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कोविड-19 पर पीआईबी का दैनिक बुलेटिन
Posted On:
22 SEP 2020 6:17PM by PIB Delhi
(पिछले 24 घंटों में जारी कोविड-19 से संबंधित प्रेस विज्ञप्तियां, पीआईबी केक्षेत्रीय कार्यालयों से मिली जानकारियां और पीआईबी द्वारा जांचे गए तथ्यशामिल हैं)
- पिछले 24 घंटों में 1 लाख(1,01,468) से अधिक मरीज संक्रमण मुक्त हुए
- कोविड संक्रमण से मुक्त होने वालों की कुल संख्या लगभग 45 लाख और मरीज़ों के ठीक होने की दर 80.86 प्रतिशत तक पहुंची
- मामला मृत्यु दर(सीएफआर) वर्तमान में 1.59 प्रतिशत
- प्रधानमंत्री कल कोविड की उच्च दर वाले 7 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड से निपटने के उपाय और प्रबंधन की स्थिति तथा तैयारी की समीक्षा करेंगे
- कोविड-19 महामारी के दौरान सत्र 2020-21 के लिए विश्वविद्यालयो के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष के शैक्षणिक कैलेंडर पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशानिर्देश
भारत ने एक दिन में सर्वाधिक रोगियों के स्वस्थ होने का रिकॉर्ड बनाया, पिछले 24 घंटों में 1 लाख से अधिक मरीज संक्रमण मुक्त हुए
एक अभूतपूर्व सफलता हासिल करते हुए, भारत ने एक दिन में सबसे अधिक मरीज़ों के स्वस्थ होने का रिकॉर्ड बनाया है। देश में पिछले 24 घंटों में 1 लाख (1,01,468) रोगी ठीक हुए। एक अन्य ऐतिहासिक उपलब्धि में, भारत में पिछले चार दिनों से मरीज़ों के स्वस्थ होने की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इसके साथ ही कोविड संक्रमण से मुक्त होने वालों की कुल संख्या लगभग 45 लाख (44,97,867) हो गई है। इसके परिणामस्वरूप देश में मरीज़ों के ठीक होने की दर 80 दशमलव 86 प्रतिशत तक पहुंच गई है। ठीक होने वाले नए मामलों में से 79 प्रतिशत मामले दस राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। ये हैं- महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, दिल्ली, केरल, पश्चिम बंगाल और पंजाब। महाराष्ट्र 32,000 (31 दशमलव 5 प्रतिशत) से अधिक नए ठीक हुए रोगियों के साथ पहले स्थान पर है। आंध्र प्रदेश में 10,000 से अधिक मरीज़ स्वस्थ हुए हैं।रोगियों के स्वस्थ होने की बढ़ती दर और संख्या की ऐतिहासिक उपलब्धि ने भारत को विश्व स्तर पर शीर्ष स्थान पर पंहुचा दिया है। मामले मृत्यु दर(सीएफआर) वर्तमान में 1.59 प्रतिशत है।
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प्रधानमंत्री कल कोविड की उच्च दर वाले 7 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड से निपटने के उपाय और प्रबंधन की स्थिति तथा तैयारी की समीक्षा करेंगे
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रमोदी कोविड की उच्च दर वाले7 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविडसे निपटने के उपाय और प्रबंधन की स्थिति तथा तैयारियों के बारे में कल23 सितम्बर, 2020 को मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करेंगे। ये राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश हैं- महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश तथा पंजाब। देश में कोविड के63 प्रतिशत से भी अधिक सक्रिय मामले इन सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से ही हैं। इसके अलावा कुल पुष्ट मामलों का65.5 प्रतिशत और कुल मौतों का77 प्रतिशत भी इन्हीं राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। अन्य पांच राज्यों के साथ-साथ पंजाब और दिल्ली में हाल ही में कुल मामलों की संख्या में काफ़ी तेज़ वृद्धि दर्ज की गई है। महाराष्ट्र, पंजाब और दिल्ली में मृतकों की संख्या भी काफ़ी बढ़ी है, इन राज्यों में मृत्यु दर-सीएफआर2.0 प्रतिशत से अधिक है, जो कि मृत्यु दर का उच्च औसत हैं। पंजाब और उत्तर प्रदेश के अलावा, उनकी सकारात्मकता दर राष्ट्रीय औसत8.52 प्रतिशत से अधिक है। केंद्र सरकार, देश में कोविड के खिलाफ लड़ाई में राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों की सरकारों के साथ प्रभावी सहयोग और समन्वय के साथ उनका नेतृत्व कर रही है।
