Posted On:
19 OCT 2020 9:51PM by PIB Delhi
नमस्ते!
मेलिंडा और बिल गेट्स, मेरे मंत्रिमंडल में केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, दुनिया भर के प्रतिनिधि, वैज्ञानिक, अभिनवकर्ता, शोधकर्ता और छात्रों इस सोलहवें ग्रैंड चैलेंज की वार्षिक बैठक में मुझे आप सभी से मिलकर अत्यंत प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है।
इस बैठक का आयोजन भारत में किया जाना था, लेकिन, बदली हुई परिस्थितियों में इसे वर्चुअल तौर पर आयोजित किया जा रहा है। यह तकनीक की ही क्षमता है कि एक वैश्विक महामारी भी हमें अलग नहीं कर सकी और यह कार्यक्रम तय समयानुसार जारी है। यह व्यापक चुनौतियों से जूझ रहे समुदाय की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह अनुकूलन और नवाचार को अपनाने की प्रतिबद्धता को दिखाता है।
मित्रों,
विज्ञान और नवाचार में निवेश करने वाले समुदाय के द्वारा ही भविष्य को आकार दिया जाएगा। लेकिन, इसे अदूरदर्शी तरीके से नहीं किया जा सकता है। इसके लिए पहले से विज्ञान और नवाचार में निवेश करना होगा। तभी हम सही समय पर इनका लाभ उठा सकते हैं। इसी तरह से, इन नवाचारों की यात्रा को सहयोग और सार्वजनिक भागीदारी के माध्यम से आकार दिया जाना चाहिए। विज्ञान कभी संकुचित होकर समृद्ध नहीं होगा। ग्रैंड चैलेंज कार्यक्रम ने इस लोकाचार को अच्छी तरह से समझा है। इस कार्यक्रम का स्तर सराहनीय है।
15 वर्षों में, आप वैश्विक स्तर पर कई देशों के साथ जुड़े हैं। संबोधित मुद्दों के विविध प्रकार है। आपने समस्याओं के समाधान के लिए कुशल वैश्विक प्रतिभा जैसे रोगाणुरोधी प्रतिरोध, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, कृषि, पोषण, डब्ल्यएएसएच- जल, स्वच्छता और स्वास्थ्य को जोड़ा है, और कई अन्य स्वागत योग्य पहल हैं।
मित्रों,
इस वैश्विक महामारी ने हमें एक बार फिर टीम वर्क के महत्व का एहसास कराया है। क्योंकि, रोगों की भौगोलिक सीमा नहीं होती है। रोग धर्म, जाति, लिंग या रंग के आधार पर भेदभाव नहीं करते हैं। और, बीमारियों के संदर्भ में, मैं सिर्फ वर्तमान महामारी की स्थिति के बारे में ही बात नहीं कर रहा हूं। कई संचारी और गैर-संचारी रोग भी हैं, जो लोगों विशेष रूप से, होनहार युवाओं को प्रभावित कर रहे हैं।
मित्रों,
भारत में, हमारे पास एक सक्षम और उत्साही वैज्ञानिक समुदाय है। हमारे पास बहुत अच्छे वैज्ञानिक संस्थान भी हैं। पिछले कई महीनों के दौरान विशेष रूप से कोविड-19 से लड़ाई में, वे भारत की सबसे महत्वपूर्ण संपत्ति रहे हैं। कंटेंमैंट से लेकर क्षमता निर्माण तक, उन्होंने आश्चर्यजनक उपलब्धि हासिल की हैं।
मित्रों,
भारत के आकार, सीमा और विविधता को लेकर वैश्विक समुदाय हमेशा से अभिलाषी रहा है। हमारा देश संयुक्त राज्य अमेरिका की जनसंख्या के आकार का लगभग चार गुना है। हमारे कई राज्यों की जनसंख्या यूरोपीय देशों के बराबर हैं। इसके बावजूद भी, लोगों से संचालित और समर्थित दृष्टिकोण के लिए धन्यवाद, जिसने भारत में कोविड-19 मृत्यु दर को बहुत कम रखा। आज, हम प्रति दिन मामलों की संख्या और मामलों की वृद्धि दर में गिरावट दर्ज कर रहे हैं। भारत में स्वस्थ होने की दर उच्चतम 88 प्रतिशत है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि: भारत में जब कुल मामलों की संख्या सिर्फ कुछ सैंकड़ा ही थी, तब वह एक फ्लैक्सिबिल लॉकडाउन को अपनाने वाले देशों में से एक था। भारत प्रारंभ में ही मास्क के उपयोग को प्रोत्साहित करने वालों में से एक था। भारत ने सक्रिय रूप से कांट्रेक्ट-ट्रैसिंग पर कार्य करना प्रारंभ किया। जल्द से जल्द रैपिड एंटीजन जाँच प्रारंभ करने के मामले में भी भारत अग्रणी था। भारत ने सीआरआएसपीआर जीन एडिटिंग तकनीक का भी खोज की है।
