सूचना और प्रसारण मंत्रालय
आगामी वेव्स शिखर सम्मेलन 2025 से पहले ट्रुथटेल हैकथॉन के शीर्ष 5 विजेताओं की घोषणा की गई
यूनिक्रॉन, अल्केमिस्ट, हूशिंग लायर्स, बग स्मैशर्स और वोर्टेक्स स्क्वाड नाम की टीमों को गलत सूचना से निपटने से संबंधित अग्रणी एआई समाधान के लिए 10 लाख रुपये का पुरस्कार मिला
एआई सत्यापन उपकरणों से लेकर हेरफेर वाले मीडिया (मैनिपुलेटेड मीडिया) का पता लगाने वाली प्रणालियों तक, इन नवाचारों को 01 मई से 04 मई के दौरान मुंबई में आयोजित होने वाले वेव्स शिखर सम्मेलन 2025 में प्रदर्शित किया जाएगा
Posted On:
07 APR 2025 7:19PM by PIB Delhi
सूचना और प्रसारण मंत्रालय (एमआईबी) के सहयोग से इंडिया सेलुलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) ने आज ट्रुथटेल हैकाथॉन - जोकि प्रौद्योगिकी के जरिए गलत सूचना और हेरफेर वाले मीडिया (मैनिपुलेटेड मीडिया) से निपटने से संबंधित एक वैश्विक चुनौती है - के शीर्ष पांच विजेताओं की घोषणा की। यह हैकथॉन आगामी विश्व दृश्य-श्रव्य एवं मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स) 2025 से संबंधित ‘क्रिएट इन इंडिया चैलेंज’ का हिस्सा है। विजेताओं को नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में सम्मानित किया गया, जहां चुने गए शीर्ष 25 नवप्रवर्तकों ने संबंधित उद्योग के विशेषज्ञों के एक पैनल के सामने अपने कार्यशील प्रोटोटाइप का प्रदर्शन किया।
दुनिया भर से प्राप्त 5,600 से अधिक पंजीकरणों में से चयनित निम्नलिखित पांच विजेता नवप्रवर्तकों को कुल 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिला:
- दिल्ली की टीम यूनिक्रॉन को पाठ (टेक्स्ट), चित्र एवं वीडियो में गलत सूचनाओं का पता लगाने से संबंधित उनके नवीन कार्य – अन्वेषा - के लिए पुरस्कार मिला।
- देहरादून की टीम अल्केमिस्ट को ‘वेरीस्ट्रीम: फैक्ट-फर्स्ट इन एवरी फ्रेम’ के लिए सम्मानित किया गया। यह एक ऐसा समग्र समाधान है, जो सीधे (लाइव) प्रसारण में गलत सूचनाओं का पता लगाने और उसे सही करने के लिए लैंगचेन-संचालित एनएलपी, गतिशील ज्ञान ग्राफ, जीआईएस अंतर्दृष्टि एवं व्याख्यात्मक एआई का उपयोग करता है।
- बेंगलुरु की टीम हूशिंग लायर्स को ‘नेक्सस ऑफ ट्रुथ’ के लिए पुरस्कार मिला। यह एक एआई-संचालित उपकरण है, जिसे डीपफेक का पता लगाने, समाचारों की तथ्य-जांच करने और वास्तविक समय में झूठे कंटेंट को चिन्हित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें बहुभाषी समर्थन और लाइव-स्ट्रीमिंग अलर्ट का भी समावेश है।
- दिल्ली की टीम बग स्मैशर्स को ‘लाइव ट्रुथ: एआई पावर्ड मिसइन्फॉर्मेशन डिटेक्टर’ के लिए पुरस्कृत किया गया। यह एक ऐसा समाधान है, जो स्थानीय लार्ज लैंग्वेज मॉडल (एलएलएम) और तथ्य-जांच एपीआई को मिलाकर वास्तविक समय में विश्वसनीयता संबंधी स्कोर प्रदान करता है और साथ ही लाइव प्रसारण के दौरान जीपीएस-आधारित एसएमएस सत्यापन के जरिए समुदाय-संचालित सत्यापन भी करता है।
- बेंगलुरु की टीम वोर्टेक्स स्क्वाड ने वास्तविक समय में गलत सूचना का पता लगाने और तथ्य-जांच प्रणाली के लिए पुरस्कार जीता। यह एक एआई-संचालित उपकरण है, जो लाइव कार्यक्रम के दौरान गलत सूचनाओं का पता लगाने और उन्हें चिन्हित करने की चुनौती का समाधान करता है तथा वास्तविक समय में सटीकता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करता है।