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प्रधानमंत्री देश भर के फिटनेस के प्रति उत्साही लोगों के साथ संवाद करेंगे
एक अनूठी पहल के तहत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी24 सितंबर2020 को फिट इंडिया अभियान की पहली वर्षगांठ के उपलक्ष्य में देशव्यापी ऑनलाइन फिट इंडिया संवाद के दौरान फिटनेस के प्रति लोगों को जागरुक बनाने वालों और आम नागरिकों के साथ बातचीत करेंगे। इस ऑनलाइन संवाद में प्रतिभागियों को फिटनेस और अच्छे स्वास्थ्य के बारे में प्रधानमंत्री से मार्गदर्शन लेने के साथ ही अपनी फिटनेस यात्रा के अनुभवों और युक्तियों को साझा करते हुए देखा जाएगा। इस कार्यक्रम के प्रतिभागियों में फिटनेस को लेकर लोगों को प्रोत्साहित करने वाले विराट कोहली और मिलिंद सोमन से लेकर रुजुता दिवेकर जैसे लोग भी होंगे। कोविड-19 के समय में, फिटनेस जीवन का एक और भी महत्वपूर्ण पहलू बन गया है। ऐसे में इस संवाद में पोषण, स्वास्थ्य और फिटनेसके विभिन्न पहलुओं पर सामयिक और सार्थक संवाद देखा जा सकेगा।
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प्रधानमंत्री ने आईआईटी गुवाहाटी के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आईआईटी गुवाहाटी के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। ज्ञानम् विज्ञान सहितम् यत् ज्ञात्वा मोक्ष्यसे अशुभात् श्लोक उद्धृत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि, विज्ञान सहित ज्ञान सभी समस्याओं को हल करने का एक प्रमुख साधन है। श्री मोदी ने गर्व से कहा कि, आज आईआईटी जैसे संस्थान लगातार आगे बढ़ते हुए तरक्की कर रहे हैं और सेवा करने के लिए नवाचार की इस ऊर्जा ने हमारे देश को हजारों वर्षों तक जीवित रखा है। प्रधानमंत्री ने युवाओं से भविष्य के लिए तैयार रहने और भविष्य के लिए स्वस्थ रहने का आह्वान करते हुए कहा कि यह उनके सपने और आकांक्षाएं ही हैं जो भारत के भविष्य को आकार देते हैं। उन्होंने खुशी जताई कि आईआईटी गुवाहाटी ने पहले ही इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री ने इस महामारी के दौरान शैक्षणिक सत्रों को संचालित करने और अनुसंधान कार्य जारी रखने में कठिनाई होने के बावजूद देश को आत्मनिर्भर बनाने में संस्थान के योगदान की सराहना की।
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आईआईटी, गुवाहाटी के दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री के सम्बोधन का मूल पाठ
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प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को संबोधित किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को संबोधित किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज से 75 वर्ष पूर्व समूचे विश्व के लिए एक संस्था का गठन किया गया था, जो मानव इतिहास की पहली ऐसी घटना है। इससे युद्ध के भय के बीच एक उम्मीद जगी थी। उन्होंने आगे कहा कि विश्व संस्था की स्थापना से जुड़े संयुक्त राष्ट्र अधिकार पत्र पर एक हस्ताक्षरकर्ता होने के नाते भारत उस महान विचार का हिस्सा रहा है, जो भारत के अपने दर्शन ‘वसुधैव कुटुंबकम में परिलक्षित होता है। भारत विश्व की सभी रचनाओं को एक परिवार मानना है।