आयुष
वार्षिक समीक्षा 2024
पारंपरिक चिकित्सा में तकनीकी प्रगति के लिए वैश्विक मान्यता और महत्वपूर्ण उपलब्धि का एक वर्ष
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीनगर से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व किया, जिसका विषय था- ‘स्वयं और समाज के लिए योग’
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आईसीडी-11 में पारंपरिक चिकित्सा के लिए रोगों का अंतर्राष्ट्रीय वर्गीकरण (आईसीडी) किया
झज्जर के देवरखाना गांव में 200 बिस्तरों वाले अस्पताल के साथ केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन किया गया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 9वें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर लगभग 12,850 करोड़ रुपये की लागत वाली स्वास्थ्य क्षेत्र की कई परियोजनाओं का शुभारंभ, उद्घाटन और शिलान्यास किया
अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन- समग्र आयुर्वेद के लिए अनुसंधान की उन्नति और वैश्विक अवसर (एआरओएचए-2024) दिल्ली में आयोजित
Posted On:
23 DEC 2024 5:19PM by PIB Delhi
पारंपरिक चिकित्सा की वैश्विक मान्यता और इसे बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति को चिन्हित करते हुए, यह वर्ष आयुष के लिए ऐतिहासिक रहा है। इस वर्ष आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी को दुनिया भर में मुख्यधारा की स्वास्थ्य प्रणालियों में एकीकृत किया गया है तथा देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ महत्वपूर्ण समझौते किए गए हैं।
डब्ल्यूएचओ द्वारा आईसीडी-11 में पारंपरिक चिकित्सा के लिए अंतर्राष्ट्रीय रोग वर्गीकरण (आईसीडी) की शुरूआत: आयुर्वेद, सिद्ध और यूनानी चिकित्सा पर आधारित रोगों से संबंधित डेटा और शब्दावली को डब्ल्यूएचओ आईसीडी-11 वर्गीकरण में शामिल किया गया है। इस प्रयास से आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध चिकित्सा में रोगों को परिभाषित करने वाली शब्दावली को एक कोड के रूप में अनुक्रमित किया गया है और इसे डब्ल्यूएचओ रोग वर्गीकरण श्रृंखला आईसीडी-11 में शामिल किया गया है। यह प्रयास भारत की स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली, अनुसंधान, आयुष बीमा कवरेज, शोध एवं विकास और नीति-निर्माण प्रणाली को और मजबूत तथा विस्तारित करेगा। इन कोडों का उपयोग समाज में विभिन्न रोगों को नियंत्रित करने के लिए भविष्य की योजनाएं बनाने के लिए भी किया जा सकता है।
सूर्य नमस्कार कार्यक्रम: मकर संक्रांति के अवसर पर आयुष मंत्रालय ने स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले तरीके से वर्ष की शुरुआत करने के लिए 1 जनवरी से 14 जनवरी तक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों और आयु समूहों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई। इस कार्यक्रम ने भारत और अन्य जगहों पर योग के शारीरिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाई।
यह राष्ट्रव्यापी अभियान स्वास्थ्य के प्रति एक सर्वव्यापी दृष्टिकोण के महत्व पर जोर देता है, जो आयुष प्रणालियों का एक मूलभूत सिद्धांत है। गुजरात सरकार ने सूर्य नमस्कार अभ्यास कार्यक्रम के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया, जो पूरे राज्य में 108 स्थानों पर आयोजित किया गया था। सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में गुजरात राज्य के स्थापित उदाहरण का अनुसरण करते हुए, मंत्रालय ने देश भर में 19 प्रमुख सूर्य मंदिर परिसरों में कार्यक्रम आयोजित किया।
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट : आयुष मंत्रालय ने जनवरी में, गांधीनगर, गुजरात में आयोजित वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में भाग लिया। यह कार्यक्रम आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देने पर संवाद के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है, जिससे स्वास्थ्य और कल्याण क्षेत्र में सहयोग, अनुसंधान के अवसरों और निवेश का पता लगाने के लिए दुनिया भर के हितधारकों को एक साथ लाया जाता है।
