प्रधानमंत्री कार्यालय
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लखनऊ में यूपी इन्वेस्टर्स समिट के ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी @3.0 में प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ

Posted On: 03 JUN 2022 3:22PM by PIB Delhi

उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्रीमान योगी आदित्यनाथ जी, लखनऊ के सांसद और भारत सरकार के हमारे वरिष्‍ठ साथी श्रीमान राजनाथ सिंह जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे अन्‍य सहयोगीगण, यूपी के उप-मुख्यमंत्री, राज्य सरकार के मंत्रीगण, विधानसभा और विधान परिषद के स्पीकर महोदय, यहां उपस्थित उद्योग जगत के सभी साथी, अन्य महानुभाव, देवियों और सज्जनों! 

सबसे पहले तो मैं उत्‍तर प्रदेश के सांसद के नाते, काशी के सांसद के नाते निवेशकों का स्‍वागत करता हूं और निवेशकों का मैं इसलिए धन्‍यवाद करता हूं कि उन्‍होंने उत्‍तर प्रदेश की युवा शक्ति पर भरोसा किया है। उत्‍तर प्रदेश की युवा शक्ति में वो सामर्थ्‍य है कि आपके सपनों और संकल्‍पों को नई उड़ान, नई ऊंचाई देने का सामर्थ्‍य उत्‍तर प्रदेश के नौजवानों में है और आप जिस संकल्‍प को ले करके आए हैं, उत्‍तर प्रदेश के नौजवानों का परिश्रम, उनका पुरुषार्थ, उनका सामर्थ्‍य, उनकी समझ, उनका समर्पण आपके सभी सपने-संकल्‍पों को सिद्ध करके रहेगा, ये मैं आपको विश्‍वास दिलाता हूं।

काशी का सांसद हूं तो एक सांसद के नाते मैं ये लोभ छोड़ नहीं सकता हूं, मोह छोड़ नहीं सकता हूं कि मैं इतना तो चाहूंगा कि आप लोग बहुत व्‍यस्‍त होते हैं, लेकिन कभी समय निकाल करके मेरी काशी देख कर आइए, काशी बहुत बदल गई, काशी बहुत बदल गई है। विश्‍व की ऐसी नगरी अपने पुरातन सामर्थ्‍य के साथ नए रंग-रूप में सज सकती है, ये उत्‍तर प्रदेश की ताकत का जीता-जागता उदाहरण है।

साथियों,

यूपी में 80 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश से संबंधित समझौते यहां हुए हैं। ये रिकॉर्ड निवेश यूपी में रोजगार के हजारों नए अवसर बनाएगा। ये भारत के साथ ही उत्तर प्रदेश की ग्रोथ स्टोरी पर बढ़ते विश्वास को दिखाता है। आज के इस आयोजन के लिए मैं यूपी के नौजवानों को विशेष बधाई दूंगा, क्योंकि इसका सबसे बड़ा लाभ यूपी के युवकों को, यु‍वतियों को, हमारी नई पीढ़ी को होने वाला है।

साथियों,

इस समय हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष का पर्व मना रहे हैं। आजादी का अमृत महोत्‍सव मना रहे हैं। ये समय अगले 25 वर्षों के लिए अमृतकाल, नए संकल्‍प का काल, नए लक्ष्‍यों का काल और नए लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने के लिए सबका प्रयास के मंत्र को ले करके परिश्रम की पराकाष्‍ठा करने का अमृतकाल है। आज दुनिया में जो वैश्विक परिस्थितियां बनी हैं, वो हमारे लिए बड़े अवसर भी लेकर भी आई हैं। दुनिया आज जिस भरोसेमंद साथी को तलाश रही है, उस पर खरा उतरने का सामर्थ्य सिर्फ हमारे लोकतांत्रिक भारत के पास है। दुनिया आज भारत के potential को भी देख रही है और भारत की Performance की भी सराहना कर रही है।

कोरोना काल में भी भारत रुका नहीं, बल्कि अपने Reforms की गति को और बढ़ा दिया। इसका परिणाम आज हम सभी देख रहे हैं। हम G-20 अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज़ी से Grow कर रहे हैं। आज भारत, Global Retail Index में दूसरे नंबर पर है। भारत, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा Energy Consumer देश है। बीते साल दुनिया के 100 से अधिक देशों से, 84 बिलियन डॉलर का रिकॉर्ड FDI आया है। भारत ने बीते वित्तीय वर्ष में 417 बिलियन डॉलर यानि 30 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का मर्केंडाइज एक्सपोर्ट करके नया रिकॉर्ड बनाया है।