प्रधानमंत्री ने कहा, बिना समग्र सुधार के संयुक्त राष्ट्र के समक्ष आत्मविश्वास का संकट है। पुराने पड़ चुके ढांचे से वर्तमान चुनौतियों से नहीं निपटा जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि आज आपस में जुड़े विश्व के दौर में बहुस्तरीय सुधार करने की आवश्यकता है जिसमें वर्तमान समय की चुनौतियां परिलक्षित हों, जो सभी की आवाज़ बन सके, सम सामयिक चुनौतियों का सामना कर सके और जो मानव कल्याण को अपने केंद्र में रखे। भारत इस दिशा में अन्य सभी देशों के साथ मिल कर काम करने का इच्छुक है।
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कोविड-19 महामारी के दौरान सत्र 2020-21 के लिए विश्वविद्यालयो के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष के शैक्षणिक कैलेंडर पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशानिर्देश
केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल “निशंक” ने आजकोविड-19 महामारी के दौरान सत्र 2020-21 के लिए विश्वविद्यालयो के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष के शैक्षणिक कैलेंडर पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा निर्देश जारी किए। आयोग ने 21 सितंबर,2020 को आयोजित अपनी बैठक में कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए सत्र 2020-21 के लिए विश्वविद्यालयो के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष के लिए शैक्षणिक कैलेंडर पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा निर्देश को अनुमति दी थी। सत्र 2020-21 के प्रथम वर्ष कार्यक्रम के लिए प्रवेश अक्टूबर के अंत तक पूरे हो जाएगें। शेष सीटो में प्रवेश 30 नवंबर,2020 तक पूरे होंगे। शैक्षणिक सत्र 2020-21 प्रथम वर्ष के छात्रो के लिए 01 नवंबर,2020 से शुरू हो सकता है।
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विपणन मौसम 2021-22 की रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी)
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रीमंडलीय समिति (सीसीईए) ने रबी विपणन मौसम (आरएमएस) 2021-22 की सभी अधिदेशित रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्यों (एमएसपी) में वृद्धि संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। न्यूनतम समर्थन मूल्य में यह वृध्दि स्वामीनाथन आयोग की अनुशंसाओं के अनुरुप हैं। पोषण आवश्यकताओं और बदलती आहार शैली को देखते हुए और दलहनों और तिलहनों के उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए सरकार ने इन फसलों के लिए तुलनात्मक रूप से उच्चतर एमएसपी निर्धारित की है।वैश्विक कोविड-19 महामारी और तदवर्ती राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बावजूद सरकार द्वारा समय पर किए गए हस्तक्षेप के परिणामस्वरूप आरएमएस 2020-21 के लिए लगभग 39 मिलियन टन गेहूँ की सर्वकालिक रिकार्ड खरीद हुई है।
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कोविड-19 महामारी का वस्त्र उद्योग पर प्रभाव
वस्त्र उद्योग बड़े पैमाने पर असंगठित क्षेत्र है। सरकार ने वस्त्र उद्योग की स्थिति सुधारने और उत्पादन,विपणन और नौकरी के अवसर को प्रोत्साहन देने के लिए विशेष प्रयासों की शुरूआत की है। सरकार ने क्षेत्र पर संकट का आंकलन करने के लिए“कोविड-19 महामारी का भारतीय रेशम उद्योग पर प्रभाव”नामक अध्ययन किया।