राष्ट्रीय आरोग्य मेले और भारत पर्व : भारत की पारंपरिक चिकित्सा और कल्याण उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए 19-22 जनवरी, 2024 तक मुंबई के ठाणे में राष्ट्रीय आरोग्य मेला और एआईएसीकॉन 2024 आयोजित किया गया। यह एक सफल पहल थी जो आयुष प्रणालियों के चिकित्सकों, उद्यमियों और शोधकर्ताओं को एक साथ लाई। मेले ने आयुष विधियों को वैश्विक स्वास्थ्य और कल्याण रुझानों में एकीकृत करने की परिवर्तनकारी क्षमता पर प्रकाश डाला। 1-4 फरवरी, 2024 को नई दिल्ली में आयुष फॉर होलिस्टिक हेल्थ थीम के साथ एक राष्ट्रीय आरोग्य मेला आयोजित किया गया। मेले का उद्घाटन माननीय केंद्रीय कैबिनेट आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने किया। मेले में सार्वजनिक स्वास्थ्य, अनुसंधान, शिक्षा और नियंत्रण में आयुष की उल्लेखनीय प्रगति पर प्रकाश डाला गया। मंत्रालय ने 23-31 जनवरी, 2024 को आयोजित भारत पर्व 2024 में भाग लिया। मंत्रालय ने योग प्रदर्शन, निःशुल्क ओपीडी, प्रदर्शनियां आदि सहित विभिन्न गतिविधियां आयोजित कीं।
केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने झज्जर के देवरखाना गांव में 200 बिस्तरों वाले अस्पताल के साथ केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (सीआरआईवाईएन) का उद्घाटन किया। केंद्रीय संस्थान की स्थापना शोध को आगे बढ़ाने और अत्याधुनिक योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा सुविधाएं प्रदान करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे की वर्चुअल उपस्थिति में पुणे के राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान के अंतर्गत ‘निसर्ग ग्राम’ का भी उद्घाटन किया था।
आयुष समग्र कल्याण केंद्र की स्थापना और भारत के सर्वोच्च न्यायालय के साथ समझौता ज्ञापन : भारत के तत्कालीन माननीय मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ ने सर्वोच्च न्यायालय के परिसर में ‘आयुष समग्र कल्याण केन्द्र’ का उद्घाटन किया, जिसमें भारत के सर्वोच्च न्यायालय के सहयोगी न्यायाधीश; केंद्रीय आयुष और बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल और आयुष राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई की गरिमामयी उपस्थिति थी। इस अवसर पर, सर्वोच्च न्यायालय और अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान ने आयुष समग्र कल्याण केंद्र की स्थापना, संचालन और विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान करने के संबंध में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
आयुष मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने किशोरियों में पोषण सुधार के लिए समझौता: आयुर्वेद कार्यक्रमों के माध्यम से किशोरियों में पोषण सुधार के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह मिशन उत्कर्ष के तहत पांच जिलों में आयुर्वेद समाधानों का उपयोग कर किशोरियों में एनीमिया नियंत्रण के लिए एक संयुक्त सार्वजनिक स्वास्थ्य पहल है। केंद्रीय आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
यूनानी दिवस का उत्सव : आयुष मंत्रालय ने 11 फरवरी को नई दिल्ली में यूनानी दिवस 2024 और एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए यूनानी चिकित्सा पर राष्ट्रीय सम्मेलन मनाया। इसमें आयुष सचिव मुख्य अतिथि थे और अन्य उपस्थित लोगों में वैद्य जयंत देवपुजारी, प्रो. शकील अहमद, प्रो. (डॉ.) रोमशू, डॉ. सुनचू ग्लोरी स्वरूपा, डॉ. एम. ए. कासमी और डॉ. एन. जहीर अहमद शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न दवाइयां, पाठ्यक्रम, ई-पुस्तकें और एक वृत्तचित्र जारी किया गया। सीसीआरयूएम और सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी ने अनुसंधान और शैक्षिक सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
