पृथ्‍वी विज्ञान मंत्रालय

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पूर्व-चक्रवात कार्रवाई बैठक में चक्रवात के सीजन अक्टूबर-दिसंबर, 2020 के लिए तैयारियों की समीक्षा की और जरूरतों का जायजा लिया


भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की नई पहलों को हितधारकों के साथ साझा किया गया

"भारी बारिश, तेज हवा और तूफान की भविष्यवाणी सहित ट्रैकिंग, लैंडफॉल, तीव्रता और प्रतिकूल मौसम में आईएमडी द्वारा महत्वपूर्ण सुधार": डॉ. मृत्युंजय महापात्रा, डीजीएम, आईएमडी

Posted On: 08 OCT 2020 9:05AM by PIB Delhi

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने तैयारियों की समीक्षा करने, जरूरतों का जायजा लेने, चक्रवात सीजन अक्टूबर-दिसंबर, 2020 की योजना बनाने और हितधारकों के साथ आईएमडी द्वारा नई पहल साझा करने के लिए 6 अक्टूबर को डॉ. मृत्युंजय महापात्रा, मौसम विज्ञान महानिदेशक (डीजीएम), आईएमडी की अध्यक्षता में ऑन-लाइन प्री-साइक्लोन कार्रवाई बैठक आयोजित की। बैठक में आईएमडी, नेशनल सेंटर फॉर मीडियम रेंज वेदर फोरकास्टिंग (एनसीएमआरडब्ल्यूएफ), भारतीय वायु सेना (आईएएफ), भारतीय नौसेना (आईएन), केन्द्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली, राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (आईएनसीओआईएस), राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी (एनडीएमए), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), मत्स्यपालन विभाग, समयनिष्ठा सेल, भारतीय रेल के विशेषज्ञों ने भाग लिया।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक ने अपने शुरुआती संबोधन में पूर्वानुमान से लेकर दूरस्थ संपर्क जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के साथ-साथ उन क्षेत्रों पर भी चर्चा की जिनमें सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने प्रतिभागियों को बताया कि आईएमडी ने ट्रैक, लैंडफॉल, तीव्रता और प्रतिकूल मौसम में भारी बारिश, तेज हवा और तूफान के पूर्वानुमान सहित महत्वपूर्ण सुधार किया है। उन्होंने कहा कि चक्रवात के मौसम के दौरान आईएमडी जीआईएस प्लेटफॉर्म पर चक्रवात ट्रैक और तीव्रता का अवलोकन करने और पूर्वानुमान के लिए इंटरैक्टिव डिस्प्ले सिस्टम शुरू करेगा।

उन्होंने आईएमडी द्वारा बिजली गिरने संबंधी पूर्वानूमान के लिए दामिनी, चक्रवात की चेतावनी सहित मौसम के पूर्वानुमान के लिए उमंग और कृषि-मौसम विज्ञान संबंधी चेतावनी के लिए मेघदूत सहित कई मोबाइल ऐप के बारे में हितधारको को जानकारी दी। प्रतिभागियों को चक्रवात अलर्ट प्राप्त करने के लिए क्षेत्रीय विशिष्ट मौसम विज्ञान केंद्र (आरएसएमसी) की वेबसाइट www.rsmcnewdelhi.imd.gov.in पर नि:शुल्क पंजीकरण सुविधा के बारे में भी बताया गया।

डॉ. महापात्रा ने अतीत से सबक सीखने और गलतियों की पुनरावृत्ति ठीक करने पर जोर दिया। उन्होंने जीवन और संपत्तियों के नुकसान को कम करने के लिए सभी हितधारकों से सक्रिय भागीदारी के साथ एक पूर्णतः कारगर और प्रत्युत्तर तंत्र विकसित करने पर जोर दिया।

आईएमडी के साइक्लोन वार्निंग डिवीजन की प्रमुख श्रीमती सुनीता देवी ने हाल के वर्षों में आरएसएमसी के पूर्वानुमान प्रदर्शन सहित हाल के दिनों में स्थिति, भविष्य की योजनाओं और प्रयासों पर एक प्रस्तुति दी।

बैठक में भाग लेने वाले हितधारकों ने चक्रवात चेतावनी की प्रभावी प्रणाली के लिए आईएमडी की सराहना की, जिसने हाल के वर्षों में चक्रवातों के प्रबंधन में मदद की है। बैठक के दौरान सभी हितधारकों से सक्रिय भागीदारी के साथ विचार-विमर्श और चर्चाएँ की गईं तथा हितधारकों से कई अच्छे सुझाव भी मिले।

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