PIB Headquarters

कोविड-19 पर पीआईबी का बुलेटिन

Posted On: 03 MAR 2021 5:41PM by PIB Delhi

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002MWNR.pnghttps://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image001KY6X.jpg

 

  • भारत में कुल सक्रिय मामलों की संख्या आज 1,70,126 है।
  • महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, तमिलनाडु, गुजरात और कर्नाटक में लगातार रोजाना आने वाले नए मामलों की संख्या बढ़ रही है, पिछले 24 घंटे में 85.95 प्रतिशत मामले इन्हीं राज्यों से आए हैं।
  • 3,12,188 सत्रों के माध्यम से 1.56 करोड़ वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
  • पिछले 24 घंटे में 24 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों ने कोविड-19 से मौत दर्ज नहीं की है।
  • प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 1 मार्च 2021 को कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक ली।

 

#Unite2FightCorona

#IndiaFightsCorona

 

Image

Image

Image

Image

महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, तमिलनाडु, गुजरात और कर्नाटक में दैनिक नए मामलों में बढोतरी का रुझान लगातार जारी, आज सुबह 7 बजे तक 1.56 करोड़ से अधिक वैक्सीन की खुराकें दी जा चुकी हैं

महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, तमिलनाडु, गुजरात और कर्नाटक में कोविड के दैनिक नए मामलों में बढ़ोतरी का रुझान लगातार जारी है। पिछले 24 घंटों में दर्ज किए गए नए मामलों में इन राज्यों का योगदान 85.95 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में 14,989 नए मामले दर्ज किए गए। महाराष्ट्र में कल सबसे अधिक 7,863 नए मामले दर्ज किए गए। इसके बाद केरल में 2,938 और पंजाब में 729 नए मामले सामने आए हैं। मामलों की संख्या के हिसाब से अकेले महाराष्ट्र में 16,012 मामलों की साप्ताहिक वृद्धि हुई है। प्रतिशत के रूप में, पंजाब ने 71.5 प्रतिशत (1,783 मामले) साप्ताहिक वृद्धि दर्ज की है। भारत में कुल सक्रिय मामलों की संख्या आज 1,70,126 तक पहुंच गई है। भारत में वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या देश के कुल संक्रमित मामलों का केवल 1.53 प्रतिशत है। आज सुबह 7 बजे तक अस्थायी रिपोर्ट के अनुसार 3,12,188 सत्रों के माध्यम से 1.56 करोड़ (1,56,20,749) से अधिक वैक्सीन की खुराक दी गई। इनमें 67,42,187 एचसीडब्ल्यू (पहली खुराक), 27,13,144 एचसीडब्ल्यू (दूसरी खुराक), 55,70,230 एफएलडब्ल्यू (पहली खुराक) और 834 एफएलडब्ल्यू (दूसरी खुराक), 45 वर्ष से अधिक आयु के गंभीर रोगों से ग्रस्त 71,896 लाभार्थी (पहली खुराक) और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले 5,22,458 लाभार्थियों को दी गई खुराक शामिल हैं। टीकाकरण अभियान के 46वें दिन (2 मार्च, 2021) तक कुल 7,68,730 वैक्सीन की खुराक दी गईं जिसमें से 6,52,501 लाभार्थियों को पहली खुराक (एचसीडब्ल्यू और एफएलडब्ल्यू) के 10,527 सत्रों में टीके लगाए गए और 1,16,229 एचसीडब्ल्यू और एफएलडब्ल्यू को वैक्सीन की दूसरी खुराक दी गई। अभी तक कोविड के 1.08 करोड़ (1,08,12,044) से अधिक रोगी ठीक हो चुके हैं। पिछले 24 घंटों में 13,123 मरीज ठीक हुए हैं और उन्हें अस्पतालों से छुट्टी मिली है। 86.58 प्रतिशत ठीक हुए नए मामले 6 राज्यों से संबंधित हैं। महाराष्ट्र में एक दिन में सबसे अधिक 6,332 नए मरीज ठीक हुए हैं। केरल में 3,512 रोगी तथा तमिलनाडु में 473 रोगी ठीक हुए हैं। पिछले 24 घंटों में कोविड से 98 लोगों की मौत हुईं है। 88.78 प्रतिशत मौत के नए मामले चार राज्यों से संबंधित हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 54 मरीजों की मौत हुईं। केरल में पिछले 24 घंटे में 16 और पंजाब में 10 लोगों की जान गई। 24 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से किसी भी व्यक्ति की मौत होने की सूचना नहीं मिली है।

