स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय 4 जून 2023 से हैदराबाद में शुरू होने वाली तीसरी जी 20 स्वास्थ्य कार्य समूह की बैठक के लिए तैयार


जी-20 भारत की अध्यक्षता में स्वास्थ्य कार्य समूह की तीसरी बैठक वैश्विक दक्षिण की चुनौतियों को मुखरित करेगी: श्री लव अग्रवाल

स्वास्थ्य कार्य समूह की तीसरी बैठक में अनुसंधान-विकास और नवाचार पर ध्यान केंद्रित

Posted On: 03 JUN 2023 3:22PM by PIB Delhi

जी-20 इंडिया में भारत की अध्यक्षता के एक भाग के रूप में हैदराबाद में स्वास्थ्य कार्य समूह की तीसरी बैठक का आयोजन किया जाएगा। बैठक में जी-20 हेल्थ ट्रैक की तीन प्रमुख प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसके साथ-साथ फार्मा, वैक्सीन, चिकित्सा शास्त्र और नैदानिकी सहित स्वास्थ्य क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में अपर सचिव श्री लव अग्रवाल ने कल से हैदराबाद में शुरू हो रहे तीन दिवसीय कार्यक्रम के बारे में मीडिया को यह जानकारी दी।

मीडिया को संबोधित करते हुए, अपर सचिव श्री लव अग्रवाल बताया कि 1 दिसंबर, 2022 भारत के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है क्योंकि इस दिन भारत ने जी-20 की अध्यक्षता का कार्यभार संभाला है। इसका विषय एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य-वसुधैव कुटुम्बकम है। जी-20 में भारत की अध्यक्षता के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि "यह समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई उन्मुख और निर्णायक होना चाहिए। श्री लव अग्रवाल ने कहा कि यह जी-20 अध्यक्षता वैश्विक दक्षिण की चिंताओं को व्यक्त करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करती है। जी-20 ट्रोइका में भारत के पूर्ववर्ती (इंडोनेशिया) और उत्तराधिकारी (ब्राजील) दोनों विकासशील देश हैं जो वैश्विक दक्षिण के समक्ष आने वाली चुनौतियों को और उजागर करेंगे।

जी-20 स्वास्थ्य प्राथमिकताओं के बारे में विस्तार से बताते हुए श्री लव अग्रवाल ने कहा कि भारत की जी-20 अध्यक्षता तीन प्राथमिकताओं पर केंद्रित है। इनमें स्वास्थ्य आपात स्थितियों की रोकथाम, तैयारी और प्रतिक्रिया शामिल है। इनमें सूक्ष्मजीवीरोधी प्रतिरोध और वन हेल्थ फ्रेमवर्क पर ध्यान केंद्रित करना, सुरक्षित, प्रभावी, गुणवत्ता और किफायती चिकित्सा उपायों तक पहुंच और उपलब्धता पर ध्यान केंद्रित करते हुए दवा क्षेत्र में सहयोग को सुदृढ़ बनाना शामिल है। चिकित्सीय निदान और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की सहायता और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए डिजिटल स्वास्थ्य नवाचार और समाधान पर विशेष बल दिया जाएगा। इन प्राथमिकताओं के सहयोग से, प्रत्येक स्वास्थ्य कार्य समूह की बैठक के लिए सह-ब्रांडेड कार्यक्रमों और साइड इवेंट्स की मेजबानी की जाएगी। इनमें स्वास्थ्य क्षेत्र में उभरते पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा- जैसे कि चिकित्सा के लिए कम खर्च में यात्रा सुविधा, स्वास्थ्य पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव, स्वास्थ्य क्षेत्र में पारंपरिक चिकित्सा का अनुप्रयोग और प्रासंगिकता जैसे विषय शामिल किये जाएंगे। स्वास्थ्य कार्य समूह की तीसरी बैठक में अनुसंधान, विकास और नवाचार पर भी ध्यान केंद्रित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।

श्री लव अग्रवाल ने भारत की जी-20 अध्यक्षता के कार्यकाल की अब तक की उपलब्धियों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विशेष रूप से ग्लोबल साउथ की चुनौतियों को मुखरित करने में भारत ने विशिष्ट भूमिका निभाई है और वैक्सीन उपचार, चिकित्सा शास्त्र और नैदानिकी, अनुसंधान और विनिर्माण नेटवर्क के लिए क्षेत्रीय नेटवर्क की स्थापना और एक वैश्विक चिकित्सा काउंटर उपाय समन्वय मंच के निर्माण में योगदान देगा। को-विन और वैक्सीन मैत्री की पहलों की जानकारी देते हुए, उन्होंने कहा कि भारत ने वैश्विक आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने आगे कहा कि टेलीमेडिसिन, को-विन प्लेटफॉर्म, आसान पहचान और ब्लड बैंक तक पहुंच के माध्यम से अंतिम रोगी तक पहुंचने में प्रौद्योगिकी का विशिष्ट योगदान रहा है। ये सामूहिक पहल यह सुनिश्चित करने के लिए काम करती हैं कि स्वास्थ्य सेवाएं निर्धन आदमी की पहुंच में हैं। श्री लव अग्रवाल ने यह भी कहा कि "भारत ने तीन प्रस्तावित प्राथमिकताओं के लिए सैद्धांतिक सहमति हासिल की है और एक दक्ष, वैश्विक स्वास्थ्य संरचना पर वैश्विक संसृति का निर्माण करना चाहता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि "भविष्य की किसी भी स्वास्थ्य आपात स्थिति के प्रबंधन पर वैश्विक पहल को एकजुट करना चाहिए।

आगामी स्वास्थ्य कार्य समूह की बैठक के बारे में जानकारी देते हुए श्री लव अग्रवाल ने कहा बताया कि इस सम्मेलन में 180 सदस्य हिस्सा ले रहे हैं। बैठक में 10 आमंत्रित देश और 22 अंतर्राष्ट्रीय संगठन भी भाग लेंगे। मुख्य कार्यक्रम के अतिरिक्त साइड इवेंट नेटवर्क के निर्माण के लिए अनुसंधान विकास और नवाचार के लिए रूपरेखाओं पर विचार-विमर्श करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसका लाभ सम्पूर्ण विश्व को मिलेगा। इसके अतिरिक्त, वैश्विक वैक्सीन सहभागिता, जीनोम वैली पर सह-ब्रांडेड कार्यक्रम का आयोजन होगा। इसमें भारत के अनुसंधान और विकास तथा दवा निर्माण में भारत की उपलब्धियों की जानकारी भी दी जायएगी।

पत्र सूचना कार्यालय दिल्ली की अपर महानिदेशक डॉ. मनीषा वर्मा और पीआईबी हैदराबाद के संयुक्त निदेशक श्री बालकृष्ण ने भी बैठक में भाग लिया।

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