विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय

डॉ. हर्षवर्धन ने बारापुल्लाह नाले की साइट पर “डीबीटी-बीआईआरएसी क्लीन टेक डेमो पार्क” का उद्घाटन किया


"स्वच्छ भारत और आत्मनिर्भर भारत लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सीवेज और औद्योगिक अपशिष्ट जल शोधन के लिए विकसित नई स्वदेशी प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए": डॉ. हर्षवर्धन

Posted On: 08 OCT 2020 5:05PM by PIB Delhi

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज एक आभासी कार्यक्रम में सनडायल पार्क, सराय काले खां, नई दिल्ली के पास बारापुल्लाह नाले की साइट पर डीबीटी-बीआईआरएसी क्लीन टेक डेमो पार्क का उद्घाटन किया। इस अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल श्री अनिल बैजल, डीबीटी की सचिव डॉ. रेणु स्वरूप, विभाग के अन्य अधिकारी, वैज्ञानिक व नवोन्मेषक मौजूद रहे।

इस अवसर पर डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि यह स्वच्छ तकनीक डेमो पार्क न केवल नवोन्मेषकों/निवेशकों के लिए, बल्कि छात्रों और आम जनता के लिए भी कचरा प्रबंधन के लिए स्वच्छ तकनीकी समाधान के प्रति जागरूकता और लोकप्रिय बनाने के लिए एक अच्छा आकर्षण होगा। उन्होंने कहा कि सीवेज और औद्योगिक अपशिष्ट जल शोधन के लिए विकसित नई  स्वदेशी प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए और स्वच्छ भारत व आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उनके व्यावसायीकरण व उनको अपनाने और सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रचार किया जाना चाहिए।

उपराज्यपाल श्री अनिल बैजल ने डीबीटी की इस पहल का स्वागत किया और उल्लेख किया कि भूमि और जल एक आवश्यक और महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन हैं, और इन बहुमूल्य संसाधनों की अभिरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जैव प्रौद्योगिकी विभाग की इस पहल के लिए डीडीए से मजबूत समर्थन की पुष्टि की।

डीबीटी की सचिव डॉ. रेणु स्वरूप ने कहा कि, यह स्वच्छ प्रौद्योगिकी अपशिष्ट से मूल्य प्रदर्शन पार्क जैव प्रौद्योगिकी विभाग की एक महत्वपूर्ण पहल है ताकि बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी तैनाती के लिए इन प्रौद्योगिकियों की व्यवहार्यता को प्रदर्शित किया जा सके और इससे स्थानीय निकायों और अन्य हितधारकों के साथ बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी तैनाती के लिए साझेदारी को प्रोत्साहन मिलेगा।

डीबीटी-बीआईआरएसी क्लीन टेक डेमो पार्क का उपयोग जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी), भारत सरकार और डीबीटी पीएसयू के जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (बीआईआरएसी) के समर्थन से अभिनव अपशिष्ट-से-मूल्य प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने के लिए किया जायेगा| इस पार्क का प्रबंधन डीबीटी, बीआरएसी और टाटा पावर द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित सार्वजनिक-निजी भागीदारी इनक्यूबेटर क्लीन एनर्जी इंटरनेशनल इनक्यूबेशन सेंटर (सीईआईआईसी) द्वारा किया जाएगा।

इस अवसर पर डीबीटी और बीआईआरएसी के समर्थन से कुछ अन्य अपशिष्ट उपचार प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया गया, जिनका उद्देश्य स्वच्छ भारत के दृष्टिकोण में सहयोग और योगदान करना है।

डीबीटी ने अभिनव स्वच्छ अपशिष्ट-से-मूल्य प्रौद्योगिकियों के विकास, प्रदर्शन और संवर्धन के लिए स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत विभिन्न पहल की है जिनमें बायोमीथेनेशन, निर्मित आर्द्र भूमि, शैवाल उपचार और पानी की झिल्ली निस्पंदन सम्मिलित हैंबारापुल्लाह नाले में तैरते मलबे की सफाई के लिए डेनमार्क के सहयोग से डीबीटी-डेस्मी परियोजना और नीदरलैंड के सहयोग से लोटस-एचआर परियोजना पहले से ही बारापुल्लाह स्थल पर सफलतापूर्वक प्रदर्शित की जा रही है। देश में विभिन्न स्थानों पर स्टार्टअप्स द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों को इस साइट पर प्रदर्शित किया जाएगा।

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