साथियों,

एक राष्ट्र के रूप में अब ये समय अपने साझा प्रयासों को कई गुना अधिक बढ़ाने का है। ये एक ऐसा समय है, जब हम अपने फैसलों को सिर्फ एक साल या 5 साल को देखते हुए सीमित नहीं रख सकते। भारत में एक मज़बूत मैन्युफेक्चरिंग इकोसिस्टम, एक मज़बूत और डायवर्स वैल्यू और सप्लाई चेन विकसित करने के लिए हर किसी का योगदान आवश्यक है। सरकार अपनी तरफ से निरंतर नीतियां बना रही है, पुरानी नीतियों में सुधार कर रही है।

अभी हाल ही में केंद्र की एनडीए सरकार ने अपने 8 वर्ष पूरे किए हैं। इन वर्षों में हम जैसा अभी योगी जी बता रहे थे, Reform-Perform-Transform के मंत्र के साथ आगे बढ़े हैं। हमने Policy Stability पर जोर दिया है, कॉर्डिनेशन पर जोर दिया है, Ease of Doing Business पर जोर दिया है। बीते समय में हमने हजारों कंप्लायंस खत्म किए हैं, पुराने कानूनों को समाप्त किया है। हमने अपने Reforms से एक राष्ट्र के रूप में भारत को मजबूती देने का काम किया है। One Nation-One Tax GST हो, One Nation-One Grid हो, One Nation-One Mobility Card हो, One Nation-One Ration Card हो, ये सारे प्रयास, हमारी ठोस और स्पष्ट नीतियों का प्रतिबिंब हैं।

जब से यूपी में डबल इंजन की सरकार बनी है, तब से यूपी में भी इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है। विशेषकर यूपी में जिस प्रकार कानून-व्यवस्था की स्थिति सुधरी है, उससे व्यापारियों का भरोसा लौटा है, बिजनेस के लिए सही माहौल बना है। बीते वर्षों में यहां की प्रशासनिक क्षमता और गवर्नेंस में भी सुधार आया है। इसलिए आज जनता का विश्वास योगी जी की सरकार पर है। और जैसे उद्योग जगत के साथी अपने अनुभव के आधार पर अभी उत्‍तर प्रदेश की सराहना कर रहे थे।

मैं सांसद के नाते अपने अनुभव बताता हूं। कभी हमने उत्‍तर प्रदेश के administration को निकट से नहीं देखा था। कभी मुख्‍यमंत्रियों की मीटिंग में लोग आया करते थे तो वहां के एजेंडा कुछ अलग होते थे। लेकिन एक सांसद के रूप में जब मैं यहां काम करने लगा तो मेरा विश्‍वास अनेक गुना बढ़ गया कि उत्‍तर प्रदेश की ब्‍यूरोक्रेसी, उत्‍तर प्रदेश के administration में वो ताकत है जो देश उनसे चाहता है।

जो बात उद्योग जगत के लोग कह र‍हे थे, एक सांसद के नाते मैंने स्‍वयं ने इस सामर्थ्य को अनुभव किया है। और इसलिए मैं यहां सरकार के सभी ब्यूरोक्रेट्स, सरकार के छोटे-मोटे हर व्यक्ति को ये जो मिजाज उनका बना है, इसके लिए बधाई देता हूं, उनका अभिनंदन करता हूं।

साथियों, आज यूपी की जनता ने 37 साल बाद किसी सरकार को फिर से सत्ता में वापस लाकर अपने सेवक को एक जिम्‍मेदारी सौंपी है।

साथियों,

उत्तर प्रदेश में भारत की पांचवें-छठे हिस्से की आबादी रहती है। यानी यूपी के एक व्यक्ति की बेहतरी भारत के हर छठे व्यक्ति की बेहतरी होगी। मेरा विश्वास है कि ये यूपी ही है, जो 21वीं सदी में भारत की Growth story को momentum देगा। और इसी दस वर्ष को आप देख लीजिए, एक उत्तर प्रदेश हिन्‍दुस्‍तान का बहुत बड़ा Driving Force बनने वाला है। इन 10 वर्षों में आपको दिखाई देगा।

जहां परिश्रम की पराकाष्ठा करने वाले लोग हों, जिस प्रदेश में देश की कुल आबादी का 16 प्रतिशत से अधिक कंज्यूमर बेस हो, जहां 5 लाख से अधिक आबादी वाले एक दर्जन से ज्यादा शहर हों, जहां हर जिले का अपना कोई ना कोई खास प्रोडक्ट हो, जहां इतनी बड़ी संख्या में MSMEs हों, लघु उद्योग हों, जहां अलग-अलग मौसमों में अलग-अलग कृषि उत्पादों-अनाज-फल-सब्जियों की बहार हो, जिस प्रदेश को गंगा, यमुना, सरयू समेत अनेक नदियों का आशीर्वाद प्राप्त हो, ऐसे यूपी को तेज़ विकास से भला कौन रोक सकता है?