विस्तार से यहां पढ़िए-

 

प्रधानमंत्री ने कोविड-19 वैक्‍सीन की पहली खुराक ली

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने 1 मार्च 2021 को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्‍स), नई दिल्‍ली में कोविड-19 वैक्‍सीन की पहली खुराक ली। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मैंने एम्‍स में कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक ली है। यह उल्लेखनीय है कि हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूत बनाने के लिए बहुत तेजी से काम किया है। मैं वैक्‍सीन लेने के सभी पात्र व्‍यक्तियों से वैक्सीन लेने का अनुरोध करता हूं। आइए, हम मिलकर भारत को कोविड-19 से मुक्‍त बनाएं।’’

विस्तार से यहां पढ़िए-

 

कोविड-19 पर सीएसआईआर-एनआईएसटीएडीएस और सीएसआईआर-एनआईएससीएआईआर द्वारा नीति संवाद का आयोजन

सीएसआईआर के संस्थानों सीएसआईआर-एनआईएसटीएडीएस और सीएसआईआर-एनआईएससीएआईआर ने “कोविड-19 टीकाकरण में आत्मनिर्भरता से वैश्विक नेतृत्व की ओर: अवसर, चुनौतियां और कोविड काल में नीतियों की आवश्यकता” विषय पर संयुक्त रूप से एक आधे दिन के सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का उत्सव मनाने और महामारी में कोविड-19 का स्वदेशी टीका विकसित करने की यात्रा पर जाने-माने व्यक्तियों के संभाषण के लिए किया गया था। इस आयोजन में उपलब्ध अवसरों, टीके के विकास में आई चुनौतियों और न सिर्फ कोविड टीके में बल्कि सामान्य टीका उपलब्ध कराने में विश्व का अग्रणी देश बनने के लिए आवश्यक नीतियां तैयार करने पर ध्यान केन्द्रित किया गया। डीएसआईआर सचिव और सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ. शेखर सी. मांडे; भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय में वरिष्ठ सलाहकार डॉ. शैलजा वैद्य गुप्ता; डीएसटी, नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के प्रमुख और सलाहकार डॉ. एसके वार्ष्णेय; सीएसआईआर-आईजीआईबी, नई दिल्ली में निदेशक डॉ. अनुराग अग्रवाल; एससीडीडी, सीएसआईआर प्रमुख डॉ. गीता वाणी रायसम और सीएसआईआर-एनआईएसटीएडीएस तथा सीएसआईआर-एनआईएससीएआईआर की निदेशक डॉ. रंजना अग्रवाल ने वर्चुअल माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में कोविड-19 टीके पर अपने विचार साझा किए। इस आयोजन में अकादमिक जगत के अलावा युवा शोधकर्ताओं, पेशेवरों और छात्रों ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया।

विस्तार से यहां पढ़िए-

कोविड-टीकाकरण में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाई जा रही है, राज्यों द्वारा आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई के तहत लगभग 10,000 अस्पतालों और सीजीएचएस के तहत 687 अस्पतालों का कोविड टीकाकरण केंद्र (सीवीसी) के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण ने वीडियो कॉन्फ्रेंस (वीसी) के माध्यम से उपयुक्त-आयु समूहों के टीकाकरण पर राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों और एमडी (एनएचएम) के साथ वार्तालाप किया। राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान का शुभारंभ 16 जून, 2021 को किया गया था। इस तिथि से स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों (एचसीडब्ल्यू) को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक दी गई थी, जबकि अंग्रिम पंक्ति के कर्मियों (एफएलडब्ल्यू) को इस टीकाकरण में 2 फरवरी, 2021 से शामिल किया गया था। अब तक, 1.5 करोड़ से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। इस राष्ट्रव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम को अब 1 मार्च, 2021 से 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिक और निर्दिष्ट सह-रुग्णताओं के साथ 45 से 59 वर्ष के आयु समूह के भीतर के सभी नागरिकों के लिए विस्तारित किया गया है। आयुष्मान भारत पीएमजेएवाई के तहत लगभग 10,000 निजी अस्पतालों और सीजीएचएस के तहत 600 से अधिक अस्पतालों के साथ-साथ राज्य सरकारों के अधीन अन्य निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है।

