प्रधानमंत्री कार्यालय
प्रधानमंत्री ने संस्कृत श्लोक के माध्यम से बुद्धिमत्ता, संयम और समयबद्ध कार्रवाई को राष्ट्रीय शक्ति के स्तंभों के रूप में उल्लेख किया
प्रविष्टि तिथि:
11 DEC 2025 10:31AM by PIB Delhi
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने और भारत के दीर्घकालिक सुरक्षा तथा विकास लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में रणनीतिक बुद्धिमत्ता, संतुलित संयम व निर्णायक कार्रवाई के महत्व पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री ने संस्कृत के एक सूत्र का हवाला देते हुए ‘एक्स’ पर लिखा:
“सुदुर्बलं नावजानाति कञ्चिद युक्तो रिपुं सेवते बुद्धिपूर्वम्।
न विग्रहं रोचयते बलस्थैः काले च यो विक्रमते स धीरः॥”
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पीके/केसी/बीयू/वाईबी
(रिलीज़ आईडी: 2202084)
आगंतुक पटल : 239
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