PIB Headquarters

कोविड-19 पर पीआईबी का दैनिक बुलेटिन

Posted On: 05 OCT 2020 6:15PM by PIB Delhi

Coat of arms of India PNG images free downloadhttps://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002H4UQ.jpg

 

(पिछले 24 घंटों में जारी कोविड-19 से संबंधित प्रेस विज्ञप्तियां, पीआईबी के क्षेत्रीय कार्यालयों से मिली जानकारियां और पीआईबी द्वारा जांचे गए तथ्य शामिल हैं)

 

  • भारत ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की,लगातार दो सप्ताह ​तक सक्रिय मामलों की संख्या 10 लाख से कम रही
  • देश में पिछले 24 घंटों में 76,737 रिकवरी हुई है, जबकि 74,442 नए मामलों की पुष्टि हुई
  • राष्ट्रीय रिकवरी दर में वर्तमान में 84.34 प्रतिशत
  • भारत में 9,34,427 सक्रिय मामले
  • स्वास्थ्य मंत्रालय वर्तमान में एक प्रारूप तैयार कर रहा है, जिसमें राज्य वैक्सीन प्राप्त करने के लिए प्राथमिकता वाले जनसंख्या समूहों की सूची प्रस्तुत करेंगे
  • आयुष सेक्टर के उभरते हुए आईटी आधार वाले आयुष ग्रिड का राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के साथ होगा परिचालन एकीकरण

 

भारत ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की,लगातार दो सप्ताह ​तक सक्रिय मामलों की संख्या 10 लाख से कम रही

भारत ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। लगातार 14 दिन तक देश में सक्रिय मामलों की संख्या 10 लाख से नीचे बनी रही। आज लगातार दो सप्ताह तक सक्रिय मामलों की संख्या 10 लाख से नीचे रही।देश में पिछले 24 घंटों में 76,737 रिकवरी हुई है, जबकि 74,442 नए मामलों की पुष्टि हुई है। हाल के दिनों में नई रिकवरी नए मामलों से अधिक हो गई है।भारत में आज अभी ​तक कुल 55,86,703 रिकवरी हुई है। एक दिन की रिकवरी की अधिक संख्या के कारण राष्ट्रीय रिकवरी दर में लगातार वृद्धि हुई है जो वर्तमान में 84.34 प्रतिशत है। रिकवरी के नए मामलों में से 75 प्रतिशत मामले 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सामने आए हैं। सबसे अधिक महाराष्ट्र से 15,000 मामले सामने आए हैं। इसके बाद कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में सातसात हजार से अधिक मामले सामने आए हैं।भारत में 9,34,427 सक्रिय मामले हैं। देश भर में सामने आए सक्रिय मामलों में से आज की तारीख में केवल 14.11 प्रतिशत मामला रह गया है। यह लगातार नीचे की ओर जा रहा है। 10 राज्य / केन्द्र शासित प्रदेशों में 77 प्रतिशत सक्रिय मामले हैं।देश में पिछले 24 घंटों में कुल 74,442 नए पुष्ट मामले सामने आए हैं। नए मामलों का 78 प्रतिशत मामले दस राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में केंद्रित है। महाराष्ट्र में 12,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। कर्नाटक में 10,000 से अधिक मामले सामने आए हैं।पिछले 24 घंटों में 903 मौतें दर्ज की गई हैं। नई मौतों में से 82 प्रतिशत मामले 10 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से सामने आए हैं। कल बताई गई मौतों में 36 प्रतिशत मौत महाराष्ट्र में हुई है। वहां 326 मौतें हुईं है, इसके बाद कर्नाटक में 67 मौतें हुईं हैं।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड के इलाज के लिए समर्पित अस्पताल के तौर पर प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया

 

केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री श्री योगी आदित्‍यनाथ के साथ कोविड के इलाज के लिए समर्पित अस्पताल के तौर पर प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। कोविड अस्‍पताल के रूप में इस 220 बेड वाली सुविधा को राष्‍ट्र को समर्पित किया गया है। केन्‍द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने उत्‍तर प्रदेश में भारतीय चिकित्‍सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा इसके क्षेत्रीय स्तर पर संतुलित कोविड जांच रणनीति पर काम करने के लिए स्‍थापित कोबास 6800 मशीन का भी शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री स्‍वास्‍थ्‍य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत 150 करोड़ रुपये की लागत से इस सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का निर्माण किया गया है। इसमें न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, एंडोक्रिनोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी विभाग शामिल हैं। उच्‍च क्षमता वाली कोबास 6800 मशीन का शुभारंभ करते हुए, डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, ‘कोविड-19 के तत्‍काल पीसीआर परीक्षण के लिए कोबास 6800 एक पूर्ण स्‍वचालित, अत्‍याधुनिक मशीन है, जिससे 24 घंटे में लगभग 1200 नमूनों की गुणवत्‍तापूर्ण जांच करना संभव होगा। कोबास 6800 से वायरल हेपेटाइटिस बी और सी, एचआईवी, एमटीबी (रिफाम्पिसिन और आइसोनियाजाइड रोधक), पैपिलोमा, साइटोमेगालोवायरस, क्लैमाइडिया, नेइसेरेरिया आदिजैसे अन्‍य पैथोजनों का भी पता चल पाएगा।उन्‍होंने कहा कि सीमित मानवीय हस्‍तक्षेप के साथ इसे दूर से ही संचालित किया जा सकता है।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

