जनजातीय कार्य मंत्रालय
श्री जुएल ओराम ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दौरे से पूर्व जमुई में आयोजित होने वाले जनजातीय गौरव दिवस समारोह की तैयारियों की समीक्षा की
केंद्रीय मंत्री ने जनजातीय समुदाय को सशक्त बनाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया
Posted On:
11 NOV 2024 7:13PM by PIB Delhi
जनजातीय कार्य मंत्री श्री जुएल ओराम जनजातीय गौरव दिवस समारोह के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की बहुप्रतीक्षित यात्रा से पहले आज जमुई पहुंचे। केंद्रीय मंत्री ने देश भर में जनजातीय समुदायों के उत्थान और उनके सम्मान में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वर्तमान सरकार द्वारा किए गए महत्वपूर्ण योगदान पर जोर दिया।
श्री जुएल ओराम ने वर्ष 1999 में पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा जनजातीय कार्य मंत्रालय की स्थापना को जनजातीय लोगों के कल्याण दिशा में एक मील का पत्थर बताया। उन्होंने मोदी सरकार द्वारा की जा रही पहल की सराहना की, विशेष रूप से जब आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की विरासत का सम्मान करने के लिए साल 2021 में जनजातीय गौरव दिवस मानाने की घोषणा की गयी। भारत के जनजातीय समुदायों के अमूल्य योगदान को पहचानने के लिए अब यह दिवस देश भर में मनाया जाता है।
प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर चल रही तैयारियां
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 15 नवंबर, 2024 को जनजातीय गौरव दिवस समारोह में भाग लेने के लिए जमुई जिले के खैरा ब्लॉक स्थित बल्लोपुर गांव में आने वाले हैं। इस कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री जनजातीय समुदायों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जो आदिवासी लोगों के कल्याण एवं विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने प्रधानमंत्री के आगमन से पहले बल्लोपुर का दौरा किया। उन्होंने तैयारियों की समीक्षा की और सफल आयोजन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। सड़कों, हेलीपैड, बैरिकेडिंग और जर्मन हैंगर टेंट की स्थापना सहित व्यापक गतिविधियां प्रगति पर हैं। इस राष्ट्रीय उत्सव के महत्व को दर्शाते हुए आयोजन स्थल को सावधानीपूर्वक तैयार किया जा रहा है।
जनजातीय गौरव दिवस: एक राष्ट्रीय उत्सव
केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने जनजातीय गौरव दिवस के महत्व को रेखांकित किया, जो 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु संसद में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जमुई में मुख्य कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे। इस अवसर पर विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल और कैबिनेट मंत्री भी देश भर में विभिन्न समारोहों में भाग लेंगे, जिससे यह वास्तव में एक राष्ट्रीय कार्यक्रम बन जाएगा।
केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने कहा, "प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने यह सुनिश्चित किया है कि जनजातीय समुदायों के योगदान को उच्चतम स्तर पर स्वीकार किया जाए। उनके नेतृत्व में ही बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया गया, जो आदिवासी समुदाय के इतिहास एवं विरासत को पहचान देने की दिशा में एक सराहनीय कदम था।"
केंद्रीय मंत्री ने पिछले वर्ष प्रधानमंत्री की झारखंड के उलिहातू में बिरसा मुंडा के पैतृक गांव की यात्रा को भी याद किया, जिससे वह महान जनजातीय नेता के जन्मस्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री बन गए। जमुई में इस वर्ष का मुख्य कार्यक्रम भगवान बिरसा मुंडा की विरासत व जनजातीय समुदायों के योगदान का सम्मान करने के सरकार के चल रहे प्रयासों में एक और कदम है।
भव्य समारोह में कई नेता शामिल होंगे
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार और कई केंद्रीय एवं राज्य सरकार के मंत्रियों सहित प्रमुख गणमान्य व्यक्ति जमुई में होने वाले कार्यक्रम में उपस्थित होंगे। इसे एक भव्य और समावेशी उत्सव सुनिश्चित करने के लिए कई सांसदों, विधायकों और स्थानीय नेताओं के भी भाग लेने की आशा है।
केंद्रीय मंत्री ने तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया और पार्टी के सभी सदस्यों तथा स्थानीय नेताओं से इस आयोजन को सफल बनाने का आह्वान किया। जनजातीय गौरव दिवस मनाने का उद्देश्य भारत के आदिवासी समुदायों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का सम्मान करना और सरकार द्वारा शुरू की गई उनके सम्मान व सशक्तिकरण की विरासत को जारी रखना है।
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