शिक्षा मंत्रालय

एनआईओएस पर स्‍पष्‍टीकरण

Posted On: 03 MAR 2021 12:38PM by PIB Delhi

यह टाइम्स ऑफ इंडिया में दिनांक 03.03.2021 को "एनआईओएस टू टेक गीता, रामायण टू मदरसाज" शीर्षक से प्रकाशित समाचार के संदर्भ में है। इस समाचार में तथ्यों के साथ खिलवाड़ किया गया है, यह वास्‍तविकता से परे है और इसके पीछे दुर्भावनापूर्ण इरादा नजर आता है।

यहां पर स्‍पष्‍ट किया जाता है कि एनआईओएस मदरसों को एसपीक्‍यूईएम (मदरसों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विशेष प्रावधान) के तहत मान्यता देता है। इस प्रावधान के अंतर्गत छात्रों को औपचारिक शिक्षा प्रणाली के विपरीत निश्चित विषय संयोजन की बंदिशों के बिना विभिन्‍न विषयों की पेशकश की जाती है। एनआईओएस द्वारा उपलब्ध कराए गए विषयों में से विषय संयोजन का चयन करना छात्र के विवेक पर निर्भर है।

लगभग 100 मदरसों को एनआईओएस से मान्‍यता मिली हुई है, जिनमें 50,000 छात्र पढ़ते हैं। इसके अलावा, एनआईओएस की निकट भविष्‍य में लगभग 500 और मदरसों को मान्यता देने की योजना है। ऐसा पूरी तरह से मदरसों की मांग के आधार पर ही किया जाएगा।

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