रेल मंत्रालय
कोरोना चुनौतियों के बावजूद रेलवे ने माल ढुलाई में दो अंकीय वृद्धि को बरकरार रखा
सामान्य वर्ष 2019-20 की तुलना में माल ढुलाई के लिए लोडिंग में 10 प्रतिशत की वृद्धि
वित्त वर्ष 2021-22 में भारतीय रेल का कुल ढुलाई आंकड़ा 203.88 मिलियन टन (एमटी) रहा जो वित्त वर्ष 2019-20 की समान अवधि के ढुलाई आंकड़े (184.88 एमटी) से 10 प्रतिशत अधिक है
मई 2021 के महीने में भारतीय रेल ने 92.29 एमटी की लोडिंग की थी जो मई 2019 की समान अवधि की लोडिंग (83.84एमटी) से 10 प्रतिशत ज्यादा और मई 2020 की लोडिंग (64.61एमटी) से 43 प्रतिशत अधिक है
मई 2021 में भारतीय रेल ने माल ढुलाई से 9278.95 करोड़ रुपए अर्जित किए
वैगन टर्न अराउंड अवधि में व्यापक सुधार, माल गाड़ियों की गति में वृद्धि, माल ढुलाई ग्राहकों के लिए प्रोत्साहन, व्यवसाय विकास इकाइयों के सक्रिय कार्य से माल ढुलाई में दो अंकीय वृद्धि
Posted On:
26 MAY 2021 2:57PM by PIB Delhi
भारतीय रेल ने कोविड के दौरान असाधारण कार्यकुशलता का प्रदर्शन करते हुए माल ढुलाई में दो अंकों की वृद्धि दर्ज की है। भारतीय रेलवे के लिए मई 2021 के महीने में माल ढुलाई के आंकड़े आय और लोडिंग के मामले में उच्च गति बनाए हुए हैं।
भारतीय रेल ने सामान्य वर्ष 2019-20 की तुलना में माल लदान में 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की। भारतीय रेल ने वित्त वर्ष 2021-22 में 203.88 मिलियन टन (एमटी) का माल लोड किया जो कि वर्ष 2019-20 की समान अवधि के आंकड़े (184.88 एमटी) से 10 प्रतिशत अधिक है।
मिशन मोड में भारतीय रेल की माल ढुलाई मई 2021 में 92.29 एमटी रहा जो मई 2019 (83.84 एमटी) से 10 प्रतिशत अधिक और मई 2020 (64.61एमटी) से 43 प्रतिशत अधिक है। .
मई 2021 में जिन महत्वपूर्ण सामग्रियों को भेजा गया गया उनमें 97.06 मिलियन टन कोयला, 27.14 एमटी लौह अयस्क, 7.89 मिलियन टन खाद्यान्न, 5.34 मिलियन टन उवर्रक, 6.09 मिलियन टन खनिज तेल, 11.11 मिलियन टन सीमेंट (धातु के तलछट को छोड़ कर) तथा 8.2 मिलियन टन धातु के तलछट शामिल हैं।
मई 2021 में भारतीय रेल ने माल ढुलाई से 9278.95 रुपए की आय अर्जित की।
इस महीने वैगन टर्न अराउंड अवधि में 27 प्रतिशत का सुधार देखा गया। मई 2021 में वैगन टर्न अराउंड समय 4.83 दिनों का रहा जबकि मई 2019 में यह 6.61 दिन था।
यह ध्यान देने योग्य है कि भारतीय रेल में अनेक रियायतें/छूट दी जा रही हैं ताकि रेल द्वारा माल ढुलाई को आकर्षक बनाया जा सके।
साथ ही वर्तमान नेटवर्क में माल गाड़ियों की रफ्तार भी बढ़ाई गई है।
माल गाड़ियों की गति बढ़ाए जाने से सभी हितधारकों के लिए लागत में कमी आती है। पिछले 18 महीनों में माल ढ़ुलाई की गति दोगुनी हुई है।
कुछ मंडलों (लगभग 6 मंडलों) ने माल गाड़ियों की गति 50 किमी प्रति घंटे से अधिक दर्ज की है। भौगोलिक स्थितियों के कारण कुछ सेक्शन माल गाड़ियों को अच्छी गति दे रहे हैं। मई 2021 में माल गाड़ियों की औसत गति 45.42 किमी प्रति घंटे रही है जो समान अवधि की 36.84 किमी प्रति घंटे की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक है।
भारतीय रेल ने कोविड-19 का उपयोग अवसर के रूप में किया है ताकि दक्षता और प्रदर्शन में चौतरफा सुधार हो सके।
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