PIB Headquarters

कोविड-19 पर पीआईबी का बुलेटिन

Posted On: 12 JUN 2021 6:14PM by PIB Delhi

 

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0020FX3.png

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image001BPSF.jpg

 

  • भारत में पिछले 24 घंटे में 84,332 नये मामले दर्ज किए गये; 70 दिनों के बाद सबसे कम।
  • अब तक देश में कुल 2,79,11,384 लोग कोविड-19 संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
  • पिछले 24 घंटे में बीमारी से 1,21,311 लोग स्वस्थ हुए हैं।
  • लगातार 30वें दिन संक्रमण मुक्त लोगों की दैनिक संख्या कोविड-19 के दैनिक नए मामलों से ज्यादा।
  • रिकवरी दर बढ़कर 95.07 प्रतिशत पर पहुंच गयी।
  • साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर गिरकर 5 प्रतिशत से कम रह गयी, फिलहाल 4.94 प्रतिशत पर है।
  • दैनिक पॉजिटिविटी दर 4.39 प्रतिशत पर है, लगातार 19वें दिन 10 प्रतिशत से कम।
  • जांच क्षमता में मजबूत बढ़त- कुल 37.62 करोड़ जांच की गयीं।
  • राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के अंतर्गत अब तक टीके की 24.96 करोड़ खुराकें दी गयीं।

#Unite2FightCorona#IndiaFightsCorona

 पत्र सूचना कार्यालय

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय

भारत सरकार

 

Image

Image

Image

 

कोविड-19 अपडेट 

·         भारत में पिछले 24 घंटे में 84,332 नये मामले दर्ज किए गए, यह संख्या 70 दिनों के बाद सबसे कम

·         लगातार 30वें दिन बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या दैनिक नये मामलों की संख्या से ज्यादा

·         रिकवरी रेट बढ़कर 95.07 प्रतिशत हुआ

·         दैनिक पॉजिटिविटी रेट 4.39 प्रतिशत, लगातार 19वें दिन 10 प्रतिशत से कम 

भारत में दैनिक नये मामलों की संख्या में लगातार कमी दर्ज की जा रही है। पिछले 24 घंटे में देश में 84,332 दैनिक नये मामले दर्ज किए गए। लगातार पांचवें दिन देश में कोविड-19 के नये मामलों की संख्या एक लाख से कम दर्ज की गयी। यह केंद्र और राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के सहयोग से किए जा रहे प्रयासों का नतीजा है। भारत में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या लगातार घट रही है। सक्रिय मामलों की संख्या गिरकर आज 10,80,690 हो गयी। लगातार 12वें दिन यह संख्या 20 लाख से कम है।पिछले 24 घंटे में सक्रिय मामलों की संख्या में कुल 40,981की कमी आयी है। यह अब देश के कुल कोविड पॉजिटिव मामलों का केवल 3.68प्रतिशत है। साथ ही लगातार 30वें दिन भारत में बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की दैनिक संख्या कोविड-19 के दैनिक नए मामलों से ज्यादा हैं। पिछले 24 घंटे में बीमारी से 1,21,311 लोग स्वस्थ हुए हैं।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ेंhttps://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1726492

कोविड-19 टीकाकरण से जुड़ा अपडेट

भारत सरकार ने अब तक राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को कोविड टीके की 25.87 करोड़ से अधिक खुराक (25,87,41,810) मुफ्त श्रेणी और राज्यों द्वारा सीधी खरीद की श्रेणी के माध्यम से प्रदान की है। इसमें से कुल खपत (अपव्यय सहित) 24,76,58,855 खुराक (आज सुबह आठ बजे उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार) है।

राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के पास अब भी टीके की 1.12 करोड़ से ज्यादा (1,12,41,187) खुराक उपलब्ध हैं जिन्हें दिया जाना बाकी है। इसके अलावा टीके की 10 लाख से ज्यादा (10,81,300) से ज्यादा खुराक प्रक्रियारत हैं और अगले तीन दिनों में राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को प्रदान कर दी जाएंगी।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें:https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1726484