मित्रों,
भारत कोविड के लिए वैक्सीन के विकास में अब सबसे आगे है। हमारे देश में 30 से अधिक स्वदेशी टीके विकसित किए जा रहे हैं, जिनमें से तीन उन्नत चरण में हैं। हम यहां नहीं रुक रहे हैं। भारत पहले से ही एक सुस्थापित वैक्सीन वितरण प्रणाली पर काम कर रहा है। डिजिटल हेल्थ आईडी के साथ इस डिजिटल नेटवर्क का उपयोग हमारे नागरिकों के टीकाकरण को सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा।
मित्रों,
कोविड के अतिरिक्त, भारत को कम लागत पर गुणवत्तायुक्त दवाओं और टीकों का उत्पादन करने की अपनी प्रमाणित क्षमता के लिए जाना जाता है। ग्लोबल टीकाकरण के लिए 60 प्रतिशत से अधिक टीके भारत में निर्मित किए जा रहे हैं। हमने अपने इंद्रधनुष टीकाकरण कार्यक्रम में स्वदेशी रोटावायरस वैक्सीन को शामिल किया है। यह एक मजबूत साझेदारी/ दीर्घकाल तक चलने वाले परिणामों के लिए एक सफल उदाहरण है। गेट्स फाउंडेशन भी इस विशेष प्रयास का एक हिस्सा रहा है। भारत की अनुभव और अनुसंधान क्षमताओं के साथ, हम स्वास्थ्य सेवा प्रयासों के मामले में वैश्विक केंद्र होंगे। हम अन्य देशों को इन क्षेत्रों में अपनी क्षमता बढ़ाने में मदद करना चाहते हैं।
मित्रों,
पिछले 6 वर्षों में, हमने कई पहलें की हैं जो एक बेहतर स्वास्थ्य प्रणाली में योगदान दे रही हैं। स्वच्छता, स्वच्छता में सुधार, अधिक शौचालय कवरेज जैसे मुद्दों पर तन्मयता से काम किया है। यह सबसे ज्यादा किसकी मदद करता है? यह गरीबों और वंचितों की मदद करता है। इससे रोगों में कमी आती है। यह महिलाओं की भी सबसे अधिक सहायता करता है।
मित्रों,
अब, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रत्येक परिवार को पाईप लाईन के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जाए। इससे रोग में कमी को सुनिश्चित किया जा सकेगा। हम विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में और अधिक मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रहे हैं। यह युवाओं के लिए अधिक अवसर सुनिश्चित करता है। यह हमारे गांवों में बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करता है। हम दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना चला रहे हैं और इसकी सभी तक पहुँच को सुनिश्चित कर रहे हैं।
मित्रों,
हम व्यक्तिगत सशक्तिकरण और सामूहिक कल्याण के लिए अपनी सहयोगी भावना का उपयोग करते रहें। गेट्स फाउंडेशन, और कई अन्य संगठन अद्वीतीय रूप से कार्य कर रहे हैं। मैं आप सभी से आगामी 3 दिनों में भी और भी उपयोगी और संचरनात्मक विचार-विमर्श की कामना करता हूं। मुझे उम्मीद है कि इस ग्रैंड चैलेंजिंग प्लेटफॉर्म से कई शानदार और उत्साहजनक नए समाधान सामने आएंगे। इन प्रयासों से मैं एक मानव केंद्रित दृष्टिकोण के विकास की दिशा में आगे बढ़ने के प्रति आशान्वित हूँ। यह हमारे युवाओं को एक उज्जवल भविष्य के लिए विचारशील नेता बनने के अवसर प्रदान करता रहे। एक बार पुनः, मुझे आमंत्रित करने के लिए मैं आयोजकों को धन्यवाद देता हूं।
धन्यवाद।
आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
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एमजी/एएम/एसएस/डीसी