युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय

श्री धर्मेंद्र प्रधान और श्री अनुराग ठाकुर ने 'आजादी का अमृत महोत्सव' के अंतर्गत नई दिल्ली में युवा संवाद "इंडिया@2047" कार्यक्रम को संबोधित किया


भारतीय मूल्यों, लोकाचार, ज्ञान और मॉडलों को दुनिया तक ले जाने की जिम्मेदारी हमारे युवाओं पर है: श्री धर्मेंद्र प्रधान

युवाओं को अपने विचार व्यक्त करने का मंच देने के लिए देश भर में ज़मीनी स्तर पर 750 युवा संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे: श्री अनुराग ठाकुर

युवाओं को राष्ट्र निर्माण में सबसे बड़ा योगदान देकर देश को विश्वगुरु बनाना होगा: खेल मंत्री

अमृत काल में युवाओं को अमृत लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए और उन्हें हासिल करने के लिए पूरी जिम्मेदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए: श्री ठाकुर

Posted On: 12 AUG 2022 5:18PM by PIB Delhi

केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान तथा केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने आज नई दिल्ली में युवा संवाद "इंडिया@2047" कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री श्री निसिथ प्रमाणिक भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में मुक्केबाज़ निकहत जरीन, रेस वॉकर प्रियंका गोस्वामी, भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी श्री पी. आर. श्रीजेश, पर्वतारोही श्रीमती अरुणिमा सिन्हा और मोटिवेशनल स्पीकर श्रीमती आभा मर्यादा बनर्जी भी उपस्थित थीं। युवा कार्यक्रम सचिव श्री संजय कुमार और अन्य गणमान्य लोग भी यहां मौजूद थे।

इस अवसर पर श्री प्रधान ने कहा कि अपने हजारों वर्षों के इतिहास में हमारी युवा शक्ति ने ही अपने देश की नियति को आकार देने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह, शहीद बाजी राउत, रानी गाइदिन्ल्यू एवं उनके जैसे अनगिनत लोगों ने हमें प्रेरित किया और अपनी युवावस्था में आगे बढ़कर नेतृत्व किया। मंत्री महोदय ने कहा कि भारत के पास अपनी समृद्ध सभ्यता की विशाल जड़ें हैं। इस विरासत को आगे ले जाने की जिम्मेदारी हमारी उत्साही युवा जनसंख्या पर है।

उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में भारतीय मूल्यों, लोकाचार, ज्ञान और मॉडलों को दुनिया के सामने ले जाने की जिम्मेदारी हमारे युवाओं पर है। जिस भावना और ईमानदारी के साथ हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी के लिए लड़ाई लड़ी, हमारे आज के युवाओं को भी भारत को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए वही भावना और ईमानदारी खुद में विकसित करनी चाहिए, खासकर अमृत काल के इन 25 वर्षों में। उन्होंने कहा कि दुनिया भारत की ओर बड़ी उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है।

श्री प्रधान ने देश के युवाओं से आग्रह किया कि उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने के साथ-साथ राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के प्रति भी जागरूक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए उन्हें बड़ी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

श्री प्रधान ने कहा कि हमारे युवाओं की प्रतिभा, लगन एवं जज्बा हमें प्रेरणा देने वाले और हमारा उत्साह बढ़ाने वाले हैं। उन्होंने युवा संवाद के आयोजन के लिए खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्रालय की सराहना की। खासकर ऐसे महत्वपूर्ण समय में जब हम 'आजादी का अमृत महोत्सव' मना रहे हैं और अपनी आजादी के 75वें वर्ष को सेलिब्रेट कर रहे हैं। उन्होंने उम्मीद व्यक्त की कि इन संवादों से देश में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।

इस मौके पर श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि, जिस प्रकार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी हमेशा कहते हैं, युवा वो इंजन हैं जो देश को कामयाबी की ओर ले जाते हैं। अब हमारे युवाओं का ये कर्तव्य है कि वे अमृत काल के दौरान देश को कामयाबी के शिखर की ओर ले जाएं। अमृत काल में युवाओं को अमृत लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए और इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए जिम्मेदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को राष्ट्र निर्माण में सबसे बड़ा योगदान देना होगा और देश को विश्वगुरु बनाना होगा।

श्री ठाकुर ने आगे कहा कि राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करने और अपने विचार साझा करने के लिए युवाओं को एक मंच देने हेतु युवा कार्यक्रम विभाग देश भर में 750 युवा संवाद कार्यक्रम आयोजित करेगा। मंत्री महोदय ने कहा कि देश में युवाओं की तरक्की और विकास के लिए चार '' प्रमुख हैं- एजुकेशन, एम्प्लॉयमेंट, एंटरप्रेन्योरशिप, एंपावरमेंट। स्वयंसेवा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि प्रत्येक युवा स्वयंसेवा के माध्यम से राष्ट्र को सेवा प्रदान कर सकता है। ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण, फिट इंडिया, स्वच्छ भारत, नशा मुक्ति अभियान, पोषण अभियान- ये ऐसे कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं जिनमें युवा अपना बहुमूल्य योगदान दे सकते हैं।

श्री अनुराग ठाकुर ने युवाओं से हर घर तिरंगा अभियान में भाग लेने का आग्रह किया। तिरंगा 130 करोड़ भारतीयों की एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी, लेकिन देश को विश्वगुरु बनाने के लिए अब युवाओं से "बलिदान नहीं योगदान" की दरकार है।

सभा को संबोधित करते हुए युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री श्री निसिथ प्रमाणिक ने राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया। श्री प्रमाणिक ने महामारी के समय में एनवाईकेएस और एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा फ्रंटलाइन योद्धाओं की भूमिका निभाने की सराहना की। प्रधानमंत्री के 'संकल्प से सिद्धि मंत्र' से प्रेरणा लेकर भारत का युवा अब नौकरी तलाशने के बजाय नौकरी पैदा करने वाला बन गया है।

युवा कार्यक्रम सचिव श्री संजय कुमार ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत की आबादी का प्रमुख हिस्सा होने के नाते युवाओं पर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की जिम्मेदारी है।

इस बातचीत सत्र में मुक्केबाज़ निकहत जरीन, रेस वॉकर प्रियंका गोस्वामी, भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी श्री पी. आर. श्रीजेश, पर्वतारोही श्रीमती अरुणिमा सिन्हा और मोटिवेशनल स्पीकर श्रीमती आभा मर्यादा बनर्जी ने युवाओं के साथ अपने अनुभव साझा किए। श्री अनुराग ठाकुर ने भी प्रतिभागियों के विभिन्न प्रश्नों के उत्तर दिए।

देश भर में होने वाले 750 युवा संवाद कार्यक्रम, इनमें हिस्सा लेने वाले युवाओं को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करने का अवसर प्रदान करेंगे। इसके अलावा, ये आयोजन उन्हें एक-दूसरे से जुड़ने और अपने विचार साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।

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