उद्योग ने रोक के साथ-साथ उत्पादन, ककून और कच्चे रेशम के दाम,परिवहन समस्या,कुशल कर्मियों की अनुपलब्धता, कच्चे रेशम और रेशम उत्पादों की बिक्री, कार्यकारी पूँजी और धनापूर्ति, निर्यात और आयात में कमी जैसी समस्याओं का सामना किया। वस्त्र उद्योग को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कर/करारोहण में छूट देकर प्रतिस्पर्धात्मक बनाने के लिए सरकार ने राज्य और केंद्रीय कर और करारोहण में छूट योजना(आरओएससीटीएल) को तब तक जारी रखने का निर्णय लिया है जब तक आरओएससीटीएल योजना,निर्यात होने वाले उत्पादों पर शुल्क और कर में छूट योजना के साथ विलय नहीं हो जाती। एमएमएफ क्षेत्र में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एमएमएफ फाइबर और यार्न के निर्माण में प्रयोग होने वाले प्रमुख कच्चे माल पीटीए पर एंटी-डंपिग शुल्क हटाने का निर्णय भी लिया। केंद्र सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष आर्थिक पैकेज आत्मनिर्भर भारत की घोषणा भी की। बुनकर और कारीगर कोविड-19 महामारी के दौरान लगाए गए लॉकडाउन से प्रभावित हुए अपने व्यापार की फिर से शुरूआत करने के लिए इन राहत और ऋण योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
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महामारी के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ता,महिलाओ ओर बच्चो के लिए सामाजिक सुरक्षा
कोविड-19 महामारी के कारण विशेष परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए 51 से 59 आयु वर्ग की ( 1 जून,2017 को बंद समूह) आंगनवाड़ी कार्यकर्ता(एडब्ल्यूडब्ल्यू) और आंगनवाड़ी सहायिका(एडब्ल्यूएच) के लिए बीमा राशि 30 हजार रूपए से बढ़ाकर 2 लाख रूपए का निर्णय लिया है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को हालांकि सामाजिक सुरक्षा बीमा योजना से अधिक 1 अप्रैल,2020 से पूर्ण बीमा शुल्क भुगतान व्यवस्था में परिवर्तित किया गया है। मंत्रालय ने डीएफ, वित्त मंत्रालय से 31 मई,2021 तक पूर्ववर्ती पीएमजेजेबीवाई/ पीएमबीएसवाई/ एकबीवाई/ एफसीआई की अभिसारिता को बहाल रखने का अनुरोध किया है। कोविड-19 के दौरान राज्य और केंद्र शासित सरकारों को सभी योग्य बच्चों को स्कूल बंद रहने तक खाद्य सुरक्षा भत्ता(एफएसए) देने की सलाह दी गई। इस बारे में संबंधित राज्य और केंद्र शासित प्रदेश परिस्थितियो के आधार पर निर्णय ले सकते हैं। राज्यो और केंद्रशासित प्रदेशो को कोविड-19 के कारण सामने आ रही परिस्थिति का सामना करने के लिए एहतियाती प्रयास जारी करने की सलाह भी दी गई।
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वैश्विक महामारी के बीच चुनाव का आयोजन - ईसीआई के वेबिनार में विभिन्न देशों ने बहुमूल्य विचार व्यक्त किए
मुख्य चुनाव आयुक्त श्री सुनील अरोड़ा ने दुनिया में लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए समयबद्ध,स्वतंत्र,निष्पक्ष और सहभागी चुनावों के संचालन के लिए आज विभिन्न देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। कोविड-19 के दौरान चुनाव आयोजित करने की समस्याए,चुनौतियां एवं प्रोटोकॉल: देश के अनुभवों को साझा करना,विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार के समापन सत्र के दौरान अपने संबोधन में श्री अरोड़ा ने इस घटना के कारण पैदा हुई साझा चुनौतियों पर प्रकाश डाला। मुख्य चुनाव आयुक्त ने जोर देकर कहा कि आज के वेबिनार में चुनाव संचालन से जुड़े अधिकारियों को प्रशिक्षित करने का महत्व स्पष्ट तौर पर उजागर हुआ है। चुनाव आयुक्त श्री सुशील चंद्रा ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि कोविड-19 की छाया में चुनाव न केवल स्वतंत्र और निष्पक्ष होना चाहिए बल्कि मतदाताओं के साथ-साथ मतदान अधिकारियों और ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों की प्रस्तुतियों ने दर्शाया कि चुनाव से पहले,चुनाव के दौरान, और चुनाव के बाद के लिए व्यापक तौर पर आवश्यक तैयारियां की गई हैं। सबसे बड़ी चिंता यह सुनिश्चित करना है कि मतदाता कोविड के इस दौर में मतदान करते समय सुरक्षित महसूस करें।