आयुष मंत्रालय ने आरआईएस के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए : आयुष मंत्रालय और विकासशील देशों के लिए अनुसंधान और सूचना प्रणाली (आरआईएस) नई दिल्ली ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता ज्ञापन आयुष सेवा क्षेत्र का अवलोकन प्रस्तुत करेगा और आरआईएस (विदेश मंत्रालय का एक स्वायत्त नीति अनुसंधान संस्थान) के साथ अकादमिक सहयोग और सहभागिता जारी रखेगा। आयुष मंत्रालय की ओर से सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जबकि महानिदेशक प्रोफेसर सचिन चतुर्वेदी ने आरआईएस की ओर से हस्ताक्षर किए।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और आयुष मंत्रालय के बीच व्यापक संयुक्त पहल : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने चार एम्स (दिल्ली, जोधपुर, नागपुर, ऋषिकेश) में छह आयुष-आईसीएमआर उन्नत एकीकृत स्वास्थ्य अनुसंधान केंद्रों का शुभारंभ किया। उन्होंने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और आयुष मंत्रालय के बीच अन्य व्यापक संयुक्त पहलों की भी घोषणा की, जिसमें एनीमिया पर बहुकेंद्रीय नैदानिक परीक्षण और आयुष स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानकों (आईपीएचएस) का शुभारंभ शामिल है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इस अवसर पर राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ के 27वें दीक्षांत समारोह और ‘आयुर्वेदो अमृतानम’ पर 29वें राष्ट्रीय संगोष्ठी का भी उद्घाटन किया।
अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति और सहयोग: 2024 में, आयुष मंत्रालय ने वैश्विक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में कार्य जारी रखा। जिम्बाब्वे गणराज्य के राजदूत महामहिम डॉ. गॉडफ्रे माजोनी चिपारे के साथ 1 मार्च को, पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में भविष्य के सहयोग पर चर्चा करने के लिए एक बैठक आयोजित की गई। इसके अतिरिक्त, भारत ने वियतनाम के पारंपरिक चिकित्सा प्रशासन और मलेशिया के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, जिससे आयुष को स्वास्थ्य और स्वास्थ्य सेवा में अग्रणी क्षेत्र के रूप में मजबूती मिली।
विश्व होम्योपैथी दिवस : आयुष मंत्रालय ने चिकित्सा जगत में होम्योपैथी के गहन योगदान का जश्न मनाते हुए 10 अप्रैल, 2024 को विश्व होम्योपैथी दिवस मनाया। यह विशेष दिन होम्योपैथी के संस्थापक डॉ. सैमुअल हैनीमैन की जयंती के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष मनाया जाता है, तथा वैश्विक स्वास्थ्य में इस वैकल्पिक चिकित्सा प्रणाली की भूमिका को मान्यता दी जाती है।
10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024: आयुष मंत्रालय ने 21 जून, 2024 को 10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) मनाया, जहां प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (एसकेआईसीसी) में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व किया। इस वर्ष की थीम, 'स्वयं और समाज के लिए योग' ने व्यक्तिगत कल्याण और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देने में योग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एक विशेष प्रयोजन वाहन कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से भी आईडीवाई 2024 का प्रचार किया गया। सीवाईपी स्वयंसेवक प्रमाणन पाठ्यक्रमों में नामांकन के लिए 1,25,000 से अधिक ग्राम-स्तरीय उद्यमियों की पहचान की गई और फिर उन्होंने 21 जून को नागरिकों को बड़े पैमाने पर संगठित करने के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम किया। सात करोड़ से अधिक लोगों ने उत्साहपूर्वक योग की प्रतिज्ञा ली है, जो योग के सिद्धांतों और प्रथाओं को अपनाने के लिए व्यापक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
