पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय

मिशन लाइफ पर बल देने के साथ विश्व पर्यावरण दिवस 2023 मनाया गया


प्रधानमंत्री ने वीडियो संदेश के माध्यम से समारोह को संबोधित करते हुए लाइफ पर विशेष बल दिया, कहा - भारत पारिस्थितिकी तथा पर्यावरण सुरक्षा और संरक्षण के साथ आर्थिक विकास दोनों पर बल देता है

श्री भूपेंद्र यादव ने विश्व पर्यावरण दिवस समारोह को संबोधित किया

पर्यावरण के लिए जीवन शैली (लाइफ) पर डिजिटल प्रदर्शनी का अवलोकन किया

तटीय निवास तथा वा‍स्‍तविक आय (मिष्टी) के लिए रामसर स्थलों और मैंग्रोव पहल से संबंधित अमृत धरोहर कार्यान्वयन रणनीति का शुभारंभ किया

  पर ग्लोबल कॉल फॉर आइडियाज़ एंड पेपर्स के विजेताओं को सम्मानित किया

लाइफ पर 3 सार-संग्रह जारी किए: हमारे ग्रह के लिए सोच, लाइफ के लिए थॉट लीडरशिप और माइंडफुल लिविंग

देश भर में अमृत धरोहर और मिष्टी गतिविधियों की लाइव स्ट्रीमिंग

Posted On: 05 JUN 2023 4:39PM by PIB Delhi

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने मिशन लाइफ पर बल देने के साथ 5 जून 2023 को विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन किया। लाइफ की अवधारणा, यानी पर्यावरण के लिए जीवन शैली, को प्रधानमंत्री ने सीओपी 26 में ग्लासगो में विश्व नेताओं के शिखर सम्मेलन में प्रस्तुत किया था, जब उन्होंने पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली और व्यवहारों को अपनाने के लिए एक वैश्विक प्रयास को फिर से जागृत करने का आह्वान किया था।

मिशन लाइफ के एक भाग के रूप में, 75 विशिष्‍ट लाइफ कार्यों की एक व्यापक और गैर-संपूर्ण सूची की पहचान 7 विषयों में की गई है – जल बचत, ऊर्जा बचत, कचरे को कम करना, ई-कचरे को कम करना, एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक में कटौती, टिकाऊ खाद्य प्रणालियों को अपनाना और स्वस्थ जीवन शैली को अपनाना। इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस का विषय "प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान" है, यह एक विषय है जो मिशन लाइफ के 7 विषयों में से एक के साथ संरेखित है: "एकल-उपयोग प्लास्टिक को ना कहना" और कई लाइफ कार्यों के कार्यान्वयन से भी जुड़ा हुआ है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो संदेश के माध्यम से विश्व पर्यावरण दिवस पर उपस्थित लोगों को संबोधित किया। सभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने रेखांकित किया कि भारत ने पहले ही दो चरणों में प्लास्टिक प्रदूषण के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं - एकल उपयोग प्लास्टिक पर प्रतिबंध और अनिवार्य प्लास्टिक अपशिष्ट प्रसंस्करण।

 