डॉ. हर्षवर्धन ने रविवार संवाद-4 के दौरान सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के साथ बातचीत की

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने संडे संवाद के चौथे एपिसोड में सोशल मीडिया के इंटरेक्टर्स द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए। डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड में प्लाज्मा थेरेपी के उपयोग, कोविड महामारी के आलोक में 2025 तक टीबी के उन्मूलन और भारत के स्कूलों को खोलने के बारे में पूछे गए प्रश्नों के धैर्यपूर्वक जवाब दिए।वैक्सीन के वितरण को प्राथमिकता देने से संबंधित प्रश्नों का जवाब देते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय वर्तमान में एक प्रारूप तैयार कर रहा है, जिसमें राज्य वैक्सीन प्राप्त करने के लिए प्राथमिकता वाले जनसंख्या समूहों की सूची प्रस्तुत करेंगे, विशेषकर कोविड-19 के प्रबंधन में लगे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को इसमें शामिल किया जाएगा। फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सूची में सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्र के डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिक्स, स्वच्छता कर्मचारी, आशा कार्यकर्ता, निगरानी अधिकारी और अनेक अन्य व्यावसायिक श्रेणियों के कर्मी शामिल होंगे जो मरीजों का पता लगाने, परीक्षण करने और उनके उपचार में शामिल हैं। इस प्रक्रिया का लक्ष्य इस अक्टूबर के अंत तक पूरा हो जाएगा और राज्यों को कोल्ड चेन सुविधाओं और अन्य संबंधित बुनियादी ढांचे के बारे में ब्यौरा प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया जा रहा है। इस जानकारी की आवश्यकता ब्लॉक स्तर पर होगी। केंद्र, मानव संसाधन, प्रशिक्षण, पर्यवेक्षण की निर्माण क्षमताओं के लिए व्यापक स्तर पर भी काम कर रहा है और मोटेतौर पर अनुमान है कि जुलाई 2021 तक लगभग 20-25 करोड़ लोगों को कवर करने के लिए 400-500 मिलियन खुराक की प्राप्ति और उपयोग होगा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार इन योजनाओं को अंतिम रूप देते समय कोविड-19 के सम्बंध में प्रतिरक्षा डेटा पर भी नजर रख रही है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि टीकाकरण के बाद विकसित होने वाली घटनाएं आम हैं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद होने वाली प्रतिकूल घटनाओं में सुई लगने वाली जगह पर दर्द, हल्का बुखार और लाली, चिंता से संबंधित घबराहट जैसे कंपकपी, बेहोशी आदि शामिल हैं। ये घटनाएं क्षणिक, आत्म-सीमित हैं और वैक्सीन की सुरक्षात्मक प्रतिक्रिया को प्रभावित नहीं करती हैं। एक संबंधित सवाल पर उन्होंने ह्यूमन चैलेंज एक्सपेरिमेंट की नैतिक चिंताओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया, “भारत इस तरह का प्रयोग करने की तब तक योजना नहीं बना रहा है जब तक यह तरीका वैश्विक अनुभव के आधार पर एक स्थायी लाभ साबित ना हो।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

आयुष सेक्टर के उभरते हुए आईटी आधार वाले आयुष ग्रिड का राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के साथ होगा परिचालन एकीकरण

आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेक की अध्यक्षता में हाल ही में संपन्न हुई उच्च स्तरीय बैठक में आयुष सेक्टर के उभरते हुए आयुष ग्रिड का राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के साथ (एनडीएचएम) परिचालन एकीकरण का समर्थन किया गया। आयुष ग्रिड टीम और एनडीएचएम इस मामले को लेकर पहले ही कई दौर की चर्चा कर चुके हैं और इसमें शामिल तौर-तरीकों पर समझ बना चुके हैं। यह एकीकरण उनकी स्वास्थ्य आवश्यकताओं के लिए विभिन्न विकल्पों का लाभ उठाने के लिए जनता के लिए काफी फायदेमंद होगा। एकीकरण से स्वास्थ्य सेवा के आयुष विषयों की मुख्यधारा में भी तेजी आएगी। सचिव (आयुष) ने आयुष ग्रिड परियोजना के तहत की गई आईटी पहलों की वर्तमान स्थिति की भी समीक्षा की। यह देखा गया कि पिछले दो सालों में आयुष ग्रिड परियोजना आयुष क्षेत्र में डिजिटल खाई को पाटने में सफल रही और विभिन्न महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवा आईटी परियोजनाओं को लागू करने में भी सफल रही।संपूर्ण आयुष क्षेत्र के डिजिटलाइजेशन से अनुसंधान, शिक्षा, विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों और नशीली दवाओं के नियमन सहित सभी स्तरों पर स्वास्थ्य देखभाल पहुंच के क्षेत्रों में परिवर्तन होगा। यह देश के नागरिकों सहित आयुष के सभी हितधारकों के लिए फायदेमंद होगा और बदले में स्वास्थ्य सेवा में विभिन्न राष्ट्रीय और वैश्विक लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

