रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय

पीएमबीजेके ने 2020-21 के पहले दो महीनों में 100 करोड़ रुपये से अधिक की प्रभावशाली बिक्री हासिल की, 2019-20 की इसी अवधि में बिक्री लगभग 40 करोड़ रुपये रही थी


जनऔषधि केंद्रों के माध्यम से मार्च-मई,2020 में लगभग 144 करोड़ रुपये की किफायती दवाएं बेची गईं

Posted On: 01 JUN 2020 3:24PM by PIB Delhi

प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र - पीएमबीजेके ने 2020-21 के पहले दो महीनों में 100.40 करोड़ रुपये की प्रभावशाली बिक्री हासिल की है।2019-20 की इसी अवधि में बिक्री लगभग 40 करोड़ रुपये रही थी।

 

जनऔषधि केंद्रों के माध्यम से मार्च, अप्रैल और मई 2020 में लगभग 144 करोड़ रुपये की किफायती व गुणवत्तापूर्ण दवाएं बेची गईं, जिससे नागरिकों को ऐसे समय में लगभग 800 करोड़ रुपये की बचत हुई है, जब देश कोविड -19 महामारी से प्रभावितहै।

 

केन्द्रीय रसायन और उर्वरक मंत्रीश्री डीवी सदानंद गौड़ा ने कहा, "कोविड -19 महामारी के इस कठिन समय में, हम सभी के लिए दवाओं की पूर्ण उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।“ उन्होंने प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (पीएमबीजेके) के नेटवर्क के माध्यम सेपीएम भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी)को लागू करने में बीपीपीआई द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर संतोष व्यक्त किया।

 

कोविड - 19 संकट को देखते हुएबीपीपीआईके कर्मचारी, केंद्र संचालक, वितरकऔर अन्य हितधारकआगे आए और महामारी से लड़ने के लिए हाथ मिलाया। बीपीपीआई इन चुनौतीपूर्ण समय में अपने हितधारकों और उपभोक्ताओं के साथ खड़ा है। प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (पीएमबीजेके) अपनी प्रतिबद्धता के तहत नियमित रूप से संचालित किये जा रहे हैं।

 

बीपीपीआईने कहा है कि वहपीएमबीजेकेपर आवश्यक दवाओं की निर्बाध उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्र ने अप्रैल 2020 के दौरान लॉकडाउन और कठिन समय के बावजूद 52 करोड़रुपये का उच्चतम मासिक बिक्री कारोबार प्राप्त किया है। मार्च 2020 में केंद्र के द्वारा 42 करोड़ रुपये की बिक्री की गयी थी। बीपीपीआई दवाओं व अन्य वस्तुओं का पर्याप्त भंडार बनाए हुए है, जिनकी वर्तमान में अधिक मांग है, जैसे फेस मास्क, हैंड सैनिटाइज़र, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन, पैरासिटामोल और एज़िथ्रोमाइसिन आदि। बीपीपीआईने मार्च और अप्रैल 2020 के महीने में लगभग 10 लाख फेस मास्क व हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की 50 लाख टैबलेट की बिक्री की है। बाजार की मौजूदा मांग को देखते हुए, बीपीपीआईने अगले छह महीनों के दौरान पर्याप्त स्टॉक बनाये रखने के लिए इन दवाओं की खरीद के आदेश भी दिए हैं। बीपीपीआई ने मित्र देशों को आपूर्ति करने के लिए विदेश मंत्रालय को भी दवाएं दी हैं।

 

लॉकडाउन के उपायों के बाद, देश के 726 जिलों में 6300 से अधिक पीएमबीजेकेकार्य कर रहे हैं। सामाजिक दूरी बनाये रखने से संबधित सरकारकी पहल का समर्थन करते हुए पीएमबीजेके के फार्मासिस्ट, जिन्हें अब "स्वस्थ के सिपाही" के रूप में जाना जाता है, रोगियों और बुजुर्गों को उनके घर पर दवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। इसके अलावा, बीपीपीआईविभिन्न प्लेटफार्मों पर अपने सोशल मीडिया पोस्टके माध्यम से महामारी के खिलाफ लडाई केसाधनों/तरीकों के बारे में जागरूकता पैदा कर रहा है। मोबाइल एप ”जनऔषधि सुगम” बहुत लोकप्रिय हो गया है और इसके 4 लाख से अधिक डाउनलोड हुए हैं। इन तरीकों से, बीपीपीआईकोविड -19 के प्रकोप के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।

 

एसजी/एएम / जेके


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