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने वर्तमान आवश्यकताओं और भविष्य के विजन के बीच संतुलन बनाए रखते हुए जलवायु परिवर्तन तथा पर्यावरण संरक्षण से निपटने के लिए एक रोडमैप तैयार किया है और पिछले 9 वर्षों में ग्रीन हाइड्रोजन मिशन, प्राकृतिक खेती के प्रयासों, हरित और स्वच्छ ऊर्जा पर फोकस जैसी विभिन्न पहल शुरू की गई हैं। वैश्विक महामारी के बीच भी भारत ने पारिस्थितिकी और अर्थव्यवस्था के बीच संतुलन बनाए रखते हुए प्रगति जारी रखी। उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अमृत धरोहर और मैंग्रोव इनिशिएटिव फॉर तटीय निवास तथा वा‍स्‍तविक आय (मिष्टी) पहल शुरू करने के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने अमृत धरोहर और मिष्टी के बारे में 'जन भागीदारी' के साथ आर्द्रभूमि और मैंग्रोव पुनःस्थापन पर भारत की उपलब्धि की चर्चा की, जो इकोटूरिज्म के केंद्र के रूप में काम कर सकता है और हरित रोजगार भी पैदा कर सकता है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि भारत ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समक्ष जलवायु न्याय के विषय को सफलतापूर्वक कैसे उठाया है। प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के साधन के रूप में लाइफ  की प्रासंगिकता और वैश्विक स्तर पर इसके बढ़ते महत्व पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि लाइफ एक वैश्विक जन आंदोलन में बदल रहा है। प्रधानमंत्री ने मिशन लाइफ पर जन सक्रियता अभियान का उल्लेख किया, जिसमें एक महीने से भी कम समय में लाइफ पर जन सक्रियता अभियान में 2 करोड़ से अधिक लोग शामिल हुए थे।

इस अवसर पर केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव ने लाइफ पर पेंटिंग और डिजिटल प्रदर्शनी का अवलोकन किया और सभा को संबोधित भी किया। इस अवसर पर श्री यादव ने 2018 में मनाए गए विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रधानमंत्री के प्लास्टिक समाधान के वैश्विक आह्वान को याद किया। इस आह्वान के अनुरूप भारत ने 2022 में चिन्हित एकल उपयोग वाली प्लास्टिक वस्तुओं के निर्माण, आयात, भंडारण, वितरण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके कार्यान्वयन के साथ-साथ इस निर्णय को न केवल घरेलू स्तर पर स्वीकार किया गया है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इसकी सराहना की गई है। उन्होंने इंडियन ऑयल की 'अनबोटल्ड' पहल के बारे में बात की। श्री यादव ने मिशन लाइफ और पेरिस समझौते की प्रस्तावना, सीओपी 27 के कवर निर्णय, आईपीसीसी तीसरे कार्य समूह की रिपोर्ट और अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के हाल के पेपर जैसे विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय दस्तावेजों में इसके संदर्भ के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा तीन अंतरराष्ट्रीय पहलों के अतिरिक्त; अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन, आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना के लिए गठबंधन तथा उद्योग संक्रमण के लिए नेतृत्व समूह, अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट एलायंस भी हाल ही में लॉन्च किया गया था।

 

एक वीडियो में 5 जून, 2023 को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में समाप्त होने वाले महीने भर के जन सक्रियता अभियान के दौरान की गई गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया। मेरी लाइफ पोर्टल (merilife.org) मंत्रालयों और संस्थानों के लिए इवेंट रिपोर्ट अपलोड करने के लिए विकसित किया गया है। जैसा कि मेरी लाइफ पोर्टल में दिखाया गया है, इस एक महीने के दौरान देश भर में लगभग 2 करोड़ व्यक्तियों की भागीदारी के साथ 13 लाख से अधिक कार्यक्रम हुए, जिसमें 1.8 करोड़ नागरिकों द्वारा प्रतिज्ञा ली गई।

 

 

इस अवसर पर मंत्रालय की दो नई पहलों अमृत धरोहर और मिष्टी से संबंधित वीडियो भी जारी किए गए। आजादी के 75 वें वर्ष के दौरान एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर के रूप में 75 आर्द्रभूमि को रामसर स्थलों के रूप में नामित किया गया है यानी अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि। वर्ष 2014 में केवल 26 से बढ़कर अब यह एशिया में रामसर स्थलों के दूसरे सबसे बड़े नेटवर्क का घर है। भारत सरकार ने रामसर स्थलों के संरक्षण के महत्व को स्वीकार करते हुए रामसर स्थलों के अद्वितीय संरक्षण मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए इस वर्ष की बजट घोषणा के हिस्से के रूप में 'अमृत धरोहर' पहल की घोषणा की। आर्द्रभूमि इकोसिस्टम के संरक्षण में स्थानीय समुदायों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, "अमृत धरोहर" की कार्यान्वयन रणनीति आज प्रारंभ की गई, जो सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से संरक्षण के दर्शन और संरक्षण के माध्यम से समृद्धि के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का एक और उदाहरण है।