आईआईटी खड़गपुर ने घर से कोरोना केयर के लिए टेलीमेडिसिन शुरू किया

समय बीतने के साथ और अभी तक वैक्सीन उपलब्ध न होने की वजह से स्वास्थ्य व्यवस्था पर सिर्फ क्षमता बढ़ाने का दबाव है, जबकि स्वास्थ्य कर्मियों के लिए संक्रमण का जोखिम लगातार बना हुआ है। इस समस्या का समाधान करने के लिए आईआईटी खड़गपुर में कंप्यूटरसाइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के शोधकर्ताओं ने एक टेलीमेडिसिन सिस्टम, आईमेडिएक्स (iMediX) विकसित किया हैयह प्रणाली (सिस्टम) होमकेयर (घर पर देखभाल) को अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं के साथ जोड़ती है। महामारी से उभरती जरूरतों के मद्देनजर यह प्रणाली एक फिजीशियन द्वारा दूरस्थ परामर्श (रिमोट कंसल्टेशन) के माध्यम से मरीजों को उनक घर पर गंभीर स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधा मुहैया कराती है। इसका किसी भी अच्छे इंटरनेट ब्राउज़र और मोबाइल डिवाइस के माध्यम से इस्तेमाल किया जा सकता है।इस प्रणाली में एक मरीज अपनी ईमेल आईडी या मोबाइल नंबर से साइन-अप करके अपना एक अकाउंट बना लेता है। फिर मरीज अस्पताल में एक विभाग को चुनकर, अपनी मुख्य समस्याएं दर्ज करके और स्कैन किए गए सभी जरूरी मेडिकल रिकॉर्ड को अपलोड करके परामर्श के लिए अनुरोध कर सकता है। अस्पताल प्रशासन उसके अनुरोध का आकलन करता है और इससे लिए एक डॉक्टर नियुक्त करता है। डॉक्टर (सिस्टम में) लॉगिन करने के बाद मरीज को परामर्श देने के लिए तारीख और समय को दर्ज करता है और इसके बाद प्रणाली (सिस्टम) ईमेल और एसएमएस के माध्यम से मरीज को सूचना भेज देता है। मरीजों से मिलने के दिन डॉक्टर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से मरीज को परामर्श देता है और एक पर्चे पर लिखकर सलाह भी देता है, जिसे ईमेल द्वारा मरीज को भेजा जाता है। इसके अलावा मरीज भी अपने खाते से पर्चे को डाउनलोड कर सकते हैं।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

 

हमारी सरकार द्वारा वैज्ञानिक डेटा साझा करने पर सबसे अधिक ध्यान दिया गया: प्रो. आशुतोष शर्मा

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग में सचिव प्रो. आशुतोष शर्मा ने भारत द्वारा वैज्ञानिक आंकड़ों को साझा करने पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता को रेखांकित किया जैसा कि भारत के राष्ट्रीय डेटा साझाकरण और सुगम्यता नीति (आईएनडीएसएपी) और एक खुले सरकारी डेटा पोर्टल से स्पष्ट है। प्रो. शर्मा ने 17वें वार्षिक विज्ञान प्रौद्योगिकी और समाज (एसटीएस) फोरम में विज्ञान और प्रौदयोगिकी संबंधी मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में यह बात कही।विज्ञान प्रौद्योगिकी संबंधी मंत्रिस्तरीय ऑनलाइन गोलमेज सम्मेलन का आयोजन 3 अक्टूबर, 2020 को किया गया था । सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास सहयोग, सामाजिक विज्ञान और मानविकी और खुले विज्ञान की भूमिका पर विचार-विमर्श किया गया। इसमें दुनिया भर के लगभग 50 देशों के विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रमुखों ने भाग लिया। इसमें कोविड-19 से उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से उत्पन्न अवसरों का पता लगाया गया।विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग में सचिव प्रो. आशुतोष शर्मा ने मंत्रियों के सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग, सामाजिक विज्ञान और खुले विज्ञान में भारत द्वारा की गई प्रमुख पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत विकास और स्वास्थ्य, जल, ऊर्जा, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, संचार और प्राकृतिक आपदाओं की चुनौतियों के समाधान के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को असाधारण महत्व देता है।प्रो. आशुतोष शर्मा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कोरोनावायरस के टीके का परीक्षण अंतिम चरण में हैं और भारत में लोगों के एक बड़े हिस्से को टीके की आपूर्ति करने की क्षमता है।इस मंच ने वर्तमान महामारी की स्थिति से लड़ने में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और इस बात पर सहमति व्यक्त की कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मजबूत अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, अत्याधुनिक विज्ञान और खुले विज्ञान वर्तमान संकट को हल करने और आगामी तैयारी में सबसे महत्वपूर्ण निभाई और भविष्य में ऐसे संकट से निपटने की तैयारी की।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने अटल टनल राष्‍ट्र को समर्पित की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने शनिवार को मनाली में दक्षिण पोर्टल पर दुनिया की सबसे लम्‍बी राजमार्ग टनल अटल टनल राष्‍ट्र को समर्पित की। यह टनल 9.02 किलोमीटर लंबी है, जो पूरे साल मनाली को लाहौल-स्पीति घाटी से जोड़ती है। इससे पहले, यह घाटी भारी बर्फबारी के कारण लगभग 6 महीने तक अलग-थलग रहती थी। यह टनल हिमालय की पीरपंजाल पर्वतमाला में औसत समुद्र तल (एमएसएल) से 3000 मीटर (10,000 फीट) की ऊंचाई पर अति-आधुनिक सुविधाओं के साथ बनाई गई है। यह टनल मनाली और लेह के बीच सड़क की दूरी 46 किलोमीटर कम करती है और दोनों स्‍थानों के बीच लगने वाले समय में भी लगभग 4 से 5 घंटे की बचत करती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने इस टनल में दक्षिण पोर्टल से उत्‍तरी पोर्टल तक यात्रा की और मुख्‍य टनल में ही बनाई गई आपातकालीन टनल का भी निरीक्षण किया। उन्‍होंने इस अवसर परद मेकिंग ऑफ अटल टनलपर एक चित्रात्‍मक प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में आज के दिन को ऐतिहासिक बताया, क्‍योंकि आज न केवल भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी का विजन पूरा हुआ है, बल्कि इस क्षेत्र के करोड़ों लोगों की दशकों पुरानी इच्‍छा और सपना भी पूरा हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अटल टनल हिमाचल प्रदेश के बड़े हिस्‍से के साथ-साथ नये केन्‍द्रशासित प्रदेश लेह-लद्दाख के लिए भी एक जीवन रेखा बनने जा रही है। इससे मनाली और केलांग के बीच की दूरी 3 से 4 घंटे कम हो जाएगी। उन्‍होंने कहा कि अब हिमाचल प्रदेश और लेह-लद्दाख के हिस्‍से देश के बाकी हिस्‍सों से सदैव जुड़े रहेंगे और इन क्षेत्रों का तेजी से आर्थिक विकास होगा। श्री मोदी ने कहा कि अब यहां के किसान, बागवानी विशेषज्ञ और युवा राजधानी दिल्‍ली तथा देश के अन्‍य बाजारों तक आसानी से पहुंच सकेंगे।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में अटल टनल के उद्घाटन अवसर पर प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