आईडीवाई-2024 ने लगभग 24.53 करोड़ लोगों तक पहुंचकर एक और उपलब्धि हासिल की। सोशल मीडिया पर 34,890,990 लोगों ने भाग लिया, जबकि सामुदायिक रेडियो स्टेशनों ने 2,600,000 प्रतिभागियों का योगदान दिया। राष्ट्रीय स्तर पर, युवा मामले और खेल मंत्रालय, स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों और विभिन्न सरकारी और निजी संगठनों से महत्वपूर्ण भागीदारी हुई। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, भारतीय दूतावासों और प्रमुख योग संस्थानों ने लगभग 545,000 लोगों को शामिल किया। यह व्यापक भागीदारी पहल के व्यापक प्रभाव को रेखांकित करती है पिछले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की उपलब्धियों के अतिरिक्त, इस वर्ष के आयोजन में अनेक रिकॉर्ड स्थापित हुए और एक बार फिर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स:
- उत्तर प्रदेश में योग शपथ अभियान के तहत 25.93 लाख लोगों ने ऑनलाइन शपथ ली
- अक्षर योग केन्द्र के संस्थापक योगी हिमालयन सिद्ध अक्षर ने बनाए पांच नए रिकॉर्ड
- आंध्र प्रदेश में 600 दिव्यांगों सहित 1,000 छात्रों ने एक साथ योग आसन किए
- जोधपुर, राजस्थान में डॉ. राधाकृष्णन सर्वपल्ली राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय द्वारा सबसे लंबे समय तक निरंतर योग अभ्यास (12 घंटे)
- जयपुर में कई संस्थाएं एक साथ आईं, जयपुर नगर निगम और राजस्थान सरकार के समन्वय से 1500 मिनट से अधिक समय तक योग अभ्यास कर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया।
वैश्विक साझेदारों के साथ सहयोग और समझौते : भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 31 जुलाई, 2024 को जिनेवा में डब्ल्यूएचओ मुख्यालय में आयोजित एक हस्ताक्षर समारोह के दौरान एक दाता (डोनर) समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता गुजरात के जामनगर में डब्ल्यूएचओ ग्लोबल ट्रेडिशनल मेडिसिन सेंटर (जीटीएमसी) को लागू करने के लिए वित्तीय शर्तों की रूपरेखा तैयार करता है। इस समझौते पर संयुक्त राष्ट्र, जिनेवा में भारत के स्थायी प्रतिनिधि श्री अरिंदम बागची और डब्ल्यूएचओ के यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज और लाइफ कोर्स डिवीजन के सहायक महानिदेशक डॉ. ब्रूस आयलवर्ड ने हस्ताक्षर किए। इस सहयोग के माध्यम से, भारत सरकार ने जामनगर में डब्ल्यूएचओ जीटीएमसी के संचालन का समर्थन करने के लिए 10 वर्षों (2022-2032) की अवधि में 85 मिलियन अमेरिकी डॉलर देने की प्रतिबद्धता जताई है। दाता समझौता साक्ष्य-आधारित पारंपरिक पूरक और एकीकृत चिकित्सा (टीसीआईएम) के लिए एक प्रमुख ज्ञान केंद्र के रूप में डब्ल्यूएचओ जीटीएमसी की स्थापना को मान्यता देता है।
विकसित भारत 2047 के लिए प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने 78वें स्वतंत्रता दिवस के भाषण में 2047 तक भारत को पारंपरिक चिकित्सा का केंद्र बनाने के दृष्टिकोण को रेखांकित किया। उन्होंने वैश्विक स्वास्थ्य सेवा को बदलने और भारत को समग्र स्वास्थ्य सेवा में अग्रणी देश के रूप में स्थापित करने में आयुर्वेद और अन्य पारंपरिक प्रणालियों की भूमिका पर जोर दिया।
वर्ल्ड फूड इंडिया: आयुष मंत्रालय ने 19 सितंबर से 22 सितंबर, 2024 तक प्रगति मैदान में आयोजित वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 कार्यक्रम में आयुष मंडप के माध्यम से आधुनिक पोषण और स्वास्थ्य में आयुर्वेद और भारत की विभिन्न पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों की महत्वपूर्ण भूमिका को प्रदर्शित किया। आयुष मंत्रालय के मंडप में आयुर्वेद आहार का प्रदर्शन किया गया, जो एक ऐसी अवधारणा है जो पारंपरिक ज्ञान को समकालीन खाद्य समाधानों के साथ मिलाती है और वैश्विक ध्यान आकर्षित करती है। वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति और दुनिया भर के हितधारकों की उपस्थिति वाले इस कार्यक्रम में आयुर्वेद से प्रेरित खाद्य विधियों की भारत की समृद्ध परंपरा और वर्तमान वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों के लिए उनकी प्रासंगिकता पर जोर दिया गया।