विस्तार से यहां पढ़िए-

 

कैबिनेट सचिव ने तेलंगाना, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब, जम्मू एवं कश्मीर और बंगाल में कोविड मामलों में तेज वृद्धि की समीक्षा की

कैबिनेट सचिव श्री राजीव गौबा ने महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और जम्मू एवं कश्मीर राज्यों / केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों के साथ शनिवार को एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। ये राज्य / केन्द्र शासित प्रदेश पिछले एक सप्ताह से उच्च सक्रिय मामलों या नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज कर रहे हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित कोविड प्रबंधन और प्रतिक्रिया कार्यनीति की समीक्षा और चर्चा करने के लिए आयोजित बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, आईसीएमआर के महानिदेशक, नीति आयोग उच्च अधिकार प्राप्त समूह के सदस्यों और गृह मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ-साथ राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों और वरिष्ठ स्वास्थ्य पेशेवरों ने भाग लिया। नये मामलों की बढ़ती संख्या रिपोर्ट करने वाले, पॉजिटिविटी में बढ़ते रुझान और संबंधित जांच रुझानों वाले जिलों पर फोकस के साथ महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी गई। इसके बाद सभी राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के साथ एक व्यापक समीक्षा की गई। मुख्य सचिवों ने राज्यों में वर्तमान स्थिति तथा कोविड मामलों में हाल में आई तेजी से निपटने में अपनी तैयारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने भारी जुर्माना और चालान काटने के द्वारा कोविड उपयुक्त व्यवहार लागू करने, जिला कलेक्टरों के साथ करीबी रूप से निगरानी तथा कंटेनमेंट गतिविधियों की समीक्षा करने और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा गृह मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए दिशा-निर्देशों के अनुरूप उठाए जा रहे अन्य कदमों के बारे में जानकारी दी। कैबिनेट सचिव ने दोहराया कि राज्यों को रोग के प्रकोप को फैलने से रोकने के लिए निरंतर कठोर सतर्कता बनाए रखने तथा पिछले वर्ष किए गए सामूहिक परिश्रम के लाभ को व्यर्थ न गंवाने की आवश्यकता है। राज्यों को अपनी निगरानी न घटाने, कोविड उपयुक्त व्यवहार लागू करने और उल्लंघनों से दृढ़तापूर्वक निपटने की सलाह दी गई। राज्यों को ये कदम उठाने की सलाह दी गई: जांच में कमी की रिपोर्ट करने वाले जिलों में समग्र जांच में सुधार, उच्च एंटीजन जांच वाले राज्यों और जिलों में आरटी- पीसीआर की जांच बढ़ाएं, कम जांच / उच्च पॉजिटिविटी और बढ़े हुए मामलों की रिपोर्ट करने वाले चुने हुए जिलों में निगरानी और सख्त कंटेनमेंट पर पुनर्विचार करें, आरम्भिक हॉटस्पॉट पहचान एवं नियंत्रण के लिए म्यूटेंट स्ट्रेन तथा मामलों की क्लस्टरिंग की निगरानी, अधिक मौतें रिपोर्ट करने वाले जिलों में नैदानिक ​​प्रबंधन पर फोकस, अधिक मामले रिपोर्ट करने वाले जिलों में टीकाकरण को प्राथमिकता दें, कोविड - उपयुक्त व्यवहार को बढ़ावा दें, विशेष रूप से टीकाकरण मुहिम के अगले चरण में प्रवेश करने के आलोक में शिथिलता न आने देने के लिए प्रभावी नागरिक संवाद सुनिश्चित करें और सख्त सामाजिक दूरी के उपायों को लागू करें।

विस्तार से यहां पढ़िए-

 