प्रधानमंत्री ने आईसीसीआर द्वारा वस्त्र परम्पराओं पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार को संबोधित किया

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वस्त्र परम्पराओं पर आईसीसीआर द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वस्त्र क्षेत्र में हमारे इतिहास और विविधता झलक और व्यापक अवसर उपलब्ध कराने की इसकी क्षमता कोई भी देख सकता है।प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया है। महात्मा गांधी ने कपड़े और सामाजिक सशक्तिकरण के परस्परिक महत्व को समझा और इसीलिए उन्होंने अपने चरखे को स्वाधीनता आंदोलन का प्रतीक बनाया। चरखा हमें एक राष्ट्र के रूप में बुनता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को आत्म निर्भर बनाने के लिए आत्म निर्भर भारत अभियान में कपड़ा उद्योग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार कौशल उन्नतिकरण,वित्तीय मदद और उन्नत तकनीकि के एकीकरण पर प्रमुखता से ध्यान केन्द्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि विश्व स्तरीय वस्त्र के निरंतर उत्पादन में हम अपने बुनकरों की मदद करेंगे। इसके लिए हमें अपनी और विश्व की सर्वोत्तम परम्पराओं को अपनाना होगा। इस वेबिनार के माध्यम से सबसे बेहतर प्रक्रियाओं और विचारों के आदान-प्रदान से नए अवसर पैदा होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया में वस्त्र क्षेत्र में सबसे अधिक रोजगार महिलाओं को मिलता है। इसलिए समृद्ध वस्त्र उद्योग, महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रयासों को संबल देगा।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

 

सीसीआर और यूपीआईडी द्वारा आयोजित वेबिनार में भारतीय वस्त्र परंपराओं पर प्रधानमंत्री के संदेश का मूल पाठ

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

प्रधानमंत्री ने वैभव 2020 सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया

"यह अब समय की मांग है कि युवाओं में विज्ञान के प्रति और अधिक रूचि पैदा की जाए।" प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक भारतीय वैज्ञानिक (वैभव) सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि इसके लिए हमें 'इतिहास का विज्ञान' और 'विज्ञान का इतिहास' अच्छी तरह ज्ञात होना चाहिए। वैभव सम्मेलन एक वर्चुअल सम्मेलन है, जिसमें भारतीय और भारतीय मूल के प्रवासी अनुसंधानकर्ता तथा शिक्षाविद हिस्सा ले रहे हैं। वैभव सम्मेलन 2020 भारत और दुनिया में विज्ञान तथा नवाचार का उत्सव मनाने के लिए है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं इस आयोजन को विज्ञानी मस्तिष्कों के वास्तविक संगम की संज्ञा दूंगा, जहां पर हम सभी भारत और हमारे इस ग्रह को सशक्त करने के लिए दूरगामी साझेदारी विकसित करने के लिए इकट्ठा हुए हैं। श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत सरकार ने वैज्ञानिक शोध और नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए अनेक उपाय किए हैं क्योंकि विज्ञान एक ऐसा क्षेत्र है जो सामाजिक-आर्थिक बदलाव के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। प्रधानमंत्री ने भारत के टीका विकसित करने के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि टीका विकसित करने और इसे क्रियान्वित करने यानि टीकाकरण कार्यक्रम के लिए भारत में महत्वपूर्ण प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि टीका उत्पादन में लंबा ब्रेक तोड़ा गया। वर्ष 2014 में हमारे टीकाकरण कार्यक्रम में 4 नए टीके शामिल किए गए जिसमें स्वदेशी रूप से विकसित रोटा वैक्सीन भी शामिल थी। उन्होंने वर्ष 2025 तक भारत से ट्यूबरकुलोसिस यानी क्षयरोग के समूल खात्मे के महत्वकांक्षी मिशन का जिक्र किया जो कि विश्व के लक्ष्य से 5 वर्ष पहले है। श्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उल्लेख किया, जो तीन दशक बाद लाई गई है और इसे तैयार करने में राष्ट्रव्यापी परामर्श और विचार विमर्श किया गया है। नई शिक्षा नीति का लक्ष्य विज्ञान के प्रति जिज्ञासा को बढ़ावा देना और बहुप्रतीक्षित वैज्ञानिक शोधों को तेज करना है। यह युवा प्रतिभाओं को पोषित करने के लिए मुक्त और व्यापक अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराएगी।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