स्थापना दिवस: भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू नई दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) के 8वें स्थापना दिवस पर उपस्थित थीं। इस अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल श्री विनय सक्सेना और आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रतापराव जाधव के अलावा आयुष मंत्रालय और संस्थान के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। राष्ट्रपति ने आयुष औषधि फार्मेसी कार्यक्रम का शुभारंभ किया और शाश्वत आयुष एक्सपो का अनावरण किया।
पहला आयुष औषधि केंद्र: आयुष औषधि फार्मेसी कार्यक्रम का शुभारंभ और भारत की राष्ट्रपति द्वारा शाश्वत आयुष एक्सपो के अनावरण से स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन किया गया। फार्मेसी का उद्देश्य सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण आयुर्वेदिक दवाइयां उपलब्ध कराना और आयुर्वेद के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है।
9वां आयुर्वेद दिवस: धन्वंतरि जयंती और 9वें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए), नई दिल्ली में लगभग 12,850 करोड़ रुपये की लागत वाली कई स्वास्थ्य क्षेत्र परियोजनाओं का शुभारंभ, उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण और रसायन और उर्वरक मंत्री श्री जे.पी. नड्डा; श्रम एवं रोजगार तथा युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया, आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, आयुष सलाहकार डॉ. मनोज नेसारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में भारत के पहले अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के दूसरे चरण का उद्घाटन किया: आयुष मंत्रालय के तहत शुरू की गई परियोजनाओं में से, प्रधानमंत्री ने एआईआईए के दूसरे चरण का उद्घाटन किया, जो भारत का पहला अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान है। यह 258.73 करोड़ रुपये की कुल लागत वाली एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जिसमें 150 बिस्तरों वाला पंचकर्म अस्पताल, दवा निर्माण के लिए एक आयुर्वेदिक फार्मेसी, एक खेल चिकित्सा इकाई, एक केंद्रीय पुस्तकालय, एक आईटी और स्टार्ट-अप केंद्र, 500 सीटों वाला सभागार और आम और अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों दोनों के लिए गेस्ट हाउस जैसी प्रमुख विशेषताएं शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने ओडिशा और छत्तीसगढ़ में दो योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संस्थानों की आधारशिला रखी : भारतीय स्वास्थ्य एवं कल्याण समाधानों, विशेषकर योग में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की बढ़ती रुचि का लाभ उठाने और इस क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री ने अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं के साथ-साथ खोरदा (ओडिशा) और रायपुर (छत्तीसगढ़) में दो केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थानों (सीआरआईवाईएन) की आधारशिला रखी।