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य सचिव तथा वैक्‍सीन एडमिनिस्‍ट्रेशन पर अधिकार प्राप्‍त समूह के अध्‍यक्ष ने राज्‍यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों के साथ आयु-उचित समूहों के कोविड टीकाकरण पर बैठक की अध्‍यक्षता की

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य सचिव श्री राजेश भूषण ने वैक्‍सीन एडमिनिस्‍ट्रेशन (को-विन) पर अधिकार प्राप्‍त समूह की अध्‍यक्ष तथा कोविड-19 वैक्‍सीन एडमिनिस्‍ट्रेशन पर राष्‍ट्रीय विशेषज्ञ समूह (एनईजीवीएसी) के सदस्‍य डॉ. आर.एस. शर्मा के साथ राज्‍यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों के स्‍वास्‍थ्‍य सचिवों और एमडी (एनएचएम) के साथ आयु उचित समूहों के टीकाकरण पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्‍यम से उच्‍चस्‍तरीय बैठक की अध्‍यक्षता की। राष्‍ट्रव्‍यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान 16 जनवरी, 2021 को प्रारम्भ किया गया। अब इस अभियान को 1 मार्च, 2021 से  60 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिक तथा विशेष बीमारियों के साथ 45 से 59 वर्ष के आयु वर्ग में आने वाले समूहों तक विस्तार किया गया है। राज्‍यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों को डिजिटल प्‍लेटफॉर्म को-विन के वर्जन 2.0 की मूल विशेषताओं की जानकारी दी गई। यह ऐसा सॉफ्टवेयर है जो हजारों एंट्री की प्रोसेसिंग क्षमता रखता है। आयु उचित समूहों के टीकाकरण का नया चरण देश में कोविड टीकाकरण को कई गुना बढ़ा देगा। नागरिक केंद्रित अप्रोच के साथ इस चरण में चिन्हित आयु समूहों के नागरिकों और टीकाकरण के वर्तमान चरण से वंचित और छूटे हुए स्‍वास्‍थ्‍य सेवाकर्मियों तथा फ्रंटलाइनकर्मी अपनी पसंद के टीकाकरण केंद्र चुन सकते हैं। निजी क्षेत्र के अस्‍पताल कोविड टीकाकरण केंद्र के रूप में शामिल किए जाएंगे ताकि टीकाकरण क्षमताओं को बढ़ाने में उनकी क्षमता का लाभ उठाया जा सके।

विस्तार से यहां पढ़िए-

 

डॉ. हर्षवर्धन ने वैश्विक भारतीय चिकित्सक सम्मेलन को संबोधित किया

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ग्लोबल एसोसिएशन फॉर फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन (जीएपीआईओ) द्वारा आयोजित वैश्विक भारतीय चिकित्सक सम्मेलन को संबोधित किया। 2011 में अपनी स्थापना के बाद से ज्ञान, कौशल और अनुसंधान के आदान-प्रदान की सुविधा के लिए दुनिया भर में भारतीय मूल के 1.4 मिलियन चिकित्सकों को लाने जैसे महत्वपूर्ण प्रयास में जुटे जीएपीआईओ की प्रशंसा करते हुए, डॉ. हर्षवर्धन ने एसोसिएशन को भारतीय चिकित्सकों की प्रतिभा और क्षमता का एक शानदार उदाहरण बताया जिसने दुनिया भर में चिकित्सा के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है। कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में चिकित्सा पेशेवरों के योगदान की प्रशंसा करते हुए, डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि दुनिया के समक्ष कोविड-19 जैसे अभूतपूर्व संकट का दृढ़ता से सामना करते हुए अस्तित्व के इस संकट में हमारे चिकित्सकों, नर्सों और स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों ने मानवता के अग्रणी चैंपियंस के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करते हुए मानव जाति की रक्षा की। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि समाज सेवा में उनके साहस, पराक्रम और निस्वार्थ भाव को सलाम करता हूं। उन्होंने कहा कि दूसरों के जीवन को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालने वाले कोरोना वारियर्स के प्रति आभार को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है और हमारे लिए एक बड़ा व्यक्तिगत नुकसान है कि इस महामारी के दौरान उनमें से कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी। इस संदर्भ में, केंद्रीय मंत्री ने कोविड-19 से निपटने के लिए सर्वोत्तम संभव दृष्टिकोण से युक्त ज्ञान और अनुभवों को साझा करने के लिए वैश्विक भारतीय चिकित्सकों के रूप में जीएपीआईओ के निरंतर सहयोग की भी सराहना की।