वैश्विक भारतीय वैज्ञानिक (वैभव) शिखर सम्मेलन 2020 में प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

 

उपराष्ट्रपति ने दुनिया की सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान के लिए गांधीवादी आदर्शों को पुनर्जीवित करने का आह्वान किया

उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने आज एक ऐसी दुनिया में गांधीवादी आदर्शों को पुनर्जीवित करने का आह्वान किया है जो सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और पर्यावरणीय समस्याओं के साथ जूझ रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया को आज हीलिंग टच की जरूरत है और यही गांधीवादी आदर्श हमें दे सकते हैं। उपराष्ट्रपति ने विदेश मामलों की भारतीय परिषद (आईसीडब्ल्यूए) द्वारा "गांधी और विश्व" विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार में पहले से रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो के माध्यम से समापन भाषण देते हुए ये बाते कहीं।गांधीवादी मूल्यों की शाश्वतता और प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि वे एक ऐसी दुनिया में पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हो गए हैं जो नई चुनौतियों का सामना कर रही है। उपराष्ट्रपति श्री नायडू ने जारी कोविड-19 महामारी के बारे में बात करते हुए कहा कि जब स्पेनिश फ्लू के दौरान 1918 में दुनिया ने इसी तरह की चुनौती का सामना किया तो गांधीजी ने सभी लोगों, विशेष रूप से गरीबों और वंचितों के दर्द को समझने की आवश्यकता के बारे में बात कही थी। गरीबों के प्रति सहानुभूति नहीं संवेदना का आह्वान करते हुए उपराष्ट्रपति ने जरूरतमंदों की मदद करने और परीक्षा की इस घड़ी में उनकी तकलीफें कम करने का आह्वान किया। उन्होंने गांधी जी की दी गई उस सलाह की ओर सबका ध्यान खींचा जिसमें उन्होंने उस समय वैश्विक स्वास्थ्य चुनौती से खुद को बचाने के लिए आवश्यक मानदंडों का पालन करने के लिए कहा था।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

 

केन्द्रीय रेल, वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने फूलबागान मेट्रो स्टेशन का उद्घाटन किया

केन्द्रीय रेल, वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने 04 अक्टूबर, 2020 को पूर्व-पश्चिम मेट्रो के फूलबागान मेट्रो स्टेशन का उद्घाटन किया। श्री गोयल ने वीडियो लिंक के जरिए फूल बागान के नए स्टेशन से पहली ट्रेन को रवाना किया। अपने संबोधन में कोविड-19 महामारी के बीच फूलबागान स्टेशन का कार्य पूरा करने के लिए की गई अतिरिक्त पहल के लिए सभी को बधाई देते हुए श्री गोयल ने कहा कि सॉल्ट लेक स्टेडियम से लेकर फूलबागान (1.665 किलोमीटर की दूरी) तक मेट्रो के विस्तार से रोज आने-जाने वाले लोगों को इसके सियालदह स्टेशन के नदजीक होने के कारण काफी मदद मिलेगी। इसे दुर्गा पूजा का उपहार बताते हुए उन्होंने कहा कि कोलकाता में मेट्रो सबसे सुरक्षित, सबसे स्वच्छ और परिवहन की सबसे तेज व्यवस्था है।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

श्री पीयूष गोयल ने हिंदुस्तान चैंबर ऑफ कॉमर्स के 74वें वार्षिक सत्र को संबोधित किया