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रव्यापी ‘’देश का प्रकृति परीक्षण अभियान’’ शुरू किया : यह एक राष्ट्रव्यापी अभियान है जो स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देता है और दैनिक जीवन में समग्र स्वास्थ्य के महत्व को उजागर करता है। आयुष मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रतापराव जाधव के नेतृत्व में 4,70,000 समर्पित स्वयंसेवकों के साथ इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों के बीच स्वास्थ्य जागरूकता प्रयासों में क्रांति लाना है और इसके साथ ही कई गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास भी किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने आयुष में चार उत्कृष्टता केंद्रों का उद्घाटन किया : प्रधानमंत्री ने चार आयुष उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) शुरू किए, जिनमें से प्रत्येक विशिष्ट स्वास्थ्य अनुसंधान एवं नवाचार क्षेत्रों को लक्षित करता है। भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु में मधुमेह और चयापचय विकारों के लिए उत्कृष्टता केंद्र, प्रीडायबिटीज और मधुमेह अनुसंधान और आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन सत्यापन पर केंद्रित है; आईआईटी दिल्ली में सतत आयुष में उत्कृष्टता केंद्र, उन्नत तकनीकी समाधान विकसित करने, स्टार्ट-अप का समर्थन करने और रसौषधियों के लिए शुद्ध-शून्य टिकाऊ समाधान बनाने के लिए समर्पित है; सीडीआरआई लखनऊ में आयुर्वेद में मौलिक अनुसंधान के लिए उत्कृष्टता केंद्र, अश्वगंधा जैसे आयुर्वेदिक वनस्पति में उन्नत अनुसंधान पर केंद्रित है।
अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) के पहले अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन - समग्र आयुर्वेद के लिए अनुसंधान की प्रगति और वैश्विक अवसर - आरोहा-2024 का उद्घाटन। भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश डॉ. न्यायमूर्ति धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ ने आयुष और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के माननीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रतापराव जाधव की गरिमामयी उपस्थिति में किया था।
7वां प्राकृतिक चिकित्सा दिवस : आयुष मंत्रालय के केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद (सीसीआरवाईएन) के तत्वावधान में नागमंगला स्थित केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (सीआरआईवाईएन) में 7वां प्राकृतिक चिकित्सा दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में भारत भर के 800 से अधिक डॉक्टरों, स्नातक और स्नातकोत्तर विद्वानों ने भाग लिया, जो आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और मणिपुर जैसे राज्यों का प्रतिनिधित्व करते थे।
आयुष मंत्रालय के मंडप ने आईआईटीएफ 2024 में रजत पदक जीता : 43वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) में आयुष मंडप को स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बढ़ावा देने के अपने अभिनव दृष्टिकोण के लिए व्यापक प्रशंसा मिली। संवादात्मक प्रदर्शन, आयुर्वेद से प्रेरित सांप-सीढ़ी के खेल जैसी मजेदार शिक्षण गतिविधियां और बच्चों के लिए एक ड्राइंग प्रतियोगिता ने आगंतुकों को आकर्षित किया। इसके साथ ही, मंडप में लाइव योग प्रदर्शनों ने समग्र स्वास्थ्य विधियों की शक्ति का प्रदर्शन किया। इन प्रयासों ने न केवल जनता का दिल जीता, बल्कि आईआईटीएफ 2024 में आयुष मंत्रालय के लिए रजत पदक भी अर्जित किया। ‘आयुष के साथ स्वस्थ भारत, विकसित भारत’ थीम वाला मंडप, भारत की पारंपरिक स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती प्रणालियों के साथ-साथ मंत्रालय की नवीनतम पहलों का एक जीवंत प्रदर्शन था। संवादात्मक प्रदर्शन और ‘आयुष वीजा’ और ‘आयुष आहार’ जैसी अभिनव परियोजनाओं को आगंतुकों और अंतर्राष्ट्रीय हितधारकों द्वारा खूब सराहा गया।
वर्ष 2024 आयुष मंत्रालय के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धियों, नए सहयोगों और वैश्विक मान्यता का वर्ष रहा है। मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि पारंपरिक चिकित्सा और कल्याण प्रथाएं स्वास्थ्य, स्थिरता और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहें।
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एमजी/केसी/जेके/एमबी
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