वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय
मसाले और पाक-कला संबंधित जड़ी-बूटियों पर कोडेक्स समिति का 7वां सत्र कोच्चि में आयोजित हुआ, बैठक में 31 देशों ने भाग लिया, पांच मसालों के लिए गुणवत्ता मानकों को अंतिम रूप दिया गया
Posted On:
03 FEB 2024 12:55PM by PIB Delhi
मसाले और पाक-कला संबंधित जड़ी-बूटियों पर कोडेक्स समिति (सीसीएससीएच) का 7वां सत्र 29 जनवरी, 2024 से 2 फरवरी, 2024 तक कोच्चि में आयोजित किया गया था। कोविड महामारी के बाद, पहली बार यह सम्मेलन प्रतिभागियों की मौजूदगी में संपन्न हुआ। महामारी के दौरान सम्मेलन का आयोजन वर्चुअल रूप से किया गया था। सत्र में 31 देशों के 109 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
सम्मेलन का आयोजन सफल रहा। इस सत्र में पांच मसालों, छोटी इलायची, हल्दी, जुनिपर बेरी, जमैका काली मिर्च (ऑलस्पाइस) और चक्रफूल (स्टार एनीस) के लिए गुणवत्ता मानकों को अंतिम रूप दिया गया।
कोडेक्स समिति ने पांच मानकों को अंतिम चरण आठ में पूर्ण कोडेक्स मानकों के रूप में अपनाने की सिफारिश करते हुए कोडेक्स एलिमेंटेरियस कमीशन (सीएसी) को भेज दिया है।
इस समिति में पहली बार मसालों के समूहीकरण की रणनीति को सफलतापूर्वक लागू किया गया। समिति ने वर्तमान सत्र में 'फलों और जामुनों से प्राप्त मसालों' (3 मसालों, जैसे जुनिपर बेरी, जमैका काली मिर्च (ऑलस्पाइस) और चक्रफूल (स्टार एनीस) को शामिल करते हुए) पहले समूह मानक को अंतिम रूप दिया।
वेनिला के लिए मसौदा मानक चरण पांच में रखा गया है और इस पर समिति के अगले सत्र में चर्चा होगी। चर्चा से पहले सदस्य देश इस पर एक और दौर की जांच करेंगे।
सूखे धनिये के बीज, बड़ी इलायची, मरुआ और दालचीनी के लिए कोडेक्स मानकों के विकास के प्रस्ताव समिति के समक्ष रखे गए और स्वीकार कर लिए गए। समिति अपने आगामी संस्करणों में इन चार मसालों के लिए मसौदा मानकों पर काम करेगी।
7वें सत्र में पहली बार बड़ी संख्या में लैटिन अमेरिकी देशों की भागीदारी देखी गई।
समिति की अगली बैठक 18 महीने के पश्चात आयोजित की जाएगी।
विभिन्न देशों की अध्यक्षता वाले इलेक्ट्रॉनिक कार्य समूह (ईडब्ल्यूजी) बहुराष्ट्रीय परामर्श की प्रक्रिया जारी रखेंगे। इसका उद्देश्य विज्ञान आधारित साक्ष्यों के आधार पर मानकों को विकसित करना है।
खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा संयुक्त रूप से रोम में स्थापित कोडेक्स एलिमेंटेरियस कमीशन (सीएसी) 194 से अधिक देशों की सदस्यता वाला एक अंतरराष्ट्रीय, अंतरसरकारी निकाय है। इसे मानव भोजन से संबंधित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत मानकों को तैयार करने का काम सौंपा गया है।
सीएसी विभिन्न सदस्य देशों द्वारा आयोजित सीसीएससीएच सहित विभिन्न कोडेक्स समितियों के माध्यम से अपना काम करती है।
मसालों और पाक-कला से संबद्ध जड़ी-बूटियों पर कोडेक्स समिति (सीसीएससीएच) की स्थापना 2013 में कोडेक्स एलिमेंटेरियस कमीशन (सीएसी) के तहत कमोडिटी समितियों में से एक के रूप में की गई थी। भारत इस सत्र का मेजबान है और स्पाइसेस बोर्ड इंडिया इस समिति के सचिवालय के रूप में कार्य कर रहा है।
सीएसी के मानकों को डब्ल्यूटीओ द्वारा खाद्य सुरक्षा और उपभोक्ता संरक्षण से संबंधित व्यापार विवादों के समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय संदर्भ बिंदु के रूप में मान्यता प्राप्त है। सीसीएससीएच सहित सीएसी के तहत समितियों द्वारा विकसित मानक स्वैच्छिक प्रकृति के हैं, जिन्हें सीएसी के सदस्य देश अपने राष्ट्रीय मानकों को संरेखित करने के लिए संदर्भ मानकों के रूप में अपनाते हैं और उपयोग करते हैं। सीएसी, दुनिया भर में खाद्य मानकों के सामंजस्य में योगदान करते हैं, भोजन में निष्पक्ष वैश्विक व्यापार की सुविधा प्रदान करते हैं और वैश्विक उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए खाद्य सुरक्षा को बढ़ाते हैं।
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