नीति आयोग

भारत में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए नीति आयोग ने सिस्को के साथ साझेदारी की


नीति आयोग के महिला उद्यमिता मंच (डब्ल्यूईपी) का अगला चरण सिस्को की तकनीक और भारत के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के साथ काम करने के अनुभव का लाभ उठाएगा ताकि देश भर में अधिक महिला-स्वामित्व वाले व्यवसायों को सक्षम बनाया जा सके

Posted On: 26 AUG 2021 1:55PM by PIB Delhi

भारत सरकार की सार्वजनिक नीति के थिंक टैंक नीति आयोग ने अपनी साझा प्रतिबद्धता के आधार पर देशभर में महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए सिस्को के साथ मिलकर आज महिला उद्यमिता मंच (डब्ल्यूईपी) के अगले चरण का शुभारंभ किया। "डब्ल्यूईपी नेक्स्ट" शीर्षक से नीति आयोग  के प्रमुख मंच का यह अगला चरण देश भर में अधिक महिला-स्वामित्व वाले व्यवसायों को सक्षम करने के लिए भारत के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के साथ काम करने के लिए सिस्को की तकनीक और अनुभव का लाभ उठाएगा। इस शुभारम्भ के अवसर पर श्री अमिताभ कांत (नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी), अन्ना रॉय (नीति आयोग की वरिष्ठ सलाहकार), मारिया मार्टिनेज, सिस्को की कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ संचालन अधिकारी (ईवीपी और सीओओ, सिस्को), सिस्को इंडिया और सार्क (एसएएआरसी) की अध्यक्ष डेज़ी चित्तिलापिल्ली और हरीश कृष्णन, (प्रबंध निदेशक, सार्वजनिक मामले और रणनीतिक जुड़ाव, सिस्को इंडिया और सार्क) उपस्थित थे।

 

नीति आयोग ने महिला उद्यमिता मंच (डब्ल्यूईपी) को 2017 में शुरू किया गया था। यह अपनी तरह का पहला, एकीकृत पोर्टल है जो विविध पृष्ठभूमि की महिलाओं को एक साथ लाता है और उन्हें संसाधनों, समर्थन और सीखने के विविध आयामों तक पहुंच प्रदान करता है। डब्ल्यूईपी नेक्स्ट  इन प्रयासों को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। भारतीय महिला उद्यमियों के एक केंद्रित अध्ययन और छह प्रमुख कार्यक्षेत्रों में उनकी सबसे जरूरी जरूरतों के आधार पर - समुदाय और नेटवर्किंग, कौशल और सलाह, ऊष्मायन (इनक्यूबेशन) और गतिशीलता के कार्यक्रम के साथ ही वित्तीय सहायता, अनुपालन और विपणन में सहायता - के लिए डब्ल्यूईपी नेक्स्ट  साक्ष्य-आधारित निर्णय लेने से प्रेरित होगा। इस परिवर्तन को बढ़ावा देने वाला केंद्रित अध्ययन भी पारिस्थितिकी तंत्र के लाभ के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है।

 

इसके अतिरिक्त, इस पहल के एक हिस्से के रूप में, सिस्को, नैसकॉम फाउंडेशन, सत्त्व कंसल्टिंग और डीआसरा फाउंडेशन के सहयोग से  व्यक्तिगत और उद्यम स्तरों पर महिला उद्यमियों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए प्रौद्योगिकी के नेतृत्व वाले अनुभवों और जुड़ावों को सक्षम करेगा और वृद्धि के नए अवसरों का निर्माण करेगा।

 

इस अवसर पर नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमिताभ कान्त ने कहा कि छठी आर्थिक जनगणना के अनुसार, महिलाएं कुल उद्यमियों का केवल 13.76% हैं, यानी देश के 5 करोड़ 85 लाख उद्यमियों में से 80 लाख पांच हजार I यह अतीत में एक छूट गया अवसर हो सकता है, लेकिन मुझे विश्वास है कि भारत सरकार और निजी क्षेत्र महिला उद्यमिता मंच (डब्ल्यूईपी) जैसी पहलों के माध्यम से एक साथ मिलकर, हम एक नए भारत की उस  परिकल्पना को साकार कर सकेंगे - जहां निर्माण और उपलब्धि की गौरव गाथा में साझा करने के लिए पुरुषों और महिलाओं के लिए समान अवसर मिल सकते हैं । "डब्ल्यूईपी नेक्स्ट” इस आंदोलन को और उत्प्रेरित करेगा और मुझे विश्वास है कि सिस्को के साथ हमारी भागीदारी के  बाद, यह प्रौद्योगिकी मंच जल्द ही देश की प्रत्येक महिला उद्यमी के लिए अपने सपनों को साकार करने के लिए एक व्यक्तिगत मार्गदर्शक बन सकेगा "I