इनमें से प्रत्येक टीम ने सीधे (लाइव) प्रसारण के दौरान मीडिया की प्रामाणिकता को बेहतर बनाने और गलत सूचनाओं से निपटने के उद्देश्य से नवीन दृष्टिकोणों का प्रदर्शन किया। एआई सत्यापन उपकरणों से लेकर हेरफेर वाले मीडिया (मैनिपुलेटेड मीडिया) का पता लगाने वाली प्रणाली तक के उनके समाधान अब 1-4 मई 2025 को मुंबई में होने वाले आगामी वेव्स शिखर सम्मेलन में प्रदर्शित किए जाएंगे। यह हैकथॉन मीडिया एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित परिदृश्य में जिम्मेदार नवाचार को बढ़ावा देने हेतु वेव्स 2025 का हिस्सा है।
इस कार्यक्रम में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय के अपर सचिव और इंडियाएआई मिशन के सीईओ श्री अभिषेक सिंह तथा सूचना और प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री संजीव शंकर सहित कई प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। ट्रुथटेल हैकाथॉन ग्रैंड फिनाले के लिए प्रतिष्ठित जूरी में एमईआईटीवाई स्टार्टअप हब (एमएसएच) के पूर्व सीईओ श्री जीत विजयवर्गीय, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया में निदेशक - एआई टेक स्ट्रैटेजिस्ट श्री विक्रम मल्होत्रा, एबीजी वेंचर पार्टनर्स में मैनेजिंग पार्टनर श्री आलोक गुर्टू, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) में वरिष्ठ शोधकर्ता एवं विजिटिंग फैकल्टी डॉ. अविक सरकार और स्टेज के सह-संस्थापक एवं सीटीओ श्री शशांक वैष्णव शामिल थे।
इस कार्यक्रम में बोलते हुए, आईसीईए के चेयरमैन श्री पंकज मोहिंद्रू ने कहा, “भारत ने लंबे समय से अफ़वाहों की ताकत का साक्षी रहा है - गांव की लोककथाओं से लेकर भ्रामक मान्यताओं तक और आज के डिजिटल युग में, गलत सूचनाएं चलती नहीं हैं - बल्कि उड़ती हैं। इसलिए, गलत सूचना की समस्या से निपटने के लिए डिजिटल क्षेत्र में कदम रखना अब पहले से कहीं ज़्यादा आवश्यक है। झूठ का तेजी से प्रसार, खासतौर पर इस डिजिटल युग में, एक गंभीर चुनौती पेश करता है। हालांकि, आज हमारे पास जिस तरह की उज्ज्वल और नवोन्मेषी प्रतिभाएं मौजूद हैं - जिसमें महिलाओं की 36 प्रतिशत की उल्लेखनीय भागीदारी शामिल है - मुझे विश्वास है कि हम मज़बूत और भविष्य की जरूरतों के अनुरूप समाधान तैयार करेंगे। ये सिर्फ़ पुरस्कार जीतने वाले विचार नहीं हैं; ये इस बात के ब्लूप्रिंट हैं कि कैसे भारत जटिल डिजिटल खतरों के लिए नैतिक, एआई-संचालित समाधान बनाने में दुनिया का नेतृत्व कर सकता है।”
विजेताओं को बधाई देते हुए, श्री मोहिंद्रू ने कहा कि विजेताओं की यात्रा अभी शुरू ही हुई है और उन्हें उम्मीद है कि इनके समाधान वास्तविक दुनिया में प्रभाव डालेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रुथटेल हैकाथॉन के दौरान प्रस्तुत किए गए विचार सीमाओं के बंधन से आगे जायेंगे और वैश्विक मंच पर एआई से संबंधित नवाचार का नेतृत्व करेंगे।
भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय के अपर सचिव श्री अभिषेक सिंह ने कहा, “एक ऐसे युग में जहां एआई आवाजों, छवियों और यहां तक कि पूरी पहचान की नकल कर सकता है, ऐसे में तथ्य और कल्पना के बीच अंतर कर पाना एक बड़ी चुनौती बन गई है। ट्रुथटेल हैकाथॉन इस समस्या से निपटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और मैं सभी प्रतिभागियों को नवीन समाधान विकसित करने के उनके प्रयासों के लिए बधाई देता हूं। यहां किए जा रहे कार्य गलत सूचनाओं के प्रसार से निपटने और समाज को इसके हानिकारक परिणामों से बचाने में बहुत योगदान देंगे। हम इस तरह की पहल का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो देश को जिम्मेदार नवाचार के लिए एआई का लाभ उठाने के लिए सशक्त बनाती हैं। मेरा मानना है कि ये समाधान न केवल भारत के लिए मूल्यवान साबित होंगे, बल्कि गलत सूचना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में भी एक आवश्यक भूमिका निभाएंगे।”