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महिलाओ के विरूद्ध घरेलू हिंसा में वृद्धि
कोविड-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन की शुरूआत से राष्ट्रीय महिला आयोग(एनसीडब्लयू) इलेक्ट्रानिक और सोशल मीडिया द्वारा किसी भी प्रकार की हिंसा की शिकार महिलाओ को आगे आने और रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए विज्ञापन अभियान चला रहा है। घरेलू हिंसा के मामलो में रिपोर्ट सामान्य रूप से दर्ज कराने के साथ-साथ वाटसअप द्वारा दर्ज कराने के लिए 10 अप्रैल,2020 से वाटसअप नंबर7217735372की शुरूआत की गई । इस अतिरिक्त माध्यम से बीते कई वर्ष से हिंसा का अनुभव कर रही महिलाओ सहित अन्य मामलो में रिपोर्ट दर्ज करने में सुविधा मिली। एनसीडब्लूय द्वारा प्राप्त शिकायत पर पीड़ित को पुलिस और अन्य प्राधिकरण द्वारा समन्वय कर आवश्यक सहायता प्रदान की गई। संविधान की 7वीं अनुसूची के अंतर्गत पुलिस और जन व्यवस्था राज्य विषय हैं। कानून-व्यवस्था को बनाए रखना,महिलाओ के विरूद्ध घरेलू हिंसा को रोकने सहित नागरिकों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा करना मूल रूप से राज्य विषय है। महिलाओ की सुरक्षा को उच्च प्राथमिकता देते हुए केंद्र सरकार ने बीते छह माह में कई कदम उठाए हैं। यह जानकारी केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर मे दी।
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कोविड-19 के दौरान सूचना का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत सुचारु कार्य जारी रहा
केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास(स्वतंत्र प्रभार) और प्रधानमंत्री कार्यालय,कार्मिक,लोक शिकायत,पेंशन,परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री श्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के दौरान केंद्रीय सूचना आयोग ने प्रौद्योगिकी का अत्यधिक प्रयोग कर ऑडियो/वीडियो सुविधा द्वारा द्वितीय अपील/शिकायत की सुनवाई की सुविधा देने के लिए कदम उठाए। केंद्रीय सूचना आयोग द्वारा मार्च,2020 से 17 सितंबर,2020 तक कुल 4491 ऑनलाइन आवेदन पर कार्यवाही की गई। यह जानकारी डॉ. जितेन्द्र सिंह ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
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पत्र सूचना कार्यालय के क्षेत्रीय कार्यालयों से मिली जानकारियां
- चंडीगढ़ :केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक ने शिक्षा विभाग के सचिव को निर्देश दिया है कि 9वीं और 10वीं के छात्रों के अपने अभिवावको की अनुमति लेकर विशेष कक्षा के लिए स्कूल परिसर में आने पर केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करा जाए। उन्होंने शिक्षकों को नियमित रूप से कोविड की जांच कराने की सलाह भी दी।
- पंजाब :राज्य सरकार ने छात्रों के लिए शारीरिक शिक्षा से जुड़ी गतिविधियों को अनिवार्य करने का निर्णय लिया है। कोविड-19 के बाद स्कूल खुलने पर इस निर्णय को लागू किया जाएगा। इन शारीरिक गतिविधियों से छात्रो को शारीरिक रूप से हष्ट-पुष्ट बनाने के साथ-साथ मांसपेशियो को लचकदार और शक्तिशाली बनाने में सहायता मिलेगी। इससे छात्रों की सहनशीलता, शारीरिक संतुलन तथा केंद्रित होने की क्षमता में भी बढ़ोत्तरी होगी और शारीरिक गतिविधि से छात्रों में नेतृत्व की भावना भी विकसित होगी।
- अरूणाचल प्रदेश :राज्य में कोरोना के 210 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं।इनमें से बीते 24 घंटे में ईटानगर राजधानी क्षेत्र में 101 पॉजिटिव मामले मिले।