·         केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय तथा टीका प्रशासन पर अधिकारिता समूह (ईजीवीएसी) के अध्यक्ष ने पुष्टि की कि कथित डाटा लीक से संबंधित डार्क वेब पर तथाकथित हैकरों का दावा निराधार है। 

·         हम यह सुनिश्चित करने के लिए कि को-विन के साथ लोगों का डाटा सुरक्षित रहे, समय-समय पर समुचित कदम उठाते रहते हैं: डॉ. आर एस शर्मा

को-विन प्रणाली की कथित हैकिंग के मामले की अब इलेक्ट्रानिक एवं सूचना प्रणाली मंत्रालय (एमआईईटीवाई) की कंप्यूटर इमर्जेंसी रिस्पांस टीम द्वारा जांच की गई है।

टीका प्रशासन पर अधिकारिता समूह (ईजीवीएसी) के अध्यक्ष डॉ. आर एस शर्मा ने स्पष्ट किया है कि “को-विन प्रणाली तथा डाटा लीक की कथित हैकिंग से संबंधित डार्क वेब पर तथाकथित हैकरों के दावे निराधार हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए कि को-विन के साथ लोगों का डाटा सुरक्षित रहे, समय समय पर समुचित कदम उठाते रहते हैं।”

अधिक जानकारी के लिए पढ़ेंhttps://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1726495

 

जीएसटी परिषद की 44वीं बैठक की सिफारिशें, कोविड-19 राहत और प्रबंधन में इस्तेमाल किये जा रहे सामानों पर जीएसटी दरों में बदलाव

केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामलों की मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी परिषद की 44वीं बैठक आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई। अपनी बैठक में परिषद ने कोविड-19 राहत और प्रबंधन में इस्तेमाल हो रहे विशेष सामानों पर जीएसटी दरों में 30 सितंबर, 2021 तक कटौती करने का ऐलान किया।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ेंhttps://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1726577

श्रीनगर में डीआरडीओ द्वारा निर्मित 500 बिस्तरों वाला कोविड अस्पताल शुरू

श्रीनगर के खनमोह में 500 बिस्तरों वाला कोविड अस्पताल शुरू हो गया है। इस अस्पताल की स्थापना रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा 17 दिनों की छोटी अवधि में की गई है और इसे पीएम केयर्स फंड द्वारा वित्त पोषित किया गया है। इस कोविड सुविधा में वेंटिलेटर के साथ 125 आईसीयू बेड शामिल हैं, जिनमें से 25 विशेष रूप से बच्चों के लिए आरक्षित हैं। 62 किलो लीटर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक से सभी 500 बिस्तरों के लिए लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति उपलब्ध है। इस सुविधा को चलाने के लिए अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के प्रशासन द्वारा प्रदान किया जाता है।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ेंhttps://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1726659

 

मिथक बनाम तथ्य

भारत सरकार ग्रामीण स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे के निरंतर सुदृढ़ीकरण और राज्यों के साथ सक्रिय सहयोग करते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़े केन्द्रित उपायों के जरिए ग्रामीण भारत में कोविड-19के कारगर प्रबंधन की दिशा में काम कर रही है

भारत सरकार स्वास्थ्य से जुड़े बहु-स्तरीय बुनियादी ढांचे के निरंतर सुदृढ़ीकरण और राज्यों के साथ सक्रिय सहयोग करते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़े केन्द्रित उपायों के जरिए ग्रामीण भारत में कोविड-19 के कारगर प्रबंधन की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रही है। स्वास्थ्य से जुड़े बुनियादी ढांचे का विकास एक निरंतर प्रक्रिया है। कम सुविधा वाले भौगोलिक क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित करके और विभिन्न नीतियों, योजनाओं, सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़े हस्तक्षेपों और राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के साथ सक्रिय भागीदारी के जरिए भारत सरकार ग्रामीण स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ेंhttps://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1726644