इस हैकथॉन के आयोजन के लिए आईसीईए को बधाई देते हुए, श्री सिंह ने कहा कि इस हैकथॉन के जरिए हम विश्वास को बनाए रखने के मामले में निवेश कर रहे हैं - जो हमारे डिजिटल भविष्य की मुद्रा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि शीर्ष पांच विजेता गलत सूचनाओं से निपटने के लिए सर्वोत्तम समाधान विकसित करेंगे।
भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री संजीव शंकर ने कहा, “आज के डिजिटल युग में गलत सूचनाओं से उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करने की दिशा में ट्रुथटेल हैकाथॉन एक महत्वपूर्ण कदम है। ‘क्रिएट इन इंडिया चैलेंज’ के तहत 32 चुनौतियों में से एक के रूप में, यह पहल मीडिया और मनोरंजन उद्योग को प्रभावित करने वाले सबसे महत्वपूर्ण समस्याओं में से एक को हल करने हेतु दुनिया भर के युवा नवप्रवर्तकों को एक साथ लाती है। गलत सूचना सामाजिक सद्भाव बिगाड़ सकती है और जीवन को बाधित कर सकती है। यही कारण है कि हमारे लिए ऐसे तकनीकी समाधान खोजना महत्वपूर्ण है, जो वास्तविक समय में झूठे कंटेंट को चिन्हित कर सकें। मैं सभी प्रतिभागियों को उनके प्रभावशाली विचारों के लिए बधाई देता हूं और उन्हें नवाचार करते रहने के लिए प्रोत्साहित करता हूं। हम इन समाधानों को वेव्स 2025 में प्रस्तुत होते देखने के लिए उत्सुक हैं, जहां उन्हें अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के सामने प्रदर्शित किया जाएगा, जो संभावित रूप से जिम्मेदार मीडिया के भविष्य को प्रभावित करेंगे। साथ मिलकर, हम भविष्य के लिए अपेक्षाकृत अधिक सूचित एवं सुरक्षित डिजिटल इकोसिस्टम को आकार दे सकते हैं।”
अक्टूबर 2024 में शुभारंभ किए गए ट्रुथटेल हैकाथॉन में 300 से ज़्यादा शहरों के विद्यार्थियों और पेशेवरों की ओर से 450 से ज़्यादा अनूठे विचार आए। इन प्रतिभागियों में 36 प्रतिशत महिलाएं थीं। स्क्रीनिंग और मेंटरशिप के कई दौर के बाद, 25 फाइनलिस्ट को दिल्ली में ऑन-ग्राउंड फिनाले में भाग लेने के लिए चुना गया। ये प्रतिभागी कोयंबटूर से लेकर चंडीगढ़ और बैंगलोर से लेकर भोपाल तक देश के युवाओं की अविश्वसनीय ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) और इंडियाएआई मिशन द्वारा समर्थित, ट्रुथटेल हैकथॉन भारत सरकार के उस व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो नैतिक एआई को बढ़ावा देने और देश के युवाओं द्वारा नवाचार-आधारित समस्या समाधान के जरिए डिजिटल इकोसिस्टम में विश्वास को मजबूत करने से संबंधित है।
अधिक जानकारी के लिए https://icea.org.in/truthtell पर जाएं।
आईसीईए के बारे में
आईसीईए एक प्रमुख उद्योग संघ है, जो भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं प्रौद्योगिकी कंपनियों के साथ काम करता है। इसका लक्ष्य हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्षमताओं के बीच सहज एकीकरण को बढ़ावा देकर भारत को एक वैश्विक प्रौद्योगिकी महाशक्ति में बदलना है। अपने नेतृत्व के माध्यम से, यह एक ऐसे गतिशील इकोसिस्टम का निर्माण कर रहा है जो नवाचार और उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करता है।
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एमजी/आरपीएम/ केसी/आर
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