सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय

गडकरी ने त्रिपुरा में 9 एनएच परियोजनाओं की आधारशिला रखी


केंद्रीय मंत्री ने कहा इन परियोजनाओं की मदद से क्षेत्र का सामाजिक-आर्थिक उत्थान होगा

पर्यटन, क्षेत्र के अंतर्राष्ट्रीय संपर्क और अर्थव्यवस्था में आएगा बड़ा बदलाव

Posted On: 27 OCT 2020 3:36PM by PIB Delhi

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और एमएसएमई मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज वर्चुअल माध्यम से त्रिपुरा में 2,752 करोड़ रुपये की लागत वाली 262 किलोमीटर लंबी 9 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिपलब कुमार डेब ने की। इस आयोजन के अवसर पर केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह और जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ वी के सिंह के अतिरिक्त राज्य के मंत्रीगण, सांसद, विधायक और केंद्र तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और एमएसएमई मंत्री श्री नितिन गडकरी त्रिपुरा में 9 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के लिए आधारशिला का अनावरण करते हुए। तस्वीर में केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह भी हैं। ____________________________________________________________________

 

इस अवसर पर बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले 6 वर्षों में त्रिपुरा से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग में लगभग 300 किलोमीटर का विस्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि इस समय राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 850 किलोमीटर से अधिक है। उन्होंने बताया कि 8000 करोड़ रुपये की लागत से त्रिपुरा में सड़कों का निर्माण कार्य प्रगति पर है और 2015 से लेकर 2020 के बीच भूमि अधिग्रहण के लिए 365 करोड़ रुपये आवंटित किया जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों को बेहतर करने और इसके विकास से राज्य के सभी जिलों और प्रमुख शहरों के बीच बेहतर संपर्क सुनिश्चित होगा।

श्री गडकरी ने कहा कि बहुत जल्द ही राज्य में दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम पूरा हो जाएगा। यह हैं फेनी सेतु और उदयपुर-अगरतला सड़क। 49 किलोमीटर लंबी 2 लेन की उदयपुर-अगरतला सड़क में 750 करोड़ रुपये की लागत आई है और यह अगले महीने बनकर तैयार हो जाएगी। भारत में सबरम और बांग्लादेश में रामगढ़ को जोड़ने वाला 1.8 किमी लंबा फेनी सेतु इस साल दिसम्बर तक तैयार हो जाएगा और इस पर 129 करोड़ रुपये की लागत आएगी। उन्होंने कहा कि यह पुल सामाजिक, आर्थिक और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। सबरम और चटगाँव के बीच 75 किलोमीटर की दूरी है और इस पुल के निर्माण से कोलकाता और चटगाँव बन्दरगाहों से सामानों की ढुलाई में बड़ा बदलाव आएगा। सबरम के पास ही एक एकीकृत चेक पोस्ट की स्थापना प्रस्तावित है।

 

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और एमएसएमई मंत्री श्री नितिन गडकरी त्रिपुरा में 9 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के लिए आधारशिला रखे जाने के अवसर पर संबोधित करते हुए।

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि फेनी नदी पर बन रहे पुल से बांग्लादेश के साथ लगने वाली अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर संपर्क में बेहतरी आएगी। अगरतला शहर के पश्चिमी भाग में 4 लेन के बाईपास के निर्माण को मंजूरी मिल गई है और यह डीपीआर तैयार किए जाने के चरण में है। इसके बन जाने से त्रिपुरा राज्य में एनएच-8 का एनएच 108 बी से संपर्क बेहतर होगा जिससे अगतला शहर में यातायात जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी और यह हवाई अड्डे से मातबारी को जोड़ेगा। अगरतला शहर का एनएच-108बी, 208 और 208ए के माध्यम से असम की सीमा से संपर्क की दूरी घटेगी।अगरतला से खोवाई (एनएच 108बी) और कैलाशहर से असम सीमा (एनएच 208ए) पर मार्ग को बेहतर किए जाने काम पहले ही सौंपा जा चुका है और कैलाशहर से खोवाई (एनएच 208) के उन्नयन की परियोजना को जेआईसीए फंडिंग के अंतर्गत मंजूरी मिल गई है। इसके लिए बोली की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है और इसके लिए काम का आवंटन जल्द ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा की जीवन रेखा माने जाने वाले अगरतला से चुरईबारी एनएच 08 को चार लेन किया जा रहा है। यह परियोजना डीपीआर चरण में है। इसके चलते अगरतला से असम समेत अन्य राज्यों से तेज़ और निर्बाध आवागमन सुनिश्चित होगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 7523 करोड़ रुपये की लागत से राज्य की 367 किमी लंबी सड़क परियोजनाओं हेतु डीपीआर तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सीआरआईएफ़ के अंतर्गत 11 करोड़ रुपये राज्य को जारी किए जा चुके हैं और त्रिपुरा से उपयोग प्रमाणपत्र प्राप्त होने के उपरांत 20 करोड़ रुपये जारी कर दिये जाएंगे।

 

केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ वी के सिंह त्रिपुरा में 9 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के लिए आधारशिला रखे जाने के अवसर पर संबोधित करते हुए।