विस्तार से यहां पढ़िए-

 

डॉ. हर्षवर्धन ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर साइंस कम्यूनिकेटर और महिला वैज्ञानिकों को पुरस्कार प्रदान किया

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री, डॉ. हर्षवर्धन ने रविवार को इस बात पर प्रकाश डाला कि इस माहामारी के बाद की दुनिया को विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवाचार (एसटीआई) कैसे हमारे भविष्य के शिक्षा, कौशल और कामकाज को प्रभावित करेगा। वह इम्फाल, मणिपुर से वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (एनएसडी) को संबोधित कर रहे थे। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर साइंस कम्यूनिकेटर और महिला वैज्ञानिकों को पुरस्कार भी विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री द्वारा प्रदान किए गए, जो हर साल इस दिन रमन प्रभाव की खोज के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। एनएसडी समारोह राष्ट्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी संचार परिषद (एनसीएसटीसी), विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित किया गया था। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, वित्त वर्ष 2021-22 के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के बजट में 30 प्रतिशत की वृद्धि की गई है जो देश में एसएंडटी इंफ्रास्ट्रक्चर संसाधनों को प्रोत्साहन प्रदान करेगी"। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण पिछले साल आई चुनौतियों के मद्देनजर, राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2021 का विषय, एसटीआई का भविष्य: शिक्षा, कौशल और कार्य पर प्रभाव और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि विश्व ने देखा है कि कैसे भारतीय एसएंडटी सिस्टम इस अभूतपूर्व महामारी के कारण पैदा हुए संकट में भी बढ़ा है। वैज्ञानिक जागरूकता और स्वास्थ्य की तैयारी काविड-19 के बाद और भी महत्वपूर्ण हो जाएगी।

विस्तार से यहां पढ़िए-

 

केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री ने चार दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट-इंडिया फार्मा और इंडिया मेडिकल डिवाइस 2021 का उद्घाटन किया

केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री श्री डी वी सदानंद गौड़ा ने चार दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट: इंडिया फार्मा 2021 एवं इंडिया मेडिकल डिवाइस 2021 का उद्घाटन किया। इसका आयोजन औषध विभाग, भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय और इन्वेस्ट इंडिया के साथ फिक्की ने किया। इस अवसर पर रेल, वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री पीयूष गोयल भी वर्चुअल माध्यम के जरिए उपस्थित थे। वहीं रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री श्री मनसुख एल. मांडविया ने भी इस अवसर पर आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर श्री डी वी सदानंद गौड़ा ने कोविड-19 महामारी के दौरान दवाओं और चिकित्सा उपकरणों के एक वैश्विक और विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में भारत की क्षमताओं की सराहना की। उन्होंने हालिया अंकटाड रिपोर्ट के हवाले से वैश्विक स्तर पर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में 42 प्रतिशत की गिरावट के बावजूद भारत की सकारात्मक वृद्धि का भी उल्लेख किया। श्री गौड़ा ने आगे कहा, “जैसा कि महामारी ने औषधि क्षेत्र में आपूर्ति श्रृंखला की वैश्विक कमजोरियों को उजागर किया, औषध विभाग ने 6 वर्षों के लिए 53 एपीआई पर 6,940 करोड़ रुपये के वित्तीय परिव्यय के साथ थोक दवाओं के लिए उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन योजना शुरू की। चिकित्सा उपकरणों के लिए 3,420 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ एक और पीएलआई योजना की घोषणा की गई। इस तरह की पहल और प्रोत्साहन ने प्रधानमंत्री की ‘आत्मनिर्भर भारत’ या ‘विश्व के लिए भारत’ विजन को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।” श्री पीयूष गोयल ने कहा, “कोविड-19 टीके के लिए बौद्धिक संपदा छूट की मांग को लेकर 57 देश पहले ही भारत के नेतृत्व में शामिल हो चुके हैं। सभी जगह से नेता चुनौतियों का सामना करने के लिए आगे आ रहे हैं और संपूर्ण विश्व के लिए वहनीय स्वास्थ्य को लेकर प्रधानमंत्री मोदी जी के आह्वान में शामिल हो रहे हैं। वैश्विक स्तर पर संपूर्ण स्वास्थ्य ईकोसिस्टम के लिए भारत वन स्टॉप सॉल्यूशन प्रदान करता है और हम स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी चीज से निपटने के लिए हम आश्वस्त हैं। विनियामक एवं अच्छी विनिर्माण विधियां, प्रणाली एवं प्रमाणन और मंजूरी हमें बड़े पैमाने पर आगे बढ़ाने और कीमत कम करने में सहायता करेंगे।”