 

सिस्को की मुख्य संचालन अधिकारी मारिया मार्टिनेज ने कहा कि "जब भी हम पुनर्प्राप्ति के एक नए चरण में प्रवेश करते हैं तब एक ऐसा एक सामूहिक समझौता हमे मिलता हैं जिसमे एक विविध, समावेशी और डिजिटल रूप से कहीं अधिक समृद्ध सक्षम दुनिया विद्यमान होती है।" "यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम असमानता की चुनौतियों के का सामना करने लिए कदम बढ़ाएं और आर्थिक समृद्धि के लिए ऐसे नए रास्ते बनाएं जो लोगों और समुदायों, विशेष रूप से महिलाओं को बाधाओं को तोड़ने, नए विचारों को प्रस्फुटित कर और नवाचार को प्रज्वलित करने के लिए सक्षम बनाएं। हम नीति आयोग के साथ अपनी साझेदारी को लेकर उत्साहित हैं। और उम्मीद है कि डिजिटल तकनीक का लाभ महिलाओं के स्वामित्व वाले और अधिक उद्यमों तक पहुंचेगा ।"

 

सिस्को इंडिया और सार्क के प्रबंध निदेशक और मुख्य नीति अधिकारी श्री हरीश कृष्णन ने कहा  कि "महिला उद्मिता मंच (डब्ल्यूईपी) पर केंद्रित अध्ययन के अनुसार अधिक नवाचार के अलावा  2030 तक 17 करोड़ तक नौकरियां पैदा की जा सकती हैं और अगर अधिक महिलाओं उद्यमिता को अपनाती हैं तो हमारा वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद 1.5% और बढ़ सकता है - यदि हम ऐसा करने में देरी करते हैं तो एक बड़ा अवसर हाथ से निकल जाएगा। महिलाओं के स्वामित्व वाले व्यवसायों का उत्थान करें” । उन्होंने कहा कि "डब्ल्यूईपी नेक्स्ट” का उद्देश्य भारत में महिलाओं के लिए मौजूदा अंतर को पाटना और नई संभावनाओं को गढ़ना है। हमें सभी के लिए अधिक समावेशी और समान भविष्य के अपने साझा दृष्टिकोण को गति देने के लिए नीति आयोग  के साथ साझेदारी करने पर गर्व है।"

 

सिस्को के बारे में

सिस्को (एनएएसडीएक्यू.सीएससीओ) प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दुनिया भर में अग्रणी है और इंटरनेट को शक्ति प्रदान करता है। सिस्को आपके लिए अनुप्रयोगों की फिर से कल्पना करके, आपके डेटा को सुरक्षित करके, आपके बुनियादी ढांचे को बदलकर, और वैश्विक और समावेशी भविष्य के लिए आपकी टीमों को सशक्त बनाकर नई संभावनाओं को प्रेरित करता है। Cisco.com पर और खोजें और हमें Twitter @Cisco पर फॉलो करें।

 

महिला उद्यमिता मंच, नीति आयोग के बारे में

 

महिला उद्यमिता मंच (डब्ल्यूईपी) नीति आयोग की प्रमुख पहल है – यह और महिला उद्यमियों के लिए अपनी तरह का एक एकीकृत सूचना पोर्टल है । यह उद्योग संबंधों और मौजूदा कार्यक्रमों और सेवाओं के बारे में जागरूकता में सुधार करने का प्रयास करता है और सभी की सहायता करने, सीखने के संसाधनों, धन की व्यवस्था करने के अवसरों और संरक्षक परामर्शदाताओं तक पहुंच प्रदान करता है। पारिस्थितिकी तंत्र में सूचना विषमता को हल करने वाले एक एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म बनने के एक व्यापक उद्देश्य के साथ, महिला उद्यमिता मंच (डब्ल्यूईपी) महिला उद्यमियों के लिए आवश्यक प्रासंगिक सूचना और सेवाओं के लिए एक ही  स्थान पर समाधान देने वाले के रूप में कार्य करता है। यह मंच वर्तमान में 16,000 से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं और 30 भागीदारों की व्यवस्था  करता है और वित्त पोषण और वित्तीय प्रबंधन, ऊष्मायन संयोजनों (इन्क्यूबेशन कनेक्ट), कराधान और अनुपालन सहायता, उद्यमी कौशल और संरक्षकों , समुदाय और नेटवर्किंग और विपणन सहायता जैसे छह प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान देता है ।

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