स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय
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केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने प्रत्येक नागरिक के लिए सीपीआर के जीवनरक्षक महत्व पर जोर देते हुए सीपीआर जागरूकता सप्ताह (13-17 अक्टूबर) का उद्घाटन किया


सीपीआर जागरूकता के लिए शपथ के साथ सीपीआर जागरूकता सप्ताह की शुरूआत

किसी व्यक्ति द्वारा समय पर सीपीआर देने से जीवन के परिणामों में उल्लेखनीय सुधार हो सकता है: केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव

राष्ट्रव्यापी सीपीआर जागरूकता सप्ताह के शुभारंभ में स्वास्थ्य क्षेत्र और नागरिकों सहित 15,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया

Posted On: 13 OCT 2025 1:14PM by PIB Delhi

कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) एक जीवनरक्षक और महत्वपूर्ण आपातकालीन प्रक्रिया है जो गंभीर हृदय संबंधी मामलों में जीवित रहने की संभावनाओं को बेहतर बनाती है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से आज सीपीआर जागरूकता सप्ताह (13-17 अक्टूबर 2025) का उद्घाटन किया। सीपीआर जागरूकता सप्ताह का उद्देश्य कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) में प्रशिक्षण और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना है। इस अभियान का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्रीमती पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों, स्वास्थ्य पेशेवरों, चिकित्सा संस्थानों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्रीमती पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सीपीआर करने में जनता की क्षमता निर्माण की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, सीपीआर की सरल क्रिया, पेशेवर चिकित्सा मिलने तक महत्वपूर्ण अंगों तक रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन बनाए रख सकती है, जिससे जीवन की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।"

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्रीमती पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने सीपीआर जागरूकता सप्ताह के तहत मंत्रालय के दृष्टिकोण पर ज़ोर देते हुए कहा कि इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर घर, स्कूल, कार्यालय और सार्वजनिक स्थान पर कम से कम एक व्यक्ति इस जीवनरक्षक तकनीक में प्रशिक्षित हो। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि, " देश में अचानक होने वाली मौतों के प्रमुख कारणों में से एक हृदयाघात है, और लगभग 70 प्रतिशत ऐसे मामले वहां होते हैं, जहां अक्सर तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध नहीं होती। ऐसे नाजुक क्षणों में, किसी व्यक्ति द्वारा समय पर सीपीआर देने से जीवन की गुणवत्ता में काफ़ी सुधार हो सकता है।"

उद्घाटन समारोह के एक भाग के रूप में, प्रतिभागियों ने सीपीआर जागरूकता को बढ़ावा देने और दूसरों को इस जीवनरक्षक तकनीक को सीखने के लिए प्रोत्साहित करने का संकल्प भी लिया। इस कार्यक्रम में चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा हाथों से सीपीआर का लाइव प्रदर्शन किया गया।

लोगों में सीपीआर संबंधी जानकारी के अभाव को ध्यान में रखते हुए और निरंतर समुदाय-केंद्रित प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय 13-17 अक्टूबर, 2025 तक अखिल भारतीय सीपीआर जागरूकता सप्ताह मना रहा है, जिसका उद्देश्य आम लोगों में सीपीआर के बारे में व्यापक जागरूकता बढ़ाना और क्षमता निर्माण करना है। इस सप्ताह के दौरान एक राष्ट्रव्यापी शपथ समारोह, सीपीआर पर भौतिक और आभासी प्रदर्शनों का आयोजन, विशेषज्ञों के साथ बातचीत, पैनल चर्चा और अन्य आईईसी गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। सीपीआर जागरूकता सप्ताह की शुरूआत में देश भर के चिकित्सा संस्थानों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ-साथ स्वास्थ्य क्षेत्र के 15,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने मायगोव और मायभारत प्लेटफॉर्म के सहयोग से ऑनलाइन शपथ और सीपीआर क्विज भी प्रकाशित की है। शपथ और क्विज क्रमशः

https://quiz.mygov.in/quiz/quiz-cpr-awareness-week-2025/,https://pledge.mygov.in/save-a-life-cpr/और https://mybharat.gov.in/quiz/quiz_dashboard/bUZNV2VOMUhDSTZXSzg3c1JJVzNuZz09
लिंक पर देखी जा सकती है।

पीके/केसी/जेके/एसके


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