभार्थियों का विवरण एकत्र किया गया है।

सिकल सेल रोगः सर्वाधिक जनजातीय आबादी वाले क्षेत्रों में, सिकल सेल रोग (एससीडी) के लिए प्वाइंट ऑफ केयर (पीओसी) परीक्षणों के माध्यम से या साल्यबिलिटी टेस्ट के माध्यम से सिकल सेल रोग (एससीडी) का पता लगाने के लिए पात्र आबादी (40 वर्ष की आयु तक) की जांच की जा रही है। पॉजिटिव पाए गए मामलों को प्रबंधन के लिए उच्च केंद्रों में भेजा जा रहा है। अब तक कुल 42,30,770 लोगों की जांच की गई है, जिनमें से 70,995 पॉजिटिव पाए गए और उन्हें उच्च जन स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों में भेजा गया।

गैर-संचारी रोग (एनसीडी): उच्च रक्तचाप और मधुमेह के लिए पात्र आबादी (30 वर्ष और उससे अधिक) की स्क्रीनिंग की जा रही है और संभावित पॉजिटिव मामलों को उच्च सुविधा केंद्रों पर भेजा जा रहा है। उच्च रक्तचाप और मधुमेह के लिए लगभग 5,40,90,000 लोगों की जांच की गई है। 20,20,900 से अधिक लोगों के उच्च रक्तचाप से ग्रस्त होने का संदेह था और 14,31,100 से अधिक लोगों को मधुमेह होने का संदेह था और 30,50,100 से अधिक लोगों को उच्च जन स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों में भेजा गया।

बेलगावी, कर्नाटक

दुर्ग, छत्तीसगढ़

गोड्डा, झारखंड

पृष्ठभूमिः

देश भर में केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 15 नवंबर को झारखंड के खूंटी से विकसित भारत संकल्प यात्रा शुरू की गई थी। विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत मौके पर सेवाएं उपलब्ध कराने के तहत ग्राम पंचायतों में आईईसी वैन के ठहराव वाले स्थानों पर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।

****

एमजी/एआर/एसके/ डिके-



(Release ID: 2003000) Visitor Counter : 229