विस्तार से यहां पढ़िए-

 

कोविड चुनौतियों के बावजूद 28 फरवरी 2021 को भारतीय रेल ने पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में अधिक माल ढुलाई कार्य किया

कोविड चुनौतियों के बावजूद भारतीय रेल ने 28 फरवरी को पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में अधिक संचयी रूप से अधिक माल लोडिंग का कार्य किया। लोडिंग, आय तथा गति की दृष्टि से फरवरी 2021 में माल ढुलाई के आंकड़े ऊपर रहे हैं। कुल 5 मिलियन टन से अधिक की लोडिंग की गई। 28 फरवरी 2021 को भारतीय रेल ने इस वर्ष के लिए 1102.17 मिलियन टन माल लोडिंग का काम किया जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि के 1102.1 मिलियन टन से अधिक है। मासिक आधार पर भारतीय रेल ने 28 फरवरी 2021 तक 112.25 मिलियन टन की लोडिंग की जो कि पिछले वर्ष की 28 फरवरी के 102.21 मिलियन टन की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। दैनिक आधार पर 28 फरवरी 2021 को भारतीय रेल ने 5.23 मिलियन टन की लोडिंग की जो कि पिछले वर्ष की 28 फरवरी के 3.83 मिलियन टन की तुलना में 36 प्रतिशत अधिक है।

विस्तार से यहां पढ़िए-

 

आईटी सिस्टम को-विन 1.0 से को-विन 2.0 में बदले जाने के कारण शनिवार और रविवार (27 और 28 फरवरी 2021) को कोविड-19 टीकाकरण सत्र आयोजित नहीं किए गए

कोविड टीकाकरण की शुरूआत माननीय प्रधानमंत्री ने 16 जनवरी को की थी। 1 मार्च 2021 को देशव्यापी टीकाकरण अभियान का विस्तार कर इसमें 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के साथ-साथ 45 साल से अधिक उम्र के उन लोगों को शामिल किया जाएगा जो अन्य बीमारियों से ग्रस्त हैं।

विस्तार से यहां पढ़िए-

 