 

कोविड-19 मृत्यु दर के आंकड़े  - मिथक बनाम तथ्य

·         राज्य/ संघ राज्य क्षेत्र भारत में कोविड-19 से होने वाली मौतों के मामले दर्ज करने के लिए आईसीएमआर द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करते हैं 

·         केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नियमित रूप से जिलों के आधार पर कोविड-19के मामलों और उससे हुई मौतों की दैनिक आधार पर निगरानी के लिए एक मजबूत रिपोर्टिंग तंत्र की आवश्यकता पर जोर दिया है 

केंद्र सरकार कोविड-19 के आंकड़ों के प्रबंधन के प्रति अपने दृष्टिकोण में पारदर्शी रही है। मई 2020 की शुरुआत में, रिपोर्ट की जा रही मौतों की संख्या में असंगति से बचने के लिए, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुशंसित आईसीडी-10 कोड के अनुसार सभी मौतों की सही रिकॉर्डिंग के लिए 'भारत में कोविड-19 से संबंधित मौतों की उपयुक्त रिपोर्टिंग के लिए दिशानिर्देश' जारी किए हैं। राज्य और संघ राज्य क्षेत्रों से औपचारिक संचार, कई वीडियो कॉन्फ्रेंस और केंद्रीय टीमों की तैनाती के माध्यम से मौतों की सही रिपोर्टिंग के लिए जारी दिशानिर्देशों का पलान करने को कहा गया है।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ेंhttps://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1726572

 

कोविड-19 से जुड़े मिथकों को खत्म करना

·         केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नियमित रूप से जिलेवार मामलों और मृत्यु की दैनिक आधार पर निगरानी के लिए एक मजबूत सूचना तंत्र की आवश्यकता पर जोर दिया

·         राज्यों को निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार कोविड से होने वाली मृत्यु की जानकारी देने की सलाह दी गई 

हाल ही में मीडिया की कुछ खबरों में, भारत में कोविड के कारण होने वाली मृत्यु की गलत जानकारी देने और दैनिक मृत्यु की संख्या में अचानक वृद्धि होने का आरोप लगाया गया था। यह स्पष्ट किया जाता है कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 10 जून 2021 को कुल 6148 मृत्यु की सूचना दी थी। मृत्यु की संख्या में यह वृद्धि बिहार द्वारा दी गई 3971 मृत्यु की जानकारी और उसी तिथि को राज्य द्वारा दिए गए आंकड़ों के कारण हुई थी।

मई 2020 की शुरुआत में, मृत्यु की संख्या के लिए दी जाने वाली जानकारी में विसंगति या भ्रम से बचने के लिए, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुशंसित आईसीडी-10 कोड के अनुसार राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के द्वारा सभी मृत्यु को सही रूप से दर्ज करने के लिएभारत में कोविड-19 से संबंधित मृत्यु के सही आंकड़ों की जानकारी देने के लिए एक मार्गदर्शन' जारी किया था।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ेंhttps://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1726490

टीकाकरण से जुड़े मिथकों को खत्म करना

·         कोविशील्ड की खुराक में अंतराल को तत्काल बदलने की कोई जरूरत नहीं है: सदस्य, नीति आयोग

·         आइए, हम उचित वैज्ञानिक प्रक्रिया को अपनाएं और एनटीएजीआई के फैसलों का सम्मान करें’

·         कोविशील्ड वैक्सीन की खुराकों में अंतर को घटाने के लिए अपने देश की परिस्थिति के संदर्भ में उचित वैज्ञानिक अध्ययन की जरूरत है” 

