विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय
भारत सरकार ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार में उत्कृष्टता को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 की घोषणा की
Posted On:
26 OCT 2025 2:57PM by PIB Delhi
विज्ञान, प्रौद्योगिकी और प्रौद्योगिकी-आधारित नवाचार के विभिन्न क्षेत्रों में वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और नवप्रवर्तकों के उत्कृष्ट और प्रेरणादायक योगदान के लिए देश का सर्वोच्च सम्मान, राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025, आज घोषित किया गया।
भारत सरकार द्वारा अग्रणी अनुसंधान और प्रेरक उपलब्धियों को मान्यता देने और प्रोत्साहित करने के लिए स्थापित, राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार, चार श्रेणियों में प्रदान किया जाता है:
- विज्ञान रत्न(वीआर) पुरस्कार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में की गई आजीवन उपलब्धियों और योगदान को मान्यता प्रदान करेगा।
- विज्ञान श्री(वीएस) पुरस्कार विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट योगदान को मान्यता प्रदान करेगा।
- विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर (वीवाई-एसएसबी) पुरस्कार 45 वर्ष तक की आयु के युवा वैज्ञानिकों को मान्यता देगा और प्रोत्साहित करेगा जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया है।
- विज्ञान टीम (वीटी) पुरस्कार तीन या अधिक वैज्ञानिकों/शोधकर्ताओं/नवप्रवर्तकों की टीम को दिया जाएगा जिन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में एक टीम के रूप में काम करते हुए असाधारण योगदान दिया हो।
पुरस्कार 13 क्षेत्रों में प्रदान किए जाते हैं: भौतिकी, रसायन विज्ञान, जैविक विज्ञान, गणित एवं कंप्यूटर विज्ञान, पृथ्वी विज्ञान, चिकित्सा, अभियांत्रिकी विज्ञान, कृषि विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, तथा अन्य संबद्ध क्षेत्र। यह पुरस्कार भारत की वैज्ञानिक उत्कृष्टता और तकनीकी नेतृत्व को राष्ट्रीय विकास के लिए सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2025 के लिए नामांकन 4 अक्टूबर से 17 नवंबर, 2024 तक समर्पित पोर्टल (https://awards.gov.in/) के माध्यम से आमंत्रित किए गए थे, और चयन प्रक्रिया भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार, राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार समिति के अध्यक्ष, विज्ञान विभागों के सचिवों, विज्ञान अकादमियों के प्रमुखों तथा क्षेत्र विशेषज्ञों की समिति द्वारा कठोर समीक्षा के बाद पूरी की गई, जिसका समन्वय राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार सचिवालय ने किया।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में वर्ष 2025 के लिए राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार की घोषणा की गई है। पुरस्कार विजेताओं के नाम इस प्रकार हैं:
- विज्ञान रत्न: प्रो. जयंत विष्णु नार्लीकर (भौतिकी)- मरणोपरांत
- विज्ञान श्री: डॉ. ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह (कृषि विज्ञान); डॉ. यूसुफ मोहम्मद शेख (परमाणु ऊर्जा); डॉ. के थंगराज (जैविक विज्ञान); प्रो. प्रदीप थलप्पिल (रसायन विज्ञान); प्रो. अनिरुद्ध भालचंद्र पंडित (इंजीनियरिंग विज्ञान); डॉ. एस वेंकट मोहन (पर्यावरण विज्ञान); प्रो. महान एमजे (गणित और कंप्यूटर विज्ञान); श्री जयन एन (अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी)
- विज्ञान युवा: डॉ. जगदीस गुप्ता कपुगंती (कृषि विज्ञान); डॉ. सतेन्द्र कुमार मंगरौठिया (कृषि विज्ञान); श्री देबार्का सेनगुप्ता (जैविक विज्ञान); डॉ. दीपा अगाशे (जैविक विज्ञान); डॉ. दिब्येंदु दास (रसायन विज्ञान); डॉ. वलीउर रहमान (पृथ्वी विज्ञान); प्रो. अर्कप्रवा बसु (इंजीनियरिंग विज्ञान); प्रो. सब्यसाची मुखर्जी (गणित और कंप्यूटर विज्ञान); प्रो. श्वेता प्रेम अग्रवाल (गणित और कंप्यूटर विज्ञान); डॉ. सुरेश कुमार (चिकित्सा); प्रो. अमित कुमार अग्रवाल (भौतिकी); प्रो. सुरहुद श्रीकांत मोरे (भौतिकी); श्री अंकुर गर्ग (अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी); प्रो. मोहनशंकर शिवप्रकाशम (प्रौद्योगिकी एवं नवाचार)
- विज्ञान टीम: टीम- अरोमा मिशन सीएसआईआर (कृषि विज्ञान)
विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश के दूरदर्शी व्यक्तियों को सम्मानित कर राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार का उद्देश्य अगली पीढ़ी को प्रेरित करना, अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी नवाचार में वैश्विक अग्रणी के रूप में भारत की इस यात्रा को गति प्रदान करना है। राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार समारोह यथासमय आयोजित किया जाएगा और इसकी सूचना पुरस्कार विजेताओं को अलग से दे दी जाएगी।
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