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग और रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल ने शनिवार को हिंदुस्तान चैंबर ऑफ कॉमर्स के 74वें वार्षिक सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित इस वार्षिक सत्र में चैंबर्स ऑफ कॉमर्स की भूमिका और प्रौद्योगिकी के महत्व पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जो बहुत ही सराहनीय विषय है, जिसका महत्व हमने इस महामारी के दौरान महसूस किया है।मंत्री ने कहा कि हर एक दिन गुजरने के साथ चैंबर ऑफ कॉमर्स की भूमिका ज्यादा से ज्यादा महत्वपूर्ण होती जा रही है। उन्होंने कहा कि चैंबर ने यह जो पहल की है, वह स्पष्ट रूप से उस सद्भावना को दिखाता है, जिसे वह पैदा करने में सक्षम है। चेंबर्स ने सरकार की चिंता वाले क्षेत्रों और जमीनी समस्याओं को उजागर करने और कोविड के खिलाफ लड़ाई की निर्मलता को बनाए रखते हुए कारोबार की समस्याएं दूर करने वाले नए समाधान लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री गोयल ने कहा कि हम सभी अपने कारोबार को नए ढांचे में ढालने (रिफ्रेम) और नए तरीके से सोचने (रि-इमेजिन), सरकार के कामकाज के ढंग को नए सिरे से बनाने (रि-इंजीनियरिंग) और नीतियों, कानूनों और प्रक्रियाओं को समसामयिक (आधुनिक) बनाने के लिए उनमें बदलाव लाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।मंत्री ने कहा कि यह ऐसा दौर है, जो भारतीय कारोबार के वास्तविक लचीलेपन को परख रहा है। उन्होंने कहा कि हम न केवल पूरी दुनिया भर में पीपीई, मास्क, वेंटिलेटर और दवाओं के सबसे बड़े निर्माताओं में से एक बन गए हैं, बल्कि उनका निर्यात भी कर रहे हैं। यहां तक कि बहुत सख्त लॉकडाउन के दौरान भी हमारे निर्यात रुके नहीं, दुनिया को दिखा दिया कि भारत एक भरोसमंद साझेदार है। दुनिया अब भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रंखला (ग्लोबल सप्लाई चेन) में एक परखे हुए, भरोसेमंद साझेदार के रूप में देखती है।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

 

कोविड-19 से व्‍याप्‍त डर के बावजूद खादी इंडिया के कनॉट प्‍लेस स्थित प्रमुख विक्रय केन्‍द्र ने गांधी जयंती के अवसर पर 1.02 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की

खादी प्रेमियों की ऊंची भावना ने इस गांधी जयंती के अवसर पर कोविड-19 के डर को पीछे छोड़ दिया। कनॉट प्‍लेस स्थित दिल्‍ली के प्रमुख खादी इंडिया विक्रय केन्‍द्र ने गांधी जयंती के अवसर पर एक करोड़ रुपये से अधिक की रिकॉर्ड बिक्री की। शुक्रवार (2 अक्‍टूबर) को खादी की कुल मिलाकर 1,02,19,496 रुपये की बिक्री दर्ज हुई, जो कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति को देखते हुए बहुत अधिक है।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

 

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने नई दिल्ली में एकीकृत स्वास्थ्य सेवा और संचार पर वैश्विक सम्मेलन को संबोधित किया

केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने नई दिल्ली में एकीकृत स्वास्थ्य सेवा और संचार पर वैश्विक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड ​​ने चिकित्सा जगत का ध्यान एकीकृत स्वास्थ्य सेवा पर स्थानांतरित कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब दुनिया भर के चिकित्सक चिकित्सा व्यवस्था की विभिन्न प्रणालियो के बीच अधिकतम तालमेल की तलाश कर रहे हैं। इस वैश्विक सम्मेलन में विभिन्न देशों के विशेषज्ञों ने भाग लिया।डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, कोविड महामारी के दौरान, कई एलोपैथिक चिकित्सा व्यवसायी, जो चिकित्सा की अन्य प्रणालियों के बारे में संदेह करते थे, उन्होंने आयुर्वेद और होमियोपैथी की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाओं में रुचि दिखानी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा, यदि हर आपदा एक गुण के साथ है, तो जहां तक ​​चिकित्सा जगत का संबंध है, महामारी ने चिकित्सा पद्धति की सभी विभिन्न प्रणालियों को एक साथ आने और अधिकतम तालमेल के साथ इस महामारी से निपटने के उपाय खोजने के लिए प्रेरित किया है।डॉ. जितेंद्र सिंह ने याद दिलाया कि जब से नरेंद्र मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाला है, तब से उन्होंने चिकित्सा प्रबंधन की स्वदेशी प्रणाली के गुणों पर विशेष ध्यान दिया है।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

एसएआई ने कोविड-19 संक्रमित उच्च प्रदर्शन करने वाले एथलीट के लिए "ग्रैजुएट रिटर्न टू प्ले" (जीआरटीपी) नामक दिशा निर्देश जारी किए

भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) ने सभी एथलीट के स्वास्थ्य और फिटनेस को ध्यान में रखते हुए एसएआई केन्द्रों में प्रशिक्षण ले रहे और कोविड-19 वायरस से संक्रमित होने वाले उच्च प्रदर्शन करने वाले एथलीटों के लिए दिशा निर्देश (एसओपी) जारी किए हैं। "ग्रैजुएट रिटर्न टू प्ले" (जीआरटीपी) नामक नए दिशा निर्देशों के तहत सभी एसएआई अधिकारियों और केंद्रों को कोविड-19 वायरस संक्रमित होने वाले और एसएआई केन्द्रों में प्रशिक्षण ले रहे एथलीटों की प्रगति की निगरानी करने के लिए कहा गया है।सएआई एथलीटों में कोविड-19 संक्रमण का चिकित्सकीय मूल्यांकन और एसओपी के अंतर्गत बताए गए दिशा निर्देश सुनिश्चित करने के वास्ते सभी केन्द्रों पर नियुक्ति के लिए चिकित्सा और पैरामेडिकल विशेषज्ञों की भी पहचान कर रहा है। इन नामित चिकित्सा और पैरामेडिकल विशेषज्ञों को कोविड-19 के बाद इंफेक्शन क्लिनिकल असेसमेंट के परिणाम में जीआरटीपी प्रगति के संबंध में स्पष्टता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जा रहा है। इसके अलावा, कोच को सामान्य प्रबलता की 50 प्रतिशत शारीरिक गतिविधियों की योजना बनाने का निर्देश दिया गया है। लेकिन इसके लिए अन्य रूप से रोगी को कोविड-19 के स्व सीमित अवधि के दौरान स्वस्थ्य होना चाहिए और उसमें पिछले सात दिनों से लक्षण नहीं होने चाहिए।