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पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा विभाग तथा अंतरिक्ष विभाग के राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नए भारत के विज़न में नया पूर्वोत्तर भारत भी है जो एक अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी 8 राज्यों में श्रृंखलाबद्ध ढंग से अनेक विकास परियोजनाओं पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में जब से प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने सत्ता संभाली है तब से पूर्वोत्तर राज्यों को विकसित करने के लिए योजनबद्ध ढंग से अनेक विकास परियोजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार क्षेत्र के सभी 8 राज्यों को भारत के पश्चिमी राज्यों की बराबरी करने योग्य विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है

डॉ जितेंद्र सिंह ने पिछले छः वर्षों में पूर्वोत्तर भारत के राज्यों के लिए अनेकों बुनियादी ढांचागत परियोजनाएं शुरू करने और उन्हें तेज़ी से पूर्ण कराने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और एमएसएमई मंत्री श्री नितिन गडकरी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय भी पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के रूप में सभी उपलब्ध संसाधनों के समुचित इस्तेमाल से पूर्वोत्तर क्षेत्र को देश सम्पूर्ण भारत के विकास का मॉडल बनाना चाहता है।

त्रिपुरा को एक्ट ईस्ट पॉलिसी का द्वार बताते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही त्रिपुरा और बांग्लादेश के बीच एक रेल सेवा शुरू करने की तैयारी में है, जिससे क्षेत्र में विकास का एक नया अध्याय शुरू होगा और समूचे क्षेत्र को बन्दरगाहों से जोड़ा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इससे पूर्वी क्षेत्र के हमारे पड़ोसी देशों के साथ व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।

 

त्रिपुरा में 9 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखे जाने के अवसर पर संबोधित करते हुए त्रिपुरा के मुख्यमंत्री श्री बिपलब कुमार देब।

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सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ वी के सिंह ने कहा कि इन परियोजनाओं के पूर्ण होने पर अंतरराज्यीय संपर्क के साथ-साथ बांग्लादेश के साथ अंतर्राष्ट्रीय संपर्क में बड़ा बदलाव आएगा। इससे राज्य में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। नयी परियोजनाओं के पूर्ण होने पर समूचे राज्य में धार्मिक, ऐतिहासिक और पर्यटक स्थलों के बीच तेज़ और सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित होगा। यह परियोजनाएं क्षेत्र में रोजगार सृजन के साथ-साथ कुशल, अर्ध कुशल और अकुशल कामगारों के लिए स्व-रोजगार की दिशा में बढ़ी भूमिका अदा करेंगी। इन परियोजनाएं के चलते यात्रा समय में कमी आएगी, वाहनों की मरम्मत में लागत कम होगी और ईंधन की भी बचत होगी। परियोजनाओं के क्रियान्वयन से स्थानीय तौर पर सामाजिक और आर्थिक स्थिति में बदलाव आएगा। इससे कृषि उत्पादों की ढुलाई में सहूलियत बढ़ेगी, किसानों की और अधिक बाज़ारों तक पहुँच बढ़ेगी। इससे वस्तुओं और सेवाओं की कीमत भी घटेगी। इससे स्वस्थ्य देखभाल एवं आपात सेवाओं में तत्परता आएगी। संक्षेप में यह परियोजनाएं सामाजिक आर्थिक उत्थान का वाहक बनने के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा देंगी और क्षेत्र के अंतर्राष्ट्रीय संपर्क बेहतर होगा। इससे त्रिपुरा राज्य की जीडीपी में उछाल आएगा।

मुख्यमंत्री श्री बिपलब कुमार देब ने भी इस कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता देने के लिए त्रिपुरा की जनता केंद्र सरकार की आभारी है। उन्होंने कहा कि यह सड़कें पर्वतीय और अधिक वर्षा वाले राज्य त्रिपुरा के लोगों को सभी मौसम में सुरक्षित संपर्क उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाएँगी।

परियोजनाओं का विवरण:

क्रम संख्या

प्रोजेक्‍ट का नाम

लंबाई (किमी में)

परियोजना की कुल कुल लागत (करोड़ रुपये में)

1

जोलाइबाड़ी –बेलोनिया -एनएच-108ए

21.4

201.99

2

कैलाशहर- कुमारघाट-एनएच -208

18.60

277.50

3

खाएरपुर से अमताली (अगरतला बाईपास) एनएच-08

12.90

147

4

अगरतला – खोवाई एनएच -108B

(03 पैकेज)

38.80

480.19

5

कैलाशहर से कुर्ती सेतु एनएच -208ए

(03 पैकेज)

36.46

473.49

6

मनु -सिमलुंग एनएच -44ए

(02 पैकेज)

36.54

595.12

7

मुहूरी नदी पर आरसीसी सेतु और गोमती नदी पर आरसीसी सेतु

02 no’s

83.06

8

एनएच-08 पर चुराइबाड़ी-अगरतला खंड पर पेव्ड शोल्डर के साथ मजबूतीकरण 

74.85

257.96

9

एनएच-44 के चुराइबाड़ी-अगरतला खंड पर गुणोत्तर सुधार

21.789

236.18

 

कुल

261.339

2752.49

 

YouTube: https://twitter.com/nitin_gadkari/status/1320969103016742912?s=20

Video Link: https://twitter.com/OfficeOfNG/status/1320760170486534151?s=20

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