- असम :बीते 24 घंटे में कोरोना के 1795 रोगियो को उपचार के बाद छुट्टी दी गई। राज्य में अब कोरोना के कुल 159320 मामले हैं। इनमे से 129130 लोगो को अस्पताल से छुट्टी दी गई और 29609 सक्रिय मामले हैं।
- मणिपुर :राज्य में कोरोना के 116 नए मामले सामने आने के बाद कुल 9010 मामले हो गए हैं। मणिपुर में कोरोना से स्वस्थ होने की दर 76 प्रतिशत है और 2113 सक्रिय मामले हैं। कोविड 19 से जुडी जटिलता के कारण दो रोगी की मृत्यु होने के बाद मणिपुर में अब तक 59 लोगो की मृत्यु हो चुकी है।
- मेघालय :राज्य में कोविड-19 के 2169 सक्रिय मामले हैं। इनमें से 355 बीएसएफ और सशस्त्र बलो से जुडे हैं। मेघालय में 2527 लोग कोरोना से स्वस्थ हो चुके हैं।
- मिजोरम :राज्य में कोरोना के 107 नए मामलो की पुष्टि हुई। मिजोरम में अब कोरोना के कुल 1692 मामले और 680 सक्रिय मामले हैं।
- नगालैंड :राज्य में कोरोना के कुल पॉजिटिव मामलो में से 2614 सशस्त्र बल और पुलिस,1448 बाहर से लौटने वाले लोग,1154 पहचाने गए संबंधी और 326 फ्रंटलाइन कार्यकर्ता से जुडे हैं। कोहिमा जिला प्रशासन ने कोविड के नए मामले सामने आने के बाद हाई स्कूल एरिया, लेरी कालोनी,लोअर एजी और टी खेल में कई घरो को सील कर दिया है।
- केरल :ताजा रिपोर्ट के अनुसार केरल में जांच पॉजिटिविटी दर 9.1 प्रतिशत हो गई है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह 8.7 प्रतिशत है। राज्य के सामजिक सुरक्षा मिशन निदेशक डॉ. मोहम्मद अशील ने कहा है कि टीपीआर अक्टूबर-नवंबर के अंत तक उच्चतम स्तर पर पंहुचेगी। उन्होंने कहा कि केरल में प्रति दस लाख व्यक्तियों में मृत्यु कम है। कोच्चि में एक व्यक्ति की मृत्यु के साथ केरल में अब तक 554 लोगो की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है। राजधानी में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद तिरुवनंतपुरम निकाय ने दुकानो,होटल और अन्य प्रतिष्ठानों में कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए अभियान तेज कर दिया है। केरल में कल कोरोना के 2,910 नए मामले सामने आए। वर्तमान में राज्य में 39,285 रोगी उपचार ले रहे हैं और 2,18,907 लोग निगरानी में हैं।
- तमिलनाडु :भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गर्वनर सी रंगराजन ने कहा है कि राज्य की अर्थव्यवस्था दो माह में कोविड-19 अवधि से पहले के रूप में आ जाएगी।सी रंगराजन की अध्यक्षता में बने दल ने सोमवार को राज्य के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी को 250 पन्ने की रिपोर्ट सौंपी। तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव ने कहा है कि बीते दो सप्ताह में कोविड-19 के नियमो के उल्लंघन के 50,212 मामले दर्ज किए गए और 1.06 करोड़ रुपए का दंड लगाया गया। राज्य में कल कोविड-19 के 5,344 नए मामले सामने आए और 60 लोगो की मृत्यु हुई। सोमवार को कुल मामलो में से 31 प्रतिशत मामले कोयम्बटूर सहित पश्चिमी जिलो से सामने आए।
- कर्नाटक :कोविड वॉर रूम के आंकड़ो के अनुसार राज्य में सोमवार को स्वस्थ होने की दर अब तक की सबसे अधिक 80.35 प्रतिशत रही। उडूपी,विजयपुरा,बीदर,गडाग,बगलकोटे और रमनगारा में स्वस्थ होने की दर सर्वश्रेष्ठ रही। अखिल भारतीय संयुक्त ट्रेड यूनियन केंद्र से संबद्ध राज्य संयुक्त आशा कार्यकर्ता संघ के अंतर्गत आशा कार्यकर्ता बेंगलुरू स्थित फ्रीडम पार्क में 23 सितंबर को राज्य स्तरीय विरोध प्रदर्शन करेंगी। आशा कार्यकर्ता कोविड-19 महामारी के दौरान फ्रंटलाइन योद्धा है लेकिन उन्हें सिर्फ 4 हजार रूपए प्रतिमाह का वेतन दिया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता 12 हजार रूपए वेतन की मांग कर रही हैं।