मिष्टी: मैंग्रोव को बढ़ावा देने तथा संरक्षित रखने के लिए केंद्रीय बजट 2023-24 में "तटीय आवासों और वास्‍तविक आय के लिए मैंग्रोव पहल" की घोषणा की गई थी। मैंग्रोव अद्वितीय, प्राकृतिक इकोसिस्टम है जिनमें बायो-शील्ड के रूप में काम करने के अतिरिक्त बहुत अधिक जैविक उत्पादकता और कार्बन को अलग करने की क्षमता है। मिष्टी कार्यक्रम आज तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सक्रिय भागीदारी के साथ शुरू किया गया। यह कार्यक्रम पांच वर्षों (2023-2028) में नौ (9) तटीय राज्यों और चार (4) केंद्र शासित प्रदेशों में लगभग 540 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कवर करेगा। यह 4.5 मिलियन टन कार्बन के अनुमानित कार्बन सिंक के साथ लगभग 22.8 मिलियन मानव दिवस बनाएगा। यह प्रकृति पर्यटन और स्थानीय समुदायों के लिए आजीविका क्षमता के लिए संभावित क्षेत्रों का भी निर्माण करेगा। मैंग्रोव वृक्षारोपण अभियान 75 से अधिक मैंग्रोव स्थलों पर भी आयोजित किया गया। इस अभियान में जन प्रतिनिधियों, स्थानीय लोगों, ग्राम समुदायों, शैक्षणिक संस्थानों और अन्य हितधारकों की वृक्षारोपण गतिविधियों के माध्यम से भागीदारी देखी गई।

कार्यक्रम में नीति आयोग के ग्लोबल कॉल फॉर आइडियाज एंड पेपर्स के विजेताओं के लिए पुरस्कार समारोह आयोजित हुआ। 5 जून 2022 को, प्रधानमंत्री ने मिशन लाइफ और लाइफ ग्‍लोबल कॉल फॉर आइडियास एण्‍ड पेपर के वैश्विक आंदोलन का शुभारंभ किया था, जिसमें व्यक्तियों, विश्वविद्यालयों, थिंक टैंक, गैर-लाभकारी और विश्व भर के अन्य लोगों को आमंत्रित किया गया था कि वे व्यवहार-परिवर्तन प्रस्तुत करें। ग्लोबल कॉल फॉर आइडियाज एंड पेपर्स ने दो चरणों में प्रस्तुतियां आमंत्रित कीं। शीर्ष 5 विजेता विचारों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए एक 7 सदस्यीय मूल्यांकन समिति ने मूल्यांकन के दो दौर आयोजित किए। केंद्रीय मंत्री श्री यादव ने नीति आयोग के ग्लोबल कॉल फॉर आइडियाज एंड पेपर्स के 5 विजेताओं को सम्मानित किया।

इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय (एनएमएनएच) ने संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) भारत के सहयोग से कक्षा 8 से 12 के स्कूली विद्यार्थियों के लिए "अंतर-स्कूल पेंटिंग प्रतियोगिता" का आयोजन किया। 25 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों से कुल 5,980 चित्र प्राप्त हुए। केंद्रीय मंत्री ने इस चित्रकला प्रतियोगिता के 3 विजेताओं को सम्मानित भी किया।

 

श्री यादव ने नीति आयोग द्वारा तैयार तीन सार संग्रह -  हमारे ग्रह के लिए सोचना, माइंडफुल लिविंग, और लाइफ के लिए विचार नेतृत्व - भी जारी किए।

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