स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय
विकसित भारत संकल्प यात्रा
65,300 से अधिक विकसित भारत स्वास्थ्य शिविरों में कुल आगंतुकों
की संख्या 1 करोड़ से अधिक हुई
शिविरों में 84 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए
36.4 लाख से अधिक लोगों में टीबी की जांच की गई और 2.6 लाख से अधिक लोगों को उच्च सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों में भेजा गया
सिकल सेल रोग के लिए 3.8 लाख से अधिक लोगों की जांच की गई और 18,000 से अधिक लोगों को उच्च सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों में भेजा गया
Posted On:
19 DEC 2023 1:28PM by PIB Delhi
वर्तमान में जारी विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत अब तक 3,156 ग्राम पंचायतों और शहरी स्थानीय निकायों में आयोजित 65,348 स्वास्थ्य शिविरों में आगंतुकों की संख्या 1,03,55,555 तक पहुंच गई है।
स्वास्थ्य शिविरों में निम्नलिखित गतिविधियां हो रही हैं:
आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई): विकसित भारत संकल्प यात्रा के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की प्रमुख योजना के तहत, आयुष्मान ऐप का उपयोग करके आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं और लाभार्थियों को कार्ड वितरित किए जा रहे हैं। अब तक 19,03,200 से अधिक कार्ड वितरित किये जा चुके हैं।
कल आयोजित स्वास्थ्य शिविरों में कुल 5,31,025 आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। अब तक कुल मिलाकर 84,27,500 कार्ड बनाए जा चुके हैं।
क्षय रोग (टीबी): टीबी के रोगियों की जांच लक्षणों की जांच और बलगम परीक्षण के द्वारा की जाती है तथा रोगियों की जांच एनएएटी मशीनों, जहां भी उपलब्ध हों, के द्वारा भी की जाती है। जिन मामलों में टीबी होने का संदेह होता है उन्हें उच्च सुविधा केंद्रों में रेफर किया जाता है। 34वें दिन के अंत तक 36,48,700 से अधिक लोगों की जांच की गई, जिनमें से 2,63,000 से अधिक को उच्च सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों में भेजा गया।
प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान (पीएमटीबीएमए) के तहत टीबी से पीड़ित मरीजों को निक्षय मित्रों से सहायता प्राप्त करने के लिए सहमति ली जा रही है। निक्षय मित्र बनने के इच्छुक प्रतिभागियों को ऑन-स्पॉट पंजीकरण भी प्रदान किया जा रहा है। पीएमटीबीएमबीए के तहत 1,19,500 से अधिक रोगियों ने सहमति दी है और 46,700 से अधिक नए निक्षय मित्र पंजीकृत किए गए हैं।
निक्षय पोषण योजना (एनपीवाई) के तहत टीबी रोगियों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से नकद सहायता प्रदान की जाती है। इस उद्देश्य के लिए लंबित लाभार्थियों के बैंक खाते का विवरण एकत्र किया जा रहा है और खातों को आधार से जोड़ा जा रहा है। ऐसे 31,300 लाभार्थियों का विवरण एकत्र किया गया है।
सिकल सेल रोग: जनजातीय आबादी वाले क्षेत्रों में एससीडी के लिए देखभाल केंद्र (पीओसी) परीक्षणों के माध्यम से या घुलनशीलता जांच के माध्यम से सिकल सेल रोग (एससीडी) का पता लगाने के लिए पात्र आबादी (40 वर्ष तक की आयु) का परीक्षण किया जा रहा है। पॉजिटिव पाए गए मामलों को प्रबंधन के लिए उच्च केंद्रों पर भेजा जा रहा है। अब तक 3,83,000 से अधिक लोगों की जांच की जा चुकी है, जिनमें से 18,300 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं और उन्हें उच्च सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों में भेजा गया है।
गैर-संचारी रोग (एनसीडी): उच्च रक्तचाप और मधुमेह के लिए पात्र आबादी (30 वर्ष और उससे अधिक) का परीक्षण किया जा रहा है और पॉजिटिव पाए गए मामलों को उच्च केंद्रों पर भेजा जा रहा है। उच्च रक्तचाप और मधुमेह के लिए लगभग 81,15,000 लोगों की जांच की गई है। 3,74,000 से अधिक लोग उच्च रक्तचाप के लिए पॉजिटिव पाए गए, जबकि 2,69,800 से अधिक लोग मधुमेह के लिए पॉजिटिव पाए गए। 5,99,200 से अधिक लोगों को उच्च सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों में भेजा गया था।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
पलनाडु, आंध्र प्रदेश
ऊपरी सियांग, अरुणाचल प्रदेश
उदलगुरी, असम
दक्षिण गोवा, गोवा
रोहतक, हरियाणा
पृष्ठभूमि:
माननीय प्रधानमंत्री द्वारा पूरे देश में केंद्र सरकार की योजनाओं को शत-प्रतिशत पूरा करने के लिए 15 नवंबर को खूंटी, झारखंड से विकसित भारत संकल्प यात्रा शुरू की गई थी। विकसित भारत संकल्प यात्रा के ऑन-स्पॉट सेवाओं के तहत ग्राम पंचायतों में आईईसी वैन के ठहराव वाले स्थानों पर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
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