युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

डॉ. मनसुख मांडविया ने पेरिस ओलंपिक 2024 और पैरालंपिक 2024 के लिए भारत की तैयारियों पर संवादात्मक सत्र में भाग लिया


भारत की ओलंपिक यात्रा को प्रदर्शित करने वाली "पाथवे टू पेरिस" विवरण पुस्तिका का विमोचन किया

"हमेशा 'राष्ट्र प्रथम' को ध्यान में रखें और उसी भावना से काम करें" - डॉ. मांडविया

"हमें युवा प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें निखारने और खेल इकोसिस्टम में शामिल करने की जरूरत है"

Posted On: 19 JUL 2024 5:57PM by PIB Delhi

केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल और श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने पेरिस ओलंपिक 2024 और पैरालंपिक के लिए भारत की तैयारियों पर आज नई दिल्‍ली में आयोजित एक सार्थक चर्चा के दौरान मुख्य भाषण दिया। इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्‍ली खेल पत्रकार संघ ने किया था।

Image

इस बैठक के दौरान डॉ. मांडविया ने "पाथवे टू पेरिस" विवरण पुस्तिका का भी विमोचन किया। इस पुस्तिका में भारत की ओलंपिक यात्रा, पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए हमारी वर्तमान तैयारियों और इस ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिभाशाली भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जानकारी दी गई है।

Image

डॉ. मांडविया ने 2047 में भारत के विकसित राष्ट्र बनने को लेकर विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि त‍ब तक भारत खेल उत्‍कृ‍ष्‍टता में दुनिया के शीर्ष पांच देशों में शामिल हो जाएगा। उन्होंने देश के भीतर अपार संभावनाओं पर जोर देते हुए कहा कि सही अवसरों और प्रयासों से महत्वपूर्ण परिणाम सामने आएंगे।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारत 117 खिलाड़ियों का दल भेज रहा है जो पेरिस ओलंपिक 2024 में 16 खेलों में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि इस ओलंपिक के लिए खेलों की तैयारी पर कुल 470 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए गए हैं।

डॉ. मांडविया ने कहा कि हमारा देश विविधताओं से समृद्ध है। उन्‍होंने कहा कि ऐसे में यह जरूरी है कि हम युवा प्रतिभाओं की पहचान करें और  उन्‍हें निखारने एवं खेल इकोसिस्टम में शामिल करें। उन्‍होंने कहा कि प्रतियोगिताओं में युवा प्रतिभाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करके और उन्‍हें अपनी प्रतिभा को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर दिखाने का मंच प्रदान करके खेल में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की जा सकती है।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉ. मांडविया ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार द्वारा सुविचारित निर्णय लेने के लिए चर्चा और विचार-विमर्श आवश्यक है। उन्होंने पत्रकारों को जनमत को आकार देने में उनकी प्रभावशाली भूमिका की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि जब आपको अपने विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता है तो यह याद रखना भी महत्वपूर्ण है कि भारत हमारा देश है। उन्‍होंने क‍हा कि हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे देश का सम्मान और आदर बरकरार रहे। उन्होंने कहा कि हमेशा ‘राष्ट्र प्रथम’ की बात ध्यान में रखें और उसी भावना से काम करें।

डॉ. मांडविया ने पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले हमारे खिलाड़ियों को सहायता प्रदान करने के महत्व पर भी जोर दिया।

केंद्रीय मंत्री ने इस आयोजन में अभिन्न भूमिका के लिए दिल्ली खेल पत्रकार संघ के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत की खेल उपलब्धियों के पीछे की कड़ी मेहनत और समर्पण को प्रदर्शित करने में मीडिया की भागीदारी महत्वपूर्ण है।

इस अवसर पर ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और हॉकी विश्व कप विजेता टीम के सदस्य श्री अशोक ध्यानचंद, एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता और पूर्व विश्व नंबर एक डबल ट्रैप शूटर श्री रोंजन सोढ़ी, राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण विजेता मुक्केबाज श्री अखिल कुमार, एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता तीरंदाज श्री अभिषेक वर्मा, दो बार के पैरालंपिक भाला फेंक चैंपियन श्री देवेंद्र झाझरिया, टोक्यो पैरालिंपिक रजत पदक विजेता श्री योगेश कथुनिया के साथ-साथ युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

"पाथवे टू पेरिस" विवरण पुस्तिका पढ़ने के लिए, यहां क्लिक करें।

***

एमजी/एआर/एके/एमबी/एसके


(Release ID: 2034472) Visitor Counter : 327