युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय
राष्ट्रीय डोप- रोधी एजेंसी, भारत (नाडा इंडिया) ने दक्षिण एशिया क्षेत्रीय डोप- रोधी संगठन (साराडो) के साथ सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर आज नई दिल्ली में हस्ताक्षर किए
एमओयू का उद्देश्य खेल में डोप-रोधी प्रयासों में क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाना है
विश्व डोप-रोधी एजेंसी और खेलों में डोपिंग के खिलाफ यूनेस्को अंतरराष्ट्रीय संधि में भारत के बढ़ते योगदान से डोपिंग-रोधी अभियान को आगे बढ़ाने में भारत की इच्छाशक्ति और दृढ़ इरादे का पता चलता है : श्री अनुराग ठाकुर
Posted On:
03 JUL 2023 3:47PM by PIB Delhi
नाडा इंडिया ने आज नई दिल्ली में नाडा इंडिया – साराडो सहयोग बैठक में साराडो के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए। साराडो में बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका के डोप- रोधी संगठन शामिल हैं। इस अवसर पर श्री अनुराग सिंह ठाकुर, युवा कार्यक्रम और खेल तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री, भारत सरकार, सुश्री सुजाता चतुर्वेदी, सचिव (खेल), युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार, साराडो सचिवालय एवं बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका सदस्य देशों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
एमओयू का उद्देश्य खेलों में डोप-रोधी कार्यो में क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाना है।
श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय खेलों में भारत की बढ़ती भागीदारी और उपलब्धियों तथा स्वच्छ खेल प्रतिस्पर्धा प्रयासों को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी उठाने और वैश्विक डोप-रोधी अभियान में बढ़ चढ़कर योगदान को लेकर भारत की उत्सुकता का उल्लेख किया।
श्री अनुराग ठाकुर ने कहा ‘‘श्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि भारत आने वाले वर्षों में खेल महाशक्ति बने। युवा मामले और खेल मंत्रालय इस सपने को वास्तविकता में बदलने के लिये प्रतिबद्ध है और राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय खिलाड़ियों के बेहतर प्रदर्शन के लिये रातदिन काम कर रहा है।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘प्रतिस्पर्धा और प्रशिक्षण कैंप और खेलों में लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के गहन प्रयासों के जरिये सभी खेलों के लिये बढ़ते अवसर, उच्च गुणवत्ता प्रशिक्षण, बेहतर खेल सुविधाओं की उपलब्धता को लेकर बढ़ते हमारे फोकस से वैश्विक खेल विकास में योगदान की भारत की इच्छा और उद्देश्य की स्पष्ट झलक मिलती है।’’
श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत उत्तरी और दक्षिणी विश्व के बीच फासला कम करने में सेतू का काम कर रहा है और एशियाई क्षेत्र के हमारे मित्रों के लिये आर्थिक, सामाजिक वृद्धि के अवसर पैदा कर रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि खेल में डोपिंग के खिलाफ यूनेस्को अंतरराष्ट्रीय संधि और विश्व डोपिंग-रोधी एजेंसी में भारत के बढ़ते योगदान से दुनियाभर में डोप-रोधी अभियान और डोप-रोधी प्रयासों को मजबूती देने के प्रयासों में लगे रहने की भारत की इच्छाशक्ति और दृढ़ इरादे का पता चलता है।
उन्होंने इस पर भी जोर दिया कि भारत वर्तमान में जी20 का अध्यक्ष है, ऐसे में भारत एशियाई क्षेत्र की चिंताओं और दुष्टिकोण को दुनिया के समक्ष रख रहा है। उन्होंने एक ऐसी क्षेत्रीय भागीदारी के महत्व को भी रेखांकित किया जो कि अन्य क्षेत्रों में सहयोग के साथ ही खेल क्षेत्र में सहयोग की दिशा में सशक्त पहल के तौर पर क्षेत्र को आगे बढ़ाने और उठाने में मदद करे। उन्होंने नाडा इंडिया और साराडो को डोप- रोधी क्षेत्र में भारत के साथ अपनी तरह के इस पहले एमओयू के लिये बधाई देने के साथ अपनी बात समाप्त करते हुये सदस्यों को खेल विकास के अन्य फोकस क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने और एशियाई क्षेत्र में सहयोग को नई उंचाईयों पर ले जाने को आमंत्रित किया।
केन्द्रीय मंत्री ने साराडो के सदस्य देशों को साथ मिलकर आगे आने और खेल क्षेत्र में डोप-रोधी उपायों के लिये युद्ध स्तर पर काम करने का आग्रह किया।
नाडा इंडिया की महानिदेशक और सीईओ सुश्री रितु सेन और साराडो के महा निदेशक श्री मोहम्मद माहिद शरीफ ने अपने अपने संगठनों की ओर से एमओयू पर हस्ताक्षर किये। एमओयू में प्रोजैक्ट प्लान और सहयोग के क्षेत्रों के जरिये तीन साल में निम्नलिखित उद्देश्यों को पूरा करने का लक्ष्य है।
- दक्षिण एशिया में एक डोप-रोधी शिक्षा और रोकथाम कार्यक्रम तैयार करना।
ख. नमूना संग्रहण कार्मिकों, शिक्षकों और डोप-रोधी अन्य शिक्षा अधिकारियों का प्रशिक्षण और कौशल विकास।
ग. डोप-रोधी शिक्षा और बचाव कार्यक्रमों पर संगोष्ठी, कार्यशालाओं और पाठ्यक्रमों तथा शोध एवं एक्सचेंज टूर का आयोजन करना।
घ. डोप-रोधी शिक्षा और रोकथाम पर शिक्षा अधिकारियों, कार्यक्रम प्रबंधकों, प्रशिक्षकों, अध्यापकों और विशेषज्ञों का एक दूसरे देश में आना जाना।
ड़. डोप-रोधी शिक्षा गतिविधियों और विशेषज्ञों सेवाओं के विनिमय को समर्थन देना और
च. डोप-रोधी शिक्षा सामग्री तैयार करना।
सुश्री सुजाता चतुर्वेदी, सचिव (खेल), युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार, श्री कुजूहीरो हयाशी, निदेशक, एशिया/ओसियाना ऑफिस, वाडा, सुश्री रितु सेन, महानिदेशक एवं सीईओ, नाडा इंडिया और श्री मोहम्मद माहिद शरीफ, महानिदेशक, साराडो ने भी बैठक को संबोधित किया।
उद्घाटन सत्र के बाद नाडा इंडिया और साराडो सदस्यों के बीच पहले प्रोजैक्ट प्लान की बैठक हुई जिसमें दक्षिण एशियाई क्षेत्र के लिये डोप-रोधी शिक्षा योजना तैयार करने के विषय पर विचार विमर्श किया गया। नाडा इंडिया की टीम ने इस अवसर पर प्रोजैक्ट प्लान, सहयोग के क्षेत्र, क्रियान्वयन रणनीति, परिणाम की निगरानी प्रक्रिया और नाडा इंडिया की डोप-रोधी शिक्षा पहलों और संसाधनों का खाका प्रस्तुत किया। बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल और श्रीलंका सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने भी अपने देश की डोप-रोधी पहलों के बारे में बताया।
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