विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
टीआईएफएसी, कोविड -19 के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के सर्वोत्तम तरीकों की खोज करने के लिए प्रयासरत
कोविड -19 के बाद की भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार की रणनीति पर श्वेत पत्र
Posted On:
21 APR 2020 5:26PM by PIB Delhi
प्रौद्योगिकी सूचना, पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद (टीआईएफएसी), भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के तहत एक स्वायत्त प्रौद्योगिकी थिंक टैंक है, जिसकी स्थापना भविष्य के लिए रणनीति बनाने के उद्देश्य से की गई है। परिषद कोविड -19 के बाद की भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार की रणनीति के लिए एक श्वेत पत्र तैयार कर रहा है।
यह दस्तावेज़ मुख्य रूप से मेक इन इंडिया की पहल को मजबूत बनाने, स्वदेशी प्रौद्योगिकी के व्यावसायीकरण, प्रौद्योगिकी संचालित व पारदर्शी सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) को विकसित करना, बेहतर ग्रामीण स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था, आयात में कमी, एआई, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स जैसे उभरती प्रौद्योगिकी को अपनाने पर केंद्रित है। इसे जल्द ही सरकार के निर्णय लेने वाले प्राधिकरणों के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
कोविड – 19 के खिलाफ लडाई में पूरी दुनिया एक साथ खड़ी है। महामारी का प्रकोप विकसित और उभरती हुई अर्थव्यवस्था, दोनों के मानव जीवन को प्रभावित कर रहा है। इसका प्रभाव विनिर्माण से लेकर व्यापार, परिवहन, पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा समेत लगभग सभी क्षेत्रों पर पड़ा है। आर्थिक प्रभाव की सीमा इस बात पर निर्भर करेगी कि महामारी का प्रकोप कितना अधिक होता है और इसके नियंत्रण के लिए किसी राष्ट्र की रणनीति कितनी प्रभावी है?
डीएसटी के सचिव, प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने कहा, "कोविड - 19 वायरस के साथ आगे बढ़ने के लिए सटीक अंतर्दृष्टि के साथ कार्य करने की आवश्यकता है ताकि मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव न्यूनतम हो एवं सामाजिक-आर्थिक कल्याण अधिकतम हो। इस प्रकार, वांछनीय प्रौद्योगिकी से संबंधित हस्तक्षेप और विभिन्न क्षेत्रों में उनके प्रभावों का विश्लेषण को निर्णय लेने के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी मानी जा सकती है।"
टीआईएफएसी के वैज्ञानिकों की एक टीम भारतीय अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने और कोविड - 19 के बाद इसके प्रभाव को कम करने के सर्वोत्तम तरीकों की खोज के लिए प्रयासरत है। वे ऐसी परिस्थितियों का सामना करने के लिए भविष्य की रणनीति भी तैयार कर रहे हैं। ये वैज्ञानिक विभिन्न क्षेत्रों /संकायों से जुड़े हैं।
भारत ने अब तक, इस महामारी को नियंत्रित करने के लिए अच्छी तरह से सोचे गए कदम उठए हैं। प्रारंभिक चरण में लॉकडाउन एक महत्वपूर्ण कदम है। सभी सरकारी विभागों, अनुसंधान संस्थानों, सिविल सोसाइटी निकायों और सबसे महत्वपूर्ण देश के नागरिकों ने एक साथ मिलकर कोविड - 19 के प्रभाव को अधिकतम सीमा तक कम करने के लिए हाथ मिलाया है। कोविड - 19 के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था को मज़बूत बनाने के लिए टीआईएफएसी आगे का रास्ता दिखाने में मदद करेगी।
[अधिक जानकारी के लिए: निर्मला कौशिक, nirmala.kaushik[at]gmail[dot]com
मोबाइल : 9811457344]
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