वित्‍त मंत्रालय

बैंकों द्वारा लगाए गए सेवा शुल्क के संबंध में तथ्यात्मक स्थिति

Posted On: 03 NOV 2020 2:59PM by PIB Delhi

कई मीडिया रिपोर्टों में कुछ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) द्वारा सेवा शुल्क में बेतहाशा वृद्धि का उल्लेख किया गया है। इस संदर्भ में, तथ्यात्मक स्थिति इस प्रकार है:

  • जन धन खातों सहित बुनियादी बचत बैंक जमा (बीएसबीडी) खाते – भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) द्वारा निर्धारित मुफ्त सेवाओं के लिए समाज के गरीब और बैंकों से अछूते रहे तबकों द्वारा खोले गए 41.13 करोड़ जन धन खातों सहित 60.04 करोड़ बुनियादी बचत बैंक जमा (बीएसबीडी) खातों पर कोई सेवा शुल्क लागू नहीं है।

 

  • नियमित बचत खाते, चालू खाते, नकद उधार खाते और ओवरड्राफ्ट खाते: इस संबंध में, शुल्क तो नहीं बढ़ाया गया है, लेकिन बैंक ऑफ बड़ौदा ने 1 नवंबर, 2020 से प्रति माह मुफ्त नकद जमा और निकासी की संख्या के संबंध में कुछ परिवर्तन किए थे। मुफ्त नकद जमा एवं निकासी की संख्या प्रति माह 5 से घटाकर प्रति माह 3 कर दी गई है, जिसमें इन मुफ्त लेनदेन से अधिक लेनदेन के लिए शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

इसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा ने सूचित किया है कि वर्तमान कोविड से जुड़ी स्थिति के आलोक में, उन्होंने इन परिवर्तनों को वापस लेने का निर्णय लिया है। इसके अलावा, हाल में किसी अन्य पीएसबी ने इस तरह के शुल्क में वृद्धि नहीं की है।

भारतीय रिज़र्व बैंक के दिशा-निर्देशों के अनुसार, पीएसबी सहित सभी बैंकों को उचित, पारदर्शी और भेदभावरहित तरीके से अपनी सेवाओं के एवज में इस पर आने वाले लागतों के आधार पर शुल्क लगाने की अनुमति है। लेकिन अन्य पीएसबी ने भी यह सूचित किया है कि कोविड महामारी के मद्देनजर निकट भविष्य में बैंक शुल्कों में बढ़ोतरी करने का उनका कोई प्रस्ताव नहीं है।

****

एमजी/एएम/आर/एसके  



(Release ID: 1669784) Visitor Counter : 427