- आंध्रप्रदेश :बीते 50 दिनो में पहली बार विशाखापट्टनम जिले में कोरोना के 200 से कम मामले सामने आए जबकि एक दिन पूर्व 342 मामले सामने आए थे। जिले में कोरोना संक्रमण के अब 47,516 मामले हैं। गुंटुर जिले में सोमवार तक कोरोना वायरस संक्रमण के 49,978 मामलो में से 43,062 लोगो को अस्पताल से छुट्टी दी गई और अब केवल 6,418 सक्रिय मामले हैं। पहले लगभग 800 मामले प्रतिदिन आने के मुकाबले बीते कुछ दिनो में कोरोना के प्रसार मे कमी आई है। आंकड़ों के अनुसार जिले में अब हर दिन संक्रमण के 500 मामले सामने आ रहे हैं।
- तेलंगाना :राज्य में बीते 24 घंटे में कोरोना के 2166 नए मामले सामने आए।2143 लोग स्वस्थ हुए और 10 लोगो की मृत्यु हुई। 2166 मामलो में से 309 मामले जीएचएमसी में सामने आए। राज्य में अब कोरोना के कुल 1,74,774 मामले हैं। 29,649 सक्रिय मामले,1052 लोगो की मृत्यु और 1,44,073 लोगो को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई। राज्य में स्कूल-कॉलेज फिर से खुल गए हैं। शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन शिक्षण/फोन पर सलाह और संबंधित कार्यो के लिए शिक्षण और गैर शिक्षण कर्मचारियो में से अधिकतम 50 प्रतिशत को बुलाने की अनुमति दी है।
- महाराष्ट्र :राज्य में सोमवार को रिकार्ड 32,007 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हुए। राज्य में अब तक कोरोना से 9,16,348 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में कोरोना से स्वस्थ होने की दर 74.84 प्रतिशत और मृत्यु दर 2.7 प्रतिशत है। राज्य में अब 2,74,623 सक्रिय मामले हैं। एक अन्य घटनाक्रम में राज्य सरकार ने मेडिकल ऑक्सीजन के नियंत्रित वितरण करने संबंधी आदेश को वापिस ले लिया है।
- गुजरात :राज्य में लगातार चौथे दिन कोरोना के 1,400 से अधिक मामले सामने आए। सोमवार को राज्य में 1,430 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। राज्य में अब कोरोना के कुल 1,24,767 मामले हैं। राज्य में 17 और लोगो की कोरोना संक्रमण से मृत्यु होने के बाद अब तक 3,339 लोगो की मृत्यु हो चुकी है। सूरत में बीते पखवाड़े में सबसे अधिक 290 मामले सामने आए। अहमदाबाद में कोरोना के 177, राजकोट में 143,वडोदरा में 137 और जामनगर में 123 मामले सामने आए।
- राजस्थान :राज्य सरकार ने कोविड-19 रोगियो की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर 181 की शुरूआत की है। हेल्पलाइन और नियंत्रण कक्ष रोगियो की उपचार और अस्पताल में बेड की उपलब्धता संबंधी जानकारी देने में मदद करेगा। इस बीच राज्य स्तरीय वार रूम ने सातो दिन चौबीसों घंटे राज्य सचिवालय से कार्य करना प्रांरभ कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राजस्थान में कोरोना से स्वस्थ होने की दर 83 प्रतिशत से अधिक हो गई है जबकि मृत्यु दर 1.6 प्रतिशत है।
- छत्तीसगढ़ :बीते तीन सप्ताह में कोविड के 56,678 मामले सामने आने के बाद रायपुर सहित करीब 12 जिलों ने फिर से लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है। यह लॉकडाउन एक सप्ताह से लेकर दस दिन की अवधि का होगा।राज्य में इस अवधि के दौरान कोरोना से 413 लोगो की मृत्यु हुई है। 3.22 करोड़ की जनसंंख्या के साथ छत्तीसगढ़ में कोरोना के कुल 88,181 मामले हैं और 690 लोगो की अब तक मृत्यु हो चुकी है। बीते तीन सप्ताह के दौरान राज्य में कुल मामलो के 64 प्रतिशत से अधिक मामले सामने आए और अब तक हुई कुल मृत्यु में से लगभग 60 प्रतिशत लोगो की मृत्यु हुई।
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