साथियों,

अभी इस बजट में ही हमने गंगा के दोनों किनारों पर, भारत सरकार के बजट की बात कर रहा हूं, 5-5 किलोमीटर के दायरे में केमिकल फ्री नैचुरल फार्मिंग का कॉरिडोर बनाने की घोषणा की है। डिफेंस कॉरिडोर की चर्चा तो होती है, लेकिन इस कॉरिडोर की कोई चर्चा नहीं करता है। यूपी में गंगा ग्यारह सौ किलोमीटर से ज्यादा लंबी हैं और यहां के 25 से 30 जिलों से होकर गुजरती हैं। आप कल्पना कर सकते हैं कि नेचुरल फार्मिंग की कितनी बड़ी संभावना यूपी में बनने जा रही है। यूपी सरकार ने कुछ वर्ष पहले अपनी फूड प्रोसेसिंग नीति भी घोषित की है। मैं समझता हूं, कॉरपोरेट वर्ल्ड के लिए और यहां जो उद्योग जगत के लोग हैं उनसे मैं आग्रहपूर्वक इस विषय पर कहना चाहता हूं। कॉरपोरेट वर्ल्‍ड के लिए इस समय एग्रीकल्चर में इंवेस्टमेंट की ये Golden Opportunity है।

साथियों,

तेज विकास के लिए, हमारी डबल इंजन की सरकार Infrastructure, Investment और Manufacturing तीनों पर एक साथ काम कर रही है। इस साल के बजट में साढ़े 7 लाख करोड़ रुपए के अभूतपूर्व capital expenditure का allocation इसी दिशा में उठाया गया कदम है। मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए हमने PLI स्कीम्स घोषित की हैं, जिनका लाभ आपको यहां यूपी में भी मिलेगा।

यूपी में बन रहा डिफेंस कॉरिडोर भी आपके लिए बेहतरीन संभावनाएं लेकर आ रहा है। भारत में आज डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग पर जितना जोर दिया जा रहा है, उतना पहले कभी नहीं दिया गया। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत हमने बड़ी हिम्मत के साथ फैसला किया है, हमने 300 चीजें ऐसी identify की हैं और हमने निर्णय किया है कि ये 300 चीजें अब विदेश से नहीं आएंगी। यानी military equipments से जुड़ी हुई ये 300 चीजें हैं, मतलब डिफेंस के क्षेत्र में जो manufacturing में आना चाहते हैं उनके लिए इन 300 प्रोडक्ट के लिए तो assured market available है। इसका भी आपको बहुत ज्यादा लाभ मिलेगा।

साथियों,

हम मैन्युफेक्चरिंग और ट्रांसपोर्ट जैसे पारंपरिक बिजनेस की डिमांड को पूरा करने के लिए फिज़िकल इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बना रहे हैं। यहां यूपी में भी आधुनिक पावर ग्रिड हो, गैस पाइपलाइन का नेटवर्क हो या फिर मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी, सभी पर 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुसार काम हो रहा है। आज यूपी में जितने किलोमीटर एक्सप्रेसवे पर काम हो रहा है, वो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। आधुनिक एक्सप्रेसवे का सशक्त नेटवर्क उत्तर प्रदेश के सभी economic zones को आपस में कनेक्ट करने वाला है।

जल्द ही यूपी की पहचान आधुनिक railway infrastructure के संगम के रूप में भी होने वाली है। Eastern और western dedicated freight (फ्रेट) corridor यहीं यूपी में ही आपस में एक-दूसरे से जुड़ने वाले हैं। जेवर समेत यूपी के 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट्स, यहां की इंटरनेशनल कनेक्टिविटी को और मजबूत करने वाले हैं। ग्रेटर नोएडा का क्षेत्र हो या फिर वाराणसी, यहां दो  Multi Modal logistics transport hub का निर्माण भी हो रहा है। Industrial strategy के हिसाब से, logistics के हिसाब से यूपी देश के सबसे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर वाले राज्यों में शामिल हो रहा है। यूपी में बढ़ती हुई ये कनेक्टिविटी और बढ़ता हुआ Investment, यूपी के युवाओं के लिए अनेक नए अवसर लेकर आ रहा है।