हालिया अध्ययनों का उल्लेख करते हुए कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि प्रसारित हो रहे विभिन्न संस्करणों के मद्देनजर, कोविशील्ड टीके की दो खुराकों के बीच के अंतराल को घटा देना बेहतर होगा। डॉ. वी के पॉल, सदस्य (स्वास्थ्य), नीति आयोग ने भरोसा दिलाया है कि खुराकों के बीच मौजूदा अंतराल को तत्काल बदलने की जरूरत को लेकर हड़बड़ी करने की कोई जरूरत नहीं है। डॉ. पॉल आज राष्ट्रीय मीडिया केंद्र, पीआईबी, दिल्ली में कोविड-19 पर मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि “किसी भी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है, तत्काल बदलाव करने या खुराक के बीच के अंतराल को बदलने की भी आवश्यकता नहीं है। ये सभी निर्णय बहुत सावधानी से लिए जाने चाहिए। हमें याद रखना चाहिए कि जब हमने (दो खुराकों के बीच में) अंतर को बढ़ाया था, तब हमने सिर्फ एक खुराक ले चुके लोगों के सामने वायरस के जोखिम पर विचार किया था। लेकिन पूरकबिंदु यह था कि तब अधिक लोग पहली खुराक पाने में सक्षम होंगे, जिससे ज्यादा लोगों को उचित मात्रा में प्रतिरक्षा दी जा सकेगी।” डॉ. पॉल ने आगे कहा कि “हमें इन चिंताओं को संतुलित करने की जरूरत है। इसलिए कृपया याद रखें, हमें इस बहस और चर्चा को सार्वजनिक रूप से रखने की भी जरूरत है; कि इस बारे में उचित मंचों की ओर से निर्णय लिया जाना है, जिसमें प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल हैं, जो इस बारे में जानते हैं।”अधिक जानकारी के लिए पढ़ेंhttps://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1726450

कोविड-19: मिथक को दूर करना

·         सरकार ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में कोविडसे लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है

·         भारत दुनिया में पीपीई किट का दूसरा सबसे बड़ा निर्माता है;राज्यों को उनकी मांग से ज्यादा पीपीई किट उपलब्ध कराई गई

 हाल ही में कुछ ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 के प्रबंधन को लेकर ट्वीट किये थे। इन ट्वीट्स में ग्राम स्तर पर जांच, आइसोलेशन और नैदानिक ​​प्रबंधन सुविधाओं की कमी से लेकर स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा अत्यधिक मात्रा में दवा दिए जाने औरपीपीई किट आदि की कमी जैसे मुद्दों उठाए गए हैं।

इन ट्वीट्स में रैपिड एंटीजन किट की उपलब्धता और आरटी-पीसीआर जाँच के लिए जाने वाले नमूनों के प्रावधानपर सवाल उठाए गए हैं। इस स्थिति में ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में कोविड प्रबंधन के लिए सरकार की प्रतिबद्धता ही इन मुद्दों को खारिज करने कास्पष्ट प्रमाण है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा विकसित कोविड जाँच प्रोटोकॉल में पीएचसी डॉक्टरों को प्रशिक्षित किया गया है।

पिछले महीनों में कोविड-19 में वृद्धि के दौरान, देश के कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों मेंकोविड-19 मामलों के सामने आने की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, स्वास्थ्य और परिवार मंत्रालय ने कस्बों, ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन पर एक एसओपीजारी किया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने यह भी सुनिश्चित किया कि इन दिशा-निर्देशों को दूरस्थ स्वास्थ्य सुविधाओं तक व्यापक रूप से प्रसारित किया जाए।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ेंhttps://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1726526

सीएसआईआर को लैक्साई लाइफ साइंसेज के साथ साझेदारी में कोविड-19 रोगियों पर कोल्किसिन दवा का क्लीनिकल ट्रायल करने के लिए विनियामक से मंजूरी मिली

 वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) एवं लैक्साई लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद, को भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई)द्वारा कोविड-19 रोगियों के उपचार के दौरान नैदानिक ​​​​परिणामों में सुधार के लिए कोल्किसिन दवाकी सुरक्षा और प्रभावकारिता का आकलन करने के लिए टू-आर्म फेज-2 क्लीनिकल ट्रायल करने के लिए विनियामकीय मंजूरी मिल गयी है। इस महत्वपूर्ण क्लीनिकल ट्रायल में सीएसआईआर-भारतीय रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईसीटी), हैदराबाद और सीएसआईआर-भारतीय एकीकृत चिकित्सा संस्थान (आईआईआईएम), जम्मू भागीदार हैं।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें :https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1726519

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2021 के लिए पूर्वावलोकन कार्यक्रम आयोजित

मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) के सहयोग से आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित एक घंटे चले इस कार्यक्रम में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर तथा केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री किरेन रिजिजू ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2021 की केंद्रीय थीम ‘योग के साथ रहें, घर पर रहें’के महत्व को रेखांकित किया जबकि श्रीश्रीरविशंकर, सद्गुरु जग्गी वासुदेव, बहन शिवानी और स्वामी चिदानंद सरस्वती जैसे अंतरराष्ट्रीय ख्याति और अनुयायियों वाले अध्यात्मिक नेताओं और योग गुरुओं ने गहरे अध्यात्मिक आयामों से लेकर इसके दैनिक जीवन तथा कोविड संबंधित उपयोगिता तक, योग के विभिन्न अनूठी और व्यापक विशेषताओं पर बल दिया। कई अन्य प्रख्‍यात हस्तियों ने भी अपने गहन संदेशों के साथ समारोह की शोभा बढ़ाई।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ेंhttps://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1726478

 

सरकार के व्यापार मार्जिन सीमित करने से ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की कीमतें 54 प्रतिशत कम हुईं

राष्ट्रीय औषध मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने 3 जून, 2021 को जारी अधिसूचना के माध्यम से ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर पर वितरक के लिए मूल्य (पीटीडी) स्तर पर व्यापार मार्जिन 70 प्रतिशत तक सीमित कर दिया है। इस क्रम में, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटरों के कुल 104 विनिर्माताओं/ आयातकों ने 252 उत्पादों/ ब्रांडों के लिए संशोधित एमआरपी जमा की हैं।

संबंधित 70 उत्पादों/ ब्रांडों की कीमतों में 54 प्रतिशत तक की कमी के परिणाम स्वरूप, एमआरपी में 54,337 रुपये प्रति इकाई की कमी आई है। इसके अलावा 58 ब्रांडों की कीमतों में 25 प्रतिशत तक और 11 ब्रांडों की कीमत में 26-50 प्रतिशत तक कमी दर्ज की गई है। 252 उत्पादों/ ब्रांडों में से 18 उत्पादों/ ब्रांडों की कीमतों में कोई गिरावट नहीं आई है। इस प्रकार, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटरों के व्यापार मार्जिन युक्तिकरण (टीएमआर) के परिणाम स्वरूप आयातित उत्पादों के गैर वाजिब मुनाफा मार्जिन को खत्म करके उपभोक्ताओं के लिए बचत सुनिश्चित की गई है।अधिक जानकारी के लिए पढ़ेंhttps://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1726353

एनसीएल ने मध्य प्रदेश सरकार को कोविड के खिलाफ लड़ाई में समर्थन करने के लिए 10 करोड़ रुपये का योगदान दिया है

नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने कॉरपोरेट सामाजिक कर्त्तव्य (सीएसआर) के तहत राज्य के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में 5 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए मध्य प्रदेश राज्य सरकार को 10 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। एनसीएल के मुख्य प्रबंधक निदेशक श्री प्रभात कुमार सिन्हा ने आज 10 करोड़ रुपये का चेक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपा। इससे राज्य को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने में मदद मिलेगी।

अधिक जानकारी के लिए पढ़ेंhttps://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1726344

 

महत्वपूर्ण ट्वीट्स

 

 ******

एमजी/एएम/एसएस/एसएस
 

 


(Release ID: 1726734) Visitor Counter : 317
Read this release in: English , Marathi , Gujarati