विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय

सीएसआईआर-कोशिकीय एवं आणविक जीवविज्ञान केन्द्र (सीसीएमबी), हैदराबाद कोविड-19 के खिलाफ कई मोर्चों पर लड़ाई लड़ रहा है

Posted On: 12 APR 2020 11:45AM by PIB Delhi

सीएसआईआरका घटक और अग्रणी जीवविज्ञान प्रयोगशाला सीसीएमबी कोविड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई में विभिन्न उपकरणों और दृष्टिकोणों का उपयोग कर रही है। यह प्रयोगशाला हैदराबाद में स्थित है।

हाल के कुछ विशिष्ट कार्य हैः-

मरीजों के नमूनों की जांच

सीसीएमबी कोविड-19 की जांच के लिए अधिकृत परीक्षण केन्द्र है। केन्द्र में तेलंगाना के 33 जिलों के मरीजों के नमूने सार्स-सीओवी-2 वायरस की जांच के लिए आते हैं। वर्तमान में केन्द्र की परीक्षण क्षमता लगभग 350 नमूने प्रतिदिन है।

कोविड-19 जांच के लिए प्रशिक्षण

सीसीएमबी ने 5 सरकारी अस्पतालों- हैदराबाद स्थित एनआईएमएस, आईपीएम, गवर्नमेंट फीवर हॉस्पीटल तथा वारंगल स्थित काकातीय मेडिकल कॉलेज के 25 डॉक्टरों, तकनीकी कर्मचारियों और छात्रों को प्रशिक्षण दिया है। ये प्रशिक्षित चिकित्साकर्मी अपनेअस्पतालों में जांच गतिविधियों के लिए तैनात किये गए है। इसके अलावा सीएसआईआर-सीसीएमबी ने प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए वीडियो बनाया है जिसके माध्यम से मरीजों के नमूनों से संबंधित कार्य करने तथा पीटी-पीसीआर के सर्वोत्तम अभ्यासों का प्रशिक्षण प्राप्त किया जा सकता है। ये वीडियो अधिकृत केन्द्रों पर उपलब्ध है। वीडियोdirector@ccmb.res.in से संपर्क कर प्राप्त किये जा सकते हैं।

सार्स-सीओवी-2जीनोम की सीक्वेंसिंग

सीएसआईआर प्रयोगशालाएं कोरोना वायरस की जीनोभ सीक्वेंसिंग कार्य का नेतृत्व कर रही है। सीसीएमबी सार्स-सीओवी-2 वायरस की अगली पीढ़ी की सीक्वेंसिंग और विश्लेषण कर रहा है ताकि वायरस के संपूर्ण जीनोम सीक्वेंस का पता लगाया जा सके। जिन नमूनों में वायरस की अधिक उपस्थिति है उसे सीक्वेसिंग के लिए चुना जाता है। सीसीएमबी ने कुछ मरीजों के वायरस आइसोलेट्स की सीक्वेंसिंग की है और अगले 3-4 सप्ताहों में कई सौ वायरस आइसोलेट्स की सीक्वेंसिंग करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

जांच के नये लक्ष्य और नई दवाओं के लिए सार्स-सीओवी-2 वायरस का कल्चर

आर एंड डी समुदाय के पास वायरस कल्चर रिपोर्ट की कमी है। वायरस कल्चर जांच के नये लक्ष्यों या नई दवाओं की खोज या विभिन्न आणविक प्रारुपों द्वारा बनाए गए नये अणुओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण उपकरण/जानकारी होता है। सीएसआई-सीसीएमबी यह कार्य कर रहा है और सार्स-सीओवी-2 वायरस का कल्चर करने के लिए वेरो सेल लाइन में एक प्रणाली की स्थापना कर रहा है जहां वायरस के विकास की अनुमति है। आशा है कि यह जल्द ही तैयार हो जाएगा।

सीसीएमबी ने नये तरीकों को अपनाकर क्षेत्रीय भाषाओं में सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग करके कोरोना महामारी के लिए सावधानियां बरतने तथा संबंधित परामर्श जनता तक पहुंचाये है।

कोरोना नमूनों की जांच                        आरटी-पीसीआर पर चिकित्साकर्मियों को प्रशिक्षण

 

एएम/जेके/सीएल



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