वित्‍त मंत्रालय

वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने कोविड-19 महामारी से लड़ने में सीबीआईसी के प्रयासों की सराहना की; उन्होंने कहा कि हाल के महीनों में बढ़ा हुआ राजस्व संग्रह अब "न्यू नॉर्मल" होजाना चाहिए

प्रविष्टि तिथि: 01 JUL 2021 7:28PM by PIB Delhi

जीएसटी के आगाज़ की चौथी वर्षगांठ के मौके पर जीएसटी दिवस2021 को केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) और पूरे भारत में उसके सभी क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा मनाया गया। यह राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम सीबीआईसी द्वारा डिजिटल प्लेटफॉर्म पर वर्चुअल मोड के जरिए आयोजित किया गया जिसमें जम़ीनी स्तर के उसके तमाम संस्थानोंने हिस्सा लिया। बीते आठ महीनों से बढ़े हुए राजस्व संग्रह के साथ जीएसटी ने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ये साल करदाता के लिए बढ़ी हुई सुविधा के नाम रहा जहां कोविड-19 राहत पैकेजों की घोषणा की गई ताकि अनुपालन का बोझ कम किया जा सके। इस कार्यक्रम के हिस्से के तौर पर सभी ज़ोन में 31 अधिकारियों को जीएसटी दिवस प्रशस्ति प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया जिसमें एक अधिकारी को मरणोपरांत ये सम्मान दिया गया।

जीएसटी दिवस 2021 के मौके पर अपने संदेश में केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमारे लिए ये बड़े संतोष की बात है कि हमने इस नई कर व्यवस्था को स्थिरता प्रदान करने में अभूतपूर्व कोविड-19 महामारी की दो लहरों समेत ज्यादातर चुनौतियों को पार कर लिया है। वित्त मंत्री ने कर संग्रह में उछाल को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की, जिसने लगातार आठ महीनों तक 1 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार किया है जिसमें अप्रैल, 2021 में 1.41 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड जीएसटी संग्रह हुआ। उन्होंने कहा कि हाल के महीनों का ये बढ़ा हुआ राजस्व संग्रह अब "न्यू नॉर्मल" हो जाना चाहिए।

श्रीमती सीतारमण ने जीएसटी लागू होने के चार साल पूरे होने की पूर्व संध्या पर सीबीआईसी के इस प्रयास की सराहना की कि उसने राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए 54,000 से अधिक जीएसटी करदाताओं को पहचाना। इस महामारी के दौरान करदाताओं की सुविधा में दो कोविड-19 राहत पैकेज शामिल थे जिनमें विलंब शुल्क छूट, ब्याज दर में कमी, समय सीमा में छूट और करदाता के हाथों में पैसा बढ़ाने के लिए रिफंड अभियान चलाना शामिल था। इसके अलावा, कोविड-19 की रोकथाम और उपचार के लिए उपयोग किए जाने वाले टीकों, आवश्यक दवाओं और उत्पादों/सेवाओं पर जीएसटी दरों को भी कम किया गया।

वित्त मंत्री ने 189 कर्मियों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया और इस राष्ट्रीय प्रयास में उनके योगदान को याद किया। उन्होंने इन दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि देने के लिए "श्रद्धांजलि" नामक पुस्तक जारी करने के सीबीआईसी के प्रयास को भी सराहा। श्रीमती सीतारमण ने जीएसटी प्रशासन में असाधारण योगदान देने के लिए प्रशस्ति प्रमाण पत्र पाने वाले सभी पुरस्कार विजेताओं को भी बधाई दी।

अपने संदेश में वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने व्यापार और उद्योगों, खासकर एमएसएमई का आभार व्यक्त कियाजिनके निरंतर समर्थन और फीडबैक ने सरकार को पिछले चार वर्षों में जीएसटी कानूनों, प्रक्रियाओं और प्रणालियों में लगातार सुधार करने में मदद की है। कोविड-19 महामारी के कारण जीएसटी परिवार के बेशकीमती लोगों के निधन पर श्री ठाकुर ने शोक व्यक्त किया। श्री ठाकुर ने प्रशस्ति प्रमाण पत्र के लिए चुने गए सभी अधिकारियों को उनके समर्पण, कड़ी मेहनत और राष्ट्र सेवा की भावना के लिए बधाई दी।

इस कार्यक्रम के दौरान चलाए गए एक वर्चुअल संदेश में प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष श्री बिबेक देबरॉय ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जीएसटी का कार्य अभी भी प्रगति पर है जिसमें हर बीतते दिन के साथ सुधार हो रहा है। जीएसटी ने बड़ी संख्या में अप्रत्यक्ष करों में कटौती की है, मुकदमों को कम किया है और अंतर-राज्यीय प्रतिबंधों को हटाया है। इस कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों की जानी-मानी हस्तियों के वीडियो संदेश भी चलाए गए।

सीबीआईसी के अध्यक्ष श्री एम. अजीत कुमार ने इस महामारी के दौरान करदाताओं को सुविधा प्रदान करने और न्यूनतम शारीरिक संपर्क सुनिश्चित करने के लिए तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए सीबीआईसी के अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कोविड के बाद मज़बूती के साथ वापसी करने के लिए और अर्थव्यवस्था की वी-शेप रिकवरी सुनिश्चित करने के लिए करदाताओं की सराहना की। 54,000 से ज्यादा जीएसटी करदाताओं को राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान के लिए पहचानने में सीबीआईसी के प्रयास इस बात का प्रमाण हैं कि जीएसटी को उनका समर्थन बेहद करीबी है। सीबीआईसी सदस्यों ने जीएसटी प्रक्रियाओं में बीते कुछ वर्षों से किए गए स्वचालन पर प्रकाश डाला और अधिकारियों को तकनीक का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। जीएसटी के सदस्य श्री विवेक जौहरी ने डीजीएआरएम रिपोर्ट्स और बनाई गई एमआईएस की सराहना की जिसका उपयोग राजस्व संग्रह बढ़ाने के लिए फील्ड फॉर्मेशन द्वारा किया जाता है।

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