पीआईबी कार्यालयों से मिली जानकारियां

  • केरल- टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण के क्रम में राज्य में अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है, इस बीच मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आज राजधानी के एक सरकारी अस्पताल में कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक ली। टीका लगवाने के बाद मुख्यमंत्री ने सभी से टीका लगवाने की अपील की। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा समेत तीन मंत्रियों ने कल टीके की पहली खुराक ली थी। शैलजा ने कहा है कि सामूहिक टीकाकरण केंद्रों की संभावना पर भी विचार किया जा रहा है। इस बीच अधिकारियों ने चुनाव ड्यूटी में तैनात किए जाने वाले 3.8 लाख अधिकारियों के टीकाकरण के दो दौर को 6 मार्च तक पूरा करने का निर्देश दिया है। अब तक केवल आधे मतदान अधिकारियों को वैक्सीन लगी है। जैसा कि वैक्सीन निर्माताओं का दावा है कि कोविड-19 के खिलाफ प्रतिरक्षा 14 दिनों में विकसित होगी अगर कोई व्यक्ति 28 दिनों के अंतराल में दो खुराक लेता है। ऐसे में केरल में 6 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिहाज से कई मतदान अधिकारी संवेदनशील बने रहेंगे। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों का कहना है कि पहली खुराक लेने के बाद ही प्रतिरक्षा विकसित होने लगती है।
  • तमिलनाडु- राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने चुनाव आयोग से चुनाव प्रचार बैठकों में कोविड के प्रसार की निगरानी करने के लिए विशेष दल बनाने का अनुरोध किया है। भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद और आयुष मंत्रालय ने सिद्ध चिकित्सक बस्कर को तमिलनाडु में कोविड-19 प्रबंधन में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए 'आयुष एक्सीलेंस अवॉर्ड' प्रदान किया है। कोविड मामलों में वृद्धि के बाद तमिलनाडु के सीमावर्ती क्षेत्रों में परीक्षण केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है। साथ ही सरकार ने भी नए दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा है कि केरल और महाराष्ट्र से आने वाले लोगों को क्वारंटीन किया जाएगा। इस बीच, 60 साल से ऊपर के लोगों को टीकाकरण के लिए अपना नाम दर्ज करने के लिए कहा गया है।
  • कर्नाटक- आज तक, कर्नाटक में कुल 9,52,037 मामले, 12,343 मौतें, 5,945 सक्रिय मामले और 9,33,730 लोग ठीक हो चुके हैं।
  • आंध्र प्रदेश- आंध्र प्रदेश में मंगलवार सुबह समाप्त होने वाले 24 घंटे में 106 नए मामले दर्ज किए गए हैं। लगातार चौथे दिन कोई मौत नहीं हुई है और टोल 7169 पर है। टैली बढ़कर 8,90,080 हो गई है और कुल 8,82,137 लोग ठीक हो गए हैं। कई महीनों में पहली बार, पिछले सप्ताह सक्रिय मामलों की संख्या में वृद्धि हुई और रोज ठीक होने वालों से ज्यादा नए संक्रमण के मामले आए। मंगलवार सुबह तक राज्य में 774 सक्रिय मामले थे। पिछले हफ्ते में 671 नए संक्रमण के मामले आए, केवल 471 मरीज ठीक हुए। कुल रिकवरी रेट घटकर 99.11 प्रतिशत हुआ है और मृत्यु दर 0.81 प्रतिशत बनी हुई है। अब तक परीक्षण किए गए नमूनों की संख्या 1.4 करोड़ के आंकड़े को पार कर 1,40,10,123 हो गई है और पॉजिटिविटी रेट 6.35 प्रतिशत है। 34 दिनों में 10 लाख नमूनों का टेस्ट किया गया और पॉजिटिविटी रेट 0.25 प्रतिशत थी। हाल में केस में वृद्धि के बाद अधिकारियों ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए तैयारी कर ली है।
  • तेलंगाना- राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत, तेलंगाना में प्राथमिकता आयु समूहों के लिए कोविड-19 वैक्सीनेशन का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हुआ। सरकारी और निजी अस्पतालों पर बने 93 कोविड टीकाकरण केंद्रों पर 60 साल से ऊपर और सह-रुग्ण परिस्थितियों वाले 45 से 59 साल की आयु के 4558 लोगों को टीके लगाए गए। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ई राजेंद्र को पहले दिन करीमनगर जिले के हुजुराबाद स्थिति एरिया हॉस्पिटल में टीका लगाया गया। हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में एक 100 साल के बुजुर्ग जयदेव चौधरी का टीकाकरण हुआ। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने मंगलवार को गांधी अस्पताल में वैक्सीन ली। राज्यभर में सरकारी और निजी स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या बढ़कर 135 हो गई है और कुल 13,081 बुजुर्ग और गंभीर बीमारी वाले व्यक्तियों को कल शाम तक टीके लगाए गए। इसके अलावा, कुल 1,98,628 स्वास्थ्य कर्मियों और 97,822 फ्रंटलाइन वर्करों को पहली खुराक दी गई है। कुल 1,49,623 स्वास्थ्य कर्मियों और 16 फ्रंटलाइन वर्करों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। इस प्रकार, राज्य में टीकाकरण की कुल संख्या 4,59,170 है। महामारी के दौरान राज्य का मुख्य कोविड अस्पताल के तौर पर सेवा देने वाले हैदराबाद के गांधी अस्पताल के डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों और सफाई कर्मियों को कल राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने सम्मानित किया। राज्य में पहले कोविड रोगी के इलाज शुरू करने को एक साल पूरे हुए हैं।
  • महाराष्ट्र- मुंबई के 29 निजी अस्पतालों को कोविड टीकाकरण की अनुमति दी गई है। टीकाकरण अभियान को गति देने के लिए यह निर्णय लिया गया है क्योंकि मुंबई के टीकाकरण केंद्रों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं और कल लाभार्थियों को कोविड-19 वैक्सीन के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा था।

