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सरकारी ई-मार्केटप्लेस ने एसडब्ल्यूएवाईएटीटी पहल के छह साल पूरे होने का जश्न मनाया


सरकारी ई-मार्केटप्लेस पर पंजीकृत विक्रेताओं में 8 प्रतिशत महिला उद्यमी हैं

Posted On: 25 FEB 2025 2:44PM by PIB Delhi

सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) ने 19 फरवरी 2025 को अपने नई दिल्ली मुख्यालय में स्टार्टअप्स, महिलाओं और युवाओं के लाभ के ज़रिये ई-लेनदेन (एसडब्ल्यूएवाईएटीटी) पहल के छह साल पूरे होने का जश्न मनाया। 19 फरवरी, 2019 को शुरू की गई इस पहल की संकल्पना सार्वजनिक खरीद में महिला-संचालित उद्यमों और युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के स्पष्ट उद्देश्य के साथ की गई थी।

सरकारी ई-मार्केटप्लेस के सामाजिक समावेशन के आधारभूत स्तंभ में निहित, एसडब्ल्यूएवाईएटीटी पोर्टल की प्रतिबद्धता है कि वह व्यवसाय करने में आसानी बढ़ाए और स्टार्टअप, महिला उद्यमियों, सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों, स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) और युवाओं, विशेष रूप से समाज के पिछड़े वर्गों के लिए वार्षिक सार्वजनिक खरीद के लिए प्रत्यक्ष बाजार संपर्क स्थापित करे। शुरुआत से ही यह पहल आखिरी छोर पर बैठे हुए विक्रेताओं के प्रशिक्षण और ऑनबोर्डिंग को आसान बनाने, महिला उद्यमिता को विकसित करने और सरकारी खरीद में भागीदारी और छोटे पैमाने के व्यवसायों को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है।

इस मौके पर, जीईएम ने फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एफआईसीसीआई) लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफआईसीसीआई-एफएलओ) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए - यह एक अखिल भारतीय फोरम है, जो 9,500 से अधिक महिला उद्यमियों का प्रतिनिधित्व करता है। इस साझेदारी के जरिये, जीईएम का उद्देश्य महिला उद्यमियों को बिना किसी बिचौलिये के सरकारी खरीदारों तक सीधी पहुंच प्रदान करना है, ताकि बेहतर उत्पाद मूल्य सुनिश्चित हो सके, स्थानीय स्तर पर तेज़ी से रोजगार सृजन को बढ़ावा मिल सके और समावेशी विकास का संवर्धन हो सके। प्रशिक्षण, ऑनबोर्डिंग और लिंकेज के पर्याप्त साधनों का विस्तार करके, इस सहयोग से स्थानीय व्यवसायों को सशक्त बनाने, समावेशी आर्थिक विकास करने, प्रतिस्पर्धा बढ़ाने और सार्वजनिक व्यय में मूल्य संवर्धन को बढ़ावा देना तय है।

जीईएम के सीईओ श्री एल सत्य श्रीविनास ने बताया, "एसडब्ल्यूएवाईएटीटी पहल के शुभारम्भ के समय, केवल 6300 महिला-संचालित उद्यम और लगभग 3400 स्टार्टअप्स जीईएम पर थे। तब से, यह प्लेटफ़ॉर्म कई गुना बढ़ गया है।"

श्री श्रीनिवास ने कहा, "सार्वजनिक खरीद में उचित ई-मार्केट संपर्कों के माध्यम से "बाजार तक पहुंच", "वित्त तक पहुंच" और "मूल्य-संवर्धन तक पहुंच" की चुनौतियों को संबोधित करते हुए, जीईएम ने स्टार्टअप्स को 35,950 करोड़ रुपये के ऑर्डर पूरे करने में सक्षम बनाया है। जीईएम पर कुल विक्रेता आधार में महिला उद्यमियों की हिस्सेदारी 8 प्रतिशत है, जिसमें जीईएम पोर्टल पर पंजीकृत कुल 1,77,786 उद्यम-सत्यापित महिला सूक्ष्म और लघु उद्यम (एमएसई) शामिल हैं, जिन्होंने 46,615 करोड़ रुपये के संचयी ऑर्डर पूरे किए हैं।"

इस अवसर पर बोलते हुए, एफआईसीसीआई-एफएलओ की अध्यक्ष श्रीमती जोयाश्री दास वर्मा ने बताया कि कैसे जीईएम जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म ने महिला उद्यमियों के लिए अवसरों तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाया है। मूल्य श्रृंखला विकास और वकालत, आउटरीच और लामबंदी के जरिये महिला-संचालित एमएसई के लिए बढ़े हुए अवसरों की दिशा में इस सहयोग की अहमियत को दोहराते हुए, उन्होंने एसोसिएशन के संबद्ध सदस्यों के बीच जीईएम पोर्टल की पहुंच का विस्तार करने के लिए प्रशिक्षण को अत्यावश्यक बताया।

एक आधारभूत पहल के रूप में संकल्पित एसडब्ल्यूएवाईएटीटी में आज समर्पित लिस्टिंग के लिए स्टार्टअप रनवेऔर वुमनियास्टोरफ्रंट शामिल हैं, जो लाखों अखिल भारतीय सरकारी खरीदारों के बीच स्टार्टअप, महिला उद्यमियों और युवाओं की व्यापक दृश्यता सुनिश्चित करते हैं। प्रवेश बाधाओं को खत्म करके, जीईएम 29,000 से अधिक स्टार्टअप्स को जीईएम प्लेटफ़ॉर्म पर व्यावसायिक अवसरों के साथ सशक्त बना रहा है।

इस पोर्टल पर उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग द्वारा पंजीकृत 1 लाख स्टार्टअप्स को शामिल करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ, जीईएम सार्वजनिक खरीद में एक जीवंत स्टार्टअप इकोसिस्टम बनने के लिए दृढ़ संकल्पित है। अंतिम छोर की महिला सूक्ष्म और लघु उद्यमों (एमएसई), एफपीओ, एसएचजी, स्टार्टअप और सहकारी समितियों के साथ सार्थक सहयोग और क्षमता निर्माण प्रयासों के माध्यम से जीईएम पोर्टल पर महिला उद्यमियों की संख्या को दोगुना करने और देश की कुल खरीद में उनकी हिस्सेदारी को मौजूदा 3.78 प्रतिशत से बढ़ाने का लक्ष्य रखता है।

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