 

अधिक जानकारी के लिए यहां पढ़े-

पत्र सूचना कार्यालय के क्षेत्रीय कार्यालयों से मिली जानकारियां

केरल : राज्य में चार जिलों तिरूवनंतपुरम,मल्लापुरम,कोझिकोड़ और इरनाकुलम में 15 दिन में कोविड-19 के रिकॉर्ड 10 हजार से अधिक मामले सामने आने के बाद स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। तिरुवनंतपुरम स्थित सरकारी मेडिकल कालेज अस्पताल में कर्मचारियों को निलंबित करने के मामले का सरकार द्वारा समाधान न करने पर स्वास्थ्य विभाग से जुड़े लोगों ने अपने विरोध को और तेज करने का निर्णय लिया है। केरल में रविवार को एक दिन में अब तक के सबसे ज्यादा 4,851 लोग स्वस्थ हुए। राज्य में कोरोना के सामने तेजी से बढ़ने का सिलसिला भी जारी है और 8,553 नए मामले सामने आए।

तमिलनाडु : हाल ही में कोयंबटूर स्थित ईएसआई हॉस्पिटल आइअन में ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी के कारण दस कोविड-19 रोगियों की मृत्यु संबंधी रिपोर्ट का खंडन करते हुए अस्पताल की डीन ए निर्मला ने स्पष्ट किया है कि रोगियों की मृत्यु केवल वायरस की तीव्रता के कारण हुई है। राज्य में सरकारी डॉक्टरों ने केंद्र सरकार के डॉक्टरों के समान वेतन वृद्धि की अपनी मांग फिर से उठाई है। तमिलनाडु में रविवार को सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में पचास हजार से अधिक उम्मीदवार सम्मिलित हुए। यह परीक्षा मूल रुप से 31 मई को होनी थी लेकिन महामारी के कारण स्थगित कर दी गई थी।

कर्नाटक : बेंगलुरू में कोविड-19 के 4340 नए मामले सामने आने के बाद सक्रिय मामले बढ़कर 2.5 लाख से अधिक हो गए हैं। कर्नाटक में कल एक सप्ताह के भीतर तीसरे दिन कोविड-19 के दस हजार से अधिक मामले सामने आए। राज्य में इस समय सबसे अधिक 1,15,574 कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति अस्पताल या घर में पृथकवास में उपचार प्राप्त कर रहे हैं। मैसूरु में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ने के बाद पूर्ववर्ती मैसूरु राजघराने ने महल में आगामी नवरात्रि समारोह पारिवारिक सदस्यों,पर्यटकों और मीडिया की भागीदारी या उपस्थिति के बिना मनाने का निर्णय लिया है।

आंध्रप्रदेश : राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के दिशा निर्देश के अनुरूप अनलॉक 5.0 के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत 15 अक्टूबर से सिनेमा हॉल को 50 प्रतिशत सीटों के साथ खोलने और मनोरंजन पार्क तथा खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए तरणताल खोलने की अनुमति दी गई है।छात्रों को स्कूल में माता-पिता की अनुमति के बाद आने की अनुमति होगी और अधिकतर ऑनलाइन शिक्षा को वरीयता दी जाएगी। इसबीच आंध्रप्रदेश में बीते कुछ सप्ताह से कोरोना वायरस के मामलों में कमी आई है। साइंस पत्रिका में प्रकाशित एक लेख के अनुसार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा स्थापित उच्च विकसितकोविड चेतावनी खोज प्रणालीके एक समय में 25 हजार लोगों पर निगरानी रखने की क्षमता होने के कारण सरकार को सहायता मिली।

तेलंगाना : राज्य में बीते 24 घंटे में कोविड-19 के 1335 नए मामले सामने आए,2176 लोग स्वस्थ हुए और 8 लोगों की मृत्यु हुई। 1335 मामलों में से 291 मामले जीएचएमसी में मिले। तेलंगाना में अब कोविड-19 के कुल मामले 2,00,611,सक्रिय मामले 27,052, कुल 1171 लोगों की मृत्यु और 1,72,388 लोगों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई है। हैदराबाद स्थित वैक्सीन निर्माता भारत बॉयोटेक ने उसकी कोरोना वायरस की वैक्सीन कोवेक्सीन को मानवीय परीक्षण के लिए अनुमति मिलने की घोषणा की है। यह वैक्सीन प्रतिरोधक प्रतिक्रिया और दीर्धकालीन प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सहायक अलहाईडक्सीक्वीम-II का प्रयोग करेगी।

