स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय
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स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस और टेली मानस के दो वर्ष पूरे होने का उत्सव मनाया


इस वर्ष के विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का विषय है - कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना

टेली मानस मोबाइल ऐप, विश्व स्वास्थ्य संगठन की टेली मानस त्वरित मूल्यांकन रिपोर्ट और कर्मचारियों के लिए सेल्फकेयर मॉड्यूल जारी किया गया

Posted On: 10 OCT 2024 3:51PM by PIB Delhi

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर राष्ट्रीय टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम, टेली मानसिक स्वास्थ्य सहायता और राज्यों में नेटवर्किंग (टेली मानस) के दो वर्ष पूरे होने का उत्सव मनाया। इस वर्ष के विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का विषय है: "कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का समय आ गया है"।

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की प्रबंध निदेशक श्रीमती आराधना पटनायक ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के भारत में प्रतिनिधि डॉ. रोडेरिको एच. ओफ्रिन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्री सौरभ जैन, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान संस्थान (निमहांस) की निदेशक डॉ. प्रतिमा मूर्ति और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में टेली मानस ऐप और टेली मानस वीडियो कॉल सुविधा का शुभारंभ किया।

टेली मानस ऐप एक व्यापक मोबाइल प्लेटफ़ॉर्म है जिसे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए सहायता प्रदान करने के लिए विकसित किया गया है। ऐप में स्व-देखभाल,  तनाव के संकेतों को पहचानने, तनाव, चिंता और भावनात्मक संघर्षों के शुरुआती लक्षणों को प्रबंधित करने सहित कई तरह की जानकारी उपलब्ध है। यह ऐप इसका उपयोग करने वाले व्यक्ति को मानसिक चुनौतियों, खेलों और माइंडफुलनेस अभ्यासों के माध्यम से उपयोगकर्ता को अनुकूल अनुभव प्रदान करने में मदद करता है। यह ऐप उपयोगकर्ताओं को निःशुल्क कनेक्ट करने और देश भर में प्रशिक्षित मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों के माध्यम से गोपनीय मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्राप्त करने में मदद करेगा, जो तत्काल परामर्श के लिए 24x7 उपलब्ध है।

टेली मानस में वीडियो परामर्श पहले से ही मौजूद ऑडियो कॉलिंग सुविधा का एक और अपग्रेड है। इसमे मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ कॉल करने वाले के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने और उसका चिकित्सकीय इतिहास जानने के लिए ऑडियो कॉल एस्केलेशन ले रहे हैं। इसके द्वारा किसी भी निष्कर्ष की पुष्टि के लिए कॉल करने वाले व्यक्ति का संक्षिप्त शारीरिक या मानसिक स्थिति परीक्षा (MSE) भी ली जा सकती है।  ये सुविधा कर्नाटक, जम्मू और कश्मीर और तमिलनाडु राज्यों में शुरू की जाएगी और इसके बाद इसका पूरे देश में  विस्तार किया जाएगा ।

 

अपने उद्घाटन भाषण में श्रीमती आराधना पटनायक ने कहा कि "मानसिक स्वास्थ्य, स्वास्थ्य के लिए जरूरी है और यह व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों को उनकी पूर्ण क्षमता के साथ कार्य करने और समाज में योगदान करने करने के लिए सक्षम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कार्यस्थल पर अस्वस्थ वातावरण और अन्य प्रतिकूल कार्य स्थितियों का व्यक्ति के सामान्य स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य और काम में भागीदारी या उत्पादकता पर प्रभाव पड़ता है। कार्यस्थल में सफल परिणामों के लिए एक स्वस्थ्य वातावरण और कार्य-जीवन संतुलन बनाने की आवश्यकता है।"

 

उन्होंने कहा कि "टेली मानस ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर ली है, तथा इसके लॉन्च होने के बाद से अब तक 14.5 लाख से अधिक कॉलों को संभाला जा चुका है।"

किशोरों के  मानसिक स्वास्थ्य के महत्व और उनके मुद्दों के बारे में बताते हुए, श्रीमती पटनायक ने “टेली मानस ऐप के बारे में जागरूकता सुनिश्चित करने के लिए सूचना, शिक्षा और संचार (आईईसी) की आवश्यकता” पर बल दिया।

भारत में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ. रोडेरिको एच. ऑफ्रिन ने कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात करते हुए  कहा कि लैंगिक असमानता, अपमानजनक और असहयोगी सहकर्मी, कार्य-जीवन में संतुलन की कमी और नौकरी से संतुष्टि जैसे मुद्दे कार्यस्थल पर कर्मचारियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों का कारण बनते हैं। उन्होंने कार्यस्थल पर अनुकूल वातावरण बनाने के लिए नियोक्ताओं और प्रबंधकों की जिम्मेदारी पर जोर दिया।

