रेल मंत्रालय

भारतीय रेलवे ने एक उल्लेखनीय सफलता अर्जित करते हुए, सितंबर 2020 में माल ढुलाई से 9896.86 करोड़ रुपये कमाए, जोकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में (8716.29 करोड़ रुपये) की तुलना में 1180.57 करोड़ रुपये अधिक है, माल ढुलाई राजस्व में 13.54 प्रतिशत की वृद्धि हुई


सितंबर 2020 में की गई माल ढुलाई पिछले वर्ष की तुलना में 15.3 प्रतिशत अधिक है

माल ढुलाई और राजस्व में सर्वांगीण वृद्धि

क्षेत्रीय स्तर पर व्यावसायिक विकास इकाइयों का गठन, विशेषीकृत पार्सल और किसान ट्रेनों को चलाने की स्वीकृति तथा विकास को सुनिश्चित करने के लिए बेहतर चौतरफा निगरानी जैसे कई कार्य किए गए

भारतीय रेलवे द्वारा माल ढुलाई को आकर्षक बनाने के लिए कई छूट और रियायतें भी दी जा रही है  

Posted On: 01 OCT 2020 5:30PM by PIB Delhi

भारतीय रेलवे ने एक उल्लेखनीय सफलता अर्जित करते हुए कोविड से संबंधित चुनौतियों के बावजूद पिछले वर्ष की तुलना में सितंबर के महीने में अधिक राजस्व अर्जित किया है।

रेलवे ने सितंबर 2020 में माल ढुलाई से 9896.86 करोड़ रुपये कमाए, जोकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में (8716.29 करोड़ रुपये) की तुलना में 1180.57 करोड़ रुपये अधिक है। माल ढुलाई राजस्व में 13.54 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

यहां पर यह ध्यान देने वाली बात है कि माल ढुलाई के रुझान आर्थिक गतिविधियों की व्यापक प्रवृत्तियों को अच्छी तरह से दर्शाते हैं।

मिशन मोड पर काम करते हुए, भारतीय रेलवे ने माल ढुलाई को बहुत आगे ले जाने का एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। वर्ष 2020 में सितंबर के महीने में रेलवे द्वारा माल लदान और माल ढुलाई का राजस्व पिछले साल सितम्बर की माल ढुलाई और राजस्व से कहीं अधिक है।

सितंबर 2020 के महीने में भारतीय रेलवे ने 102.12 मिलियन टन माल ढुलाई की, जो पिछले साल के इसी महीने (88.53 मिलियन टन) के माल ढुलाई की तुलना में 13.59 मिलियन टन अधिक है।

रेलवे ने सितंबर 2020 में माल ढुलाई से 9896.86 करोड़ रुपये कमाए, जोकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में अर्जित किए गए 8716.29 करोड़ रुपये की तुलना में 1180.57 करोड़ रुपये अधिक है। वहीं माल ढुलाई में 13.54 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।

सितंबर 2020 के महीने में भारतीय रेलवे द्वारा की गई माल ढुलाई का कुल भार 102.12 मिलियन टन था जिसमें 42.89 मिलियन टन कोयला, 13.53 मिलियन टन लौह अयस्क, 6.3 मिलियन टन खाद्यान्न, 5.34 मिलियन टन उर्वरक, 6.05 मिलियन टन सीमेंट (धातुमल को छोड़कर), 3.85 मिलियन टन धातुमल और 3.52 मिलियन टन खनिज तेल शामिल था।

यहां पर महत्वपूर्ण बात यह है कि माल ढुलाई में सुधार को संस्थागत रूप दिया जाएगा और इसे आगामी शून्य आधारित समय सारणी में जोड़ा जाएगा।

उल्लेखनीय है कि भारतीय रेलवे द्वारा माल ढुलाई को आकर्षक बनाने के लिए कई छूट और रियायतें भी दी जा रही है।

कोविड-19 के संकटकाल में भारतीय रेलवे ने इस समय का उपयोग हर प्रकार की दक्षता और अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए किया है।

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