महाराष्ट्र : राज्य में छह महीने बाद चार लाख से अधिक रेस्टोरेंट,बार और होटल को पचास प्रतिशत क्षमता के साथ फिर से खोलने की अनुमति दे दी गई है। इन्हें कोविड संबंधी सभी दिशा-निर्देश का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। लगभग चार लाख बार और रेस्टोरेंट में से केवल मुंबई के लगभग चौदह हजार और तीस से चालीस प्रतिशत ने तुरंत खोलने का निर्णय लिया है जबकि शेष एक सप्ताह तक स्थिति की समीक्षा करेंगे। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने रविवार को कहा कि राज्य में कोविड-19 से स्वस्थ होने की दर में सुधार हुआ है और उपचार के प्रोटोकॉल में बदलाव के कारण मृत्यु दर में गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि राज्य में शनिवार को चौदह हजार ताजा मामले सामने आए जबकि उन्नीस हजार लोग स्वस्थ हुए।

गुजरात : राज्य में कोविड-19 से जुड़े कई आंकड़ों में कमी दर्ज की गई। गुजरात में 187 दिन या छह महीने से अधिक समय बाद प्रतिदिन मरने वालो की संख्या इकाई में रह गई और नौ लोगों की मृत्यु हुई। बीते छब्बीस दिनों में सबसे कम 1,302 मामले दर्ज किए किए। गत 49 दिनो में एक दिन में कोविड-19 के लिए सबसे कम 56,800 लोगों की जांच की गई। इस बीच गुजरात में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर अब तक की सबसे अधिक 16,836 हो गई है।

राजस्थान : जयपुर में कोविड-19 का सबसे बड़ा प्रसार देखा जा रहा है और बीते सात दिन से कोरोना के प्रतिदिन चार सौ से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। रविवार को 421 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए। शहर में अब कोरोना के कुल 23,179 मामले हैं। बीते सात दिनों में शहर में कोरोना के 2,965 मामले सामने आए हैं। यह मार्च में जयपुर में कोरोना का पहला मामला सामने आने के बाद से कुल मामलो का तेरह प्रतिशत है।

मध्यप्रदेश : राज्य में बीते चौबीस घंटे में 1,720 नए मामले सामने आने के बाद कोविड-19 के कुल मामले 1.35 लाख से अधिक हो गए हैं। 35 रोगियों की मृत्यु होने के बाद मध्यप्रदेश में कोरोना से अब तक 2,434 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। राज्य में अब 19,372 सक्रिय मामले हैं। मध्यप्रदेश के अपर मुख्य सचिव,स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने कहा है कि राज्य सरकार ने कोविड-19 की प्रतिदिन कम से कम तीस हजार जांच का लक्ष्य रखा है, लेकिन लोगों के जांच के लिए खुद से सामने न आने और बुखार क्लिनिक में जांच के लिए पेश न होने के कारण चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

छत्तीसगढ़ : राज्य में इस समय कोरोना सघन सामुदायिक सर्वेक्षण अभियान का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत राज्य में 12 अक्टूबर तक शहरी और ग्रामीण इलाकों में कोरोना के लक्षण वाले रोगियों की पहचान करने के लिए घर-घर सर्वेक्षण किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य शहरी और ग्रामीण इलाकों में सघन सामुदायिक सर्वेक्षण कर कोरोना रोगी का शीघ्र पता लगाना है।

असम : राज्य में कल 1,351 रोगियों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई। असम में अब तक 1,52,124 रोगियों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है और 33,324 सक्रिय रोगी हैं।

मणिपुर : राज्य में कोविड-19 के 206 नए मामले सामने आए हैं। तीन और लोगों की मृत्यु होने के बाद मणिपुर में कोविड-19 से अब तक 74 लोगो की मौत हो चुकी है। राज्य में स्वस्थ होने की दर 77 प्रतिशत है।

मेघालय : राज्य में कोविड-19 के 2209 सक्रिय मामले हैं। इनमें बीएसएफ और सशस्त्र बलो से जुड़े 127 और अन्य लोगों के 2,082 मामले हैं। मेघालय में अब तक 4,393 लोग कोरोना से स्वस्थ हो चुके हैं।

मिजोरम : राज्य में कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। मिजोरम में कोरोना के अब कुल 2,120 मामले और 313 सक्रिय मामले हैं। राज्य के एक स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार में कोरोना से स्वस्थ होने की दर 85 प्रतिशत से अधिक है और यह देश या विश्व में स्वस्थ होने दर से अधिक है।

नगालैंड : राज्य में कोविड-19 के कुल मामलों मे से सबसे अधिक मामले सुरक्षा बलो से जुडे हैं। नगालैंड में कुल 6,552 मामलों से से 3,101 मामले या 47 प्रतिशत मामले सुरक्षा बलो से संबंधित हैं। इसके अलावा कुल मामलो में से राज्य में बाहर से लौटे लोगों और ढूंढे गए लोगों के 24 प्रतिशत और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं में से 5 प्रतिशत मामले हैं। राज्य में कोविड-19 के 123 नए मामले सामने आने के बाद कुल मामले 6,552 हो गए हैं। राज्य में 5,258 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और 1,221 सक्रिय मामले हैं।

सिक्किम : राज्य में दो और लोगो की कोविड-19 से मृत्यु होने के बाद अब तक 45 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 43 नए मामले सामने आने के बाद कुल मामले 3,093 हो गए हैं और 649 सक्रिय मामले हैं।

 

FACT CHECK

 

 

 

**********

 

एमजी/एएम/एजे/डीए



(Release ID: 1662234) Visitor Counter : 254