टेली-मानस के सफल कार्यान्वयन के दो साल पूरे होने पर मंत्रालय को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ की  समीक्षा  में "टेली-मानस को  मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक सफल मॉडल बताया है। इसमें प्रभावी तरीके से काम करने की क्षमता है। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा विशेष रूप से आयुष्मान आरोग्य मंदिर लोगों के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को बेहतर बनाने में सफल साबित हुए हैं।" उन्होंने कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए सभी हितधारकों के सामूहिक प्रयासों के महत्व पर भी प्रकाश डाला।

टेली मानस देश के मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। टेली मानस टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 14416 या 1-800-891-4416 20 भाषाओं में बहुभाषी सहायता प्रदान करते हैं और कॉल करने वालों और मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों के बीच संचार को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इस कार्यक्रम में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा टेली मानस त्वरित मूल्यांकन की रिपोर्ट और कर्मचारियों के लिए एक सेल्फ केयर मॉड्यूल भी जारी किया गया जिसका शीर्षक है 'अपने मानसिक स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लें- क्योंकि यह मायने रखता है'

 

 

टेली मानस के प्रदर्शन और प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा डब्ल्यूएचओ इंडिया, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दक्षिण-पूर्व एशिया के क्षेत्रीय कार्यालय (डब्ल्यूएचओ एसईएआरओ), डब्ल्यूएचओ मुख्यालय और निमहंस के समन्वय में एक त्वरित मूल्यांकन आयोजित किया गया था। यह मूल्यांकन राष्ट्रीय डेटा और चार राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और ओडिशा से एकत्र किए गए प्राथमिक डेटा की डेस्क समीक्षा पर आधारित था। रिपोर्ट में भारत सरकार की इस नई पहल की सराहना की गई है और मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्रदान करने और इसके मजबूत तकनीकी ढांचे में टेली मानस द्वारा हासिल की गई कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया है।

पुस्तिका 'अपने मानसिक स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लेना- क्योंकि यह मायने रखता है' मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए व्यक्तियों द्वारा किए जा सकने वाले प्रयासों पर केंद्रित है। यह पुस्तिका मानसिक स्वास्थ्य के बारे में कुछ गलतफहमियों को दूर करने का प्रयास करती है और कुछ रणनीतियाँ प्रदान करती है जिन्हें व्यक्ति स्वयं उपयोग में ला सकते हैं। यह विशेष रूप से कार्यस्थल में कठिन स्थितियों से उत्पन्न होने वाले तनाव पर भी ध्यान केंद्रित करती है।

 

इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से आए पैनलिस्टों के साथ गोलमेज चर्चाएं हुईं, जिनमें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, आयुष मंत्रालय, श्रम और रोजगार मंत्रालय, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान (निमहांस), अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) नई दिल्ली, मानव व्यवहार और संबद्ध विज्ञान संस्थान (आईएचबीएएस), विश्व स्वास्थ्य संगठन, भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की)/भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और एनएटी हेल्थ (भारतीय स्वास्थ्य सेवा महासंघ) जैसे उद्योग संघ, स्वास्थ्य में उपयुक्त प्रौद्योगिकी कार्यक्रम (पीएटीएच) जैसे विकास साझेदार, स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले संगठन जैसे आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन और आरोग्य वर्ल्ड, और जन साहस जैसे नागरिक समाज संगठन शामिल थे।

सत्रों के दौरान जिन विषयों पर चर्चा की गई,  उनमें कार्यस्थलों पर मानसिक स्वास्थ्य लचीलापन बढ़ाने के लिए नीतियां और रूपरेखाएँ, अनौपचारिक कार्यस्थलों पर मानसिक स्वास्थ्य / चुनौतियाँ, अवसर और समावेशी समाधान और निवारक मानसिक स्वास्थ्य - कल्याण को बढ़ावा देने में समग्र प्रथाओं की भूमिका शामिल थीं। पैनलिस्टों ने मानसिक स्वास्थ्य सहायता को बढ़ावा देने में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (एएएम) और टेली मानस की भूमिका का भी पता लगाया। इसके अलावा, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन की गई कर्मचारी सहभागिता गतिविधियों को लागू करने के लिए सरकार के अन्य मंत्रालयों से सक्रिय भागीदारी की मांग की है।

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