प्रधानमंत्री कार्यालय
प्रधानमंत्री ने संस्कृत सुभाषितम का पाठ किया, जो आंतरिक शक्ति बढ़ाता है
प्रविष्टि तिथि:
18 DEC 2025 9:19AM by PIB Delhi
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने संस्कृत का एक सुभाषितम साझा किया है –
"धर्मो यशो नयो दाक्ष्य मनोहारी सुभाषितम्।
अन्यगुणरत्नानां संग्रहीनवसीदति॥"
सुभाषितम बताता है कि जो व्यक्ति कर्तव्यपरायण, सच्चा, कुशल और दूसरों को सुख देने वाला व्यवहार करता है वह कभी दु:खी नहीं हो सकता है।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा;
"धर्मो यशो नयो दाक्ष्यम् मनोहारी सुभाषितम्।
अन्यगुणरत्नानां संग्रहीनवसीदति॥"
****
पीके/केसी/एके/वाईबी
(रिलीज़ आईडी: 2205718)
आगंतुक पटल : 294
इस विज्ञप्ति को इन भाषाओं में पढ़ें:
English
,
Urdu
,
Marathi
,
Bengali
,
Bengali-TR
,
Manipuri
,
Assamese
,
Punjabi
,
Gujarati
,
Odia
,
Tamil
,
Telugu
,
Kannada
,
Malayalam