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17 NOV 2020 5:44PM by PIB Delhi
राष्ट्रपति ने भारतीय संविधान की धारा 217 की उपधारा (1) द्वारा प्रदत्त शक्ति के तहत इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश श्री प्रकाश पड़िया, श्री आलोक माथुर, श्री पंकज भाटिया, श्री सौरभ लवानिया, श्री विवेक वर्मा, श्री संजय कुमार सिंह, श्री पीयूष अग्रवाल, श्री सौरभ श्याम शमशेरी, श्री जसप्रीत सिंह, श्री राजीव सिंह, श्रीमती मंजू रानी चौहान, श्री करुणेश सिंह पवार, डॉ. योगेंद्र कुमार श्रीवास्तव, श्री मनीष माथुर, श्री रोहित रंजन अग्रवाल, श्री रामकृष्ण गौतम, श्री उमेश कुमार, श्री प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, श्री अनिल कुमार- IX, श्री राजेंद्र कुमार- IV, श्री मो. फैजआलम खान, श्री विकास कुंवर श्रीवास्तव, श्री वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, श्री सुरेश कुमार गुप्ता, सुश्री घंडिकोटाश्री देवी, श्री नरेंद्र कुमार जौहरी, श्री राज बीर सिंह और श्री अजीत सिंह को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के रूप में नियुक्त किया। उनकी नियुक्तियां पदभार ग्रहण करने की तारीख से प्रभावी होंगी। इस संबंध में न्याय विभाग द्वारा आज (17 नवम्बर, 2020) एक अधिसूचना जारी की गई है।
न्यायाधीश श्री प्रकाश पड़िया, बी.ए., एल.एल.बी, का जन्म 10 मार्च, 1965 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 02 फरवरी, 1989 को हुआ था। उन्होंने कॉरपोरेशन और शिक्षा में विशेषज्ञता के साथ सिविल, संवैधानिक, कंपनी और सेवा मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकालत करने का 28 साल का अनुभव है। 22 नवम्बर, 2018 को उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री आलोक माथुर, बीएससी (ऑनर्स) रसायन शास्त्र, एलएलबी, का जन्म 16 नवम्बर, 1964 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 06 अक्टूबर,1989 को हुआ था। उनके पास संवैधानिक और कराधान मामलों में विशेषज्ञता के साथ सिविल, संवैधानिक, कराधान, श्रम और सेवा मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच में वकालत करने का 28 साल का अनुभव है। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री पंकज भाटिया, बीएससी, एलएलबी, का जन्म 15 सितम्बर, 1966 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 09 दिसम्बर, 1989 को हुआ था। उनके पास अप्रत्यक्ष करों में विशेषज्ञता के साथ सिविल, संवैधानिक, कराधान और सेवा मामलों में वकालत करने का 27 साल का अनुभव (इलाहाबाद उच्च न्यायालय में 18 साल और सुप्रीम कोर्ट में 9 साल) है। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री सौरभ लवानिया, बी.ए., एल.एल.बी., एम.एल.पी.एम., का जन्म 17 अप्रैल, 1666 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 22 अप्रैल, 1990 को हुआ था। उनके पास सिविल, सेवा और संवैधानिक मामलों में विशेषज्ञता के साथ सिविल, सेवा और संवैधानिक मामलों में उच्च न्यायालय और अधीनस्थ न्यायालयों में वकालत करने का 26 साल का अनुभव है। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री विवेक वर्मा, बीएससी, (जीव विज्ञान), एल.एल.बी., का जन्म 29 दिसम्बर, 1969 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 04 सितम्बर, 1992 को हुआ था। उनके पास शिक्षा, स्थानीय निकायों और सेवा मामलों में विशेषज्ञता के साथ संवैधानिक, शिक्षा, सेवा और स्थानीय निकायों के मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकालत करने का 25 साल का अनुभव है। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री संजय कुमार सिंह, बीएससी, एलएलबी, का जन्म 21 जनवरी, 1969 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 09 मई, 1993 को हुआ था। उनके पास आर्थिक अपराधों और नारकोटिक्स से संबंधित आपराधिक मामलों में विशेषज्ञता के साथ आपराधिक, सिविल, सेवा, शिक्षा और विविध रिट मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकालत करने का 24 साल का अनुभव है। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री पीयूष अग्रवाल, बी.कॉम, एलएलबी, का जन्म 06 नवम्बर, 1971 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 28 अगस्त, 1993 को हुआ था। उनके पास कराधान मामलों में विशेषज्ञता के साथ कराधान, कंपनी और संवैधानिक मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकालत करने का 24 साल का अनुभव है। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री सौरभ श्याम शमशेरी, बीएससी, एलएलबी, का जन्म 04 फरवरी, 1969 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 20 नवम्बर, 1994 को हुआ था। उनके पास संवैधानिक, सिविल, आपराधिक, मध्यस्थता और सेवा मामलों में विशेषज्ञता के साथ सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, श्रम, सेवा, मध्यस्थता और बिजली के मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकालत करने का 22 साल का अनुभव है। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री जसप्रीत सिंह, बी.कॉम, एलएलबी, का जन्म 29 अगस्त, 1971 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 21 दिसम्बर, 1994 को हुआ था। उनके पास सिविल मामले में विशेषज्ञता के साथ सिविल, संवैधानिक, कराधान और कंपनी मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकालत करने का 23 साल अनुभव है। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री राजीव सिंह, बीएससी, एलएलबी, का जन्म 03 अप्रैल, 1968 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 15 जनवरी, 1995 को हुआ था। उनके पास आपराधिक, संवैधानिक और सेवा मामलों में विशेषज्ञता के साथ आपराधिक, संवैधानिक, नागरिक, श्रम, कंपनी और सेवा मामलों में लखनऊ हाईकोर्ट, कैट, यूपी स्टेट पब्लिक ट्रिब्यूनल, डेट रिकवरी ट्रिब्यूनल में वकालत करने का 22 साल का अनुभव है। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्रीमती मंजू रानी चौहान, एम.ए., एलएलबी, का जन्म 29 अगस्त, 1966 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 26 नवम्बर, 1995 को हुआ था। उनके पास सेवा मामलों में विशेषज्ञता के साथ सिविल, आपराधिक और सेवा मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकालत करने का 22 साल का अनुभव है। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री करुणेश सिंह पवार, बी.ए., एलएलबी, का जन्म 19 मई, 1971 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 05 फ़रवरी, 1996 को हुआ था। उनके पास सेवा मामलों, सहकारी समितियों, चीनी उद्योगों से संबंधित कानून में विशेषज्ञता के साथ सिविल, सेवा, आपराधिक और संवैधानिक मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकालत करने का 21 साल का अनुभव है। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश डॉ. योगेंद्र कुमार श्रीवास्तव, एम.एससी, डी.फिल, एलएलबी, का जन्म 30 दिसम्बर, 1965 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 27 मई, 1996 को हुआ था। उनके पास सिविल, संवैधानिक, सेवा, कंपनी मामलों, श्रम तथा औद्योगिक कानूनों में विशेषज्ञता के साथ सिविल, आपराधिक, कंपनी, संवैधानिक, श्रम, सेवा, राजस्व और उत्पाद शुल्क मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकालत करने का 21 साल का अनुभव है। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री मनीष माथुर, बी.कॉम, एलएलबी, का जन्म 09 जून, 1972 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 27 दिसम्बर, 1996 को हुआ था। उनके पास सिविल और सेवा मामलों में विशेषज्ञता के साथ सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, श्रम तथा सेवा मामलों में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकालत करने का 20 साल का अनुभव है। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री रोहित रंजन अग्रवाल, बी.ए., एलएलबी, का जन्म 05 जुलाई, 1971 को हुआ था। अधिवक्ता के रूप में उनका पंजीकरण 20 नवम्बर, 1997 को हुआ था। उनके पास सिविल, टैक्स व कंपनी मामलों में विशेषज्ञता के साथ सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, कराधान, श्रम, कंपनी और सेवा मामलों में वकालत करने का 20 साल का अनुभव है। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री रामकृष्ण गौतम, बीएससी, एलएलबी, का जन्म 15 जून, 1960 को हुआ था। वे 08 अगस्त, 1985 को न्यायिक सेवा में शामिल हुए। न्यायिक अधिकारी के रूप में वे विभिन्न पदों पर रहे। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री उमेश कुमार, बीए, एलएलबी, का जन्म 08 जुलाई, 1960 को हुआ था। वे 05 अगस्त, 1985 को न्यायिक सेवा में शामिल हुए। न्यायिक अधिकारी के रूप में वे विभिन्न पदों पर रहे। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, बीए, एलएलबी, एलएलएम, का जन्म 30 सितम्बर, 1959 को हुआ था। न्यायिक अधिकारी के रूप में वे विभिन्न पदों पर रहे। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री अनिल कुमार-IX, बीएससी, एलएलबी, का जन्म 31 मई, 1959 को हुआ था। वे 01 अगस्त, 1986 को न्यायिक सेवा में शामिल हुए। न्यायिक अधिकारी के रूप में वे विभिन्न पदों पर रहे। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री राजेन्द्र कुमार- IV, बी.ए., एलएलबी, का जन्म 01 जुलाई, 1962 को हुआ था। वे 13 जून, 2005 को न्यायिक सेवा में शामिल हुए। न्यायिक अधिकारी के रूप में वे विभिन्न पदों पर रहे। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री मो. फैज़आलम खान, बी.कॉम (ऑनर्स), एलएलबी, का जन्म 26 जनवरी, 1963 को हुआ था। वे 13 जून, 2005 को न्यायिक सेवा में शामिल हुए। न्यायिक अधिकारी के रूप में वे विभिन्न पदों पर रहे। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री विकास कुंवर श्रीवास्तव, बी.ए., एलएलबी., एलएलएम, का जन्म 28 जून, 1960 को हुआ था। वे 17 जून, 2005 को न्यायिक सेवा में शामिल हुए। न्यायिक अधिकारी के रूप में वे विभिन्न पदों पर रहे। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री वीरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, बीएससी, एलएलबी, का जन्म 01 जनवरी, 1962 को हुआ था। वे 26 अक्टूबर, 1984 को न्यायिक सेवा में शामिल हुए। न्यायिक अधिकारी के रूप में वे विभिन्न पदों पर रहे। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री सुरेश कुमार गुप्ता, बीएससी, एलएलबी, का जन्म 21 जून, 1961 को हुआ था। वे 18 जून, 2005 को न्यायिक सेवा में शामिल हुए। न्यायिक अधिकारी के रूप में वे विभिन्न पदों पर रहे। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश सुश्री घंडिकोटाश्री देवी, बीएससी, एलएलबी, का जन्म 21 जून, 1961 को हुआ था। वे 30 सितम्बर, 2005 को न्यायिक सेवा में शामिल हुईं। न्यायिक अधिकारी के रूप में वे विभिन्न पदों पर रहीं। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था और 15 मई, 2019 को तेलंगाना उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया था।। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री नरेन्द्र कुमार जौहरी, बीएससी, एलएलबी, का जन्म 20 अक्टूबर, 1962 को हुआ था। वे 10 जून, 2005 को न्यायिक सेवा में शामिल हुए। उन्होंने न्यायिक अधिकारी के रूप में विभिन्न क्षमताओं में सेवा की। न्यायिक अधिकारी के रूप में वे विभिन्न पदों पर रहे। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री राज बीर सिंह, बीएससी, एलएलबी, एलएलएम, का जन्म 06 दिसम्बर, 1964 को हुआ था। वे 26 जुलाई, 2005 को न्यायिक सेवा में शामिल हुए। न्यायिक अधिकारी के रूप में वे विभिन्न पदों पर रहे। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
न्यायाधीश श्री अजीत सिंह, बीएससी, एलएलबी, का जन्म 30 मार्च, 1961 को हुआ था। वे 13 जून, 2005 को न्यायिक सेवा में शामिल हुए। न्यायिक अधिकारी के रूप में वे विभिन्न पदों पर रहे। उन्हें 2 वर्षों की अवधि के लिए 22 नवम्बर, 2018 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में उनका वर्तमान कार्यकाल 21 नवम्बर, 2020 को समाप्त होगा।
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