पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय

श्री मांडविया ने पोत निर्माण उद्योग में भारतीय जहाजी बेड़ों की भागीदारी बढ़ाते हुए भारत में जलपोतों की मरम्मत की सुविधाओं को आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत मजबूती देने की परिकल्‍पना रखी

Posted On: 29 JUN 2020 6:00PM by PIB Delhi

जहाजरानी राज्य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री मनसुख मांडविया ने पोत निर्माण उद्योग में भारतीय जहाजी बेड़ों की भागीदारी बढ़ाते हुए भारत में जलपोतों की मरम्मत की सुविधाओं को मजबूती देने की परिकल्‍पना के लिए भारतीय जहाज मालिकों की एसोसिएशन, भारतीय जहाजरानी निगम के मुख्‍य प्रबंध निदेशक, जहाजरानी महानिदेशक और जहाजरानी मंत्रालय के वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता की।

श्री मांडविया ने जहाजों की मरम्‍मत की सुविधाओं के लिए भारत को ‘जहाजों की मरम्‍मत केन्‍द्र (हब)’ में बदलने के लिए मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करने के संबंध में जहाजरानी उद्योग के प्रतिनिधियों से सुझाव मांगे। उन्होंने भारतीय सेवा इंजीनियरों की विशेषज्ञता को बढ़ाने, यार्ड की क्षमता बढ़ाने और आवश्यक स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति बनाए रखने, स्वदेशी में निर्माण जैसे दृष्टिकोण पर जोर दिया।  

 

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image001XRF4.jpg

प्रधानमंत्री मोदी के आत्‍मनिर्भर भारत दृष्टिकोण को दोहराते हुए, श्री मांडविया ने विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के साथ जहाज की मरम्‍मत सुविधाओं में नई खोज करने का आह्वान किया, क्योंकि हर साल लगभग 30,000 जहाज भारतीय बंदरगाहों पर आते हैं और भारत को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। श्री मांडविया ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बेड़े के कमांडर को ले जाने वाले महत्‍वपूर्ण भारतीय जहाजों की संख्या बढ़ाने के लिए एक कार्य योजना से साथ आएं, क्योंकि इससे लगभग 13 बिलियन डॉलर विदेशी मुद्रा की बचत होगी, अतिरिक्त रोजगार सृजित होगा और यह भारतीय टन भार के साथ निचले स्तर पर माल ढुलाई दरों में स्थिरता लाएगा।

***

एसजी/एएम/केपी/एसके
 



(Release ID: 1635212) Visitor Counter : 322