नए मामले -  7,863

ठीक हुए - 6,332

मौतें - 54

कुल सक्रिय मामले- 79,093

आज तक कुल मामले- 21,69,330

आज तक कुल ठीक हुए- 20,36,790

आज तक कुल मौतें- 52,238

  • गुजरात- राज्य में मंगलवार को कोविड से संबंधित मौत नहीं हुई। राज्य में अब तक 9,41,602 लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है जबकि 1.97 लाख से ज्यादा लोगों को दूसरी खुराक मिल गई है। इसके अलावा 60 साल से अधिक आयु के 56,489 लोगों को अब तक टीका लगाया गया है।

नए मामले - 454

सक्रिय मामले – 2522

मंगलवार को ठीक हुए - 361

  • राजस्थान- राज्य में मंगलवार को 102 नए केस आए। राज्य में अब तक पॉजिटिव केस 3,20,557 आए हैं। 3.16 लाख लोग पहले ही ठीक हो चुके हैं।

नए मामले – 102

कुल पॉजिटिव केस– 3,20,557

कुल ठीक हो गए - 3,16,430

कुल मौतें - 2787

  • मध्य प्रदेश- मंगलवार को 259 कोविड-19 मरीज ठीक हो गए, इस तरह राज्य में कुल ठीक होने वालों की संख्या 2,55,595 हो गई। राज्य में कल 331 नए पॉजिटिव केस आए और कोई मौत नहीं हुई। दिनभर में राज्य के 52 जिलों में से 15 में कोई नया मामला नहीं आया।

नए मामले  –  331

मरीज ठीक हुए - 259

मौतें- 0

सक्रिय मामले - 2973

कुल पॉजिटिव केस - 2,62,433

कुल ठीक हुए मरीज - 2,55,595

कुल मौतें –3865

  • छत्तीसगढ़ - राज्य में मंगलवार को 216 नए मामले आए। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 3,13,032 है। 3.06 लाख लोग ठीक हो चुके हैं।

नए मामले - 216

ठीक हुए मरीज - 19

मौतें - 2

सक्रिय मामले - 2,836

कुल ठीक हुए मरीज - 3,06,352

कुल मौतें - 3844

कुल पॉजिटिव केस - 3,13,032

  • गोवा- कल 62 लोग ठीक हो गए और इस तरह ठीक होने वालों की संख्या 53,695 हो गई। राज्य में रिकवरी रेट 97.49 प्रतिशत है।

सक्रिय मामले – 582

कुल ठीक हुए - 53,695

कुल मौतें - 796

कुल पॉजिटिव केस - 55,073

  • असम- राज्य में मंगलवार को 15 नए कोविड केस आए और 14 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। कुल केस बढ़कर 217585 हो गए, कुल 214860 ठीक हो गए और 1093 की मौत हो गई। सक्रिय मामले 285 हैं।
  • मणिपुर- यहां मंगलवार को 8 नए कोविड केस आए। कुल केस बढ़कर 29,282 और कुल ठीक हुए लोगों की संख्या 28,876 हो गई है।

फैक्ट चेक

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0069AFJ.png

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image007TZGR.png

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image008FTVN.png

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image009KM00.png

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0109BQY.png

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0114QZB.png

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image012ZUS8.png

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0130PGD.png

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image014NUPP.png

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image015VLYJ.png

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image016TYO4.png

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image017KXPE.png

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image018OEKN.png

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image019UUJ5.png

Image

Image

 

एसजी/एएम/एएस/डीसी


(Release ID: 1702404) Visitor Counter : 288


Read this release in: English , Hindi , Marathi