वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय
एपीडा ने आहार 2025 के 39वें संस्करण में भारत की कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में उत्कृष्टता का प्रदर्शित की
एपीडा ने 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 95 प्रदर्शकों के साथ कृषि क्षेत्र में भारत की शक्ति का प्रदर्शन किया।
आहार 2025 में प्रमुखता से दिखी भारत की कृषि निर्यात और पादप-आधारित खाद्य क्षेत्र में बढ़ती ताकत
Posted On:
11 MAR 2025 12:18PM by PIB Delhi
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) द्वारा 4 से 8 मार्च 2025 तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित आहार 2025 के 39वें संस्करण में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य क्षेत्र में भारत की उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया। इस आयोजन ने कृषि और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में भारत की क्षमता/सामर्थ्य को दर्शाने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।
एपीडा ने 95 प्रदर्शकों की भागीदारी सुनिश्चित की जिनमें किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), किसान उत्पादक कंपनियां (एफपीसी), उद्यमी, और गुजरात, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, हैदराबाद, केरल, तेलंगाना और तमिलनाडु सहित 17 राज्यों, साथ ही दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ और जम्मू और कश्मीर जैसे केंद्र शासित प्रदेशों की विनिर्माण कंपनियां शामिल थीं। उनकी भागीदारी ने कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य क्षेत्रों में भारत की शक्ति का प्रदर्शन किया, साथ ही उद्योग के भीतर नवाचार और विकास को बढ़ावा देने वाली सहयोगात्मक भावना को भी दर्शाया।
'आहार 2025' में प्लांट-बेस्ड फूड इंडस्ट्री एसोसिएशन द्वारा आयोजित 'इंडिया प्लांट-बेस्ड फूड्स शो' को संबोधित करते हुए, एपीडा अध्यक्ष श्री अभिषेक देव ने कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात में भारत की बढ़ती पहचान पर जोर दिया। उन्होंने वैश्विक पर्यावरण लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्लांट-बेस्ड निर्यात को एक स्थायी विकल्प के रूप में तलाशने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।
मंडप में जैविक और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों, कृषि उत्पादों, पेय पदार्थों, मसालों और मांस उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की गई। प्रदर्शकों ने बाजरा और मूल्य वर्धित उत्पादों, डिहाइड्रेटेड प्याज और लहसुन, फ्रोजेन शाकाहारी और मांसाहारी खाद्य पदार्थों, डिब्बाबंद फलों, सब्जी सॉस, स्वादयुक्त काजू, चॉकलेट, कन्फेक्शनरी, शहद, खाद्य तेल, अनाज और बहुत कुछ सहित विभिन्न पेशकशें प्रस्तुत कीं। एपीडा मंडप उद्योग जगत के पेशेवरों के लिए भारत के मजबूत खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र का पता लगाने के लिए एक-स्टॉप गंतव्य के रूप में उभरा, जिसमें अभिनव सामग्री, उच्च गुणवत्ता वाले जैविक मसाले और स्वास्थ्य-केंद्रित पेय पदार्थ शामिल थे।
मंडप में एक जीवंत वेट सैंपलिंग क्षेत्र स्थापित किया गया था, जहाँ एक प्रसिद्ध भारतीय शेफ और उनकी टीम ने कई स्वस्थ भारतीय व्यंजनों को तैयार किया और लाइव प्रदर्शन किया। इस खंड ने महत्वपूर्ण संख्या में लोगों को आकर्षित किया, जिससे आगंतुकों को पौष्टिक बाजरा व्यंजनों जैसे बाजरा मठरी पाई, रागी और आम का स्मूदी, फॉक्सटेल कॉर्न रिसोट्टो, सुगंधित बिरयानी, पौष्टिक ब्राउन राइस दलिया और अन्य व्यंजनों का अनुभव करने का मौका मिला। इस इंटरैक्टिव अनुभव ने उपस्थित लोगों को भारत की समृद्ध पाक विरासत और नवाचार का एक प्रामाणिक स्वाद प्रदान किया।
प्रदर्शनी का उद्घाटन माननीय केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री, श्री चिराग पासवान द्वारा उद्योग जगत के लीडर्स, नवोन्मेषकों और दुनिया भर के विशेषज्ञों की उपस्थिति में किया गया। एपीडा मंडप का उद्घाटन 4 मार्च 2025 को एपीडा के अध्यक्ष, श्री अभिषेक देव द्वारा एफएसएसएआई की सलाहकार (विज्ञान और मानक एवं विनियम), डॉ. अलका राव, और संगठन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ किया गया। मंडप ने भारत के निर्यात-तैयार कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों पर जोर दिया, जिससे वैश्विक खाद्य बाजारों में राष्ट्र के बढ़ते प्रभाव को बल मिला।
आहार 2025 में एपीडा की भागीदारी गुणवत्तापूर्ण, टिकाऊ और निर्यात योग्य खाद्य उत्पाद प्रदान करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। यह कार्यक्रम घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण साबित हुआ, जिससे वैश्विक खाद्य और पेय उद्योग में भारत की स्थिति और मजबूत हुई।
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत एक वैधानिक निकाय है। एपीडा का मिशन भारत से कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात को विकसित करना, सुविधाजनक बनाना और बढ़ावा देना है, साथ ही खाद्य और पेय उद्योग में देश के वैश्विक फुटप्रिंट को बढ़ाना है।
****
एमजी/आरपीएम/केसी /
(Release ID: 2110177)
Visitor Counter : 148