साथियों,

आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में गति आए, इसके लिए हमारी सरकार ने पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान बनाया है। ये केंद्र सरकार, राज्य सरकार, अलग-अलग विभाग, अलग-अलग एजेंसियां, इतना ही नहीं स्‍थानीय समाज की संस्‍थाओं तक को, सभी को एक साथ जोड़ना, उसी प्रकार से प्राइवेट सैक्‍टर, बिजनेस से जुड़े संस्थानों को एक ही प्लेटफॉर्म पर लाने का काम ये पीएम गतिशक्ति योजना के द्वारा हो रहा है। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से किसी भी प्रोजेक्ट से जुड़े हर स्टेकहोल्डर को रियल टाइम जानकारी मिलेगी। अपने-अपने हिस्से का काम उसे कब तक पूरा करना है, इसकी प्लानिंग वो समय पर कर पाएगा। बीते 8 साल में प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा करने का जो नया कल्चर देश में विकसित हुआ है, उनको ये नए आयाम देगा।

साथियों,

बीते वर्षों में भारत ने जिस तेजी से काम किया है, उसका एक उदाहरण हमारी डिजिटल क्रांति है। 2014 में हमारे देश में सिर्फ साढ़े 6 करोड़ ब्रॉडबैंड सब्सक्राइबर्स थे। आज इनकी संख्या 78 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। 2014 में एक GB डेटा करीब-करीब 200 रुपए का पड़ता था। आज इसकी कीमत घटकर 11-12 रुपए हो गई है। भारत दुनिया के उन देशों में है जहां इतना सस्ता डेटा है। 2014 में देश में 11 लाख किलोमीटर का ऑप्टिकल फाइबर था। अब देश में बिछाए गए ऑप्टिकल फाइबर की लंबाई 28 लाख किलोमीटर को पार कर चुकी है।

2014 में देश में 100 से भी कम ग्राम पंचायतों में ऑप्टिकल फाइबर पहुंचा था। आज ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी ग्राम पंचायतों की संख्या भी पौने दो लाख को पार कर गई है। 2014 में देश में 90 हजार के आस-पास ही कॉमन सर्विस सेंटर्स थे। आज देश में कॉमन सर्विस सेंटर्स की संख्या भी 4 लाख से ज्यादा हो गई है। आज दुनिया के डिजिटल ट्रांजेक्शन का करीब-करीब 40 प्रतिशत भारत में हो रहा है, दुनिया का 40 प्रतिशत। किसी भी हिन्‍दुस्‍तानी को गर्व होगा। जिस भारत को लोग अनपढ़ बताते हैं, वो भारत ये कमाल कर रहा है।

हमने बीते 8 वर्षों में डिजिटल क्रांति के लिए जिस फाउंडेशन को मजबूत किया, उसी का नतीजा है कि आज अलग-अलग सेक्टर्स के लिए इतनी संभावनाएं बन रही हैं। इसका बहुत बड़ा लाभ हमारे युवाओं को मिला है। 2014 से पहले हमारे यहां कुछ सौ स्टार्ट-अप्स ही थे। लेकिन आज देश में रजिस्टर्ड स्टार्टअप्स की संख्या भी 70 हजार के आसपास पहुंच रही है। अभी हाल ही में भारत ने 100 यूनिकॉर्न का रिकॉर्ड भी बनाया है। हमारी नई इकोनॉमी की डिमांड को पूरा करने के लिए, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती का बहुत लाभ आप लोगों को मिलने वाला है।

साथियों,

मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि यूपी के विकास के लिए, आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए जिस भी सेक्टर में, जो भी रिफॉर्म आवश्यक होंगे, वो रिफॉर्म निरंतर किए जाते रहेंगे। हम नीति से भी विकास के साथ हैं, निर्णयों से भी विकास के साथ हैं, नीयत से भी विकास के साथ हैं और स्वभाव से भी विकास के साथ हैं।

हम सब आपके हर प्रयास में आपके साथ होंगे और हर कदम पर आपका साथ देंगे। आप पूरे उत्साह से उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा में शामिल हों। उत्तर प्रदेश के भविष्य का निर्माण आपके भविष्य को भी उज्ज्वल बनाएगा। ये win-win situation है। ये निवेश सभी के लिए शुभ हो, सभी को लाभ देने वाला हो।  

इसी कामना के साथ इति शुभम् कहते हुए आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं!

धन्यवाद!

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DS/ST/NS


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